lnμn - Education Observer
Transcript of lnμn - Education Observer
ജില്ലാ വിദ്യാഭ്യാസ പരിശീലന ഇൻസ്റ്റിറ്റ്യൂട്ട് (ഡയറ്്റ ) തൃശൂർ.
ഫ�ോക്കസ് 2021.എസ്.എസ്.എൽ.സി വിദ്യാർത്ഥികൾക്കുള്ള പഠന സഹായി.
Support Materials for SSLC March 2021.
അക്കാദമിക സഹായം.
ജില്ലാ വിദ്യാഭ്യാസ പരിശീലന ഇൻസ്റ്റിറ്റ്യൂട്ട് കകാഴികക്കാട്.
ജില്ലാ വിദ്യാഭ്യാസ പരിശീലന ഇൻസ്റ്റിറ്റ്യൂട്ട് ഇടുക്കി.
നിർമ്മാണ ചുമതല : സി എം ഡി ഇ വിഭാഗം ഡയറ്റ് തൃശൂർ.
പ്രസിദ്ധീകരിച്ചത് : 2021 ഫെ5ബ്രുവരി.
പ്രിയ കുട്ടികക7,
സ്കൂ7ിൽ കപായി കൂട്ടുകാകരാഫെടാപ്പമിരുന്ന് അധ്യാപകരുഫെട ക്ലാസ്സുകൾ കകൾക്കാനും പഠന
പ്രവർത്തനങ്ങൾ നിർവ്വഹിക്കാനും കഴിയാത്ത ഒരു അധ്യയന വർഷമാണ് കടന്നു കപാകുന്നത്.
കലാകഫെത്ത മുഴുവൻ ഗ്രസിച്ച കകാവിഡ് 19 കരാഗബാധ നമ്മുഫെട സാധാരണ അധ്യയന
രീതികഫെ7യാഫെക പുനഃസംവിധാനം ഫെചയ്യാൻ കപ്രരിപ്പിച്ചു. സംസ്ഥാനതലത്തിൽ 5സ്റ്റ് ഫെബൽ
ഓൺലൈലൻ ക്ലാസ്സുകൾ മുഴുവൻ വിദ്യാർത്ഥികൾക്കും ലഭ്യമാക്കുകയും അധ്യാപകരുഫെട
പിന്തുണകയാഫെട പഠന പ്രകിയ പൂർത്തിയാക്കുകയുമാണ് നാം ഫെചയ്തത്. ഇനിയുള്ളത്
കുട്ടിക7ുഫെട സംശയ പരിഹരണത്തിനും പരീക്ഷാ തയ്യാഫെUടുപ്പിനു മായുള്ള ദിനങ്ങ7ാണ്.
ആത്മവിശ്വാസകത്താഫെട എസ്.എസ്.എൽ.സി.പരീക്ഷ കനരിടുന്നതിനായി കുട്ടികഫെ7
സുസജ്ജരാകക്കണ്ടതുണ്ട്. പരീക്ഷയ്ക്കായി കൂടുതൽ ഊന്നൽ നൽകി പഠികക്കണ്ട പാo ഭാഗങ്ങൾ
എസ്.സി.ആർ.ടി.നിർകദശിച്ചിട്ടുണ്ട്.
തൃശൂർ ഡയറ്റിഫെ] അക്കാദമിക കനതൃത്വത്തിൽ കകാഴികക്കാട്, ഇടുക്കി ഡയറ്റുക7ുഫെട
സഹകരണകത്താഫെട എസ്.എസ്.എൽ.സി. ക5ാക്കസ് ഏരിയകഫെ7 ആധാരമാക്കിയുള്ള
പ്രവർത്തനങ്ങൾ അടങ്ങിയ പഠന സഹായി തയ്യാUാക്കിയിരിക്കുകയാണ്. പരീക്ഷയുഫെട
തയ്യാഫെUടുപ്പുകൾക്കായി കനരിട്ട് അധ്യയനം ആരംഭിച്ച സാഹചര്യത്തിൽ പഠന
പ്രവർത്തനങ്ങൾക്കായി അധ്യാപകരും വിദ്യാർത്ഥിക7ും "ക5ാക്കസ് 2021" പഠന സഹായി
5ലപ്രദമായി ഉപകയാഗിക്കുഫെമന്നും അത് അവഫെര വിജയത്തികലക്ക് നയിക്കുഫെമന്നും
പ്രതീക്ഷിക്കുന്നു.
ശ്രീമതി എൻ.ഗീത ശ്രീ. ടി .അബ്ദുൾ നാസിർവിദ്യാഭ്യാസ ഉപഡയUക്ടർ പ്രിൻസിപ്പൽ,ഡയറ്റ്
തൃശൂർ തൃശൂർ
बीरब�ूटी �ताशा स ेएक व्यक्ति� बठै गया था टूटा पहि�या आई एम कलाम के ब�ान े सबसे बड़ा शो मनै
इकाई 1
पाठ 1
बीरब�ूटी
वि%शषेण शब्द प�चानें
वि%शषेण और वि%शषे्य वि%शषेण
सफेद पट्टी
भरूी जमीन
नीली स्या�ी
�रा खते
छोटा बाजरा
गीली �%ाएं
पील ेफूल
भयभीत च�ेरा
ग�रा गड्ढा
सफेद
भवूिम
नीली
�रा
छोटा
गीली
पीले
भयभीत
ग�रा
बीरब�ूटी की वि%शषेताएँ :-
सखु;
मलुायम
गदबदी
खनू की बूदँें जसैी
फुलरेा जंक्शन की वि%शषेताएँ
माल गाहिड़यों और स%ारी गाहिड़यों से भरा
सनूी तंग गलिलयाँ
विबजली के खंभे
तारों की कतारें
धंडिBयाँ बजाते फेरी%ाले
गजु़रें मखु्य घटनाओ ंस े:-
गीली ज़मीन पर बलेा और साहि�ल का बीरब�ूटीयों को खोजना ।
पनै में स्या�ी भर%ाने केलिलए दकुान जाना।
सरुेंदर मास्टर का कॉपी जाँचना।
सलु्ताना Bाकू क�कर बच्चों का चिचढ़ाना।
गांधी चौक की बाल ूमें लंगड़ी टाँग खलेना।
बलेा और साहि�ल का सरकारी अस्पताल में विमलना।
पाँच%ीं का रिरज़ल्ट आना ।
एक दसूरे का रिरपोट; काB; दाखने ।
बीरबहूटी
फुलेरा
बलेा और साहि�ल का विबछुड़ जाना ।
दोस्ती बलेा और साहि�ल
�मशेा एक साथ सू्कल आना-जाना
बीरब�ूटीयों को खोजना
एक साथ पढना-लिलखना
एक का दद; दसूरे का भी समझना
अलग �ोन ेपर दःुखी �ोना
एक दसूरे को चा�ना
इन प्रयोगों पर ध्यान दें :
“बादल को देखकर धड़े को न�ीं ढुलाना चाहि�ए।“
विबना सोच-वि%चार करके कुछ न�ीं करना चाहि�ए। साहि�ल ने पनै में नई स्या�ी भर%ाने की इच्छा से उसमें बची स्या�ी
ज़मीन पर चिछड़क हिदया था। दकुान में स्या�ी खतम �ो गई थी। तब दकुानदार न ेसाहि�ल से ऐसा क�ा।
जब बलेा साहि�ल के पास आकर बठैी उससे नज़र न�ीं विमल पाई।
बलेा जानती थी डिक अपने दोस्त साहि�ल की नज़र में %� ब�ुत अच्छी लड़की �ै। साहि�ल के सामने बलेा स्वयं
अपमाविनत �ोना न�ीं चा�ती थी। माटसाब ने साहि�ल के सामने बलेा के बालों में पंजा फंसाकर फें कने %ाले थ।े य�
देखकर सब Bर गए थ।े इससे प�ला शविमbदा म�ससू �ुई थी। इसलिलए बोला साहि�ल के पास आकर बठै गई। %�
उसस ेनज़र न�ीं विमल पाई।
य� बारिरशों स ेप�ल ेकी बारिरश का एक हिदन था।
साहि�ल और बलेा अगले साल अलग-अलग सू्कल में पढ़ने %ाले �ैं। उनकी दोस्ती आगे खतम �ोने %ाली �ै। य�
सोचकर दोनों की आखँें भर गई थीं। य� देखकर लखेक को ऐसा लगा डिक य� बारिरश स ेप�ल ेकी बारिरश का एक हिदन
था।
बच्चों को अपन ेचारों ओर खलेत ेदेखकर गांधीजी की मूवितd ऐसी हिदखाई पड़ती जसैे और समय स ेकुछ अधिधक मसुु्करा
र�ी �ो।
गांधीजी बच्चों से ब�ुत प्यार करते थ।े बच्चे खले घंटी में गांधी चौक की बालू में लंगड़ी टाँग खलेा करते थ।े
बच्चों की दोस्ती और प्यार देखकर क�ानीकार को लगता �ै डिक गांधी जी की मूवितd और समय से कुछ अधिधक मसुु्करा
र�ी �ो।
चरिरत्र चिचत्रण :
सरुेंद्र माटसाब
गणिणत का मास्टर
गसु्साल ूप्रकृवित
बच्चों का Bरना
अकारण मारना
कू्रर स्वभा%%ाला
सरुेंद्र माटसाब : ऐस ेभी एक मास्टर!
‘बीरब�ूटी’ की क�ानी का प्रमखु पात्र �ै – सरुेंद्र माटसाब। %े बलेा और साहि�ल के गणिणत का मास्टर �ै। %े आदत से
गसु्सालू �ैं। बच्चे उनके नाम सनुते �ी Bर जाते �ैं। उनके पीरिरयB के दो विमविनट प�ले बच्चे अपने-अपने स्थान पर आ बठैते
�ैं। %े ज़रा सी गलती पर बच्चों को मारते �ैं। बालों को पकड़कर इधर-उधर फें कते �ैं। बच्चों की कॉडिपयाँ भी फें क देत े�ैं। %े
कू्रर स्वभा% के अध्यापक �ैं। % ेमास्टर बनने के योग्य न�ीं �ै।
बलेा और साहि�ल
आपस में चा�ना
एक साथ सू्कल आना-जाना
एक दसूरे का दखु अपना दखु समझना
विबछुड़ दःुखी �ोना
सच्ची दोस्ती
बलेा और साहि�ल : दोस्ती की विमसाल
बलेा और साहि�ल ‘बीरब�ूटी’ क�ानी के मखु्य पात्र �ैं। %े पाँच%ीं कक्षा में पढ़ते �ैं। %े आपस में ब�ुत चा�ते �ैं। �मशेा एक साथ
सू्कल आते जाते �ैं। बीरब�ूडिटयों को खोजना आहिद एक साथ करते �ैं। %े दसूरे का दःुख अपना दःुख समझते �ैं। एक साथ बठैते
�ैं, खलेत े�ैं। पाँच%ीं पास करके % ेदोनों अलग-अलग जग�ों पर जाते �ैं। इसलिलए दोनों ब�ुत दःुखी �ोत े�ैं।
%ातuलाप
ध्यान दें :-
दीपा%ली की छुहिट्टयों के बाद जब सू्कल खलुा तो बलेा के लिसर पर सफेद पट्टी बंधी थी। इस प्रसंग पर बलेा और
साहि�ल के बीच का %ातuलाप लिलखें।
साहि�ल : बलेा, ओ बलेा...
बलेा : क्या बात �ै साहि�ल ?
साहि�ल : तरेे लिसर पर क्या �ुआ ?
बलेा : चोट लगी �ै।
साहि�ल : कैस े?
बलेा : छत स ेक्तिगर गई।
साहि�ल : छत स ेक्तिगर गई ?
बलेा : चलो यार, लंगड़ी टाँग खलेेंग।े
साहि�ल : न�ीं, तरेे लिसर पर डिफर से लग जाएगी तो... ?
बलेा : न�ीं लगोगी। चलो।
वि%चार वि%विनमय केलिलए
अनौपचारिरक
सरल ए%ं प्रसंगानकूुल भाषा
पणू; %ाक्य की ज़रूरत न�ीं
पटकथा
दृश्य सं :
स्थान :
समय :
पात्र,आय ु:
%शेभषूा :
संदभ; :
सं%ाद :
पाँच%ीं का रिरज़लट आ गया। दोनों पास �ो गए। अब %े दोनों सू्कल के मदैान में खड़े �ैं। इस प्रसंग पर पटकथा का एक
दृश्य लिलखें।
दृश्य एक
स्थान : सू्कल का मदैान
समय : सबु� ग्यार� बज े
पात्र आय ु : बलैा (11 साल)
साहि�ल (11 साल )
%शेभषूा : सू्कली %द~
संदभ; : (रिरजल्ट देखन ेके बाद दोनों सू्कल के मदैान में
खड़े �ोकर बातें करत े�ैं)
सं%ाद
बलेा : (बड़ी खशुी से) साहि�ल �म दोनों पास �ो गए न?
साहि�ल : (खशुी से) �ाँ बलेा
बलेा : साहि�ल, अब तमु क�ाँ पढ़ोग?े
साहि�ल : (उदास �ोकर) अजमरे, %�ाँ के �ॉस्टल में ।
बलेा : (आश्चय; से) अजमरे ! �ॉस्टल ! ?
साहि�ल : (दःुखी �ोकर) तमु क�ाँ पढोगी बलेा?
बलेा : मैं श�र के राजकीय कन्या पाठशाला में । (साहि�ल की आखंों से
आसंू देखकर) रोनी सरूत साहि�ल…….. रोनी सरूत साहि�ल……
(दोनों �ँसत े�ैं। डिफर अलग-अलग रास्त ेपर चल ेजाते �ैं)
दृश्य समाप्त
पत्र की रूपरेखा
स्थान,
तारीख
संबोधन
अधिभ%ादन
कल%ेर
�स्ताक्षर
नाम
स%ेा में,
नाम
पता
बलेा और साहि�ल की भत~ अलग-अलग सू्कल में �ुई । बलेा साहि�ल के नाम जो पत्र लिलखती �ै, %� कल्पना करके लिलखें।
फुलरेा।
15 जनू 2020
डिप्रय साहि�ल,
नमस्कार ।
तमु कैस े�ो? सू्कल कैसा �ै ? तमु्हें पसंद आया क्या ? नए-नए विमत्र �ोंग ेन? �ोस्टल में सारी सवुि%धाएँ �ैं क्या ?
साहि�ल तमु्हें पता �ै, �मशेा तमु्हारी याद आती �ै। खलेते समय, सू्कल आत-ेजाते समय। ब�ुत अचे्छ हिदन विबताए थे
�म। सू्कल में आना-जाना..., रास्ते में बीरब�ूटीयों को खोजना..., कक्षा में साथ-साथ बठैना, लंगड़ी टाँग खलेना...। मरेी गणिणत
अध्याडिपका रीता जी ब�ुत अच्छी �ै। कोई भी अध्यापक �में मारत ेन�ीं �ै। सभी अध्यापक अच्छा �ैं।
साहि�ल, बस अब इतना �ी । बाकी अगल ेपत्र में । छुहिट्टयों में गाँ% आओग ेन ? तब विमलेंग ेज़रूर ।
तमु्हारी डिप्रय स�ेली
�स्ताक्षर
बलेा
स%ेा में,
नाम
पता
डिटप्पणी
साहि�ल और बलेा की दोस्ती:-
साहि�ल और बलेा दोनों पाँच%ीं कक्षा में पढ़न%ेाले दो छात्र �ैं । दोनों अचे्छ विमत्र �ैं। % ेएकसाथ सू्कल जाते �ैं और रास्ते
में बीरब�ूटी को खोजते �ैं। %े एक साथ भोजन करते �ैं। पाँच%ीं का रिरजल्ट आया तो छठी कक्षा में दोनों अलग-अलग सू्कलों में
पढ़ने की बात सनुकर ब�ुत दःुखी �ोत े�ैं। %े एक दसूरे को ब�ुत प्यार करत े�ैं।
पाठ - 2
�ताशा से एक व्यक्ति� बठै गया था (डिटप्पणी)
(वि%नोदकुमार शकु्ल)
लिशल्प पक्ष - इस ेकाव्य पक्ष भी क�त े �ैं। कवि%ता की भाषा, छंद, अलंकार, शलैी, प्रतीक, विबबं
आहिद स ेसंबंधिधत �ै।
भा% पक्ष - इस ेआतंरिरक पक्ष भी क�त े�ैं। इसका सीधा संबंध कवि%ता के आशय या भा% से �ैं।
इसमें वि%शषे रूप स ेभा%नाओ ंकल्पनाओ ंतथा वि%चारों की प्रधानता �ै।
असहायता
संकट नि�राशा
हताशा
दःुख
जा��ा
स�ी प्रस्ता% चनुें ।
कवि% व्यक्ति� को प�ल ेस ेजानता था।
कवि% व्यक्ति� की �ताशा को जानता था।
व्यक्ति� को उसका नाम, पता, उम्र, ओ�दा, जावित से जानता �ै।
व्यक्ति� के संकट को जानना चाहि�ए।
दो मनषु्यों के बीच मनषु्यता या मान%ीय सं%देना �ोना चाहि�ए।
मसुीबत में पड़े अपरिरचिचत व्यक्ति� को देखकर मदद करना �मारा कत;व्य �ै।
जानित
पता
�ाम
उम्र
�हीं जा��ा
ओहदा
जी%न में मान%ीय मलू्यों का म�त्व �ै।
वि%नोद कुमार शकु्ल की भाषा मौलिलक ए%ं स�ज �ैं।
कवि%ता एक ग़ज़ल की तर� श्रोताओ ंके ज़बुान पर स्वयं आ जाते �ैं।
इस कवि%ता में जानना शब्द के रुडिढग्रस्त अथ; को परूी तर� स ेबदल देती �ै।
रपट पढें
कुत्ता बचाने के दौरान बाइक दघु;टनाग्रस्त : घायल व्यक्ति� देर तक सड़क पर पड़ा र�ा।
डित्रचरु : रेल%े स्टशेन रोB पर एक कुत्ता बचाने के दौरान बाइक दघु;टनाग्रस्त �ो गया। घायल व्यक्ति� 15 विमनट तक सड़क पर �ी
खनू ब�ाकर पड़ा र�ा । लोग तमाशा की तर� देख र�े थ।े उसे अस्पताल ले जाने के लिलए कोई तयैार न�ीं �ुआ। बाद में पुलिलस
आकर उसे इलाज के लिलए डित्रचरु मडेिBकल कॉलजे ले गया । घायल की प�चान बBकरा के मलक्तियल रमशे चंद (25) के रूप में
�ुई �ै।
मान लें, आप इस घटनास्थल पर उपस्थिस्थत �ैं तो क्या करते ? क्यों ?
उस घट�ास्थल में मैं हँू तो उसे ज़रूर अस्पताल ले जाएगा । क्योंकिक वह असहाय है,
मुसीबत में है। उसे मेरी मदद की ज़रूरत है। एक हताश व्यक्तिक्त की सहायता कर�ा हमारा
कत4व्य है। एक व्यक्तिक्त की हताशा नि�राशा, असहायता, संकट, दःुख आदिद को पहचा��ा
चादिहए ।
पोस्टर
र�दान म�ादान
14 जनू एक बूदँ र� दो
र�दान हिद%स एक जान बचाओ
र�दान सविमवित – कोडिषकोड़
गोरे हो या काले खून का
रंग लाल
अपनी मृतु्य के बाद किकसी को
जीकि�त रहने दो
जाने के बाद नेत्रदान
अंगदान जी%न दान �ेत्रदा� करो, प्रकाश फैलाओ
र�दान करो... स्वास्थ्य बढ़ाओ...
नते्रदान म�ादान
करो दान गदुu हृदय, लिजगर की...
जीते- जीते रक्तदा�, जाते- जाते अंगदा�।
पाठ-३
टूटा पहि�या
टूटा पहि�या (कवि%ता)
• मखु्य बातें
कवि% - धम;%ीर भारती (लखेक, कवि%, नाटककार )
टूटा पहि�या
• प्रतीकात्मक कवि%ता �ै।
• आत्मकथात्मक शलैी में लिलखी गई कवि%ता �ै।
• म�ाभारत की पौराणिणक कथा पर आधारिरत कवि%ता �ै।
• टूटा पहि�या, उपलेिक्षत और लघ ुमान% का प्रतीक �ै।
• अधिभमन्यु उच्च मान% और न्याय का प्रतीक �ै।
• चक्रव्य�ू सामालिजक समस्याओ ंका प्रतीक �ै।
• म�ारथी अन्याय और अधम; का प्रतीक �ै।
• ब्रह्मास्त्र अधिधकार का प्रतीक �ै।
वि%शषेण। वि%शषे्य
टूटा पहि�या
दरुू� चक्रव्य�ू
विन�त्थी आ%ाज
दसु्सा�सी अधिभमन्यु
बड़े-बड़े म�ारथी
सामहूि�क गवित
कवि%ता पर डिटप्पणी
मझु ेमत फेंं को
हि�दंी के प्रलिसद्ध लखेक, नाटककार, कवि% धम;%ीर भारती की कवि%ता �ै टूटा पहि�या। आत्मकथात्मक शलैी में लिलखीगई कवि%ता �ै। पौराणिणक कथा के आधार पर लिलखी गई �ै।
कवि%ता में कवि% स्वयं टूटा पहि�या मानता �ै। टूटा पहि�या समझ कर उसे फें क देना न�ीं चाहि�ए। य� बाद में कामआएगा। म�ाभारत यदु्ध में कई म�ारथी असत्य या अन्याय के पक्ष में र� कर लBे थ।े अधिभमन्यु विनBर �ोकर। टूटापहि�ए का स�ारा लकेर उसका सामना भी डिकया। इसका याद हिदलाते �ुए कवि% क�ते �ैं। डिक इस प्रकार की
अधाविमdक घटनाएं आगे भी �ो सकती इसलिलए तचु्छ, नाचीज समझकर टूटे पहि�ए को फें कना न�ीं चा�ती। सच्चाईसदा टूटे पहि�ए का स�ारा ल ेसकता �ैं य� एक प्रतीकात्मक कवि%ता �ै।
य�ां टूटा पहि�या लघ ुमान% यानी उपलेिक्षत मान% का प्रतीक �ै। अधिभमन्यु उच्च मान% अथ%ा न्याय का प्रतीक �ै। कौर% पक्ष के म�ारथी अन्याय का प्रतीक �ै। चक्रव्य�ू समस्याओ ंका प्रतीक �ै। म�ारथी शोषक का प्रतीक �ै। य� कवि%ता विबलु्कल प्रासंक्तिगक �ैं।
इकाई २
पाठ १
आई एम कलाम के ब�ाने
पात्र प�चाने
विमहि�र – लखेक
मोरपाल - विमहि�र का विमत्र
छोटु उफ; कलाम - चाय की दकुान में काम करन े%ाला लड़का
रणवि%जय - ढाणी के राणा का बटेा
भाटी सा - चाय की दकुान का मालिलक
लसूी मBैम - वि%देशी टूरिरस्ट
पटकथा
मोरपाल लिजसकी मरेे खान ेके डिBब्ब ेमें राजमा देखत े�ी बाँछें खिखल जाती थी। �मारा सौदा था खले घंटी में खान ेकी अदला-बदली का । यानी मरेे डिटडिफन के राजमा चा%ल उसके और उसके छाछ का डिBब्बा मरेा।
दृश्य ।
स्थान -सू्कल की कक्षा
समय - दोप�र एक बजे
पात्र - I ... विमहि�र .११ साल का लड़का
पात्र २ ... मोरपाल ११ साल का लड़का
%शेभषूा ... नीली खाकी %द~ प�ना �ै।
(दोनों बच्चे खाना खान ेबठैें �ै। एक के पास छाछ का डिBब्बा �ै। दसूरे के पास राजमा चा%ल)
सं%ाद
विमहि�र ( झाँकते �ुए ) : अरे मोरपाल . आज क्या लाए �ो ?
मारपाल : %�ी रोज का छाछ और तमु ?
विमहि�र : �ँसत े�ुग %�ी राजमा चा%ल 'य� लो ।
मोरपाल : क्या बात �ै ! एकदम बडिढया।
विमहि�र: य� छाछ मरेी बBी कमजोरी �ै।
मोरपाल: राजमा चा%ल कैसे बनाता �ै?
मोरपाल: अम्मा को बधाई देना।
विमहि�र: जरूर । मोरपाल य� बड़ी अश्चय; की बात �ैं । य� छाछ विबना छलकाए कैसे य�ाँ प�ँचात े�ो ?
मोरपाल : य� ती कोई बBी बात न�ी । घंटी बज गई । चलो
विमहि�र: �ाँ चलो।
Bायरी
ध्यान दे
.# मनैजेर चाल~ को स्टजे पर भजेन ेकी लिज़द करन ेलगा मनैजेर की उस हिदन की Bायरी कल्पना करके लिलखें।
5 न%ंबर 1894
रवि%%ार
आज का हिदन मरेी लिजदंगी का सबसे म�त्वपणू; हिदन था। मैंने जो कुछ डिकया था, %� विबलु्कल स�ी विनकला। चाल~ब�ुत �ोलिशयारी से लोगों को अपने %श में कर लिलया। के%ल पाँच साल का लड़का उग्र भीB को झले पाएगा क्या?उसका जकै जोन्स का गाना ... ब�ूत अच्छा विनकला। दसूरों की नकल उतारना नाचना सब अचे्छ विनकले । स्टजे परलोग जमकर पसैे बरसने लग।े तारीफ करने लग।े मन खशुी से खिखल उठने लगा। जरूर %� एक बBा शो मने बनगेा।बस... आज इतना �ो ब�ुत नींद आ र�ी �ै। एक सफल हिदन की उम्मीद में .... शभुरात।
स्थान और तारीख का लिजक्र �ो।
. भाषा आत्मविनष्ठ और स्वाभावि%क �ो
. दैविनक जी%न के खास अनभ%ों
. विनरीक्षण का उल्लखे �ो
रपट - रुपरेखा
नीच ेकी सचूना के अनसुार रपट तयैार कीलिजए-
.. बालक चाल~ का स्टजे पर आना
.. दश;कों का चिचल्लाना
.. माँ की आ%ाज़ फट गई
.. दवुिनया के सबसे बBे शो मनै का जन्म
पाँच %ष~य बालक का कमाल
लदंन: आज श�र के मश�ूर धिथएटर में एक प्रदश;न चल र�ा था। %�ाँ �ैन्ना चपै्लि¯न गीत गा र�ी थी। अचानक उसकीआ%ाज़ फट गई। दश;कों के शोर से उसे स्टजे छोड़ना पड़ा । उसके स्थान पर पाँच साल का उसका बटेा चाल~ स्टजेपर आ गया। उसने ब�ुत �ी अच्छा प्रदश;न डिकया। दश;क खBे �ोकर तलिलयाँ बजाने लग।े चाल~ की प�ली और माॅ कीआखिखरी स्टजे था। इसमें कोई सदें� न�ी डिक य� बालक कल बBा शो मनै बन जाएगा।
आकष;क शीष;क
घटना का वि%%रण
क्या . कौन, कब, कैस,े क�ाँ आहिद प्रश्नों के उत्तर देन ेलायक
लखेक का अपना दृडि²कोण
%स्तवुिनष्ठ
उचिचत शब्द स�ी स्थान पर रखकर डिपरविमB की पतू~ करें।
(�ाथ की बनाई, मोरपाल के)
उदा�रण देखकर रिर� स्थान परूा करें
%� जसैलमरे स ेआएगी
छोटू और कलाम विमलकर सू्कल ( जा ) ......
% ेदोनों विमलकर सू्कल ( जा ) ... ...
जाद ू�ै
चाय में जाद ू�ै
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