>> Problem solving - du.ac.in (CBCS) B.A.(HONS.) HINDI.pdf · आलोचनामक ,...

102
Introduction Content: हद (ऑनस ) पायम वाथ के आलोचनामक ववेक और रचनामक मता को बढ़ाने के उेय से तैयार कया गया है | साहय समझ के साथ भाषा का ान वाथ को सवेदनामक मता और ानामक सवेदन दान करता है | ान शाखाओं के साथ आज को सजग, आलोचनामक, ववेकशील और सवेदनशील आवयकता है , जो समाज नकारामक शय के समानता और बंधुव के भाव थापना कर सक | साहय का अययन मनुय को इस संदभ वतार देता है तथा मानवता वजय उसके वास को करता है | भाषा, आलोचना, कायशा का अययन जहाँ सैांितक समझ को वतृत करता है वहं कवता, नाटक, कहानी उन िसांत को यावहारक से समझने युयाँ िछपी रहती | इस कार हद (ऑनस ) का पायम वाथ को सैांितक और यावहारक दोन सम बनाता है | Learning Outcome based approach to Curriculum Planning >> Aims of Bachelor's degree programme in (CBCS) B.A.(HONS.) HINDI Content: भारतीय संवधान देवनागर िलप िलखत हंद को संघ राजभाषा घोषत कया गया है हद पढ़ने वाले छा को भाषा मता से परिचत होना जतना आवयक है उतना उसे समाज चुनौितय के सदभ जोड़ने योयता वकिसत करना भी जर है | आज हम भूमंडलीकृ त समाज के सदय अत: पायम का उेय वाथ को देश-वदेश के साहय हो रहे बदलाव से परिचत कराना भी है और यावसाियक योयता उपन करना भी! यह पायम बाज़ारवाद और भूमंडलीकरण वैक गित के बीच से हंद राीय गित को भी सुिनत करेगा यक सश भाषा के बना कसी रा उनित संभव नहं है यह पायम वतमान संदभ के अनुकू ल है साथ इस पायम का आधुिनक रोजगारपरक भी है यह पायम वािथय को यावहारक पहलू से अवगत करा सके गा हंद साहय नई समझ और भाषा यावहारकता जानकार इसका मुख येय है इस पायम का उेय भाषा और समाज के जटल सबध पहचान कराना भी है जससे वाथ देश, समाज, रा और के साथ बदलते समय यापक सरोकार से अपना सबध जोड़ सके साथ उसके भाषा कौशल, लेखन और सेषण मता का वकास हो सके | Learning Outcome based approach to Curriculum Planning >> Aims of Bachelor's degree programme in (CBCS) B.A.(HONS.) HINDI Content: Graduate Attributes in Subject >> Disciplinary knowledge Content: भाषा, साहय और संकृ ित के अययन-वेषण ारा इितहास, समाजवान, मनोवान, दशन, भाषावान आद वषय का तुलनामक ान वकिसत होगा | Graduate Attributes in Subject >> Communication Skills Content: साहय और भाषा के बहुआयामी अययन से संवाद एवं लेखन मता वकिसत होगी | Graduate Attributes in Subject >> Critical thinking Content: अंतर-अनुशासनामक एवं तुलनामक अययन करने से आलोचनामक ववेक वकिसत होगा | Graduate Attributes in Subject >> Problem solving

Transcript of >> Problem solving - du.ac.in (CBCS) B.A.(HONS.) HINDI.pdf · आलोचनामक ,...

  • Introduction

    Content: �ह�द� (ऑनस�) पा�य�म �व�ाथ� के आलोचना�मक �ववेक और रचना�मक �मता को बढ़ाने के उ�े�य से तयैार �कया गया है| सा�ह�य क� समझके साथ भाषा का �ान �व�ाथ� को स�वेदना�मक �मता और �ाना�मक स�वेदन �दान करता है| �ान क� शाखाओ ंके साथ आज �व� को सजग,आलोचना�मक, �ववेकशील और स�वेदनशील �य�� क� आव�यकता है, जो समाज क� नकारा�मक श��य� के �व�� समानता और बंध�ुव के भाव क� �थापनाकर सक� | सा�ह�य का अ�ययन मन�ुय को इस संदभ� म� �व�तार देता है तथा मानवता क� �वजय म� उसके �व�ास को �ढ़ करता है| भाषा, आलोचना,का�यशा� का अ�ययन जहाँ स�ैांितक समझ को �व�ततृ करता है वह�ं क�वता, नाटक, कहानी म� उन िस�ांत� को �यावहा�रक �प से समझने क� य�ु�याँिछपी रहती ह�| इस �कार �ह�द� (ऑनस�) का पा�य�म �व�ाथ� को स�ैांितक और �यावहा�रक दोन� �प� म� स�म बनाता है|

    Learning Outcome based approach to Curriculum Planning

    >> Aims of Bachelor's degree programme in (CBCS) B.A.(HONS.) HINDI

    Content: भारतीय सं�वधान म� देवनागर� िल�प म� िल�खत �हंद� को संघ क� राजभाषा घो�षत �कया गया है । �ह�द� पढ़ने वाले छा� को भाषा क� �मता सेप�रिचत होना �जतना आव�यक है उतना ह� उसे समाज क� चनुौितय� के स�दभ� म� जोड़ने क� यो�यता �वकिसत करना भी ज�र� है| आज हम भमूंडलीकृतसमाज के सद�य ह� अत: पा�य�म का उ�े�य �व�ाथ� को देश-�वदेश के सा�ह�य म� हो रहे बदलाव से प�रिचत कराना भी है और �यावसाियक यो�यता उ�प�नकरना भी! यह पा�य�म बाज़ारवाद और भमूंडलीकरण क� व�ै�क गित के बीच से ह� �हंद� क� रा�ीय �गित को भी सिुन��त करेगा �य��क सश� भाषा के�बना �कसी रा� क� उ�नित संभव नह�ं है । यह पा�य�म वत�मान संदभ� के अनकूुल है साथ ह� इस पा�य�म का आधिुनक �प रोजगारपरक भी है । यहपा�य�म �व�ािथ�य� को �यावहा�रक पहल ूसे अवगत करा सकेगा । �हंद� सा�ह�य क� नई समझ और भाषा क� �यावहा�रकता क� जानकार� इसका �मखु �येयहै । इस पा�य�म का उ�े�य भाषा और समाज के ज�टल स�ब�ध� क� पहचान कराना भी है �जससे �व�ाथ� देश, समाज, रा� और �व� के साथ बदलते समयम� �यापक सरोकार� से अपना स�ब�ध जोड़ सके साथ ह� उसके भाषा कौशल, लेखन और स��ेषण �मता का �वकास हो सके|

    Learning Outcome based approach to Curriculum Planning

    >> Aims of Bachelor's degree programme in (CBCS) B.A.(HONS.) HINDI

    Content: ॰

    Graduate Attributes in Subject

    >> Disciplinary knowledge

    Content: भाषा, सा�ह�य और सं�कृित के अ�ययन-�व�ेषण �ारा इितहास, समाज�व�ान, मनो�व�ान, दश�न, भाषा�व�ान आ�द �वषय� का तलुना�मक�ान �वकिसत होगा |

    Graduate Attributes in Subject

    >> Communication Skills

    Content: सा�ह�य और भाषा के बहुआयामी अ�ययन से संवाद एवं लेखन क� �मता �वकिसत होगी |

    Graduate Attributes in Subject

    >> Critical thinking

    Content: अतंर-अनशुासना�मक एवं तलुना�मक अ�ययन करने से आलोचना�मक �ववेक �वकिसत होगा |

    Graduate Attributes in Subject

    >> Problem solving

  • Content: सा�ह�य और भाषा का अ�ययन �य���व िनमा�ण म� सहायक होता है | सा�ह��यक कृितय� म� उप��थत संभावनाओ ंके मा�यम से जीवन सेसंब��धत सम�याओ ंका हल िनकालने म� सहायता िमलती है |

    Graduate Attributes in Subject

    >> Research-related skills

    Content: भाषा, सा�ह�य, समाज और सं�कृितपरक अ�ययन �ारा �व�ािथ�य� म� शोध संबंधी �मता �वकिसत होगी |

    Graduate Attributes in Subject

    >> Reflective thinking

    Content: सा�ह�य और भाषा का अ�ययन करने से �य���व �वकास होने के साथ-साथ समाज और आ�म के अतंस�बंध को समझने क� �वशेष यो�यता�वकिसत होती है|

    Graduate Attributes in Subject

    >> Moral and ethical awareness/reasoning

    Content: सा�ह�य ��य� �प से निैतक म�ूय� के �वकास का अवसर �दान करता है |

    Graduate Attributes in Subject

    >> Multicultural competence

    Content: सा�ह�य और भाषा का अ�ययन बहु-सां�कृितक अनभुव �दान करता है |

    Qualification Description

    Content: 10+2 या समक�

    Programme Learning Outcome in course

    Content: इस पा�य�म को पढ़ने- पढ़ाने क� �दशा म� िन�निल�खत प�रणाम सामने आएंगे :- 1) इस पा�य�म के मा�यम से सीखने-िसखाने क� ���या म� �हंद� भाषा के आरंिभक �तर से अब तक के बदलते �प� क� �व�ततृ जानकार� �ा� क� जासकेगी ।2) भाषा के स�ैांितक �प के साथ साथ �यावहा�रक प� को भी जाना जा सकेगा ।3) उ�च श�ै�क �तर पर �हंद� भाषा �कस �कार मह�वपणू� भिूमका िनभा सकती है, इससे संबंिधत प�रणाम को �ा� �कया जा सकेगा ।4) छा� अपनी भाषा को सीखने क� ���या म� भाषागत म�ूय� को �यावहा�रक �प से भी जान सक� गे ।5) �यावसाियक �मता को बढ़ावा देने के िलए भाषा, अनवुाद, क��यटूर जसेै �वषय� को �ह�द� से जोड़कर पढ़ाना �जससे बाज़ार के िलए आव�यक यो�यता काभी �वकास �कया जा सके|6) �हंद� के अित�र� भारतीय सा�ह�य का �ान भी अपे��त रहेगा जो छा�� के �य���व �वकास म� सहायक होगा तथा अिभ�य�� �मता का �वकास भी �कयाजा सकेगा ।7) सा�ह�य के सौ�दय�, कला बोध के साथ वचैा�रक म�ूय� को बढ़ावा देना |8) सा�ह�य क� �वधाओ ंके मा�यम से �व�ाथ� क� रचना�मकता को �दशा देना | क�वता, कहानी और नाटक जसैी �वधाओ ं�ारा �व�ाथ� क� रचना�मकता को

  • �ो�सा�हत करना |9) सा�ह�य के आ�दकालीन स�दभ� से लेकर समकालीन �प से प�रिचत कराना �जससे �व�ाथ� सा�ह�यकार और यगुबोध के स�ब�ध को परख और पहचानसके|10) सा�ह�य �ववेक का िनमा�ण

    Teaching-Learning Process

    Content: सीखने क� ���या म� इस पा�य�म म� �हंद� भाषा द�ता को मजबतूी देना है । छा� �हंद� भाषा म� नयापन और व�ै�क मा�यम क� िनमा�ण ���याम� सहायक बन सक� । अपनी भाषा म� �यवहार कुशलता एवं िनपणुता �ा� कर सक� । सा�ह�य क� समझ �वकिसत हो सके तथा आलोचना�मक ढंग सेसा�ह��यक �ववेक िनिम�त �कया जा सके| इसके िलए िन�नां�कत �ब�दओु ंको देखा जा सकता है -क�ा �या�यानसाम�ूहक चचा�साम�ूहक प�रचचा� और चयिनत �वषय� पर आधा�रत सेिमनार आयोजनसा�ह��यकता क� समझ देना�दश�न कलाओ ंको वा�त�वक �प म� देखना क�ाओ ंम� पठन- पाठन प�ित िल�खत पर��ाआतं�रक म�ूयांकन शोध - सव��णवाद –�ववाद क��यटूर आ�द का �यावहा�रक �ान ��य ��य मा�यम� क� जानकार� �यावहा�रक �प से देना का�य वाचन,पठन और आलोचना�मक म�ूयांकन कथा पाठ और वाचन म� अतंर समझानाआलोचना�मक म�ूयांकन पर बल

    Assessment Methods

    Content: (1) �हंद� भाषा के �यावहा�रक म�ूय� पर आधा�रत प�रयोजना काय� व म�ूयांकन ।(2) भा�षक नमनेू तयैार करना और �व�ेषण(3) �व�ािथ�य� का मौ�खक और िल�खत म�ूयांकन (4) पी.पी.ट�. (power point presentation) बनाने के िलए �व�ािथ�य� को �ो�सा�हत करना । इस मा�यम से �हंद� क� �व�वध �वधाओ ंको ��य मा�यमसे �िचकर �प से जाना जा सकेगा ।(5) भाव �व�ेषण के िलए �वधा आधा�रत ��ो�र� कर म�ूयांकन करना ।(6)पार�प�रक और आधिुनक तकनीक� मा�यम� क� सहायता से अ�ययन-अ�यापन (7)समहू-प�रचचा�

    पा�चा�य का�यशा�� (BAHHCC11)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

  • पा�ा�य का�यशा� क� समझ �वकिसत करना

    िचंतन के नए आयाम� क� ओर आकष�ण �वकिसत करनासा�ह��यकता क� नई समझ क� ओर कदम बढ़ाना

    Course Learning Outcomes

    �ाचीन से आधिुनकता क� ओर आते हुए �वकिसत हो रहे प��मी का�यशा�ीय िचंतन-धारा क� समझ �वकिसत होगी

    नई �वचारधाराओ ंऔर सा�ह��यकता का �ान �ा� होगा

    Unit 1

    इकाई -1. (क) अर�त ू- अनकुरण िस�ांत, �वरेचन िस�ांत , �ासद�

    (ख) ल�जाइनस- उदा� क� अवधारणा, उदा� के बाहय �ोत, उदा� के आतं�रक �ोत , उदा� के अवरोधक

    Unit 2

    इकाई -2 (क) वड��वथ� और कॉल�रज - क�वता स�ब�धी मा�यताएं , का�यभाषा स�ब�धी मा�यताएं , कॉल�रज का क�पना- िस�ांत

    (ख) ट�. एस. इिलयट-- पर�परा और वयै��क ��ा , िनव�य��कता का िस�ांत, व�तिुन� सहसंबंध

    Unit 3

    इकाई-3

    सामा�य प�रचय - �व�छ�दतावाद , मा�स�वाद� आलोचना, संरचनावाद, उ�र-संरचनावाद

    Unit 4

    इकाई 4

    का�य-उपादान - �बंब, �तीक, �वसंगित और �वड�बना, यथाथ�, फ� टेसी , िमथक

    References

    सा�ह�य िस�ा�त - रामअवध ��वेद�

    पा�ा�य सा�ह�य - िचंतन - िनम�ला जनै

  • सा�ह�य िस�ा�त - रेनेवेलेक पा�ा�य का�यशा� - देवे��नाथ शमा�

    Additional Resources:आ�था के चरण - नग���ह�द� आलोचना के बीज श�द - ब�चन िसंहआलोचना से आगे - सधुीश पचौर�िमथक�य अवधारणा और यथाथ� - रमेश गौतम

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान और साम�ूहक चचा�

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट और असाइनम�ट

    Keywords

    पा�ा�य का�यशा� क� पा�रभा�षक श�दावली

    भारतीय का�यशा�� (BAHHCC08)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    भारतीय का�यशा� क� सम�ृ परंपरा क� जानकार� �ा� होगी

  • आधिुनक �ह�द� आलोचना म� भारतीय का�यशा� का �देय

    Course Learning Outcomes

    सं�कृत का�यशा� का �ान �ा� होगा

    Unit 1

    1. भारतीय का�यशा� क� परंपरा ( आचाय� भरतमिुन से पं�डत जग�नाथ तक)

    2. का�य- ल�ण, का�य- हेत ु,का�य- �योजन

    Unit 2

    3. रस : �व�प और ल�ण, रस के अगं तथा रस के भेद

    4. श�द- श��याँ

    5. गुण एवं दोष : ल�ण और भेद

    Unit 3

    6. अलंकार

    श�दालंकार : अन�ुास, यमक, �ेष, व�ो��

    अथा�लंकार : उपमा, �पक, अप�ुती, उ��े�ा, अितशयो��, िनदश�ना, �यितरेक, �वरोधाभास, �वभावना, �वशेषो��, अ�य�ु�

    7. छंद

    (क) समव�ण�क - भजुंग�यात, �तु�वल��बत, िशख�रणी, शादू�ल�व���ड़त, सवयैा (भेद स�हत), घना�र�

    (ख) सममा��क - उ�लाला ,चौपाई, रोला, ह�रगीितका

    (ग) अ��- सममा��क - बरव,ै दोहा, सोरठा

    (घ) �वषम सममा��क - कंुडिलया, छ�पय

    Unit 4

    8. का�य-�प : ��यका�य (�पक) एवं उप�पक , ��यका�य : प�, ग�, च�प,ू �बंध एवं म�ुक

    References

  • का�य दप�ण -रामद�हन िम�

    रस मीमांसा - आचाय� रामचं� श�ुल

    रस- िस�ांत - डॉ. नगे��

    सा�ह�य सहचर - आ. हजार��साद ��वेद�

    Additional Resources:

    का�य के त�व - देव��नाथ शमा�

    का�यशा� - भगीरथ िम�

    साधारणीकरण और का�या�वाद - राज�� गौतम

    सा�ह�य का �व�प - िन�यानंद ितवार�

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, सम�ूहक चचा�

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट, असाइनम�ट

    Keywords

    सभी पा�रभा�षक श�दावली

    �हदं� आलोचना (BAHHCC13)

  • Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    आलोचना क� स�ैांितक और �यवहा�रक समझ �वकिसत करना

    रचना का �व�ेषण करने म� स�म बनाना रचना के गुण-दोष �ववेचन क� �मता �वकिसत करना रचना और जीवन के �ित आलोचक�य �ववेक �वकिसत करना

    Course Learning Outcomes

    �व�ािथ�य� म� आलोचना क� स�ैांितक और �यावहा�रक समझ �वकिसत होगी

    रचना के �व�ेषण क� �मता �वकिसत होगी रचना के गुण-दोष का �ववेचन करने यो�य बन सक� गेरचना और जीवन के �ित आलोचक�य �ववेक का �वकास होगा

    Unit 1

    �हदं� आलोचना का �वकास : भारत�द ुयगु से ��ववेद� यगु तक

    Unit 2

    छायावादयगुीन आलोचना : पाठ आधा�रत

    रामचं� श�ुल : का�य म� लोकमंगल क� साधनाव�था, �ेमचंद : सा�ह�य का उ�े�य, �साद : छायावाद और यथाथ�वाद, हजार��साद ��वेद� - आधिुनक सा�ह�य : नई मा�यताएँ

    Unit 3

    नई क�वता के यगु क� आलोचना : पाठ आधा�रत

    राम�वलास शमा� : तलुसी सा�ह�य म� साम�त-�वरोधी म�ूय, अ�ेय : दसूरा स�क क� भिूमका, म�ु�बोध : नई क�वता का आ�मसंघष�, �वजयदेव नारायण साह� : शमशेर क� का�यानभुिूत क� बनावट

    Unit 4

  • नव लेखन के यगु क� आलोचना (कथा आलोचना) : पाठ आधा�रत

    नामवर िसंह - नयी कहानी : सफलता और साथ�कता,

    सरु�� चौधर� - कहानी क� पाठ-���या : कथा के �तर� का ��,

    नेिमचं� जनै - संदभ� क� खोज,

    िनम�ल वमा� - रेण ु: सम� मानवीय ���

    References

    राम�वलास शमा� - भारत�द ुयगु और �हंद� भाषा क� �वकास पर�परा

    राम�वलास शमा� - महावीर�साद ��वेद� और �हंद� नवजागरण आचाय� रामचं� श�ुल - िचंताम�णराम�वलास शमा� - पर�परा का म�ूयांकन अ�ेय (संपा.) - दसूरा स�क गजानन माधव म�ु�बोध - नयी क�वता का आ�मसंघष� तथा अ�य िनबंध

    Additional Resources:

    आचाय� रामचं� श�ुल - �हंद� सा�ह�य का इितहास

    आचाय� हजार��साद ��वेद� - �हंद� सा�ह�य क� भिूमका नामवर िसंह - दसूर� पर�परा क� खोज नामवर िसंह - कहानी : नयी कहानी िनम�ल वमा� - श�द और �मिृत नेिमचं� जनै - अधरेू सा�ा�कार �वजयदेव नारायण साह� - छठवाँ दशक सरु�� चौधर� - �हंद� कहानी : ���या और पाठ कृ�णद� शमा� - म�ु�बोध क� आलोचना ��� �व�नाथ ��पाठ� - �हंद� आलोचना

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, साम�ूहक प�रचचा� और चयिनत �वषय� पर सेिमनार का आयोजन।

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

  • Assessment Methods

    टे�ट और असाइनम�ट

    �हदं� उप�यास (BAHHCC10)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    �ह�द� उप�यास के उ�व और �वकास क� जानकार�

    �मखु सा�ह�यकार और उनके उप�यास� क� चचा�कथा सा�ह�य �व�ेषण प�ित

    Course Learning Outcomes

    उप�यास के �व�ेषण क� प�ित

    �ह�द� उप�यास के उ�व और �वकास का �ान�मखु लेखक� के उप�यास का प�रचय

    Unit 1

    1. �हंद� उप�यास : उ�व और �वकास,

    �मखु उप�यासकार� का योगदान ( �ीिनवासदास, �ेमचंद, फनी�रनाथ रेण,ु जनेै��, यशपाल, अ�ेय, �ीलाल श�ुल, म�न ूभंडार�, म�ेैयी प�ुपा)

    Unit 2

    2. �ेमचंद - कम�भिूम

    Unit 3

    3. भगवतीचरण वमा� - िच�लेखा

    Unit 4

  • 4. म�न ूभ�डार� : आपका बंट�

    References

    �ेमचंद: उप�यास संबंधी िनबंध- ( �व�वध �संग भाग-3 )

    �ेमचंद और उनका यगु – राम�वलास शमा�

    उप�यास और लोकजीवन- रा�फ फॉ�स

    �हंद� उप�यास- सं. भी�म साहनी, भगवती �साद िनदा�रया

    कथा समय म� तीन हमसफर – िनम�ला जनै

    �ह�द� उप�यास एक अतंया��ा – रामदरश िम�

    �ेमचंद: एक �ववेचन- इं�नाथ मदान

    उप�यास का उदय- इयान वाट

    उप�यास के पहल-ू ई. एम. फॉ�टर

    �व�वध �संग- �ेमचंद

    कलम का िसपाह� – अमतृ राय

    कथा �ववेचना और ग� िश�प – राम�वलास शमा�

    Additional Resources:

    आ�था और स�दय� – राम�वलास शमा�

    �ेमचंद- सं. स�य��

    सजृनशीलता का संकट- िन�यानंद ितवार�

    �ह�द� उप�यास- सं . नामवर िसंह

    आलोचना क� सामा�जकता- मनेैजर पा�डेय

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, साम�ूहक चचा�

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

  • Assessment Methods

    टे�ट, असाइनम�ट

    Keywords

    �ह�द� कथा सा�ह�य

    �हदं� क�वता (आ�दकाल एवं भि�तकाल�न का�य) (BAHHCC02)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    1. �हंद� सा�ह�य के आ�दकालीन और भ��कालीन सा�ह�य से अवगत कराना |2. आ�दकाल के दो �मखु क�वय� - अमीर खसुर� और �व�ापित क� �विश� भिूमका रह� है | इससे �व�ािथ�य� को अवगत कराना | 3. भ��काल के अतंग�त - संतका�य, �ेमा�यानक का�य, राम-का�य और कृ�णका�य के �मखु क�वय� - कबीर, मंझन, तलुसीदास और सरूदास काअ�ययन करना और �हंद� सा�ह�य म� उनके योगदान क� चचा� करना |

    4. भ��काल म� मीरा का मह�वपणू� �थान है | यगुीन स�दभ� म� उनका का�य �वशेष �प से उ�लेखनीय है | �ी-�वमश� क� ��� से भी मीरा-का�य �विश�है |

    Course Learning Outcomes

    1. आ�दकाल के प�रवेश - राजनीितक, सामा�जक सां�कृितक, धािम�क प�र��थितय� से भली-भांित प�रिचत हो सक� गे |2. आ�दकाल म� अमीर खसुरो के सा�ह��यक और संगीत के �े� म� योगदान से प�रिचत हो सक� गे |3. भ��काल �हंद� सा�ह�य का �वण� यगु है | इसके अ�ययन से मानवीय और निैतक म�ूय� का �वकास होगा |4. भ��काल सा�ह�य सामंती �यव�था का �वरोध हुआ, यह इस का�य क� �विश� उपल��ध है|

    Unit 1

    (क) अमीर खसुरो – अमीर खसुरो : �य���व और कृित�व, डॉ. परमानंद पांचाल

    क�वाल� – (1)

  • गीत – (4), (13)

    दोहे – 3 दोहे (प�ृ 86) (1) गोर� सोवे (2) खसुरो रैन (3) चकवा चकवी

    (ख) �व�याप�त – �व�याप�त क� पदावल�; संपादक- आचाय� �ीरामलोचन शरण

    वंदना – 1 राधा क� वंदना

    �ीकृ�ण का �ेम - 35 (�ेम �संग)

    राधा का �ेम – 36

    Unit 2

    (क) कबीरदास – कबीर �ंथावली, संपादक- डॉ. माता �साद गु�

    (लोकभारती �काशन, �थम सं�करण, फरवर� 1969)

    साँच कौ अगं (साखी 2, 16)

    �म �बध�सण कौ अगं (1, 10)

    भेष कौ अगं (2, 12)

    साध साषीभतू कौ अगं (3, 4)

    सार�ाह� कौ अगं (3, 4)

    सं�थाई कौ अगं (9)

    -

    पद सं�या 64 – काहे र� नलनी...

    -

    पद सं�या 66 – अब का ड�ँ...

    (ख) मंझन – मंझन-कृत ‘मधमुालती’ ; संपादक माता �साद गु�

    नख-�शख वण�न

    1 केश वण�न (79)

    2 नािसका वण�न (83)

    3 अधर वण�न (87)

    4 दंत वण�न (94)

    5 ��बली वण�न (97)

    Unit 3

    (क) सरूदास : सरूसागर सार : (संपादक) धीरे�� वमा� , इलाहाबाद – 211003; अ�म सं�करण सन 1990 )

  • �वनय तथा भ�� पद सं�या – 25 (मेरो मन अनत ...)

    गोकुल-लीला पद सं�या 7 (जसोदा ह�र पालन ै...)

    पद सं�या 18 (सोिभत कर ...)

    राधा-कृ�ण पद सं�या 1 (खेलत ह�र िनकसे...)

    व�ृदावन - लीला पद सं�या 42 (मरुली तऊ गुपाल�ह भावित...)

    रासलीला पद सं�या 97 (आज ुह�र...)

    उ�व-संदेश पद सं�या 141 (ऊधौ मन माने ...)

    पद सं�या 158 (अित मलीन ...)

    पद सं�या 187 (ऊधौ मो�हँ �ज...)

    (ख) मीराँबाई क� पदावली (संपादक : आचाय� परशरुाम चतवु�द�, �हंद� सा�ह�य स�मलेन; �याग , बाइसवां सं�करण 2008 ई.)

    पद सं�या –5 (तनक ह�र िचतवाँ ...)

    14 (आली र� �हारे ...)

    19 (माई साँवरे रँग राँची ...)

    22 (माई र� �हा िलयाँ ...)

    25 (मीरा लागौ रंग...)

    31 ( माई �हाँ गो�व�दा...)

    36 ( पग बाँध घूँघरयाँ ...)

    39 (माई �हाँ गो�व�द गुण...)

    70 (हेर�, �हा तो दरद �दवाँणी ...)

    76 (पितयाँ म� कैसे...)

    Unit 4

    इकाई – 4 गो�वामी तलुसीदास

    अयो�याका�ड (क�वतावल�, गीता�ेस, गोरखपरु)

    References

    सरूदास – रामचं� श�ुल गो�वामी तलुसीदास – आ. रामचं� श�ुल ��वेणी – आचाय� रामचं� श�ुलकबीर – हजार��साद ��वेद� भ�� आ�दोलन और सरूदास का का�य – मनेैजर पांडेय �हंद� सफू�का�य क� भिूमका – रामपजून ितवार�

  • कबीर क� �वचारधारा – गो�व�द ��गुणायत कबीर – संपा. �वजेय�� �नातक सरू और उनका सा�ह�य – हरवंशलाल शमा�सरूदास – �जे�र वमा� िनगु�ण का�य म� नार� – अिनल राय तलुसी-का�य-मीमांसा – उदयभान ुिसंहम�ययगुीन �ेमा�यान – �याम मनोहर पा�डेय सफू� क�वता क� पहचान – यश गुलाट� आलोचना के प�रसर – गोपे�र िसंहमीरा : जीवन और का�य –सी.एल.�भातलोकवाद� तलुसीदास – �व�नाथ ��पाठ� मीरा का का�य – �व�नाथ ��पाठ�

    Additional Resources:

    रा�ीय एकता, वत�मान सम�याएँ और भ�� सा�ह�य – कैलाश नारायण ितवार� म�यकालीन कृ�ण का�य क� स�दय�चेतना – परूनचंद टंडनतलुसीदास का का�य-�ववेक और मया�दाबोध – कमलान�द झाभ�� आ�दोलन और का�य – गोपे�र िसंह

    Teaching Learning Process

    िनधा��रत पद� का �व�ािथ�य� �ारा वाचन.िनधा��रत क�वय� पर �वचार-�वमश�पद� के क�य और संवेदना के �तर पर �विभ�न प�� को वत�मान क� ��थितय� के प�र�े�य म� देखना.क�वय� क� भाषा क� �कृित और उसक� �भावका�रता को खोजनात�कालीन प�र��थय� म� क�वय� का �व�ेषण

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट, असाइनम�ट

    Keywords

    पा�रभा�षक श�दावल�

  • �हदं� क�वता (आध�ुनक काल छायावाद तक) (BAHHCC06)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    आधिुनक क�वता से प�रचय

    रचना-���या और �व�ेषण �मखु क�व और उनक� रचनाओ ंका अ�ययन

    Course Learning Outcomes

    आधिुनक क�वता क� समझ �वकिसत होगी

    सा�ह��यकता और समकालीन प�रवेश के म�य संबंध का �व�ेषण क�वताओ ंके वाचन, लेखन, �व�ेषण और प�रवेश क� समझ �वकिसत होगी

    Unit 1

    1. मिैथलीशरण गु�

    यशोधरा ( चनेु हुए अशं)

    िस�ाथ�महािभिन��मणसखी वे मझुसे कहकर जाते.........5,6,7,8,9अब कठोर, हो व�ाद�प.......7,8,9,10, 11, 12,13,14मािननी, मान तजो लो, रह� त�ुहार� बानद�न न हो गोपी

    Unit 2

    जयशंकर �साद

    उठ उठ र� लघ,ु मधपु गुनगुना कर, त�ुहार� आखँ� का बचपन, अरे कह�ं देखा है तमुने, अर� व�णा क� शांत कछार, ले चल मझेु भलुावा दे कर,पेशोला क��ित�विन

    Unit 3

  • सयू�कांत ��पाठ� िनराला

    सं�या सुंदर�, बादल राग : छह, वह तोड़ती प�थर, खेत जोत कर घर आए ह�, बांध� न नाव, �नेह िनझ�र, वर दे, म� अकेला, द�ुरत दरू करो नाथ

    Unit 4

    इकाई-4

    1. रामधार� िसंह �दनकर----' र��मरथी ' : तीसरे सग� से कृ�ण - कण� संवाद

    2. सभु�ाकुमार� चौहान--- ठुकरा दो या �यार करो, वीर� का कैसा हो वसंत, मरुझाया फूल, मेरे पिथक, झाँसी क� रानी क� समािध पर, अनोखा दान,बािलका

    References

    जयशंकर �साद - न�ददलुारे वाजपेयी

    मिैथलीशरण गु�: पनुमू��यांकन - नगे��िनराला क� सा�ह�य साधना - राम�वलास शमा�यगुचारण �दनकर - सा�व�ी िस�हाजयशंकर �साद - न�ददलुारे वाजपेयी�साद का का�य - �ेमशंकरछायावाद- नामवर िसंह

    Additional Resources:

    मोनो�ाफ- मिैथलीशरण गु�, िनराला, �साद, �दनकर, सभु�ाकुमार� चौहान

    �ह�द� सा�ह�य के इितहास पर कुछ नो�स - डॉ॰ रसाल िसंह

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, साम�ूहक चचा�, क�वता- वाचन

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

  • Assessment Methods

    टे�ट असाइनम�ट

    Keywords

    का�य, क�वता, आधिुनकता, नवजागरण, �वत��ता आ�द

    �हदं� क�वता (छायावाद के बाद) (BAHHCC09)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    पा�य�म का उ�े�य �हंद� सा�ह�य के इितहास के छायावाद� क�वता के बाद के समय को सश� ढंग से ��ततु करना रहा है । �हंद� �वशेष को पढ़ने वाले�व�ािथ�य� के िलए यह आव�यक है �क वे �हंद� क�वता के ��येक बदलते प�र��य को पा�य�म के अन�ुम म� अ�छे से जान सक� । पा�य�म का यह प�आधिुनक �हंद� क�वता के �वण� यगु माने जाने वाले छायावाद क� बाद क� क�वता के प� को उजागर करता है । इस पा�य�म के उ�े�य को िन�नां�कत �बंदओुंके मा�यम से जाना जा सकता है :-

    1. छायावाद के बाद क� क�वताओ ंम� िन�हत भाव स�दय� से �व�ािथ�य� को प�रिचत करना ।2. क�वता के मलू भावप� को �दयगंम करने म� स�म बनाना ।3. क�व क� अनभुिूतय� तथा क�पना को समझने यो�य बनाना ।4. �व�ािथ�य� को का�य स�दय�, का�यानभुिूत को समझने, परखने यो�य बनाना ।5. क�वताओ ंके मा�यम से यगु बोध पर �वचार कराना ।6. क�वता म� �य� जीवन के गुण- दोष इ�या�द का बोध कराना ।7. क�वता �वशेष म� िन�हत �वचार �वशेष से �व�ािथ�य� म� उदा� भाव का संचरण करना ।

    Course Learning Outcomes

    सीखने-�सखाने क� इस ���या म� �न�नां�कत प�रणाम सामने आएंगे :-

    1. इस पा�य�म के मा�यम से छा� �हंद� क�वता को काल �वशेष के स�दभ� म� गहन �प से जानकार� �ा� कर सक� गे । 2. उ�च श�ै�क �तर पर �हंद� क�वता �कस �कार मह�वपणू� भिूमका िनभा सकती है, इस �वषय म� इस पा�य�म से गंभीरता से जाना जा सकता है ।3. छा� क�वता सीखने के साथ साथ वचैा�रक म�ूय� को भी जान सक� गे ।4. क�वता के दोन� प�� भाव स�दय� और कला स�दय� को जाना जा सकेगा ।5. आज भमूंडलीकरण का यगु है । �हंद� क�वता अ�य देश� म� भी मानवीय आचरण को स�ुढ़ करने म� मह�वपणू� भिूमका िनभा सकती है । यह पा�य�ममानवीयता के �व�वध पहलओु ंको �दयंगम करने म� समथ� है ।

  • Unit 1

    इकाई-1

    (क) अ�ेय : यह द�प अकेला, कलगी बाजरे क�, स�ा�ी का नवेै�-दान, साँप ।

    �ोत :- चनुी हुई क�वताएँ, अ�ेय, नेशनल प��लिशंग हाउस,�द�ली ।

    (ख) नागाजु�न : िसंदरू ितल�कत भाल, उनको �णाम, गुलाबी च�ूड़याँ

    �ोत: - �ितिनिध क�वताएँ, नागाजु�न : संपादक नामवर िसंह, राजकमल �काशन, �द�ली ।

    Unit 2

    इकाई-2

    (क) रघवुीर सहाय : अिधनायक, रामदास, �वाधीन �य�� ।

    �ोत :- रघवुीर सहाय रचनावली, ख�ड-1, संपा. सरेुश शमा�, राजकमल �काशन, �द�ली ।

    (ख) द�ुय�त कुमार : कहाँ तो तय था, हो गयी है पीर पव�त-सी �पघलनी चा�हए, वो आदमी नह�ं है, बाढ़ क� संभावनाएं ।

    �ोत:- साये म� धपू, द�ुय�त कुमार, राधाकृ�ण �काशन, �द�ली ।

    Unit 3

    इकाई-3

    (क) केदारनाथ िसंह : सईु और तागे के बीच म� ।

    �ोत:- यहाँ से देखो,केदारनाथ िसंह, राधाकृ�ण �काशन, �द�ली ।

    पानी क� �ाथ�ना, बिल�न क� टूट� द�वार को देखकर ।

    �ोत:- ताल�तॉय और साइ�कल, केदारनाथ िसंह, राजकमल �काशन, �द�ली ।

    (ख) धिूमल : मोचीराम, रोट� और संसद ।

    �ोत:- संसद से सड़क तक - धिूमल, राजकमल �काशन, �द�ली ।

    Unit 4

    इकाई-4

    1 भवानी �साद िम� - गीत फ़रोश, झु�र�य� से भरता हुआ

    2 राजेश जोशी : ब�चे काम पर जा रहे ह�,

    आदत� के बारे म�

  • 3 अ�ण कमल : नये इलाके म�, धार

    References

    1. क�वता के नए �ितमान – नामवर िसंह 2. नयी क�वता और अ��त�ववाद – राम�वलास शमा� 3. आधिुनक �हंद� क�वता – �व�नाथ �साद ितवार� 4. समकालीन क�वता का यथाथ� – परमानंद �ीवा�तव 5. समकालीन का�य-या�ा – न�द�कशोर नवल 6. क�वता क� जमीन और जमीन क� क�वता – नामवर िसंह 7. समकालीन �हंद� क�वता – रवीं� �मर8. उ�रछायावाद� का�यभाषा – ह�रमोहन शमा� 9. स�ुदर का �व�न – अपवूा�न�द

    Additional Resources:

    1. समकालीन और सा�ह�य – राजेश जोशी 2. आधिुनक क�वता या�ा – राम�व�प चतवु�द� 3. अ�ेय सा�ह�य : �योग और म�ूयांकन - केदार शमा� 4. �हंद� नवगीत : उ�व और �वकास – राज�� गौतम 5. �हंद� नवगीत- यगुीन स�दभ� – रामनारायण पटेल 6. नयी क�वता और उसका म�ूयांकन – सरेुशचं� सहगल 7. नयी क�वता के �ितमान – ल�मीकांत वमा� 8. छठवां दशक – �वजय देव नारायण साह� 9. �ह�द� सा�ह�य के इितहास पर कुछ नो�स - डॉ॰ रसाल िसंह

    Teaching Learning Process

    सीखने क� इस ���या म� �हंद� क�वता को मजबतूी �दान करना है । काल�म से �व�ाथ� छायावाद के बाद के यगुबोध को ठ�क से जान सक� गे जो वत�मान संदभ�के अनकूुल होगा । छा� क�वता के मा�यम से उसम� िन�हत मानवतावाद� ���कोण को बेहतर तर�के से जान सक� गे । �हंद� भाषा आज तेजी से व�ैीकृत हो रह�है । ऐसे म� क�वता क� भिूमका और भी अिधक मह�वपणू� हो जाती है । सा�ह�य के आरंभ से ह� क�वता ने समय और समाज को �भा�वत �कया है और मानवीयआचरण को संतिुलत करने म� मह�वपणू� भिूमका िनभाई है । अतः िश�ण म� �हंद� क�वता छा�� के ���कोण को और भी अिधक प�रप�व करेगी। ��ततुपा�य�म को िन�नां�कत स�ाह� म� �वभा�जत �कया जा सकता है –

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

  • टे�ट और असाइ�म�ट

    Keywords

    ‘आध�ुनक’, ‘नयी क�वता’, ‘समकाल�नता’, ‘नवगीत’, ‘उ�तर छायावाद’, ‘का�यभाषा’, ‘अि�त�ववाद’, ‘�योगवाद’।

    �हदं� क�वता (र��तकाल�न का�य) (BAHHCC04)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    उ�र म�यकालीन क�वता का अ�ययन समयाविध के सा�ह�य ��थित से अवगत कराएगा सामा�जक-राजनीितक-सां�कृितक प�ृभिूम म� क�वता के अ�ययन-�व�ेषण क� जानकार� देना

    Course Learning Outcomes

    �ह�द� के उ�र-म�यकालीन सा�ह�य का �विश� प�रचय �ा� होगा |�जभाषा के सम�ृ सा�ह�य का रसा�वादन और आलोचना�मक �ान �ा� होगा |

    Unit 1

    1. केशवदास - रामचं��का वन-गमन वण�न2. रह�म (अ�दरु�ह�म खानखानाँ) - रह�म �ंथावली ,संपादक : �व�ािनवास िम�, गो�व�द रजनीश

    दोहावली - छंद सं�या 39, 49, 87, 126, 130, 166, 167, 175, 180, 212, 220, 222

    Unit 2

    3. �बहार� - �बहार� र�ाकार : �ी जग�नाथदास 'र�ाकार' , िशवाला, वाराणसी

    छंद सं�या – 1, 62, 103, 127, 128, 143, 180, 347, 363, 388

    Unit 3

  • 4. घनानंद - घनानंद (�ंथावली) ; संपा. �व�नाथ �साद िम�; वाणी �वतान; बनारस- 1

    सजुान�हत (1, 4, 7, 18, 19, 38, 41, 49, 54)

    Unit 4

    (क) 5. भषूण - िशवभषूण तथा �क�ण� रचना, �व�नाथ �साद िम�

    छंद सं�या –50, 104, 411, 420, 443, 512, 515

    (ख) 6. िग�रधर क�वराय - िग�रधर क�वराय �ंथावली; संपा. डॉ. �कशोर�लाल गु�

    छंद सं�या – 11,16, 36, 70, 71, 89, 99

    References

    �बहार� - �व�नाथ �साद िम�भषूण - �व�नाथ �साद िम�िग�रधर क�वराय (�ंथावली) - संपा. डॉ. �कशोर�लाल गु�घनांनंद और �वछंदतावाद� का�यधारा - मनोहरलाल गौड़र�ितका�य क� भिूमका - डॉ. नगे��क�ववर �बहारलाल और उनका यगु - रणधीर �साद िसंह भषूण और उनका सा�ह�य - राजमल बोरा�हंद� नीितका�य का �व�प �वकास - राम�व�प शा�ी�हंद� सा�ह�य का उ�रम�यकाल : र�ितकाल - मह�� कुमार�हंद� सा�ह�य का बहृत इितहास , भाग - 6- संपा. डॉ. नगे��घनांनंद �ंथावली - �व�नाथ �साद िम�

    Additional Resources:

    सनेह को मारग - इमरै बंघाआया� स�शती और �बहार� सतसई का तलुना�मक अ�ययन - कैलाश नारायण ितवार��हंद� सा�ह�य का इितहास( आ�दकाल से र�ितकाल तक) - परूनचंद टंडन

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, साम�ूहक चचा�

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

  • 13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट और असाइनम�ट

    Keywords

    म�यकाल�नता, सामंतवाद, इ�तहास

    �हदं� कहानी (BAHHCC07)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    �ह�द� कहानी के उ�व और �वकास क� जानकार�

    कहानी �व�ेषण क� समझकथा सा�ह�य म� कहानी क� ��थित का �व�ेषण�मखु कहािनयाँ और कहानीकार

    Course Learning Outcomes

    �ह�द� कथा सा�ह�य का प�रचय

    कहानी लेखन और �भाव का �व�ेषण�मखु कहानीकार और उनक� कहानी के मा�यम से कहानी क� उपयोिगता और �व�ेषण क� समझ

    Unit 1

    उसने कहा था - गुलेर�

    पसू क� रात - �ेमचंद

    छोटा जादगूर - �साद

  • Unit 2

    पाजेब - जनेै��

    तीसर� कसम - रेण ु

    चीफ क� दावत - भी�म साहनी

    Unit 3

    माया का मम� - िनम�ल वमा�

    वापसी - उषा ��य�वदा

    िस�का बदल गया - कृ�णा सोबती

    Unit 4

    जंगल जातकम - काशीनाथ िसंह

    दोपहर का भोजन - अमरका�त

    घसुप�ैठए - ओम�काश वा�मी�क

    References

    कहानी : नयी कहानी - नामवर िसंह

    नयी कहानी क� भिूमका - कमले�र

    एक दिुनया समाना�तर - राज�� यादव

    �हंद� कहानी : अतंरंग पहचान - रामदरश िम�

    �ह�द� कहानी का इितहास - गोपाल राय

    कुछ कहािनयाँ : कुछ �वचार - �व�नाथ ��पाठ�

    नई कहानी : संदभ� और �कृित - देवीशंकर अव�थी

    �ह�द� कहानी का �वकास - मधरेुश

    �ह�द� कहानी : ���या और पाठ - सरेु�� चौधर�

    Additional Resources:

    Additional Resources

    सा�ह�य अकादेमी �ारा �कािशत मोनो�ाफ - गुलेर�, �ेमचंद, �साद, जनेै��, रेण,ु भी�म साहनी, िनम�ल वमा�, अमरका�त

  • कहानी का लोकत�� - प�लव

    प��काएँ - पहल, हंस, नया �ानोदय, समकालीन भारतीय सा�ह�य

    ई प��का - �ह�द� समय, ग� कोश

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, साम�ूहक चचा�, कहानी वाचन

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट, असाइनम�ट

    Keywords

    कहानी

    �हदं� नाटक/एकांक� (BAHHCC12)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    आधिुनक �ह�द� नाटक और एकांक� के उ�व और �वकास क� जानकार� देना.ना�य-�वधा क� �कृित और संरचना क� समझ �वकिसत करना.पा�य�म म� िनधा��रत नाटक� और एकां�कय� के मा�यम से जीवन और समाज के �विभ�न म�ु� क� समझ और सिुचंितत �दशा को खोजने का �यास करना.

  • Course Learning Outcomes

    स�बंिधत नाटककार� के यगु क� सामा�जक-राजनीितक-सां�कृितक-सा�ह��यक-धािम�क प�र��थितय� को समझ पाय�गे.�व�ािथ�य� म� भारत क� एकता और सामा�जक समरसता के भाव का �वकास होगा.�ी-सश��करण के भाव को बल िमलेगा.निैतक म�ूय� का �वकास होगा.सा�ह�य, कला, �कृित और पया�वरण के �ित संवेदनशीलता �वकिसत होगी.

    Unit 1

    भारत- ददु�शा - भारते�द ु

    Unit 2

    �वु�वािमनी - जयशंकर �साद

    Unit 3

    बकर� - सव��र दयाल स�सेना

    Unit 4

    द�पदान- रामकुमार वमा�

    ��ाइक - भवुने�र

    सखूी डाली - उप��नाथ अ�क

    तीन अपा�हज - �व�पन कुमार अ�वाल

    References

    नाटककार भारते�द ुक� रंग-प�रक�पना - स�य�� तनेजा

    आधिुनक �हंद� नाटक और रंगमंच - संपा. नेिमच�द जनै

    �हंद� एकांक� क� िश�प�विध का �वकास - िस�नाथ कुमार

    �हंद� नाटक : उ�व और �वकास - दशरथ ओझा

    �हंद� के �तीक नाटक - रमेश गौतम

    �हंद� नाटक� म� �व�ोह क� परंपरा - �करणचंद शमा�

  • जयशंकर �साद : एक पनुमू��यांकन - �वनोद शाह�

    �साद के नाटक : �व�प और संरचना - गो�व�द चातक

    Additional Resources:

    �हंद� नाटक का आ�मसंघष� - िगर�श र�तोगी

    नई रंगचेतना और �हंद� नाटककार - जयदेव तनेजा

    नई रंगचेतना और बकर� - कुसमुलता

    एकांक� और एकांक�कार - रामचरण मह��

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, साम�ूहक चचा�, एन॰एस॰ड� �मण

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट और असाइनम�ट

    Keywords

    नाटक रंगमंच रंगकम� पाठ �दश�न

    �हदं� �नबंध और अ�य ग�य �वधाएँ (BAHHCC14)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

  • अ�य ग� �वधाओ ंक� जानकार�

    �व�ेषण प�ित �मखु ग� �वधाओ ंक� चनुी हुई रचनाओ ंका अवलोकन

    Course Learning Outcomes

    कथेतर सा�ह�य का प�रचय

    �व�ेषण और रचना ���या क� समझ�मखु ह�ता�र� का प�रचय

    Unit 1

    इकाई-1 िनबंध

    बालकृ�ण भ�ट - जाितय� का अनठूापन (National charter) (भ�ट िनबंधमाला, ��तीय भाग, नागर��चा�रणी सभा, काशी)

    बालमकंुुद गु� - मेले का ऊँट (राजकमल �काशन, 1988)

    सरदार पणू� िसंह - मजदरू� और �ेम

    रामचं� श�ुल - अतीत क� �मिृत

    Unit 2

    इकाई -2 िनबंध

    हजार��साद ��वेद� - भारतवष� क� सां�कृितक सम�या

    �व�ािनवास िम� - तमु च�दन हम पानी

    ह�रशंकर परसाई - व�ैणव क� �फसलन

    महादेवी वमा� - हमार� �ृखंला क� क�ड़याँ

    Unit 3

    इकाई-3 जीवनी/आ�मकथा

    पांडेय बेचन शमा� - अपनी खबर, आ�माराम एंड संस

    राम�वलास शमा� - 'िनराला क� सा�ह�य साधना' भाग-1 से 'नए संघष�'

    शीष�क अ�याय

    https://epustakalay.com/book/26422-shrinkhala-ki-kadiyan-by-shri-mahadevi-verma/

  • Unit 4

    इकाई - 4 सं�मरण/रेखािच�/या�ा-व�ृांत

    सं�मरण : अ�ेय के साथ - आचाय� जानक�व�लभ शा�ी, 'हंसबलाका' से

    रेखािच� : सभुान खाँ - रामव�ृ बेनीपरु�, माट� क� मरूत�, �ंथावली से

    या�ा व�ृांत : राहुल सांकृ�यायन - अथातो घमु�कड़ �ज�ासा

    References

    सहायक �ंथ

    �हंद� का ग� सा�ह�य - रामचं� ितवार� �हंद� सा�ह�य और संवेदना का �वकास - राम�व�प चतवु�द� रामचं� श�ुल संचयन - सं. नामवर िसंह (सा�ह�य अकादेमी)हजार� �साद ��वेद� संकिलत िनबंध - सं. नामवर िसंह (नेशनल बकु ��ट,इं�डया)�हंद� आ�मकथा : िस�ांत और �व�प �व�ेषण - �वनीता अ�वाल �हंद� ग� : �व�यास और �वकास - राम�व�प चतवु�द� भारते�द ुयगु - राम�वलास शमा� छायावादो�र �हंद� ग� सा�ह�य - �व�नाथ �साद ितवार� आधिुनक �हंद� ग� का सा�ह�य - हरदयाल ग�कार आचाय� जानक�व�लभ शा�ी - पाल बसीन सा�ह�य से संवाद - गोपे�र िसंह िनबंध� क� दिुनया - �वजयदेव नारायण साह�, �.सं. िनम�ला जनै, सं. ह�रमोहन शमा�

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान, साम�ूहक चचा�, सा�ह��यकता क� समझ

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट असाइनम�ट

  • Keywords

    सभी �वधाएँ, यथाथ�, क�पना, त�य, घटना आ�द

    �हदं� भाषा और उसक� �ल�प का इ�तहास (BAHHCC01)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    �हंद� (�वशेष) �थम वष� पा�य�म का उ�े�य �ह�द� भाषा और िल�प के आरंिभक �प से लेकर आधिुनक काल क� �वकास या�ा को बताना रहा है । भारत केसं�वधान म� देवनागर� िल�प म� िल�खत �हंद� को संघ क� राजभाषा घो�षत �कया गया है । �हंद� (�वशेष) को पढ़ने वाले �व�ािथ�य� के िलए पा�य�म के आरंभ म�ह� �हंद� भाषा संबंधी सामा�य जानकार� देना अ�यंत अव�यक है । साथ ह� परू� दिुनया ने व�ैीकरण यगु म� �वेश कर िलया है । बाज़ार और �यवसाय ने देश� क�सीमाएं लांघ द� ह� । अतः ऐसे म� भाषा का मजबतू होना आव�यक है । यह पा�य�म बाज़ारवाद और भमूंडलीकरण क� व�ै�क गित के बीच से ह� �हंद� भाषा औरउसक� िल�प के मा�यम से ह� रा�ीय �गित को भी सिुन��त करेगा । �य��क सश� भाषा के �बना �कसी रा� क� उ�नित संभव नह�ं है । यह पा�य�म वत�मानसंदभ� के अनकूुल है । साथ ह� इस पा�य�म का आधिुनक �प रोजगारपरक भी है । कं�यटूर को �हंद� से जोड़ना �व�ािथ�य� को �यावहा�रक पहल ूसे अवगत करासकेगा ।

    Course Learning Outcomes

    �थम वष� पा�य�म के �श�ण के �न�न�ल�खत प�रणाम सामने आएंगे :-

    1 ) उपयु�� पा�य�म के मा�यम से �हंद� भाषा के स�ैांितक पहल ूके साथ �यावहा�रक �प का �ान �ा� �कया जा सकेगा ।

    2 ) �हंद� भाषा क� उ�च श�ै�क �तर क� भिूमका के मह�वपणू� प� को जाना जा सकेगा ।

    3 ) कं�यटूर को �हंद� भाषा से जोड़ने पर �हंद� भाषा के �यावहा�रक �ान को �ा� �कया जा सकता है ।

    4 ) व�ै�क यगु म� भाषा को िस�ांत� के साथ-साथ �यावहा�रक �प से भी जोड़ना होगा । अत: यह पा�य�म वत�मान संदभ� के भी अनकूुल है ।

    5 ) भाषा के बदलते प�र��य को आरंभ से अब तक क� ���या म� समझना बहुत आव�यक है । यह पा�य�म भाषा के आरंभ से वत�मान को �व�वध आयाम� म���ततु करता है जो �व�ािथ�य� के िलए उपयोगी होगा ।

    6 ) िश�ा को रोजगार से जोड़ना अ�यंत अिनवाय� है । यह पा�य�म भाषा क� इस मांग को भी ��ततु करता है ।

    Unit 1

    इकाई -1 : �हदं� भाषा के �वकास क� पवू�पी�ठका

  • भारोपीय भाषा प�रवार एवं आय�भाषाएँ (सं�कृत, पािल, �ाकृत, अप�ंश आ�द)�हंद� का आरंिभक �प �हंद� श�द का अथ� एवं �योग �हंद� का �वकास (आ�दकाल, म�यकाल, आधिुनक काल)

    Unit 2

    इकाई -2 : �हदं� भाषा का �े� एवं �व�तार

    �हंद� भाषा : �े� एवं बोिलयाँ �हंद� के �व�वध �प (बोलचाल क� भाषा, रा� भाषा, राजभाषा, संपक� -भाषा, संचार भाषा)�हंद� का अ�खल भारतीय �व�प �हंद� का अतंररा�ीय स�दभ�

    Unit 3

    इकाई-3 : �ल�प का इ�तहास

    भारत म� िल�प का इितहासभाषा और िल�प का अतं: संबंधप�रभाषा, �व�प एवं आव�यकता िल�प के आरंिभक �प (िच�िल�प, भाव िल�प, �विन-िल�प)

    Unit 4

    इकाई- 4 : देवनागर� �ल�प

    देवनागर� िल�प का प�रचय एवं �वकास देवनागर� िल�प का मानक�करण आदश� िल�प के गुण और देवनागर� िल�प क� �वशेषताएं देवनागर� िल�प और कं�यटूर

    References

    1. �हंद� भाषा का �वकास- धीरे�� वमा� 2. �हंद� भाषा का उ�म और �वकास- उदयनारायण ितवार� 3. �हंद� भाषा – भोलानाथ ितवार� 4. भाषा और समाज – राम�वलास शमा� 5. आधिुनक �ह�द� के �व�वध आयाम - �ो० कृ�ण कुमार गो�वामी6. �ह�द� का सामा�जक स�दभ�-संपादक - रवी�� नाथ �ीवा�तव

    Additional Resources:

  • 1. भारतीय परुािल�प- डॉ. रामबिल पा�डेय (लोकभारती �काशन) 2. �हंद� भाषा क� पहचान से �ित�ा तक – डॉ. हनमुान�साद श�ुल 3. िल�प क� कहानी – गुणाकर मलेु

    Teaching Learning Process

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    1. �हंद� भाषा और देवनागर� िल�प आधा�रत प�रयोजना काय� ।2. �हंद� भाषा क� �विभ�न बोिलय� का �यावहा�रक अ�ययन ��ततु करना ।3. �हंद� भाषा क� �व�वध बोिलय� क� �वशेषताओ ंका �यावहा�रक अ�ययन ।4. िच�िल�प, भाविल�प, �विनिल�प के भा�षक नमनेू तयैार करना और �व�ेषण ।5. िल�प के �वकास क� ऐितहािसक पर�परा का नमनू� स�हत �व�ेषण ।6. कं�यटूर म� �हंद� सीखने के िलए �हंद� क� टंकण �यव�था एवं �विभ�न फ़ॉ��स का �यावहा�रक �ान ।

    Keywords

    �ल�प’, ‘देवनागर�’, ‘भारोपीय’, ‘भाषा प�रवार’, ‘सं�कृत’, ‘पा�ल’, ‘�ाकृत’, ‘अप�ंश’, ‘बो�लयाँ’, ‘रा��भाषा’, ‘राजभाषा’, ‘संपक� भाषा’, ‘�च��ल�प’,‘भाव�ल�प’, ‘आ�दकाल’, ‘म�यकाल’, ‘आध�ुनककाल’, ‘�व�न�ल�प’, ‘मानक�करण’, ‘�हदं� कं�यटूर’, ‘�हदं� फॉ�ट’ ।

    �हदं� सा�ह�य का इ�तहास (आ�दकाल और म�यकाल) (BAHHCC03)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    �ह�द� सा�ह�य के इितहास क� जानकार�

  • �मखु इितहास ��थ� क� जानकार�आ�दकाल, म�यकाल के इितहास क� जानकार�

    Course Learning Outcomes

    �ह�द� सा�ह�य के इितहास का �ानइितहास ��थ� का �व�ेषणइितहास िनमा�ण क� प�ित

    Unit 1

    �हदं� सा�ह�य : इ�तहास-लेखन

    �हंद� सा�ह�य के इितहास-लेखन क� परंपरा का प�रचय�हंद� सा�ह�य : काल-�वभाजन एवं नामकरण

    Unit 2

    आ�दकाल

    आ�दकाल का राजनीितक, सामा�जक, सां�कृितक प�रवेश और सा�ह��यक प�ृभिूमिस� सा�ह�य, नाथ सा�ह�य, जनै सा�ह�यरासो का�यलौ�कक सा�ह�य

    Unit 3

    भि�तकाल (पवू�म�यकाल)

    भ��- आदंोलन और उसका अ�खल भारतीय �व�पभ�� सा�ह�य क� दाश�िनक प�ृभिूमभ��काल क� धाराएँ :

    1. िनगु�ण धारा (�ाना�यी शाखा, �ेममाग� सफू� शाखा)2. सगुण धारा (रामभ�� शाखा, कृ�णभ�� शाखा)3. अ�य का�य

    Unit 4

    र��तकाल (उ�तरम�यकाल)

    यगुीन- प�ृभिूम (राजनीितक, सामा�जक-सां�कृितक-आिथ�क प�रवेश, सा�ह�य एवं संगीत आ�द कलाओ ंक� ��थित)

  • का�य- �व�ृ�याँ

    1. र�ितब� और र�ितिस�2. र�ितम�ु का�य3. वीरका�य, भ��का�य, नीितका�य

    References

    �हंद� सा�ह�य का इितहास - आचाय� रामचं� श�ुल�हंद� सा�ह�य क� भिूमका - आचाय� हजार��साद ��वेद�आ�दकालीन �हंद� सा�ह�य : अ�ययन क� �दशाएँ : संपा. अिनल राय�हंद� सा�ह�य के इितहास पर कुछ नो�स - रसाल िसंह

    Additional Resources:

    म�यकालीन सा�ह�य और स�दय�बोध - मकेुश गग�भ�� आदंोलन के सामा�जक आधार - संपा. गोपे�र िसंह�हंद� सा�ह�य का अतीत - आचाय� �व�नाथ �साद िम��हंद� सा�ह�य और संवेदना का �वकास - राम�व�प चतवु�द��हंद� सा�ह�य : उ�व और �वकास - आचाय� हजार��साद ��वेद��हंद� सा�ह�य का इितहास - संपा. डा. नगे���हंद� सा�ह�य का आ�दकाल - आचाय� हजार��साद ��वेद�सा�ह�य का इितहास दश�न - निलन �वलोचन शमा� सा�ह�य और इितहास ��� - मनेैजर पांडेय

    Teaching Learning Process

    क�ा �या�यान साम�ूहक चचा�

    1 से 3 स�ाह - इकाई – 1

    4 से 6 स�ाह - इकाई - 2

    7 से 9 स�ाह - इकाई - 3

    10 से 12 स�ाह - इकाई – 4

    13 से 14 स�ाह साम�ूहक चचा�, �वशेष �या�यान एवं आतं�रक म�ूयांकन संबंधी गित�विधयाँ

    Assessment Methods

    टे�ट, असाइनम�ट

    Keywords

  • इ�तहास लेखन से जड़ु ेश�द

    �हदं� सा�ह�य का इ�तहास (आध�ुनक काल) (BAHHCC05)

    Core Course - (CC) Credit:6

    Course Objective(2-3)

    सा�ह�येितहास क� अ�ययन ���या म� आधिुनक सा�ह�य के �वकास का प�रचय

    सा�ह�य के �व�प और �योजन का �ान सा�ह�य और समाज के आपसी �र�ते और कालजयी कृितय� का प�रचय

    Course Learning Outcomes

    �वकास के �म म� सा�ह�य के ज�रए समाज और सं�कृित क� पहचान के िलए सा�ह�येितहास के अ�ययन का मह�व िन�व�वाद है ।

    सा�ह�येितहास के अ�ययन का एक �योजन सा�ह�य के �वकास क� गित और �दशा के साथ-साथ समाज के �वकास को भी िच��हत करना है । सा�ह�येितहास के �बना सा�ह�य-�ववेक का उिचत �वकास और िनमा�ण संभव नह�ं । अतः सा�ह�य-�ववेक के िनमा�ण के िलए सा�ह�येितहास का अ�ययन ज�र�है ।

    Unit 1

    म�यकालीन बोध तथा आधिुनक बोध (सं�मण काल, नवजागरण क� प�ृभिूम)नवजागरण क� प�र��थितयाँ और भारते�द ुयगु महावीर �साद ��वेद� : �हंद� प�का�रता और खड़� बोली आदंोलन�वाधीनता आदंोलन और नवजागरणकालीन चेतना का उ�कष�, �विभ�न वचैा�रक मत और �ह�द� सा�ह�य से उनका संबंध

    Unit 2

    कथा सा�ह�य नाटक िनबंध और अ�य ग� �वधाएँ ( सं�मरण, या�ा आ�यान, डायर�, �रपोता�ज, रेखािच�, सा�ा�कार सा�ह��यक प�का�रता और लघ ुप��का आदंोलन)आलोचना

    Unit 3

  • छायावाद : प�रवेश और �व�ृ�याँ उ�र छायावाद : प�रवेश और �व�ृ�याँ �गितवाद : प�रवेश और �व�ृ�याँ �योगवाद : प�रवेश और �व�ृ�याँ नयी क�वता : प�रवेश और �व�ृ�याँ

    Unit 4

    साठो�र� क�वता, नवगीत, समकालीन क�वता समकालीन कथा और कथेतर सा�ह�य आलोचना और सा�ह��यक प�का�रता अ��मता �वमश� : दिलत, आ�दवासी और �ी

    References

    1. आधिुनक सा�ह�य क� �व�ृ�याँ - नामवर िसंह

    2. भारते�द ुऔर �हंद� नवजागरण क� सम�याएँ - राम�वलास शमा� 3. महावीर �साद ��वेद� और �हंद� नवजागरण - राम�वलास शमा� 4. �हंद� का ग� सा�ह�य - रामच�� ितवार� 5. �हंद� सा�ह�य और संवेदना का �वकास - राम�व�प चतवु�द� 6 . �हंद� ग� : �व�यास और �वकास - राम�व�प चतवु�द� 7 . आधिुनक सा�ह�य - नंददलुारे वाजपेयी 8 . छायावाद - नामवर िसंह 9. क�वता के नए �ितम�