Santo Ki Seekh

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प्रका�शकामं�त्री�सस्ता� स�हि त्य मंण्डलएन-७७, कान�ट सका� स, नई दि�ल्ल�-११०००१

चौ थी� बा�र : २००१प्रहिताय% : १,०००मं&ल्य : रु. २०.००

मं(द्रकाबा(कामं*न हिप्रन्टस�दि�ल्ल�-६२

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यह मा�ला�

इस मं�ल� मं. बाड़ी� सरल-स(बा0ध भा�षा� मं. भा�रता का4 आत्मं� का4 झां��का4 दि�खा�न8 का� प्रयत्न हिकाय� गय� *। भा�रता स�ता;, हि<द्वा�न;, <�र;, प<�ता;, ता�थी?, नदि�य;, <न; आदि�-आदि� का� �8श *। उत्तर उस8 ल8कार �क्षिCण ताका और प&<� स8 ल8कार पक्षिFमं ताका स�स्काG हिताका का4 ऐस� ध�र� प्र<�हि ता 0ता� *, जो0 स�र8 �8श का0 एका और अखा�ड बान�ता� *।

भा�रता मं. अन8का धमं� K, अन8का भा�षा�ए� K, न�न� प्रका�र का8 आचौ�र-हि<चौ�र K, ल8हिकान हिLर भा� अन8काता� का8 बा�चौ एकाता� दि�खा�ई �8ता� *। इसका� का�रण य * हिका मं�र8 स�ता; और मं �प(रुषा; न8 काभा� मंन(ष्य का8 बा� र� भा8�; पर जो0र न N दि�य�। उन् ;न8 इ�स�न का0 इ�स�न का8 रुप मं. �8खा�। मं�र8 ता�थी�, प<�ता, नदि�य��, आदि� हिकास� धमं�-हि<श8षा का8 न N K, सबाका8 K।

इस मं�ल� का4 प(स्ताका; का8 प�छे8 मं�र� य � भा�<न� * हिका प�ठका अपन8 �8श का0 अच्छीS तार �8खा., उसका8 असल� रुप का0 प चौ�न. और एका मं �न �8श का8 न�गरिरका का8 न�ता8 उनका8 जो0 काता�व्य K, उनका� प�लन कार.।

प(स्ताका; का4 भा�षा� इतान� आस�न * हिका कामं पढ़े8-लिलखा8 प�ठका भा� इन् . अच्छीS तार पढ़े और समंझां सकाता8 K। प्रत्य8का प(स्ताका मं. काई-काई लिचौत्री भा� दि�य8 गए K।

मं आश� कारता8 K हिका प�ठका इन प(स्ताका; का0 बाड़ी8 चौ�< स8 पढ़े.ग8, दूसर; का4 पढ़े<�य8 और इनका� भारप&र ल�भा ल.ग8।

-मं�त्री�

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पा�ठकों से�

इस प(स्ताका मं. ऐस� स�मंग्री� �S गई *, जो0 प�ठका; का0, हि<श8षाकार नई प�ढ़ेS का0, चौरिरत्री-हिनमं��ण का4 लिशC� �8ता� *। <8�;, उपहिनषा�; और मं �भा�रता का8 चौ(न8 हुए स(भा�हिषाता; का8 स�थी-स�थी ता�थी[कार मं �<�र, ग तामं बा(द्ध, ईस� मंस� , ज़रता मं( म्मं� औरग(रु न�नका का8 हि<चौ�र-रत्न दि�य8 K। इसका8 अहितारिरक्त मं �त्मं� ग��ध�, आचौ�य� हि<न0बा� और र<�न्द्रन�थी ठ�का( र का4 प्र8रका काG हिताय; का� समं�<8श हिकाय� गय� *। मं र्षिषाa ट�ल्सट�य का4 एका मं�र्मिमंaका का �न� और खाल�ल ज़िज़ब्रा�न का4एका उद्बो0धका रचौन� �S *। का( ल मिमंल�कार य प(स्ताका ऐस� बान गई * हिका इस8 जो0 भा� पढ़े8ग�, उस8 ल�भा 0ग�।प�ठका; स8 मं�र� अन(र0ध * हिका <8 इस ताथी� इस मं�ल� का4 अन्य प(स्ताका; का0 चौ�< स8 पढ़े8 और दूसर; का0 पढ़ेन8 का8 लिलए प्र8रिरता कार.।

-सम्पा��का

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अनु�क्रमा

स�.मं�गल�8< श�स्त्री� <*दि�का ध�र� का� अमंGता स्त्री0तास�. सख्यस�चौ� उपहिनषा�; का4 प्रस��Sस�. ‘का( मं�र’ मं �भा�रता का4 लिसखा�<नलिलय0 ट�ल्सट�य प्र8मं मं. भाग<�ता�थी[कार मं �<�र मं�गल-मं�ग�ग तामं बा(द्ध धमं� का� पथीईस� मंस� स्<ग� का� र�ज्यन�नका �8< ग(रु न�नका का8 सबा�मं0 न��स कारमंचौन्� ग��ध� न�हिता का8 हिनयमंस�न8 ग(रुजो� प्र8मं का� प्रभा�<हि<न0बा� र0जो का4 प्र�थी�न�खाल�ल ज़िजोब्रा�न प्र8मंस्<�मं� मं(क्त�नन्� परमं �स अभा8� दृमिlर<�न्द्रन�थी ठ�का( र प्रभा(-काG प�र�मं8श्वर�य�ल दुबा8 जो0 जो�नता8 *, उस8 ज़िजोय8यशप�ल जो*न बा(दिढ़ेय� का4 बा�न� ज़रता मं( म्मं� स� 8बा खा(�� का8 बान्�; का0 नस� ता.

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वै�दि�कों धा�रा� कों� अमा�त-स्त्रो�त□से. मा�गला��वै शा�स्त्रो�

मं8र8 मंन का8 स�काल्प श(भा और काल्य�ण-मंय ;। (यजो(० ३४/१) 8 �8<! समंस्ता दुग(�ण; का0 मंस8 दूर का4ज़िजोए और जो0 काल्य�ण-प्र� * उस8 मं. प्र�प्ता कार�इय8। (यजो(० ३०/३) 8 प्रका�श-स्<रुप अग्निsन-�8<! मं(झां8 दुष्कामं? स8 बाचौ�कार सत्कामं? मं. दृढ़ेता� स8 स्था�हिपता का4ज़िजोए। (यजो(० ४/२८) भाग<�नv! ऐस� प्र8रण� का4ज़िजोए, ज़िजोसस8 मं�र� मंन काल्य�ण अथी<� श(भा मं�ग� का� � अन(सरण कार8। (ऋगv० १०/२०/१) मं का�न; स8 श(भा स(न. और आ�खा; स8 श(भा � �8खा.। (यजो(० २५/२१) मं. ऐस8 श(भा स�काल्प प्र�प्ता ;, जो0 स<�थी� अहि<चौल ;, ज़िजोनका0 स�ध�रण मंन(ष्य न N समंझांता8 और जो0 मं. उत्तर0त्तर उत्काG l जो�<न का4 ओर ल8 जो�न8 <�ल8 ;। (यजो(० २५/१४) मंन(ष्य का0 चौ�हि ए हिका < अपन8 कात्त�व्य-कामं? का0 कारता� हुआ � प&ण� आय(-पय�न्ता जो�न8 का4, अथी��ताv अपन8 का0 समं(न्नता कारन8 का4, इच्छी� कार8। उसका� काल्य�ण इस� मं. *; कात्त�व्य-कामं� का0 छे0ड़ीकार भा�गन8 मं. न N। कामं�-बान्धन स8 बाचौन8 का� य � उप�य *। (यजो(० ४०/२)

स�र8 हि<श्व मं. अन्ताय��मं� भाग<�न व्य�प्ता *। कामं� कारन8 पर ईश्वर द्वा�र� जो0 भा� Lल प्र�प्ता 0, उसका� ता(मं उपभा0ग कार0। जो0 दूसर8 का0 प्र�प्ता *, उस पर अपन� मंन मंता चौल�ओ। (यजो(० ४०/१) जो0 श्रमं न N कारता�, उसका8 स�थी �8<ता� मिमंत्रीता� न N कारता8। (ऋगv० ४/३३/११)

मंन(ष्य अपन8 ध्य8य का0 श्रमं और ताप स8 � प्र�प्ता कार सकाता� *। (ऋगv० ५/४४/८)

हिनष्प�प मंन(ष्य का8 लिलए अमं&ल्य रत्न स्<य� उपस्थिस्थाता 0 जो�ता8 K। (ऋगv ८/६७/७)

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अज्ञा�नरुप� अन्धका�र स8 उत्तर0त्तर प्रका�श का4 ओर बाढ़ेता8 हुए मं, �8<ता�ओं मं. स&य� का8 समं�न उत्तमं ज्य0हिता अथी��ताv स<�त्काG l व्य<स्था� का0 प्र�प्ता कार.। (यजो(० २०/२१) भाग<�नv! अप&ण� जो�<न का4 अ<स्था� स8 मं. प&ण�ता� का8 जो�<न का� प्र�प्ता कार�इए। (अथी<� १८/३/६२)

मं उत्काG l और श(भा जो�<न का8 लिलए उद्यो0गश�ल ;। (यजो(० ४/८८) मं न<�न स8 न<�नतार और उत्काG l स8 उत्काG lतार जो�<न का4 ओर बाढ़ेता8 र .। (ऋगv १०/५९/१)

मं स , और स स8 भा� अमिधका, <षा? ताका जो�<न-य�त्री� कार., अपन8 ज्ञा�न का0 बार�बार बाढ़े�ता8 र ., उत्तर0त्तर उत्काG l उन्नहिता का0 प्र�प्ता कारता8 र ., प(मिl और दृढ़ेता� का0 प्र�प्ता कारता8 र ., आनन्�-मंय जो�<न व्यता�ता कारता8 र . और समंGज़िद्ध, ऐश्वय� ताथी� सद्गु�ण; स8 अपन8 का0 भा&हिषाता कारता8 र .। (अथी<�० १९/६७/२-८)

मं स�� प्रसन्न-लिचौत्त र ता8 हुए उगता8 हुए स&य� का0 �8खा., अथी��ताv उल्ल�स का8 स�थी जो�<न का8 प्रत्य8का दि�न का� स्<�गता कार.। (ऋगv० ६/५२/५)

मं�र� जो�<न-चौय�� ऐस� 0, ज़िजोसस8 य स�र� जोगता मंका0 व्य�मिधय; स8 बाचौ�कार प्रसन्नता� �8न8 <�ल� बान8। (यजो(० १६/४)

ब्राह्मचौय� व्रता का0 ध�रण कारन8<�ल� प्रका�शमंय ब्राह्म समं�मिl-रुप (ब्राह्म अथी<� ज्ञा�न) का0 ध�रण कारता� * और उसमं. समंस्ता �8<ता� ओताप्र0ता 0ता8 K, अथी��ताv < समंस्ता �*<� शलिक्तय; स8 प्रका�श और प्र8रण� का0 प्र�प्ता कार सकाता� *। ब्राह्मचौ�र� ताप और श्रमं का� जो�<न व्यता�ता कारता� हुआ समंस्ता र�ष्ट्र का8 उत्था�न मं. स �यका 0ता� *। (अथी<�० ११/५/४)

सत्य भा�षाण द्वा�र� � मंK अपन8 का0 सबा बा(र�इय; स8 बाचौ� सकाता� हूं�। (ऋगv० १०/३७/२)ता(मं न भायभा�ता 0ओ न, उहिद्वाsन। (यजो(० १/२३)

जो*स8 आका�श और पGथ्<� अपन8-अपन8 कात्त�व्य का8 प�लन मं. न ता0 डरता8 K, न का0ई उनका0 �हिन पहु�चौ� सकाता� *, इस� प्रका�र 8 मं8र8 प्र�ण! ता& भा� भाय का0 प्र�प्ता न 0।जो*स8 स&य� और चौन्द्रमं� न ता0 भाय का0 प्र�प्ता 0ता8 K, न का0ई उनका0 �हिन पहु�चौ� सकाता� *, इस� प्रका�र 8 मं8र8 प्र�ण! ता& भा� भाय का0 प्र�प्ता न 0। (अथी<�० २/१५/१३)

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मं चौ� ता8 K हिका मं�र8 शर�र पत्थार का8 समं�न स(दृढ़े ;। (यजो(० २/१५/१३)

मं काल्य�ण-मं�ग� पर चौलता8 हुए <Gद्ध�<स्था� का0 प्र�प्ता ;। (यजो(० १०/३७/६) 8 गG स्था0! ता(म् �र8 प�रिर<�रिरका जो�<न मं. परस्पर ऐक्य, स ��� और सद्भा�<न� 0न� चौ�हि ए। द्वा8षा का4 ग�ध भा� न 0। ता(मं एका-दूसर8 स8 उस� तार प्र8मं कार0, जो*स8 ग अपन8 ता(रन्ता जोन्मं8 बाछेड़ी8 का0 प्य�र कारता� *।

प(त्री अपन8 मं�ता�-हिपता� का� आज्ञा�का�र� और उनका8 स�थी एकामंन 0कार र 8। पत्न� अपन8 पहिता का8 प्रहिता मंध(र और स्न8 -य(क्त <�ण� का� � व्य< �र कार8। (अथी<�० ३/३०/१-३)

मंK मंन(ष्य क्य�, सबा प्र�क्षिणय; का0 मिमंत्री का4 दृमिl स8 �8खा&�। मं सबा परस्पर मिमंत्री का4 दृमिl स8 �8खा.। (यजो(० ३६/१८)

एका-दूसर8 का4 स<�थी� रC� और स �यता� कारन� मंन(ष्य; का� प्रथीमं कात्त�व्य *। (ऋगv० ३/७५/१४)

मंK इन्द्र अथी��ताv शलिक्त का� का8 न्द्र हूं�। मं8र� पर�जोय न N 0 सकाता� (ऋगv० १०/४८/५)सबा प्र�क्षिणय; मं. मंन(ष्य सGमिlकाता�� परमं8श्वर का8 अत्यन्ता समं�प *। (शतापथी ब्रा�ह्मण २/५/१/१)

स�<ध�न र 0 हिका ता(म् �र� <�स्ताहि<का उन्नहिता का8 बा�धका शत्री( ता(मं पर हि<जोय प्र�प्ता न कार सका. । (यजो(० ४/३४)

मं�र8 जो�<न मं. ईश्वर स8 प्र�प्ता प��थी? मं. स�� � य0sयता� और औलिचौत्य का� आध�र 0ता� *।मं8र8 समंस्ता अ�ग प&ण� स्<स्थाता� स8 अपन�-अपन� का�य� कार., य � मंK चौ� ता� हूं�। मं8र� <�ण�, प्र�ण� और का�न अपन�-अपन� का�मं कार सका. । मं8र8 बा�ल का�ल8 र .। ���ता; मं. का0ई र0ग न 0। बा�हुओं मं. बाहुता बाल 0। मं8र� उरुओं मं. ओजो, जो��घों; मं. <8ग और प*र; मं. दृढ़ेता� 0।

(अथी<�० १९/६०/१-२)

8 मंन(ष्य0! जो*स8 सन�तान स8 हि<द्योमं�न, दि�व्य शलिक्तय; स8 सम्पान्न, स&य�, चौन्द्र, <�य(, अग्निsन आदि� �8< परस्पर अहि<र0ध भा�< स8, प्र8मं स8, अपन8-अपन8 का�य� का0 कारता8 K, <*स8 � ता(मं भा� समंमिl-भा�<न� स8 प्र8रिरता 0कार एका स�थी का�य? मं. प्र<Gता 0ओ, ऐकामंत्य स8 र 0 और परस्पर सद्भा�< बारता0। (ऋगv० १०/१९१/२)

ता(म् �र8 अक्षिभाप्र�य; मं., ता(म् �र8 हृ�य; (अथी<� भा�<न�ओं) मं. और ता(म् �र8 मंन; मं. एकाता� का4 भा�<न� र न� चौ�हि ए, ज़िजोसस8 ता(म् �र� स�मं(��मियका शलिक्त का� हि<का�स 0 सका8 । (ऋगv० १००/१९/४)जोनता� � र�ष्ट्र का0 बान�ता� *। (ऐतार8य ब्रा�ह्मण ८/२३)

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र�जो� का4 स्थिस्थाहिता प्रजो� पर � हिनभा�र 0ता� *। (यजो(० २०/९)

भाग<�नv! ऐस� काG प� का4ज़िजोए, ज़िजोसस8 मंK मंन(ष्य-मं�त्री का8 प्रहिता, चौ� 8 मंK उनका0 जो�नता� हूं� अथी<� न N, सद्भा�<न� रखा सका&� । (अथी<�० १७/१/७)

आओ, मं सबा मिमंलकार ऐस� प्र�थी�न� कार., ज़िजोसस8 मंन(ष्य; मं. परस्पर स(मंहिता और सद्भा�<न� का� हि<स्ता�र 0। (अथी<�० ३/३०/४)

अत्यन्ता हि<स्ताGता ता8जो स8 य(क्त स&य� का� उ�य मं सबाका8 लिलए श�न्तिन्ता��यका 0। चौ�र; दि�श�ए� मं�र8 लिलए श��हिता �8न8<�ल� ;। (ऋगv० ७/३५/८)

<�य( मं�र8 लिलए स(खा-रुप 0कार चौल8। स&य� मं�र8 लिलए स(खा-रुप 0कार ताप8। अत्यन्ता गरजोन8 <�ल8 पजो�न्य �8< भा� मं�र8 लिलए स(खा-रुप 0कार अच्छीS तार बारस.। (यजो(० ३६/१०)

उपानिनुष� कों" प्रसे��$□से�० सेव्यसे�ची�

जो0 समंस्ता प्र�क्षिणय; का0 अपन8 मं. और अपन8 का0 समंस्ता प्र�क्षिणय; मं. �8खाता� *, < एका�त्मं-�श�न का8 का�रण हिकास� का0 घोंGण� य� उप8C� का� प�त्री न N समंझांता�, अथी��ताv < सबाका8 हि ता मं. � अपन8 हि ता का0 समंझांता� *। (ईश0पहिनषा�-६)

मंK ब्राह्म का�, मंन(ष्य-जो�<न का8 स<�त्काG l लक्ष्य का�, हिनर�कारण न कारु� । ब्राह्म मं8र� हिनर�कारण न कार8। मंK बार�बार आत्मं0त्काषा� का8 मं�ग� पर अग्रीसर 0ता� रहूं�।

(का8 न0पहिनषा�-श�न्तिन्ताप�ठ)

मंन(ष्य का4 ताGन्तिप्ता धन स8 न N 0 सकाता�। (काठ0पहिनषा� १/२/२७)

जो0 बा(र8 आचौरण स8 न N ट� *, जो0 अश�न्ता *, ज़िजोसका� लिचौत्त असमं�हि ता य� अश��ता *, < प्रज्ञा�न स8-का8 <ल बा(ज़िद्ध<�� स8-आत्मं-तात्< का0 न N प� सकाता�।

(काठ0पहिनषा� १/२/२४)

ता& आत्मं� का0 रथी� और शर�र का0 रथी समंझां, बा(ज़िद्ध का0 स�रथी� जो�न और मंन का0 लग�मं समंझां। मंन�षा� ल0ग इज़िन्द्रय; का0 घों0ड़ी8 और हि<षाय; का0 उनका� मं�ग� का ता8 K। <8 इज़िन्द्रय और मंन स8 य(क्त आत्मं� का0 भा0क्त� का ता8 K। जो0 मंन(ष्य हि<<8काश�ल और स��

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स�यता-लिचौत्त र ता� *, उसका4 इज़िन्द्रय�� उसका8 <श मं. र ता� K, जो*स8 अच्छी8 घों0ड़ी8 स�रथी� का8 अध�न र ता8 K।

जो0 हि<<8का श�ल बा(ज़िद्ध-स�रथी� स8 य(क्त और मंन का0 स�यता रखान8<�ल� 0ता� *, < जो�<न का4 य�त्री� का0 समं�प्ता कार व्य�पका परमं�त्मं� का8 परमं प� का0 प्र�प्ता कार ल8ता� *।

(काठ0पहिनषा� १/३/३, ४, ६,९)

( 8 अज्ञा�न स8 ग्रीस्ता ल0ग0!) उठ0, जो�ग0, और श्र8ष्ठ जोन; का8 प�स जो�कार ज्ञा�न प्र�प्ता कार0। ज़िजोस प्रका�र छे( र8 का4 ध�र ता�क्ष्ण 0ता� * और छे( ई न N जो� सकाता�, बा(ज़िद्धमं�न प(रुषा आत्मं-ज्ञा�न का8 मं�ग� का0 उस� प्रका�र दुग�मं बाता�ता8 K। (काठ0पहिनषा� १/३/१४)

सत्य का4 � जोय 0ता� *, असत्य का4 न N। �8<ता�ओं का8 हि<चौरण का� मं�ग� सत्य स8 � हि<स्ताGता *। प&ण�-का�मं ऋहिषा-जोन सत्य द्वा�र� � उस प� का0 प्र�प्ता 0ता8 K, जो �� सत्य का� < परमं हिनध�न हि<द्योमं�न *। (काठ0पहिनषा� ३/१/६)

ज़िजोसका� अन्ता:कारण श(द्ध *, प�प; स8 रहि ता *, ऐस� आत्मं<8त्त� मंन स8 ज़िजोस-ज़िजोस ल0का (अथी��ताv उत्काG l अ<स्था�) का4 भा�<न� कारता� * और ज़िजोन-ज़िजोन का�मं; (प्र�प्ताव्य आ�श?) का0 चौ� ता� *, < उस-उस ल0का का0 और उन आ�श? का0 प्र�प्ता कार ल8ता� *। इसलिलए जो0 अपन� काल्य�ण चौ� ता� *, उस8 आत्मं-<8त्त� का4 अचौ�न� य� उप�सन� कारन� चौ�हि ए।

(काठ0पहिनषा� ३/१/१०)

सत्य, धमं�, आत्मं-काल्य�ण ताथी� समंGज़िद्ध का8 मं�ग� स8 हि<चौलिलता न 0इय8, उसमं. प्रमं�� न का4ज़िजोए, स्<�ध्य�य और प्र<चौन द्वा�र� अपन8 ज्ञा�न का4 <Gज़िद्ध कारता8 रहि ए और हि<द्यो�-प्रचौ�र मं. तात्पर रहि ए।

मं�ता�, हिपता�, ग(रु ताथी� अहितालिथी मं. प&ज्य बा(ज़िद्ध रग्निखाय8।जो0 श्र8ष्ठ कामं� K, उन् N का� अन(सरण कारिरय8। मं�र8 जो0 अच्छी8 आचौरण K, उन् N का�

अन(कारण कारिरय8, अन्य; का� न N। जो0 हि<द्वा�न मं�र8 मं�न्य K, उनका� उलिचौता सम्मं�न का4ज़िजोए।दूसर; का4 आर्थिथीaका स �यता� कारन� आपका� प्रथीमं कात्त�व्य *, परन्ता( < स �यता� श्रद्ध�

स8, न हिका अश्रद्ध� स8, प्रसन्नता� स8, नम्रता� स8, न हिका डर स8, और स �न(भा&हिता ताथी� प्र8मं स8 कारन� चौ�हि ए। (ता*क्षित्तर�य उपहिनषा� १/११)

जो0 हि<श�ल * मं �न *, < � स(खा-रुप *। अल्प मं., लघों( मं. स(खा न N र ता�। हिनस्स��8 , मं �न � स(खा *। इसलिलए मं �न का0 � हि<श8षा रुप मं. जो�नन8 का4 इच्छी� कारन� चौ�हि ए।

(छे�न्�0sय उप० ७/२/१)

मंन(ष्य सम्पाक्षित्त स8, धन स8, अमंGतात्< का4, प&ण� स�ता0षा का4, श�श्वता जो�<न का4, आश� न N कार सकाता�। (बाG ���रण्यका0पहिनषा� २/४/२)

जो*स8 L& ल8 हुए, <GC का4 स(गन्ध दूर-दूर ताका Lल जो�ता� *, <*स8 � पहि<त्री कामं? का4 स(गन्ध दूर-दूर ताका पहु�चौ जो�ता� *। (न�र�यण0पहिनषा� २/११)

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मंन(ष्य का4 <�सन�-रुप� न�S का8 श(भा और अश(भा �0 मं�ग� K। मंन(ष्य का0 चौ�हि ए हिका < प&ण� प्रयत्न स8 उस8 श(भा मं�ग� मं. � प्र<Gत्त कार8। (मं(लिक्तका0पहिनषा� २/५/६)

माह�भा�रात कों" सिसेखा�वैनु□से�० ‘कों� मा�रा’

जो0 श�ता हुए <*र का0 हिLर स8 न N भाड़ीका�ता�, ग<� न N कारता�, �न भा�<न� न N ध�रण कारता�, ‘मंK सका� ट मं. पड़ी� हूं�’—ऐस� स0चौकार अन(लिचौता का�य� न N कारता�, उसका0 श्र8ष्ठ मंन(ष्य, हि<श8षाता:आय�श�ल (श्र8ष्ठ आचौरण <�ल�) का ता8 K। (१/११७)

Cमं� अशक्त; का8 लिलए ग(ण * और समंथी� ल0ग; का8 लिलए भा&षाण *। (१/५४)हिकास� का8 प्रहिता काठ0र <चौन न बा0लन� और असत्यप(रुषा; का� आ�र न कारन�—इन �0

बा�ता; स8 मंन(ष्य इस ल0का मं. श0भा� का0 प्र�प्ता 0ता� *। (१/५९)ता(म् �र� अमिधका�र का8 <ल कामं� कारन8 मं. *, उसका8 Lल मं. ताहिनका न N। इसलिलए न ता0 कामं�-

Lल का4 अप8C� कार0 और न ऐस� कार0 हिका अपन8 कात्त�व्य-कामं� का0 � छे0ड़ी �0। (ग�ता� २/४७)

जो0 अपन� काल्य�ण चौ� ता� *, उस8 हिनद्र�, ता�द्र�, भाय, क्रो0ध, आलस्य और �8र स8 का�मं कारन8 का� स्<भा�<, इन छे: दुग(�ण; का0 छे0ड़ी �8न� चौ�हि ए १/८३)

बा(ज़िद्ध, का( ल�नता�, इ�दिद्रय स�यमं, अध्ययन, श&रता�, मिमंताभा�षाण, शलिक्त का8 अन(स�र ��न �8न� और हिकाय8 हुए उपका�र का0 मं�नन�-य8 आठ ग(ण प(रुषा का4 श0भा� का0 बाढ़े�ता8 K।

(१/१०४)जो*स8 मंन(ष्य प(र�न8 <स्त्री; का0 छे0ड़ीकार, न<�न <स्त्री; का0 ध�रण कार ल8ता� *, <*स8 �

जो�<�त्मं� प(र�न8 शर�र का0 छे0ड़ीकार नय8 शर�र का0 प्र�प्ता कार ल8ता� *। (२/२/२)इज़िन्द्रय; पर ज़िजोसका� प&र� अमिधका�र 0ता� *, उस� का0 बा(ज़िद्ध प्रहितामिष्ठता अथी<� स(स्थिस्थार 0

सकाता� *। (ग�ता� २/६१)��भा, �प�, अक्षिभामं�न, क्रो0ध, प�रुष्य, अज्ञा�न, इतान8 आस(र� सम्पा�v ल8कार जोन्मंन8

<�ल;

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0ता8 K, अथी��ताv जो0 अपन8 मं. न N *, < दि�खा�न� ��भा *, ढों;ग *, प�खाण्ड *। �प� य�न� अ� का�र प�रुष्य का� अथी� * काठ0रता�। (१६/१४)

जो0 मंन(ष्य श�स्त्री-हि<मिध का0 छे0ड़ी स्<8च्छी� स8 भा0ग; मं. ल�न 0ता� *, < न लिसज़िद्ध प�ता� *। स(खा प�ता� *, न परमं गहिता प�ता� *, अथी��ताv व्यलिक्तगता हिनयमं बान�कार स्<8च्छी�र� न N बानन� चौ�हि ए। (१६/२६)

का�मं, क्रो0ध और ल0भा, नरका का8 य8 ता�न प्रका�र का8 द्वा�र K। य8 आत्मं का� न�श कारन8 <�ल8 K। इसलिलए मंन(ष्य इन ता�न; का0 छे0ड़ी �8। (ग�ता� १६/२१)

स�न्तित्<का, र�जोस और ता�मंस भा8� स8 ��न ता�न प्रका�र का� 0ता� *। कात्त�व्य-बा(ज़िद्ध स8 जो0 ��न �8श, का�ल और प�त्री का� हि<चौ�र कारका8 अपन� उपका�र न कारन8<�ल8 व्यलिक्त का8 लिलए दि�य� जो�ता� *, उस8 स�न्तित्<का ��न का � जो�ता� *।

जो0 ��न उपका�र का8 बा�ल8 मं. अथी<� Lल प�न8 का4 इच्छी� स8 दि�य� जो�ता� * और ज़िजोसका8 �8न8 मं. का( छे क्ल8श 0ता� *, उस8 र�जोस ��न का � गय� *।

जो0 ��न हिबान� सत्का�र हिकाय8 अथी<� हितारस्का�र-प&<�का, �8श-का�ल का� हि<चौ�र हिकाय8 हिबान�, का( प�त्री का0 दि�य� जो�ता� *, उस8 ता�मंस ��न का � गय� *। (ग�ता� १७/२०/२२)

मंन(ष्य अपन8-अपन8 कात्त�व्य-कामं� का0 तात्परता� का8 स�थी कारता� हुआ प&ण� सLलता� प� ल8ता� *। (ग�ता� १८/४५) अपन8 धमं� का� का( छे त्री(दिट का8 स�थी भा� प�लन अच्छीS तार स8 हिकाय8 गए दूसर8 का8 धमं� स8 का N अच्छी� 0ता� *। (ग�ता� १७/४७)

प्र�मा मा- भागवै�नु□सिलाय� टा�ल्सेटा�य

एका नगर मं. मं�र्टिटaन न�मं का� एका मं0चौ� र � कारता� थी�। न�चौ8 का8 ताल्ल8 मं. एका ता�ग का0ठर� उसका4 थी�। < �� स8 ग्निखाड़ीका4 का4 र� सड़ीका नजोर आता�, जो �� आन8-जो�न8 <�ल; का8 चौ8 र8 ता0 न N, पर प*र दि�खा�ई दि�य� कारता8 थी8। मं�र्टिटaन ल0ग; का8 जो&ता; स8 उनका0 प चौ�नन8 का� आ�S 0 गय� थी�, क्य;हिका < �� एका मं(द्दता स8 र ता� थी� और बाहुता8र8 ल0ग; का0 जो�नता� थी�। प�स-पड़ी0स मं. श�य� � का0ई जो0ड़ी� जो&ता� 0ग� जो0 उसका8 �थी; न हिनकाल� 0। स0 ग्निखाड़ीका4 का4 र� < अपन� � का�मं �8खा� कारता�। का�मं < सच्चा�ई स8 कारता� थी�। मं�ल अच्छी� लग�ता�

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और ��मं भा� <�ज़िजोबा स8 ज्य��� न N ल8ता� थी�। बाड़ी� बा�ता य थी� हिका < <चौन का� पक्का� थी�। इसलिलए आस-प�स सरन�मं थी� और का�मं का4 उसका8 प�स काभा� कामं� न N 0ता� थी�।

आ�मं� < न8का थी�। न�हिता का4 र� उसन8 काभा� न N छे0ड़ी�। उमंर ज्य��� 0न8 पर ता0 < और भा� आत्मं� का4 भाल�ई का4 और ईश्वर का4 बा�ता. स0चौन8 लग गय� थी�। अपन� हिनजो� का�मं श(रु कारन8 का� <क्त आन8 स8 प ल8 �, य�न� जोबा < दूसर8 का8 य �� मंजो&र� पर का�मं हिकाय� कारता� थी�, ताभा� उसका4 स्त्री� का� �8 ��ता 0 गय� थी�। प�छे8 एका ता�न बारस का� बाच्चा� < छे0ड़ी गई थी�। बा�लका ता0 और भा� हुए थी8, पर छे( टपन मं. � सबा जो�ता8 र 8 थी8। प ल8 ता0 मं�र्टिटaन न8 स0चौ� हिका बाच्चा8 का0 �8 �ता मं. बा न का8 य �� भा8जो दू�, पर हिLर बा�लका का0 प�स स8 ट�न8 का0 उसका� जो� न N हुआ।

स0 मं�र्टिटaन न कार� छे0ड़ी, घोंर हिकार�ए पर ल8, बाच्चा8 का8 स�थी < N र न8 और अपन� का�मं कारन8 लग�। पर बा�लका का� स(खा उसका8 हिकास्मंता मं. न लिलखा� थी�। बा�लका बा�र <षा� का� 0 चौल� थी� और उम्मं�� बा�धन8 लग� थी� हिका बा�प का8 का�मं मं. अबा का( छे स �ई 0न8 लग8ग� हिका ताभा� आय� बा(खा�र, फ्ता8 भार र � 0ग�, और बा�लका उसमं. चौल बास�। मं�र्टिटaन न8 बाच्चा8 का0 �फ़न�य�, ल8हिकान मंन मं. उसका8 ऐस� दु:खा समं� गय�, ऐस� दु:खा हिका ईश्वर ताका का0 का0सन8 का0 उसका� जो� 0ता� थी�। दु:खा मं. बा�र-बा�र का ता� हिका 8 भाग<�नv! मं(झां8 भा� उठ� ल0। ता(मं का* स8 0 हिका मं8र� इकाल ता�, नन् N-स� उमंर का�, जो0 मं8र8 प्य�र का� बाच्चा� थी�, उस8 ता0 ता(मंन8 उठ� लिलय� और मं(झां8 बा&ढ़े8 का0 छे0ड़ी दि�य�। स0 इस कारन� पर जो*स8 उसन8 ठ ठ�नकार परमं�त्मं� का0 अपन8 स8 हिबास�र दि�य�।

एका दि�न उस� का8 ग��< का8 एका बा(जो(ग�, जो0 घोंर छे0ड़ी हिपछेल8 आठ बारस स8 ता�रथी-ता�रथी घों&मं र 8 थी8, य�त्री� का4 र� मं. मं�र्टिटaन का8 प�स आय8। मं�र्टिटaन न8 अपन8 दि�ल का� घों�< उनका8 आग8 खा0ल दि�य� और सबा दु:खा का स(न�य�। बा0ल�, “अबा भा�ई, मं(झां8 जो�न8 का4 भा� चौ� न N र गई। बास भाग<�न कार8, मंK जोल्�S स8 य �� स8 उठ जो�ऊं� । ता(म् N का 0, जोग मं. अबा का न आस मं(झां8 बा�क़ी4 *?”

उस <Gद्ध य�त्री� न8 का �, “ऐस� बा�ता मं(� स8 न N का ता8 मं�र्टिटaन। ईश्वर का4 ल�ल� भाल� मं क्य� जो�न.! का0ई मं�र� चौ� � य �� थी0ड़ी� � 0ता� *। ईश्वर का4 मंजो  � चौलता� *। उनका4 ऐस� � मंजो  * हिका बाच्चा� चौल� जो�य और ता(मं जो�ओ, ता0 इस� मं. का0ई भाल�ई 0ग�, और जो0 हिनर�श� का4 बा�ता कारता8 0 स0 <जो K हिका ता(मं बास अपन8 � स(खा का8 लिलए र न� चौ� ता8 0।” मं�र्टिटaन न8 प&छे�, “न N ता0 भाल� हिकासका8 लिलए र न� चौ�हि ए?” <Gद्ध न8 का �, “ईश्वर का8 लिलए, मं�र्टिटaन। उसन8 मं. जो�<न दि�य�। स0 उस� का8 लिलए मं.र न� चौ�हि ए। उसका8 हिनमिमंत्त र न� स�खा जो�ओ हिका हिLर का0ई क्ल8श भा� न र 8। हिLर सबा स ल 0 जो�य।”

स(नकार मं�र्टिटaन का( छे �8र चौ(प र �। हिLर बा0ल�, “पर ईश्वर का8 लिलए र न� का* स8 0ग�?”

<Gद्ध न8 उत्तर दि�य, “स�ता ल0ग; का8 चौरिरत्री स8 पता� लग सकाता� * हिका ईश्वर का8 लिलए जो�न8 का� भा�< क्य� *। अच्छी�, ता(मं बा��चौ सकाता8 0 न? ता0 इ�जो�ल का4 एका प0थी� ल8 आन�। उस8 पढ़ेन�। उसमं. सबा लिलखा� *। उसस8 पता� लग जो�यग� हिका ईश्वर का4 मंजो  का8 अन(स�र र न� का* स� 0ता� *?”

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य8 <चौन मं�र्टिटaन का8 मंन मं. बास गय8। उस� दि�न < बा�जो�र गय� और बाड़ी8 छे�प8 का4 इ�जो�ल का4 प0थी� ल8 आय� और पढ़ेन� श(रु कार दि�य�।

प ल8 हि<चौ�र थी� हिका छे( ट्टीS का8 दि�न स�ता<. र0जो पढ़े� कारु� ग�, ल8हिकान एका बा�र पढ़ेन� श(रु हिकाय� हिका उसका� मंन बाड़ी� ल्का� मं�ल&मं हुआ। स0 < र0जो-र0जो पढ़ेन8 लग�। काभा� ता0 पढ़ेन8 मं. इतान� ल�न 0 जो�ता� हिका ल�लट8न का4 बात्त� ध�मं पड़ीता8-पड़ीता8 बा(झां ताका जो�ता�, ताबा का N प0थी� �थी स8 छे& टता�। �8र र�ता ताका पढ़ेता� र ता� और ज़िजोतान� पढ़ेता� उस8 स�फ़ �Sखाता� हिका ईश्वर भा� आ�मं� स8 क्य� चौ� ता� * और ईश्वर मं. 0कार आ�मं� का0 का* स8 जो�<न हिबाता�न� चौ�हि ए। उसका� दि�ल खा&बा ल्का� 0 गय� थी�। प ल8 र�ता का0 जोबा स0न8 ल8टता� ता0 मंन पर बाहुता बा0झां मं�ल&मं हुआ कारता� थी�। बाच्चा8 का4 य�� कारका8 < बाड़ी� श0का मं�नता� थी�। ल8हिकान अबा < बा�र-बा�र ल्का8 लिचौत्त स8 य � का ता� थी� हिका 8 भाग<�नv! ता& � जोग��ध�र *। ता8र� � चौ� � 0।

मं�र्टिटaन का4 स�र� ज़िजोन्�ग� बा�ल गई। प ल8 चौ�य हिपय� कारता� थी� और काभा�-काभा� ��रु भा� ल8 ल8ता� थी�। ल8हिकान अबा य8 सबा बा�ता. जो�ता� र N। जो�<न मं. उसका8 अबा श��हिता आ गई और आनन्� स8 र न8 लग�। स<8र8 < अपन8 का�मं पर बा*ठ जो�ता� और दि�न-भार का�मं कारन8 का8 बा�� श�मं हुई हिका दि�य� जोल�य� और इ�जो�ल का4 प0थी� खा0ल बा��चौन8 बा*ठ गय�। ज़िजोतान� पढ़ेता�, उतान� � उसका4 बा(ज़िद्ध स�फ़ 0ता� और मंन खा(लकार प्रसन्न 0ता� हुआ मं�ल&मं 0ता�।

एका बा�र ऐस� हुआ हिका इ�जो�ल का4 प(स्ताका ल8कार मं�र्टिटaन र�ता बाहुता �8र ताका बा*ठ� र गय�। स�ता ल्य&का का4 काथीन� < पढ़े र � थी�। छेठ8 अध्य�य मं. उसन8 बा��चौ�:

“जो0 ता(झां8 एका ग�ल पर मं�र8, ता& दूसर� भा� ग�ल उसका8 आग8 कार �8, जो0 का0ट उता�रन� चौ� 8, का( रता� भा� उस8 स£प �8, जो0 मं��ग8, सबाका0 �8, और जो0 ल8 जो�य, उसस8 ता& <�पस का( छे न मं��ग, और जो0 ता& चौ� ता� * हिका ल0ग ता(झांस8 ऐस8 बारता., <*स8 � ता& उनस8 बारता।”

हिLर < प्रस�ग उसन8 पढ़े�, जो �� प्रभा( मंस� का ता8 *:“ता(मं ‘प्रभा(’ ता0 मं(झां8 का ता8 0, पर मं8र� का � कारता8 न N 0। जो0 मं8र8 प�स आता� *, मं8र�

का � स(नता� * और स(न� कारता� *, < उस आ�मं� का8 समं�न *, ज़िजोसन8 ग र8 खा0� अपन8 मंका�न का4 नN< चौट्टी�न पर जोमं�ई *। बा�ढ़े आई और ल र. टकार�-टकार�कार �र गईं, पर मंका�न न हि ल�, क्य;हिका नN< चौट्टी�न पर खाड़ी� थी�। पर जो0 स(नता� * और कारता� न N, < उस आ�मं� का8 समं�न *, ज़िजोसन8 र8ता पर मंका�न खाड़ी� हिकाय�, पर बा(हिनय�� न �S। आई प�न� का4 बा�ढ़े और टकार�ई हिका मंका�न ढों पड़ी�। उसका� सबा ड&बा गय�।”

मं�र्टिटaन न8 य8 <चौन पढ़े8 ता0 मंन भा�तार स8 गद्गु�v 0 गय�। आ�खा स8 ऐनका उता�र उसन8 प0थी� पर रखा �S और मं�थी8 पर अ�ग(ल� �8कार उस काथीप पर < ग र� स0चौ कारन8 लग�। उन <चौन; स8 < अपन8 जो�<न का4 ता ल-परखा कार र � थी�।

अपन8 स8 � < प&छेन8 लग� हिका अबा मं8र� मंका�न चौट्टी�न पर * हिका र8ता पर खाड़ी� *? चौट्टी�न पर * ता0 ठ¦का *। पर य �� अका8 ल8 मं. बा*ठ. ता0 सबा स �-दुरुस्ता मं�ल&मं 0ता� *, जो*स8 ईश्वर का4 मंजो  का8 मं(ता�हिबाका � मंK चौल र � हूं�, ल8हिकान आ�खा झांपका4 हिका मंन मं. हि<का�र 0 जो�ता� *। ता0 भा� जोतान मं(झां8 छे0ड़ीन� न N चौ�हि ए, जोतान मं. � आनन्� *। 8 भाग<�न! ता(म् N मं�लिलका ;!

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य सबा हि<चौ�र कार < हिLर स0न8 का0 हुआ। पर प0थी� उसस8 न N छे& टS। < स�ता<�� अध्य�य बा��चौन8 लग�-< ��, जो �� स बारस का� बा&ढ़े� प्रभा( का8 प�स आता� * और हि<ध<� का8 प(त्री का� ज़िजोक्रो * और स�ता जो�न का8 लिशष्य ल0ग मिमंलता8 K। पढ़ेता8-पढ़ेता8 हिLर < जोग आई, जो �� एका धन�मं�न� ईश( मंस� का0 अपन8 घोंर भा0जोन �8ता8 K। हिLर < एका स्थाल हिका जो �� एका प�हिपन� आ�स(ओं स8 उनका8 चौरण पखा�रता� और बा�ल; स8 प;छेता� *। उस समंय प्रभा( उसका� पC ल8ता8 और उस8 आश�षा और आज्ञा� �8ता8 K। प(स्ताका का� चौ<�ल�स<�� बान्ध आय� और मं�र्टिटaन न8 पढ़े�:

“ताबा प्रभा( उस स्त्री� का4 ओर 0कार स�इमंन स8 बा0ल8, ‘इस स्त्री� का0 �8खा0। मंK ता(म् �र8 घोंर अहितालिथी हूं�। पर ता(मंन8 मं8र8 प*र; पर प�न� न N दि�य� और य * हिका अपन8 आ�स(ओं स8 इसन8 मं8र8 प*र ध0य8 K और अपन8 बा�ल; स8 उन् . प;छे� *! ता(मं मं(झांस8 बाचौ8 0 और जोबा स8 मंK आय� हूं�, य मं8र8 प*र; का0 � चौ&मंता� र � *। ता(मंन8 मं8र8 लिसर पर भा� ता8ल न N दि�य�, और य * हिका मं8र8 प��< स्न8 स8 क्षिभाग0ता� र � *।”

य8 शब्� पढ़ेता8-पढ़ेता8 मं�र्टिटaन स0चौन8 लग�-उसन8 प*र; पर प�न� न N दि�य�, उन् . छे& न8 स8 बाचौ�। लिसर का0 ता8ल न N दि�य�। मं�र्टिटaन न8 ऐनका उता�र < N प0थी� पर रखा �S और स0चौ मं. ड&बा गय�-< आ�मं� मं8र� तार का� र � 0ग�। अपन�- �-अपन� स0चौता� 0ग�। का* स8 खा(� अच्छी� खा� ल8न� आर�मं स8 र ल8न�। बास, अपन� � स0चौ, मं8 मं�न का4लिचौन्ता� न N। और मं8 मं�न का न? स्<य� भाग<�न। जो0 का N < मं8र8 य �� पध�र जो�य� ता0 क्य� मंK भा� <*स� � कारु� ?

उस समंय �0न; बा�� चौ का4 पर ड�ल उस� पर मं�र्टिटaन न8 अपन� लिसर ट8का दि�य�। ऐस8 बा*ठ8 -बा*ठ8 जो�न8 काबा उस8 नN� आ गई।

इतान8 मं. जो*स8 हिबाल्का( ल प�स स8 बाड़ी8 स&क्ष्मं स्<र मं. हिकास� न8 का �, “मं�र्टिटaन!”मं�र्टिटaन मं�न0 नN� स8 चौ£काकार उठ�। बा0ल�, “का न *?” मं(ड़ीकार �र<�जो8 का8 बा� र झां��का�,

पर का0ई न थी�। उसन8 हिLर प(का�र�। प(का�र का8 जो<�बा मं. उस8 स�फ़-स�फ़ स(न�ई दि�य�, “मं�र्टिटaन, काल गल� पर ध्य�न रखान�। मंK जो�ऊं� ग�।”

अबा मं�र्टिटaन उठ�। खाड़ी� 0 गय�, आ�खा. मंलN। समंझां न N सका� हिका य8 शब्� जो�गता8 मं. स(न8 थी8 हिका सपन8 मं.! हिLर उसन8 दि�य� बा(झां दि�य� और स0 गय�।

अगल8 दि�न ताड़ीका� L& टन8 स8 प ल8 � उठ� और भाजोन-प्र�थी�न� कार, आग जोल�, अ�ग�ठ¦ पर खा�न� चौढ़े� दि�य�। हिLर अपन� ग्निखाड़ीका4 का8 न�चौ8 आकार का�मं मं. जो(ट गय�। का�मं कारता8-कारता8 र�ता का4 बा�ता स0चौन8 लग�। काभा� ता0 उस8 मं�ल&मं 0ता� हिका < सबा सपन� थी�। काभा� जो�न पड़ीता� हिका सचौमं(चौ का4 � आ<�ज़ उसन8 स(न� थी�। स0चौ� हिका ऐस� बा�ता. प ल8 भा� ता0 घोंटता� र � K।

ग्निखाड़ीका4 का8 न�चौ8 बा*ठ�, र -र कार < सड़ीका पर �8खान8 लगता� थी�। का�मं स8 ज्य��� उस8 हिकास� का8 आन8 का� ध्य�न थी�। अनप चौ�न8 जो&ता8 गल� पर चौलता8 �8खाता� ता0 झां��का उठता� हिका उनका� प नन8<�ल� जो�न8 का न *। इस तार एका झांल्ल�<�ल� नय8 चौमंचौमं�ता8 जो&ता; मं. उधर का0 हिनकाल�। हिLर एका का �र गय�। इतान8 मं. एका बा&ढ़े� लिसप� �, ज़िजोसन8 प(र�न8 र�जो� का� र�जो �8खा� थी�, उस� गल� मं. आय�! �थी मं. उसका8 L�<ड़ी� थी�। जो&ता; स8 मं�र्टिटaन उस8 प चौ�न गय�। प(र�न� चौ�ल का8 मिघोंस8-स8 जो&ता8 थी8। प नन8<�ल8 का� न�मं स्ट8प�न थी�। एका पड़ी0स� ल�ल�जो� का8 घोंर मं. < र ता� थी� और उनका� का( छे का�मं-ध�मं कार दि�य� कारता� थी�। य � झां�ड़ू-सL�ई <ग*र�। �य�-भा�< स8 ल�ल� न8 उस8 रखा� हुआ थी�, < � स्ट8प�न गल� मं. आकार श र स8 बारL ट�न8 लग गय� थी�। र�ता बारL खा&बा पड़ी� थी� और जोमं� 0 गई थी�। मं�र्टिटaन न8 उस8 एका हिनग� �8खा�। का( छे �8र �8खाता8 र कार हिLर लिसर न�चौ8 कारका8 अपन8 का�मं मं. लग गय�।

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मंन- �-मंन < �स पड़ी�। बा0ल�, “मंK भा� सदिठय� गय� हूं�, न N ता0 �8खा0, आय� ता0 स्ट8प�न * गल� स�फ़ कारन8, और मं(झां8 स&झां� हिका मंस� प्रभा( � आ गय8 K।”

ल8हिकान का( छे ट��का8 भार8 ;ग8 हिका ग्निखाड़ीका4 का4 र� < हिLर बा� र �8खा उठ�। �8खा� हिका L�<ड़ी� जोर� ट8काकार �S<�र का� स �र� ल8 स्ट8प�न य� ता0 स(स्ता� र � *, य� हिLर गमं� 0न8 का8 लिलए स��स ल8 र � *। स्ट8प�न का4 उमंर का�L4 थी�। कामंर झां(का चौल� थी� और �8 मं. �मंबाहुता न N र � थी�। बारफ़ ट�न8 का8 ल�यका भा� �मं न N थी�। ��L-स� र � थी�।

मं�र्टिटaन न8 स0चौ�-बा(ल�कार मंK उस8 चौ�य का0 प&छे& � ता0 का* स�! चौ�य बान� हुई * �।स0, आर� का0 < N जो&ता8 मं. उड़ी�स� छे0ड़ी, खाड़ी8 0कार झांटपट चौ�य ता*य�र का4। हिLर

ग्निखाड़ीका4 का8 प�स जो�कार थीपथीप�कार स्ट8प�न का0 इश�र� हिकाय�। स्ट8प�न स(नकार ग्निखाड़ीका4 पर आय�। मं�र्टिटaन न8 उस8 अन्�र बा(ल�य� और आग8 बाढ़ेकार �र<�ज़� खा0ल दि�य�। बा0ल�, “आओ, थी0ड़ी� गरमं� ल0। ता(म् . ठ�ड लग र � मं�ल&मं 0ता� *।”

स्ट8प�न बा0ल�, “भाग<�न ता(म् �र� भाल� कार.! ��, मं8र� �8 मं. स�© बा*ठ गई * और जो0ड़ी ��� कारता8 K।”

य का कार �8 का4 बारफ़ द्वा�र का8 बा� र का4 झां�ड़ी स्ट8प�न अन्�र आय�।�0 हिगल�स भारकार एका मं�र्टिटaन न8 स्ट8प�न का8 आग8 सरका� दि�य� और रका�बा� मं. ड�लकार

दूसर8 मं. स8 खा(� प�न8 लग�।स्ट8प�न न8 अपन� हिगल�स खात्मं कार औंध� रखा दि�य�। < चौ�य का8 लिलए बाहुता धन्य<��

�8न8 लग�, ल8हिकान प्रकाट थी� हिका और भा� एका हिगल�स मिमंल जो�य ता0 बा(र� बा�ता न 0ग�।मं�र्टिटaन न8 हिगल�स भारता8 हुए का �, “एका हिगल�स और ल0, अर8, ल0 भा�।”का कार स�थी � उसन8 अपन� भा� हिगल�स भार दि�य�, पर प�ता� जो�ता� थी� और र -र कार

मं�र्टिटaन सड़ीका का4 तारL �8खाता� जो�ता� थी�।स्ट8प�न न8 प&छे�, “क्य� हिकास� का4 बा�ट जो0 ता8 0?”“बा�ट? भा�ई, क्य� बाता�ऊं� । का ता8 ल�जो आता� *। सचौ प&छे0 ता0 इ�ताजो�र ता0 न N *, पर

र�ता एका आ<�जो स(न� थी�, जो0 मंन स8 दूर न N 0ता� *। < सचौमं(चौ का0ई थी�, य� सपन� थी�, का न N सकाता�। काल र�ता का4 बा�ता य * हिका मंK इ�जो�ल बा��चौ र � थी�। उसमं. प्रभा( ईस� का� <ण�न * न, हिका का* स8 उन् ;न8 दु:खा उठ�य8 और हिकास भा��हिता < इस धरता� पर प्र8मं और भालिक्त स8 र 8। स0 ता(मंन8 भा� जोरुर स(न� 0ग�।”

स्ट8प�न न8 का �, “स(न� ता0 मंKन8 भा� *। पर मंK अनपढ़े आ�मं� हूं� और समंझांता�-बा(झांता� कामं हूं�।”

“ता0 स(न0, भा�ई। उनका8 जो�<न का8 हि<षाय का4 बा�ता *। मंK पढ़े र � थी�। पढ़ेता8-पढ़ेता8 < प्रस�ग आय�, जो �� मंस� एका धन<�न आ�मं� का8 य �� आता8 K। < धन� आ�मं� मंन स8 उनका4 आ<भागता न N कारता�। अबा ता(म् . मंK क्य� काहूं�? मंK स0चौन8 लग� हिका उस आ�मं� न8 उनका� प&र� आ�र का* स8 न N हिकाय�। मंKन8 स0चौ� हिका का N मंK 0ता� ता0 जो�न8 क्य� न कारता�? पर �8खा0 हिका उस आ�मं� न8 मं�मं&ल� भा� का( छे न N हिकाय�। इस� तार का4 बा�ता स0चौता8-स0चौता8मं(झां8 नN� आ गई। हिLर एका�एका जो0 जो�गकार उठ� हिका ता0 ऐस� लग� हिका का0ई मं(झां8 न�मं ल8कार ध�मं8 स8 का र � * हिका �8खान�, इन्ताजो�र मं. र न�, मंK काल आऊं� ग�। ऐस� �0 बा�र हुआ। सचौ काहूं�, < बा�ता मं8र8 मंन मं. बा*ठ गई। य; ता0 मं(झां8 खा(� शरमं आ र � *, पर क्य� बाता�ऊं� , मंन मं. आस लग� * हिका < भाग<�न का N न आता8 ;!”

स्ट8प�न स(नकार चौ(प र � और लिसर हि ल� दि�य�। हिLर हिगल�स का4 चौ�य खात्मं कार हिगल�स का0 अलग रखा दि�य�। ल8हिकान मं�र्टिटaन न8 स�ध� कार हिLर उस8 चौ�य स8 भार दि�य�।

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“ल0, ल0, भा�ई! प�ओ भा�! ��, मंK स0चौ र � थी� हिका इस धरता� पर मंस� प्रभा( का* स8 र ता8 थी8। नफ़रता हिकास� स8 न N कारता8 थी8 और मं�मं&ल�-स8-मं�मं&ल� ल0ग; का8 बा�चौ मिमंल-जो(लकार र ता8 थी8। स�थी� उनका8 स�ध�रण जोन थी8 और मं जो*स8 अधमं और प�प� ल0ग; का0 उन् ;न8 शरण �8कार उठ�य� थी�। उन् ;न8 का � थी� हिका जो0 तान8ग�, उसका� लिसर न�चौ� 0ग�, जो0 झां(का8 ग� < � उठ8ग�। उन् ;न8 का �, ता(मं मं(झां8 बाड़ी� का ता8 0, और मंK हूं� हिका ता(म् �र8 प*र ध0ऊं� ग�। का �, सबास8 आग8 < � हिगन� जो�यग� जो0 सबास8 प�छे8 र कार स8<� कार8ग�, क्य;हिका जो0 �Sन K और �य�<�न K और प्र8मं रखाता8 K, < � धन� K।”

स्ट8प�न स(नता8-स(नता8 अपन� चौ�य भा&ल गय�। बा(ड्ढा� आ�मं� थी� और जोल्�S उस8 आ�स& आ जो�ता8 थी8। स0 < �� बा*ठ8 -बा*ठ8 भाग<�v-<�ण� स(नकार उसका8 �0न; ग�ल; पर आ�स& ल(ढ़ेकान8 लग8।

मं�र्टिटaन न8 का �, “ल0, ल0। बास, एका और।”ल8हिकान स्ट8प�न न8 मं�L4 मं��ग�, धन्य<�� दि�य� और हिगल�स का0 अलग कार उठ खाड़ी�

हुआ।“ता(म् �र� मं(झां पर बाड़ी� अ स�न हुआ, मं�र्टिटaन। ता(मंन8 मं8र8 तान और मंन �0न; का0 खा(र�का

�S और स(खा पहु�चौ�य�य *।”मं�र्टिटaन बा0ल�, “काबा ता0 अहितालिथी मिमंलता8 K! हिLर भा� इधर आय� कारन�। मं(झां8 बाड़ी� खा(श�

0ग�।”स्ट8प�न चौल� गय�। उसका8 बा�� बा�का4 बाचौ� चौ�य मं�र्टिटaन न8 हिनबाट�ई, L* ल� स�मं�न

सम्भा�ल� और का�मं पर आ बा*ठ�।बा*ठकार < आर� स8 जो&ता8 का8 ताल8 का4 स�<न ठ¦का कारन8 लग�। ताल� स�ता� जो�ता� थी� और

ग्निखाड़ीका4 स8 बा� र �8खाता� जो�ता� थी�। ईश( का4 तास्<�र उसका8 मंन मं. थी� और उन् N का4 कारन� और काथीन� का4 य�� स8 उसका� अन्ता:कारण भार� थी�।

इतान8 मं. �0 लिसप� � उधर स8 हिनकाल8। एका सरका�र� जो0ड़ी� प न8 थी�। दूसर8 का8 प*र; मं. �8श� जो&ता8 थी8। हिLर पड़ी0स का8 एका मंका�न-मं�लिलका हिनकाल8, ज़िजोनका� बादिढ़ेय� का�मं��र जो0ड़ी�थी�। हिLर एका झां�<� लिलए न�नबा�ई उधर स8 ग(जोर�। ऐस8 बाहुता-स8 ल0ग चौल8 हुए गय8। बा�� मं. एका स्त्री� आई, ज़िजोसका8 प*र; मं. �8 �ता� जो&हिताय�� थीN। < ग्निखाड़ीका4 का8 स�मंन8 स8 ग(जोर�, ल8हिकान आग8 �S<�र का8 प�स जो�ता8-जो�ता8 रुका गई। मं�र्टिटaन न8 ग्निखाड़ीका4 मं. स8 उस8 �8खा�। < इधर का8 लिलए अनजो�न मं�ल&मं 0ता� थी�। बाच्चा8 का0 <� का4 श�ता स8 बाचौन8 का0 < उस8 बा�र-बा�र ढोंकान8 का� जोतान कारन8 लग�। ल8हिकान उढ़े�न8 का0 कापड़ी� उसका8 प�स न N का8 बार�बार थी�। इन जो�ड़ी8 का8 दि�न; मं. गरमं� का8 -स8 कापड़ी8 < प न8 थी�। <8 भा� झां�न8 और Lट8 थी8। ग्निखाड़ीका4 मं. स8 मं�र्टिटaन न8 बाच्चा8 का� र0न� स(न�। स्त्री� उस8 मंन�-मंन�कार चौ(प कार�न� चौ� ता� थी� और < चौ(प न N 0ता� थी�। मं�र्टिटaन उठ� और द्वा�र स8 बा� र जो�कार बा0ल�, “स(नन� मं�ई, इधर स(न0।”

स(नकार स्त्री� मं(ड़ी�।

“< �� स�© मं. खा(ल8 मं. बाच्चा8 का0 ल8कार क्य; खाड़ी� 0? अन्�र आ जो�ओ। य �� बाच्चा8 का0 ठ¦का तार उढ़े� भा� ल8न�। इधर आओ, इधर।”

एका बा(ड्ढा� आ�मं�, न�का पर ऐनका चौढ़े�ए इस तार स8 बा(ल� र � *, य �8खाकार स्त्री� का0 अचौरजो हुआ। ल8हिकान < चौल� आई।

स�थी-स�थी �0न; अन्�र आय8 और कामंर8 मं. पहु�चौ8। < �� मं�र्टिटaन न8 �थी स8 बाता�कार का �, “< खा�ट *, < �� बा*ठ जो�ओ। आग * �, जोर� गरमं� ल0 और बाच्चा8 का0 भा� दूध हिपल� ल0।”

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“दूध मं8र8 का �� *? स<8र8 स8 मंKन8 का( छे खा�य� � न N *।” य का न8 पर भा� बाच्चा8 का0 उसन8 छे�ता� स8 लग� लिलय�।

मं�र्टिटaन न8 लिसर खा(जोल�य�। हिLर र0टS हिनका�ल� और एका ताश्तार�। अ�ग�ठ¦ स8 उता�रकार का( छे श0रबा� रका�बा� मं. �8 दि�य�। �मियल8 का4 पता�ल� भा� उता�र�, ल8हिकान अभा� < ता*य�र न N हुआ थी�। इसलिलए र0टS-रस� � स�मंन8 रखा दि�य�।

“ल0, बा*ठ जो�ओ और श(रु कार0। बाच्चा� ल�ओ, मं(झां8 �0। �8खाता� क्य� 0, बाच्चा8 क्य� मं(झां8 न N हुए K? �8खा ल8न�, मंK बाच्चा8 का0 खा&बा मंन� ल8ता� हूं�।”

स्त्री� बा*ठकार खा�न8 लग�। मं�र्टिटaन न8 बाच्चा8 का0 हिबाछे न8 पर लिलट� दि�य� और खा(� बा*ठ गय�। < तार -तार स8 बाच्चा8 का0 बा ल�न8 लग�। काभा� का* स� आ<�ज़ हिनका�लता� और काभा� का( छे बा0ल� हिनका�लता�। ल8हिकान ���ता थी8 न N और आ<�ज़ ठ¦का न N हिनकालता� थी�। बाच्चा8 का� र0न� जो�र� र �। ताबा उ�गल� �8-�8कार < बाच्चा8 का0 ग(�ग(��न8 लग�। हिLर एका खा8ल हिकाय�। उ�गल� स�ध8 बाच्चा8 का8 मं(� ताका ल8 जो�ता�, हिLर चौट स8 खाNचौ ल8ता�। य उसन8 बा�र-बा�र हिकाय�, पर उ�गल� बा�लका का0 मं(� मं. न N ल8न8 �S, क्य;हिका उसका4 उ�गल� का�मं स8 तामं�मं का�ल� 0 र � थी�। मं0मं-<0मं जो�न8 क्य� उसमं. लग� थी�। बाच्चा� प ल8 ता0 इस उ�गल� का8 खा8ल का0 ध्य�न स8 �8खान8 लग� और चौ(प 0 गय�। हिLर ता0 < एका�मं �स पड़ी�। मं�र्टिटaन य �8खा बाड़ी� खा(श हुआ।

स्त्री� बा*ठ¦ खा�ता� जो�ता� थी� और बाताल�ता� जो�ता� थी� हिका मंK का न हूं� और क्य; ऐस� �लता मं. हूं�।बा0ल�, “मं8र8 आ�मं� का4 लिसप� � का4 न कार� थी�। हिLर का0ई आठ मं �न8 हुए जो�न8 उन् . का �� भा8जो� गय�। ताबास8 का( छे खाबार उनका4 न N मिमंल�। उसका8 बा�� मंKन8 र0टS पका�न8 का4 न कार� कार ल�। र0टS बान�ता� थी�, ल8हिकान य बा�लका 0न8 का0 हुआ ता0 मं(झां8 का�मं स8 उन् ;न8 ट� दि�य�। ता�न मं �न8 स8 मंK भाटका र � हूं� हिका न कार� मिमंल जो�य। जो0 प�स थी�, प8ट का4 खा�हितार सबा बा8चौ चौ(का4। अबा का ड़ी� न र गई *। स0चौ�, मंK ध�य बान जो�ऊं� । ल8हिकान का0ई मं(झां8 रखान8 का0 र�ज़� न N हुआ। का ता8 थी8 हिका मंK बाहुता दुबाल� और दुग्निखाय� �Sखाता� हूं�,स0 दूध क्य� उतार8ग�। मंK य �� एका स8ठ�न� का4 बा�ता पर आई थी�। < �� मं�र8 ग��< का4 एका न कार�न� *। उन् ;न8 मं(झां8 रखान8 का0 का � थी�। मंK समंझांता� थी� हिका सबा ठ¦का-ठ�का *। पर < �� गई ता0 का � हिका अगल8 फ्ता8 ताका मं. फ़स(�ता न N *, हिLर आन�। < दूर जोग थी� और आता8-आता8 मं8र� �मं �र गय�। बाच्चा� हिबाचौ�र� भा&खा� *। �8खा;, का* स� आ�खा. 0 गई K! भा�sय का4 बा�ता * हिका < ता0 मंका�न मं�लहिकान �य�ल( K। भा�ड़ी� न N ल8ताN, न N ता0 मं8र� और दिठका�न� न थी�।”

मं�र्टिटaन न8 स(नकार लम्बा� स��स भार�। प&छे�, “का0ई गमं� कापड़ी8 प�स न N K?”बा0ल�, “गमं� कापड़ी� का �� स8 0! अभा� काल � छे: आन8 मं. अपन� चौद्दर हिगर<� रखा चौ(का4

हूं�।”इतान� का कार स्त्री� बाढ़ेS और बाच्चा8 का0 ग0� मं. ल8 लिलय�। मं�र्टिटaन खाड़ी� 0 गय� और अपन8 कापड़ी; मं. खा0जो-बा�न कारन8 लग�। आग्निखार एका बाड़ी� गमं� चौ0ग� उसन8 हिनका�ल� और का �, “य ल0। चौ�जो ता0 LटS-प(र�न� *, पर बाच्चा8 का8 का( छे का�मं ता0 आ � जो�यग�।”

स्त्री� न8 उस चौ0ग8 का0 �8खा�। हिLर उस �य�<�न बा&ढ़े8 का4 तारL आ�खा उठ�ई, हिLर चौ0ग8 का0 �थी मं. ल8ता8-ल8ता8 र0 पड़ी�।मं�र्टिटaन न8 मं(ड़ीकार खा�ट का8 न�चौ8 झां(काकार < �� स8 एका छे0ट�-स� बाक्स हिनका�ल�। उसमं. इधर-उधर का( छे खा0जो� और हिLर ध�र8-स8 सरका�कार बा*ठ गय�।

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स्त्री� बा0ल�, “भाग<�न ता(म् �र� भाल� कार8, बा�बा�! सचौमं(चौ ईश्वर न8 � मं(झां8 इधर भा8जो दि�य�, न N ता0 बाच्चा� दिठठ(र कार मंर गय� 0ता�। मंK चौल�, ताबा स�© इतान� न N थी�। अबा ता0 का* स� गजोबा का4 ठ�ड� <� चौल र � *। जोरुर य ईश्वर का4 कारन� * हिका ता(मंन8 ग्निखाड़ीका4 स8 बा� र झां��का� और मं(झां गर�हिबान� पर �य� का4।”

मं�र्टिटaन मं(स्कार�य�। बा0ल�, “य सचौ बा�ता *। उस� न8 मं(झां8 आजो इधर �8खान8 का0 का � थी�। का0ई य स�य0ग � न N * हिका मंKन8 ता(म् . �8खा�।”

य का कार मं�र्टिटaन न8 उस8 अपन8 सपन8 का4 बा�ता स(न�ई।

स्त्री� बा0ल�, “का न जो�न8, ईश्वर क्य� न N कार सकाता�!” < उठ¦ और अपन8 बाच्चा8 का0 चौ�र; ओर स8 ढोंकाता8 हुए चौ0ग� का� ध; पर ड�ल लिलय�। ताबा झां(काकार मं�र्टिटaन का0 हिLर एका बा�र धन्य<�� दि�य�।

“प्रभा( का8 न�मं पर य ल0।” मं�र्टिटaन न8 का � और चौद्दर हिगर<� स8 छे( ड़ी�न8 का8 लिलए छे: आन8 स्त्री� का8 �थी मं. थीमं� दि�य8। स्त्री� न8 ईश( प्रभा( का0 स्मंरण हिकाय�। मं�र्टिटaन न8 प्रभा( का� न�मं लिलय� और हिLर उस8 बा� र पहु�चौ� आय�।

स्त्री� का8 चौल8 जो�न8 पर मं�र्टिटaन न8 �8गचौ� उता�र का( छे खा�य�-हिपय�, हिLर बाता�न स�भा�लकार रखा दि�य8 और का�मं कारन8 बा*ठ गय�। < बा*ठ� र �, बा*ठ� र � और का�मं कारता� र �। ल8हिकान ग्निखाड़ीका4 का0 न N भा&ल�। छे�य� का0ई ग्निखाड़ीका4 पर पड़ीता� हिका < ता(रन्ता हिनग� कारता� हिका �8खा&�, का न जो� र � *।

थी0ड़ी� �8र बा�� एका स8बा <�ल� स्त्री� का0 मं�र्टिटaन न8 ठ¦का अपन� ग्निखाड़ीका4 का8 स�मंन8 रुकाता8 �8खा�। < एका बाड़ी� ट0कार� लिलय8 थी�, ल8हिकान स8बा उसमं. बाहुता न N र गय8 �Sखाता8 थी8। स�ज़ थी� हिका < बाहुता-का( छे उसमं. स8 बा8चौ चौ(का4 *। उसका4 कामंर पर एका बा0र� थी�, ज़िजोसमं. लिछेपदिटय�� भार� थीN। उस8 < घोंर ल8 जो� र � थी�। का N इमं�रता का4 मं�� लग� 0ग�, < N स8 बाट0रकार ल�ई 0ग�। बा0र� उस8 चौ(भा आय� थी� और एका का� ध8 स8 दूसर8 का� ध8 पर बा�लन� चौ� ता� थी�। बा0र8 का0 उसन8 र�स्ता8 का8 एका ओर रखा दि�य� और ट0कार� का0 हिकास� खाम्भा8 स8 दिटका� दि�य�। हिLर बा0र8 का4 लिछेपदिटय; का0 ल ल�न8 लग�। ल8हिकान ताभा� LटS-स� ट0प� ओढ़े8 एका लड़ीका� उधर � ड़ी� और ट0कार� स8 एका स8बा ल8कार भा�गन8 का0 हुआ। बा(दिढ़ेय� न8 �8खा लिलय� और मं(ड़ीकार चौट स8 उसका4 बा�� पकाड़ी ल�। लड़ीका8 न8 बाहुता8र� खाNचौ�ता�न� का4 हिका ट&ट जो�य, ल8हिकान बा(दिढ़ेय� न8 अपन8 �थी जोमं�य8 रखा8। ट0प� बा�लका का4 उता�रकार L. का �S और उस8 बा�ल; स8 पकाड़ीकार झां�झां0ड़ीन8 लग�। लड़ीका� लिचौल्ल�य�, इस पर बा(दिढ़ेय� और ता8जो 0 उठ¦। य �8खा मं�र्टिटaन �थी का4 आर� < N ड�ल झांट स8 �र<�जो8 का8 बा� र आ गय�। जोल्�S मं. ऐनका भा�छे& टS। लड़ीखाड़ी�ता8 प*र; < स�ढ़ेS उतार� और � ड़ीकार सड़ीका पर आ खाड़ी� हुआ। बा(दिढ़ेय� लड़ीका8 का8 बा�ल झांकाझां0र र � थी� और ग�लिलय�� �8 र � थी�, “ता(झां8 प(लिलस मं. दू�ग�” लड़ीका8 छे& टन8 का0 मंचौल र � थी�। लिचौल्ल� र � थी� हिका मंKन8 का( छे न N लिलय�, मं(झां8 क्य; मं�र र � 0? मं(झां8 छे0ड़ी �0।

मं�र्टिटaन न8 आकार उन् . अलग कार दि�य�। बा0ल�, “जो�न8 �0, भा�ई। भाग<�न का8 लिलए उस8 अबा मं�L कार �0।”

“अजो�, मंK उस8 दि�खा� दू�ग�, ज़िजोसस8 स�ल-एका य�� ता0 रखा8। बा�मं�श का0 थी�न8 ल8 जो�ऊं� ग�।”मं�र्टिटaन बा(दिढ़ेय� का0 हिन 0रन8 लग�, “जो�न8 �0, भा�ई। हिLर ऐस� न N कार8ग�। भाग<�न का8

लिलए उस8 जो�न8 �0।”

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बा(दिढ़ेय� न8 लड़ीका8 का0 छे0ड़ी दि�य�। लड़ीका� भा�ग जो�न8 का0 हुआ, ल8हिकान मं�र्टिटaन न8 उस8 र0का लिलय�।

लड़ीका� र0 पड़ी� और मं�L4 मं��गन8 लग�।“ठ¦का *। य ल0 एका स8बा।” का ता8 हुए मं�र्टिटaन न8 ट0कार� स8 एका स8बा लिलय� और लड़ीका8

का0 �8 दि�य�। हिLर बा0ल�, “इसका8 प*स8 मंK दू�ग�, मं�ई।”“इस तार इन छे0कार; का0 ता(मं हिबाग�ड़ी �0ग8।” बा(दिढ़ेय� बा0ल�, “इस8 का0ड़ी8 लगन8 चौ�हि ए थी8

हिका फ्ता8 भार ता0 य�� र ता�।”

“ओ , भा�ई”, मं�र्टिटaन बा0ल�, “छे0ड़ी0-छे0ड़ी0, य तार�का� मं ल0ग; का� 0, ईश्वर का� न N *। अगर एका स8बा का4 चौ0र0 का8 लिलए उस8 का0ड़ी8 लगन8 चौ�हि ए ता0 मं. अपन8 प�प; का8 लिलए क्य� मिमंलन� चौ�हि ए? स0चौ0 ता0।”

बा(दिढ़ेय� चौ(प र गई।

ताबा मं�र्टिटaन न8 उस8 उस काथी� का4 य�� दि�ल�ई, जो �� प्रभा( ता0 अपन8 स8<का पर स�र� ऋण छे0ड़ी �8ता8 K, पर < ��स जोर�-स8 का8 लिलए अपन8 काजो���र का� गल� जो� �बा0चौता� *। बा(दिढ़ेय� न8 य सबा स(न� और लड़ीका� भा� प�स खाड़ी� स(नता� र �।

“स0 प्रभा( का4 बा�न� * हिका मं मं�फ़ कार.”, मं�र्टिटaन न8 का �, “न N ता0 मं भा� मं�फ़4 न N प�य.ग8। र हिकास� का0 मं�फ़ कार0। अनज़�न बा�लका का0 ता0 और भा� प ल8 मं�फ़4 मिमंलन� चौ�हि ए।”

बा(दिढ़ेय� न8 लिसर हि ल�य� और स��स भार�।बा0ल�, “य ता0 सचौ *। ल8हिकान <8 इतान8 हिबागड़ी8 जो0 जो� र 8 K।”मं�र्टिटaन बा0ल�, “य ता0 मं बाड़ी; पर * न हिका अपन8 उ�� रण स8 उन् . मं अच्छीS र� दि�खा�ए�?”

“य � ता0 मंK का ता� हूं�,” बा(दिढ़ेय� बा0ल�, “मं8र8 खा(� स�ता बाच्चा8 0 चौ(का8 K। उनमं. लिसL� अबा एका लड़ीका4 *।” बा(दिढ़ेय� बाता�न8 लग� हिका का* स8 और का � < अपन� बा8टS का8 स�थी र � कारता� थी� और हिकातान8 ध8<ता�-ध8<ता8 और उसका8 स�थी थी8। बा0ल�, “य �8खा0, अबा मं(झांमं. अगचौ® का( छे कास न N र गय� * हिLर भा� उनका8 लिलए मंK का�मं मं. जो(टS � र ता� हूं�, और बाच्चा8 भा� <8 भाल8 K। उन् . छे0ड़ी और का0ई भा� ता0 मं8र8 प�स न N र ता�। नन् N ऐन� ता0 अबा मं(झां8 छे0ड़ी हिकास� का8 प�स जो�यग� � न N। का 8ग�, ‘ मं�र� न�न�, मं�र� प्य�र� अच्छीS न�न�!”...और ऐन� का4 य य�� आता8 � बा(दिढ़ेय� का4 आ�खा. एका�मं भा�ग गईं।

लड़ीका8 का8 लिलए बा0ल�, “सचौ ता0 *। बा8चौ�र8 का� बाचौपन थी�, और क्य�! ईश्वर उसका� स �ई 0!”य का कार जो*स8 � < बा0र� उठ�कार अपन� कामंर पर रखान8 का0 हुई हिका लड़ीका� का& �कार उसका8 स�मंन8 आ खाड़ी� हुआ बा0ल�, “ल�ओ, य मंK ल8 चौल&�, मं��। मंK उस� तारL जो� र � हूं�।”बा(दिढ़ेय� न8 ‘ ��’ मं. लिसर हि ल�य� और बा0र� लड़ीका8 का4 कामंर पर रखा दि�य�। हिLर �0न; स�थी-स�थी गल� स8 चौलता8 चौल8। मं�र्टिटaन स8 स8बा का8 प*स8 मं��गन� बा(दिढ़ेय� हिबाल्का( ल � भा&ल गई। �0न; आपस मं. बा0लता8-चौल�ता8 < �� स8 गय8, और मं�र्टिटaन खाड़ी�-खाड़ी� उन् . �8खाता� र �।आ�खा स8 <8 ओझांल 0 गय8 ता0 मं�र्टिटaन घोंर <�पस आय�। जो�न8 पर उस8 अपन� ऐनका पड़ी� मिमंल�, जो0हिका ट&टS न N थी�। उस8 उठ� और आर� �थी मं. ल8 < हिLर का�मं पर बा*ठ गय�। थी0ड़ी�-स� का�मं हिकाय� थी� हिका चौमंड़ी8 का8 स&र�खा; स8 स&आ हिनका�लन� उसका4 आ�खा; का0 मं(श्किश्काल 0न8 लग�। ताभा� बा� र क्य� �8खाता� * हिका लKप <�ल� गल� का8 लKप जोल�न8 गल� स8 हिनकाल� जो� र � *।

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स0चौ�, र0शन� का� समंय 0 गय� �Sखाता� *। उसन8 लKप ठ¦का हिकाय�, उस8 ट��ग� और हिLर अपन8 का�मं पर बा*ठ गय�। एका जो&ता� उसन8 प&र� कार लिलय�। हिLर अ�ल-बा�लकार उस8 जो��चौन8 लग�। सबा दुरुस्ता थी�। उसन8 अपन8 औजो�र; का0 समं8ट�, काटन�-छेटन� का0 बा( �र दि�य� और मं0मं-ध�ग� और सबा चौ�जो-<स्त्री का0 ठ¦का-ठ�का रखा दि�य�। हिLर लKप उता�र मं8जो पर रखा आल8 स8 अपन� इ�जो�ल का4 प0थी� ल�। चौ� ता� थी� हिका < N स8 खा0ल&�, जो �� प ल8 दि�न हिनश�न लग� छे0ड़ी� थी�। ल8हिकान हिकाता�बा दूसर� जोग खा(ल गई। उस8 खा0लन� थी� हिका काल का�सपन� हिLर मं�र्टिटaन का8 स�मंन8 आ गय�। स�थी � उस8 प*र; का4 आ ट-स� स(न�ई �S, मं�न0 का0ई उसका8 प�छे8 चौल-हिLर र � 0। मं�र्टिटaन मं(ड़ी�। उस8 लग�, जो*स8 अ�ध8र8 का0न8 मं. काई आ�मं� खाड़ी8 ;। ल8हिकान < प चौ�न न सका� हिका का न *। उस� समंय एका आ<�जो L( सL( स�कार जो*स8 का�न मं. बा0ल�, “मं�र्टिटaन, मं�र्टिटaन, क्य� ता(मं मं(झां8 न N प चौ�नता8?”मं�र्टिटaन स��8 का8 स्<र मं. बा0ल�, “का न?”आ<�जो बा0ल�, “य , मंK।”का न8 का8 स�थी अ�मिधय�र8 का0न8 स8 हिनकाल आग8 स्ट8प�न आ गय�। < मं(स्कार�य� और बा��ल का4 भा��हिता हिLर अन्ताध��न 0 गय�।हिLर आ<�जो हुई, “और य , मंK।”और इस पर अन्ध8र8 मं. < स्त्री� ग0� मं. बाच्चा� लिलय8 आ हिनकाल�। < मं(स्कार�ई, बाच्चा� �स� और य8 �0न; अन्ताध��न 0 गय8।हिLर ता�सर� आ<�जो आई, “और य , मंK।”और का न8 का8 स�थी � < बा(दिढ़ेय� और स8बा लिलय8 < लड़ीका� आ स�मंन8 हुए, �0न; मं(स्कार�य8 और अन्ताध��न 0 गय8।,इस पर मं�र्टिटaन का� हृ�य आनन्� स8 भार आय�। उसन8 प्रभा( का0 स्मंरण हिकाय�, ऐनका आ�खा; पर रखा� और ठ¦का जो �� इ�जो�ल खा(ल� थी�, पढ़ेन8 लग�। सL8 का8 ऊंपर � पढ़े�: “मंK भा&खा� थी� और ता&न8 मं(झां8 खा�न� दि�य�, मंK प्य�स� थी�, ता&न8 मं(झां8 प�न� दि�य�, मंK अजोनबा� थी� और ता&न8 मं(झां8 ग्री ण हिकाय�।”

और सL8 का8 अन्ता मं. पढ़े�:“इन भा�इय; मं. स8 एका का8 लिलए, मं�मं&ल�-स8-मं�मं&ल� का8 लिलए, जो0 ता&न8 हिकाय�, < मं(झांका0 हिकाय� समंझां। जो0 दि�य�, मं(झां8 पहु�चौ� समंझां।”उस समंय मं�र्टिटaन का0 प्रत्यC हुआ हिका उसका� सपन� सच्चा� हुआ *। उसका0 प्रता�ता हुआ हिका रCका प्रभा( सचौमं(चौ � उसका8 घोंर पध�र8 थी8 और उन् N न8 उनका� आहिताथ्य प�य� थी�।

-अन(० जो*न8न्द्रका( मं�र

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मा�गला मा�ग0□त�र्थं2कोंरा माह�वै�रा

जो0 र�ता और दि�न एका बा�र अता�ता का4 ओर चौल8 जो�ता8 K, <8 हिLर काभा� <�पस न N आता8, जो0 मंन(ष्य धमं� कारता� * उसका8 <8 र�ता और दि�न सLल 0 जो�ता8 K।

(उत्तर�ध्ययन अ० १४ ग�० २५)जो0 मंन(ष्य प्र�क्षिणय; का4 स्<य� हिं aस� कारता� *, दूसर; स8 हिं aस� कार<�ता� * और हिं aस� कारन8<�ल; का� अन(मं0�न कारता� *, < स�स�र मं. अपन8 लिलए <*र का0 बाढ़े�ता� *।(स&त्री काG ता��ग श्र(० १, अ० १ उ० १ ग�० ३)

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भाय और <*र स8 हिन<Gत्त स�धका का0, जो�<न का8 प्रहिता मं0 -मंमंता� रखान8<�ल� सबा प्र�क्षिणय; का4 स<�त्री अपन� � आत्मं� का8 समं�न जो�नकार काभा� हिं aस� न N कारन� चौ�हि ए। (उत्तर�० अ० ६ ग�० ७)अपन8 स्<�थी� का8 लिलए अथी<� दूसर; का8 लिलए क्रो0ध स8 य� भाय स8 हिकास� भा� प्रस�ग पर दूसर; का0 प�ड़ी� पहु�चौ�न8<�ल� असत्य <चौन न ता0 स्<य� बा0लन�, न दूसर; स8 बा(ल<�न� चौ�हि ए।

(�श<*का�लिलका अ० ६ ग�० १२)जो0 मंन(ष्य भा&ल स8 भा� मं&लता: असत्य, हिकान्ता( ऊंपर स8 सत्य मं�ल&मं 0न8<�ल� भा�षा� बा0लता� *, और < भा� आपस8 अछे& ता� न N र ता�, ताबा भाल� जो0 जो�न-बा&झांकार असत्य बा0लता� *, उसका8 प�प का� ता0 का न� � क्य�! (�स० अ० ७ ग�० ५)ज्ञा�न� प(रुषा, स�यमं-स�धका उपकारण; का8 ल8न8 और रखान8 मं. का N भा� हिकास� भा� प्रका�र का� मं त्< न N कारता8। और ता0 क्य�, अपन8 शर�र ताका पर भा� मंमंता� न N रखाता8। (�श० अ० ६ ग�० २२)<GC का8 मं&ल स8 सबास8 प ल8 स्कान्ध प*�� 0ता� *, स्कान्ध का8 बा�� श�खा�ए� और श�खा�ओं स8 दूसर� छे0टS-छे0टS ट हिनय�� हिनकालता� K। छे0टS ट �हिनय; स8 पत्त8 प*�� 0ता8 K। इसका8 बा�� क्रोमंश: L& ल, Lल और रस उत्पन्न 0ता8 K। इस� भा��हिता धमं� का� मं&ल हि<नय * और मं0C

उसका� अन्तिन्तामं रस *। हि<नय स8 � मंन(ष्य बाहुता जोल्�S स�प&ण� श�स्त्री-ज्ञा�न ताथी� का4र्षिताa सम्पा��न कारता� *। (�श० अ० ९ उ० २ ग�० १-२)जो0 बा�र-बा�र क्रो0ध कारता� *, ज़िजोसका� क्रो0ध श�घ्र � श�न्ता न N 0ता�, जो0 मिमंत्रीता� रखान8<�ल; का� भा� हितारस्का�र कारता� *, जो0 श�स्त्री पढ़ेकार ग<� कारता� *, जो0 दूसर; का8 �0षा का0 प्रकाट कारता� *, जो0 अपन8 मिमंत्री; पर भा� क्रो( द्ध 0 जो�ता� *, जो0 अपन8 प्य�र8-स8-प्य�र8 मिमंत्री का4 भा� प�ठ8 -प�छे8 बा(र�ई कारता� *, जो0 मंनमं�न� बा0ल उठता� *-बाका<��S *, जो0 स्न8 -जोन; स8 भा� द्र0 रखाता� *, जो0 अ �का�र� *, जो0 ल(ब्ध *, जो0 इज़िन्द्रयहिनग्री � न N, जो0 आ �र आदि� प�कार अपन8 स�धमं  का0 न �8कार अका8 ल� � प�न8<�ल� अहि<स�भा�ग� *, जो0 सबाका0 अहिप्रय *, < अहि<न�ता का ल�ता� *।

(उत्तर�० अ० ११ ग�० ७-८-९)जो0 मंन(ष्य हिनष्कापट ताथी� सरल 0ता� *, उस� का4 आत्मं� श(द्ध 0ता� *, और ज़िजोसका4 आत्मं� श(द्ध 0ता� *, उस� का8 प�स धमं� ठ र सकाता� *। घों� स8 खाNचौ� हुई अग्निsन ज़िजोस प्रका�र प&ण�

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आका�श का0 प�ता� *, उस� प्रका�र सरल और श(द्ध स�धका � प&ण� हिन<��ण का0 प्र�प्ता 0ता� *। (उत्तर�० अ० ३ ग�० १२)

प्रमंत्त प(रुषा धन का8 द्वा�र� न ता0 इस ल0का मं. � अपन� रC� कार सकाता� * और न परल0का मं.। हिLर भा� धन का8 अस�मं मं0 स8 मं&ढ़े मंन(ष्य, �Sपका का8 बा(झां जो�न8 पर जो*स8 मं�ग� न N �Sखा पड़ीता�, <*स8 � न्य�य-मं�ग� का0 �8खाता8 हुए भा� न N �8खा प�ता�। (उत्तर�० अ० ४ ग�० ५)स�स�र� मंन(ष्य अपन8 हिप्रय का( ट(म्बिम्बाय; का8 लिलए बा(र8-स8-बा(र8 प�प-कामं� भा� कार ड�लता� *, पर जोबा उनका8 दुष्Lल भा0गन8 का� समंय आता� *, ताबा अका8 ल� � दु:खा भा0गता� *, का0ई भा� भा�ई-बान्ध( उसका� दु:खा बा�ट�न8<�ल�, स �यता� पहु�चौ�न8<�ल� न N 0ता�। (उत्तर�० अ० ४ ग�० ५)स�स�र मं. जो0 धन-जोन आदि� प��थी� K, उन सबाका0 प�शरुप मं�नकार मं(मं(C( का0 बाड़ी� स�<ध�न� स8 L&� का-L&� काकार प��< रखान� चौ�हि ए। जोबा ताका शर�र सशक्त *, ताबा ताका उसका� उपय0ग अमिधका-स8-अमिधका स�यमं-धमं� का4 स�धन� का8 लिलए कार ल8न� चौ�हि ए। बा�� मं. जोबा < हिबालका( ल � अशक्त 0 जो�य ताबा हिबान� हिकास� मं0 -मंमंता� का8 मिमंट्टीS का8 ढों8ल8 का8 समं�न उसका� त्य�ग कार �8न� चौ�हि ए।

(उत्तर�० अ० ४ ग�० ७)श�श्वता-<��S ल0ग काल्पन� हिकाय� कारता8 K हिका “सत्कामं� स�धन� का4 अभा� क्य� जोल्�S *, आग8 कार ल.ग8।” परन्ता( य; कारता8-कारता8 भा0ग-हि<ल�स मं. � उनका� जो�<न समं�प्ता 0

जो�ता� * और एका दि�न मंGत्य( स�मंन8 आ खाड़ी� 0ता� *, शर�र नl 0 जो�ता� *। अन्तिन्तामं समंय मं. का( छे भा� न N बान प�ता�, उस समंय ता0 मं&खा� मंन(ष्य का8 भा�sय मं. का8 <ल पछेता�न� � श8षा र ता� *।

(उत्तर�० अ० ४ ग�० ९)

जो�<न मं. मंन्�ता� ल�न8 <�ल� का�मं-भा0ग बाहुता � ल(भा�<न8 मं�ल&मं 0ता8 K। परन्ता( स�यमं� प(रुषा उनका4 ओर अपन� मंन का0 अभा� आकाG l न 0न8 �8। आत्मं-श0धका स�धका का� कात्त�व्य * हिका क्रो0ध का0 �बा�ए, अ �का�र का0 दूर कार8, मं�य� का8 <श�भा&ता न 0 और ल0भा का0 छे0ड़ी �8। (उत्तर�० अ० ४ ग�० १२)

जो*स8 <GC का� पत्त� पताणझां ऋता(का�लिलका र�हित्री का8 बा�ता जो�न8 का8 बा�� प�ल� 0कार हिगर जो�ता� *, <*स8 � मंन(ष्य; का� जो�<न भा� आय( समं�प्ता 0न8 पर स स� नl 0 जो�ता� *। इसलिलए 8 ग तामं! Cण-मं�त्री भा� प्रमं�� न कार।जो*स8 ओस का4 बा&�� का( श� का4 न0का पर थी0ड़ी� �8र ताका � र ता� *, <*स8 � मंन(ष्य; का� जो�<न भा� बाहुता अल्प *-श�घ्र � नl 0 जो�न8<�ल� *। अता: Cण-मं�त्री भा� प्रमं�� न कार। (अन(य0गद्वा�र स(०)

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अन8का प्रका�र का8 हि<घ्न; स8 य(क्त अत्यन्ता अल्प आय(<�ल8 इस मं�न<-जो�<न मं. प&<� स�लिचौता कामं? का4 ध&ल का0 प&र� तार झांटका �8। (अ० स(०)

�Sघों�का�ल का8 बा�� भा� प्र�क्षिणय; का0 मंन(ष्य जोन्मं का� मिमंलन� बाड़ी� दुल�भा *, क्य;हिका काG ता-कामं? का8 हि<प�का अत्यनता प्रग�ढ़े 0ता8 K। (अ० स(०)

ता8र� शर�र दि�न-प्रहिता-दि�न जो�ण� 0ता� जो� र � *, लिसर का8 बा�ल श्व8ता 0न8 लग8 K, अमिधका क्य�, श�र�रिरका और मं�नलिसका बाल घोंटता� जो� र � *। इसलिलए प्रमं�� मंता कार। (अ० स(०)

जो*स8 कामंल शरताका�ल का8 हिनमं�ल जोल का0 भा� न N छे& ता�, जोल स8 अलिलप्ता र ता� *, उस� प्रका�र ता& भा� स�स�र स8 अपन� समंस्ता आसलिक्तय�� दूर कार, सबा प्रका�र का8 स्न8 -बान्धन; स8 रहि ता 0 जो�। (अ० स(०)

घों(मं�<��र हि<षामं मं�ग� का0 छे0ड़ीकार ता& स�ध8 और स�L र�स्ता8 पर चौल। हि<षामं मं�ग� पर चौलन8<�ल8 हिनबा�ल भा�र<� का का4 तार बा�� मं. पछेता�न8<�ल� न बान। (अ० स(०)

ता& हि<श�ल स�स�र समं(द्र का0 ता*र चौ(का� *, अबा भाल� हिकान�र8 आकार क्य; अटका र � *? उस प�र पहु�चौन8 का8 लिलए ज़िजोतान� भा� 0 सका8 , श�घ्रता� कार। (अ० स(०)र�ग और द्वा8षा �0न; कामं� का8 बा�जो K। मं0 कामं� का� उत्प��का मं�न� गय� *। कामं�-

लिसद्ध�न्ता का8 अन(भा<� ल0ग का ता8 K हिका स�स�र मं. जोन्मं-मंरण का� मं&ल कामं� *, और जोन्मं-मंरण य � एकामं�त्री दु:खा *। (पमं�यट्ठा�ण स(त्त�)

ज़िजोस8 मं0 न N, उस8 दु:खा न N, ज़िजोस8 ताGष्ण� न N उस8 मं0 न N,ज़िजोस8 ल0भा न N, उस8 ताGष्ण� न N, और ज़िजोसका8 प�स ल0भा कारन8 य0sय का0ई प��थी�-स�ग्री न N *, उसमं. ल0भा भा� न N। (पमं�यट्ठा�ण स(त्त�)

जो0 मं&खा� मंन(ष्य स(न्�र रुप का8 प्रहिता ता�व्र आसलिक्त रखाता� *, < अका�ल मं. � नl 0 जो�ता� *। र�ग�ता(र व्यलिक्त रुप�श�न का4 ल�लस� मं. <*स8 � मंGत्य( का0 प्र�प्ता 0ता� *, जो*स8 �Sपका का4 ज्य0हिता का0 �8खान8 का4 ल�लस� मं. पता�ग। (पमं�यट्ठा�ण स(त्त�)

जो0 मंन(ष्य अपन� हि ता चौ� ता� *, उस8 प�प का0 बाढ़े�न8 <�ल8 क्रो0ध, मं�न, मं�य� और ल0भा-इन चौ�र; �0षा; का0 स�� का8 लिलए छे0ड़ी �8न� चौ�हि ए। (कास�य स(त्त�)

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श�न्तिन्ता स8 क्रो0ध का0 मं�र0, नम्रता� स8 अक्षिभामं�न का0 जो�ता0, सरलता� स8 मं�य� का� न�श कार0 और सन्ता0षा स8 ल0भा का0 का�बा& मं. ल�ओ। (कास�य स(त्त�)

चौ���S और स0न8 का8 का* ल�स का8 समं�न हि<श�ल अस�ख्य प<�ता भा� यदि� प�स मं. ; ता0 भा� ल0भा� मंन(ष्य का4 ताGन्तिप्ता का8 लिलए <8 का( छे भा� न N K। का�रण हिका ताGष्ण� आका�श का8 समं�न अनन्ता *।

(कास�य स(त्त�)

परल0का मं. सम्यकाv बा0मिध का� प्र�प्ता 0न� कादिठन *। बा�ता� हुई र�हित्रीय�� काभा� ल टकार न N आताN। हिLर स8 मंन(ष्य जो�<न प�न� आस�न न N। (स&त्री० स&० १ अ० २ उ० १ ग�० १)ज़िजोस तार सिंसa हि रण का0 पकाड़ीकार ल8 जो�ता� *, उस� तार अन्ता समंय मंGत्य( भा� मंन(ष्य का0 उठ� ल8 जो�ता� *। उस समंय मं�ता�, हिपता�, भा�ई आदि� का0ई भा� उसका8 दु:खा मं. भा�ग���र न N 0ता8। परल0का मं. उसका8 स�थी न N जो�ता8। (उत्तर�० अ० १३ ग�० २२)

स�स�र मं. ज़िजोतान8 भा� प्र�ण� K, सबा अपन8 काG ता-कामं? का8 का�रण � दु:खा� 0ता8 K। अच्छी� य� बा(र� जो*स� भा� कामं� 0, उसका� Lल भा0ग8 हिबान� छे( टका�र� न N 0 सकाता�। (स&त्री० श्र(० १ अ० २ उ० १ ग�० ४)

<*र रखान8<�ल� मंन(ष्य मं8श� <*र � हिकाय� कारता� *, < <*र मं. � आनन्� प�ता� *। हिं aस�-कामं� प�प का0 उत्पन्न कारन8<�ल8 K, अन्ता मं. दु:खा पहु�चौ�न8 <�ल8 K। (स&त्री० श्र(० १ अ० ८ ग�० ७)

जो0 मंन(ष्य स(न्�र और हिप्रय भा�ग; का0 प�कार भा� प�ठ L8 र जो�ता� *, सबा प्रका�र स8 स्<�ध0न भा0ग; का� परिरत्य�ग कार �8ता� *, < � स � सच्चा� त्य�ग� का ल�ता� *। (�श० अ० २ ग�० ३)

जो0 <�र दुजो�य स�ग्री�मं मं. ल�खा; य0द्ध�ओं का0 जो�ताता� *, यदि� < एका अपन� आत्मं� का4 जो�ता ल8, ता0 य � उसका4 स<�श्र8ष्ठ हि<जोय 0ग�। (उत्तर�० अ० ९ ग�० ३४)

जो0 मंन(ष्य प्रहितामं�स ल�खा; ग�य. ��न मं. �8ता� *, उसका4 अप8C� का( छे भा� न �8न8 <�ल8 का� स�यमं�चौरण श्र8ष्ठ *। (उत्तर�० अ० ९ ग�० ४०)

शर�र का0 न�< का � *, जो�<न का0 न�हि<का का � जो�ता� * और स�स�र का0 समं(द्र बाताल�ता� *, इस� स�स�र-समं(द्र का0 मं र्षिषाaजोन प�र कारता8 K। उत्तर�० अ० २३ ग�० ७३)

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हि<र0मिधय; का4 ओर स8 पड़ीन8<�ल� दु<�चौन का4 चौ0ट. का�न; मं. पहु�चौकार बाड़ी� मंमं��नताका प�ड़ी� प*�� कारता� K, परन्ता( जो0 Cमं�श&र ज़िजोता8ज़िन्द्रय प(रुषा उन चौ0ट; का0 अपन� धमं� जो�नकार समंभा�< स8 स न कार ल8ता� *, < � प&ज्य *। (प(ज्य स(त्त�)

मंता� स8 श्रमंण 0ता� *। ब्राह्मचौय� स8 ब्रा�ह्मण 0ता� *, ज्ञा�न स8 मं(हिन 0ता� *, और ताप स8 तापस्<� बान जो�ता� *। (मं� ण० स(त्त) जो0 काल का�र� <चौन न N का ता�, जो0 क्रो0ध न N कारता�, ज़िजोसका4 इज़िन्द्रय�� अचौ�चौल K, जो0 प्रश�न्ता *, जो0 स�यमं मं. ध्रु(<य0ग� (स<�थी� ताल्ल�न) र ता� *, जो0 स�काट आन8 पर व्य�का( ल न N 0ता�, जो0 काभा� य0sय काता�व्य का� अन��र न N कारता�, < � क्षिभाC( *। (क्षिभाक्खा( स(त्त�)

धामा0 कों� पार्थं □ ग3तमा बु�द्ध

1. उस� का�मं का� कारन� ठ¦का *, ज़िजोस8 कारन8 का8 प�छे8 पछेता�न� न पड़ी8, और ज़िजोसका� Lल मंन(ष्य प्रसन्न-लिचौत्त स8 ग्री ण कार8।

2. प�प-कामं� दूध का4 तार ता(रन्ता न N जोमं जो�ता� *। < ता0 भास्मं स8 ढोंका4 हुई आग का4 तार थी0ड़ी�-थी0ड़ी� जोलकार मं&ढ़े मंन(ष्य का� प�छे� कारता� *।

3 जो*स8 मं �न प<�ता <� का8 झांका0र; स8 हि<का� हिपता न N 0ता�, <*स8 � बा(ज़िद्धमं�न ल0ग हिनन्�� और स्ता(हिता स8 हि<चौलिलता न N 0ता8।

4 स स्त्री; अनथी�का <�क्य; स8 एका स�थी�का प� श्र8ष्ठ *, ज़िजोस8 स(नकार श�न्तिन्ता प्र�प्ता 0ता� *।

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5 स स्त्री; अनथी�का ग�थी�ओं स8 एका स�थी�का ग�थी� श्र8ष्ठ *, ज़िजोस8 स(नकार श�न्तिन्ता प्र�प्ता 0ता� *।

6 जो0 अक्षिभा<��नश�ल और स�� <Gद्ध; का4 स8<� कारन8<�ल8 K, उनका8 य8 चौ�र; धमं� बाढ़ेता8 K-आय(, <ण�, स(खा और बाल।

7 एका दि�न का� स��चौ�रय(क्त और ज्ञा�नप&<�का जो�<न स <षा� का8 श�लरहि ता और असमं�हि ता जो�<न स8 अच्छी� *।

8 य समंझांकार प�प� का4 अ< 8लन� न कार8 हिका ‘< मं8र8 प�स न N आय8ग�।’ एका-एका बा&�� प�न� स8 घोंड़ी� भार जो�ता� *, इस� तार मं&खा� मंन(ष्य अगर थी0ड़ी�-थी0ड़ी� भा� प�प स�चौय कारता� *, ता0 < एका दि�न प�प का8 समं(द्र मं. ड&बा जो�ता� *।

9 जो0 श(द्ध, पहि<त्री और हिन��षा प(रुषा का0 �0षा लग�ता� *, उस मं&खा� का0 उसका� प�प ल टकार लगता� *, जो*स8 <�य( का8 रुखा L. का4 हुई ध&ल अपन8 ऊंपर स जो पड़ीता� *।

10 मंन(ष्य स्<य� � अपन� स्<�मं� *, दूसर� का न उसका� स्<�मं� य� स �यका 0 सकाता� *? अपन8 का0 ज़िजोसन8 भाल�-भा��हिता �मंन कार लिलय�, < � एका दुल�भा स्<�मिमंत्< प्र�प्ता कार ल8ता� K।

11 अन(लिचौता और अहि ताकार कामं? का� कारन� आस�न *। हि ताकार और श(भा कामं� परमं दुष्कार K।

12 जो0 प ल8 प्रमं�� मं. थी� और अबा प्रमं�� स8 हिनकाल गय�, < इस ल0का का0 मं8घोंमं�ल� स8 उन्मं(क्त चौन्द्रमं� का4 भा��हिता प्रका�लिशता कारता� *।

13 श्र8ष्ठ प(रुषा का0 प�न� कादिठन *। < र जोग जोन्मं न N ल8ता�। धन्य * < स(खा-सम्पान्न का( ल, जो �� ऐस� ध�र प(रुषा उत्पन्न 0ता� *!

14 हि<जोय स8 <*र प*�� 0ता� *, पर�ज़िजोता प(रुषा दु:खा� 0ता� *। जो0 जोय और पर�जोय छे0ड़ी �8ता� *, < � स(खा का4 नN� स0ता� *।

15 र�ग का8 समं�न का0ई आग न N, द्वा8षा का8 समं�न का0ई प�प न N। प�चौस्का� ध; (रुप, <8�न�, स�ज्ञा�, स�स्का�र और हि<ज्ञा�न) का8 समं�न का0ई दु:खा न N श�हिनता का8 समं�न का0ई स(खा न N।

16. भा&खा सबास8 बाड़ी� र0ग *, शर�र सबास8 बाड़ी� दु:खा *- इस बा�ता का0 अच्छीS तार समंझां ल8न� चौ�हि ए। यथी�थी[ मं. हिन<��ण � परमं स(खा *।

17. आर0sय परमं ल�भा *। स�ता0षा परमं धन। हि<श्व�स परमं बान्ध( * और हिन<��ण परमं स(खा *।

18. सत्प(रुषा; का� �श�न अच्छी� *। स�ता; का8 स�थी र न� स�� स(खाका�रका *। मं&खा? का8 अ�श�न स8 (अलग र न8 स8) मंन(ष्य सचौमं(चौ स(खा� र ता� *।

19. मं&खा? का4 स�गहिता मं. र न8<�ल� मंन(ष्य लिचौरका�ल ताका श0का-हिनमंsन र ता� *। मं&खा? का4 स�गहिता शत्री(ओं का4 तार स�� � दु:खा��यका 0ता� * और ध�र प(रुषा; का� स <�स अपन8 बान्ध(-बा��ध<; का8 समं�गमं का8 समं�न स(खा��य� 0ता� *।

20. स�� सचौ बा0लन�, क्रो0ध न कारन� और य�चौका का0 यथी8च्छी ��न �8न�-इन ता�न बा�ता; स8 मंन(ष्य �8<ता�ओं का8 हिनकाट स्था�न प�ता� *।

21. र�ग का8 समं�न का0ई आग न N, द्वा8षा का8 समं�न का0ई अरिरl ग्री न N, मं0 का8 समं�न का0ई जो�ल न N और ताGष्ण� का8 समं�न का0ई न�S न N।

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22. जो*स8 स(न�र चौ���S का8 मं*ल का0 दूर कारता� *, उस� तार बा(ज़िद्धमं�न प(रुषा का0 चौ�हि ए हिका < मंल; (प�प;) का0 प्रहिताCण थी0ड़ी�-थी0ड़ी� दूर कारता� र 8।

23. जो0 प्र�क्षिणय; का4 हिं aस� कारता� *, जो0 झां&ठ बा0लता� *, जो0 स�स�र मं. न �S हुई चौ�जो का0 उठ� ल8ता� 8 अथी��ताv चौ0र� कारता� *, जो0 पर�ई स्त्री� का8 स�थी स <�स कारता� *, जो0 शर�बा प�ता� *, < मंन(ष्य ल0का मं. अपन� जोड़ी आप � खा0�ता� *।

24. दूसर8 का� �0षा �8खान� आस�न *, हिकान्ता( अपन� �0षा �8खान� कादिठन *। ल0ग दूसर8 का8 �0षा; का0 भा(स का8 समं�न झांटकाता8 हिLरता8 K, हिकान्ता( अपन8 �0षा; का0 इस तार लिछेप�ता8 K, जो*स8 चौता(र जो(आर� �रन8<�ल8 प�स8 का0 लिछेप� ल8ता� *।

25. श्रद्ध�<�न, श�ल<�न, यशस्<� और धन� प(रुषा ज़िजोस �8श मं. जो�ता� *, < �� < प&जो� जो�ता� *।

26. हि मं�लय का8 ध<ल लिशखार; का8 समं�न स�ताजोन दूर स8 � प्रका�शता8 K और असन्ता ल0ग इस तार अदृl र ता8 K, जो*स8 र�ता मं. छे0ड़ी� हुआ बा�ण।

27. का0ई भा� स(गन्ध चौ� 8 < चौन्�न का4 0, चौ� 8 तागर का4 य� चौमं8ल� का4, <�य( स8 उलटS ओर न N जो�ता�। हिकान्ता( सत्प(रुषा; का4 स(गन्ध <�य( स8 उलटS ओर भा� जो�ता� *।

सत्प(रुषा; का4 स(गन्ध सभा� दि�श�ओं का0 स(<�लिसता कारता� *।28. ज़िजोस प्रका�र कालछेS ��ल-तारका�र� का8 स्<�� का0 न N समंझां सकाता�, उस� प्रका�र

मं&खा� मंन(ष्य स�र� ज़िजोन्�ग� पस्थिण्डता; का4 स8<� मं. र कार भा� धमं� और ज्ञा�न का� रस प्र�प्ता न N कार सकाता�।

29. ध्य�न मं. रता र 0, प्रमं�� मंता कार0। ता(म् �र� लिचौत्त भा0ग; का8 चौक्कार मं8 न पड़ी8। प्रमं�� का8 का�रण ता(म् . ल0 8 का� ल�ल-ल�ल ग0ल� न हिनगलन� पड़ी8 और दु:खा का4 आग स8 जोलता8 समंय ता(म् . य का कार क्रोन्�न न कारन� पड़ी8 हिका ‘ �य! य दु:खा *!’

30. जो*स8 जो& � का4 लता� का( म् ल�य8 हुए L& ल; का� त्य�ग कार �8ता� *, <*स8 � ता(मं र�ग और द्वा0षा का0 छे0ड़ी �0।

31. जो0 हिनन्�न�य मंन(ष्य का4 प्रश�स� अथी<� प्रश�सन�य प(रुषा का4 हिनन्�� कारता� *, < अपन8 � मं(खा स8 अपन� �हिन कारता� * और इस �हिन का8 का�रण उस8 स(खा प्र�प्ता न N 0ता�।

32. जो(ए मं. धन ग�<�न8 स8 जो0 �हिन 0ता� * < कामं *, हिकान्ता( सत्प(रुषा; का8 सम्बान्ध मं. अपन� मंन काल(हिषाता कारन� ता0 स<�स्<- �हिन स8 भा� बाढ़ेकार आत्मं �हिन *।

33. जो0 लिछेछेल� य� लिछेछे0र� 0ता� *, < � ज्य��� आ<�जो कारता� *, पर जो0 ग�भा�र 0ता� *, < श��ता र ता� *। मं&खा� अधभार8 घोंड़ी8 का4 तार श0र मंचौ�ता8 K, पर प्र�ज्ञा<�न ग�भा�र मंन(ष्य सर0<र का4 भा��हिता स�� श�न्ता र ता8 K।

34. इस स�र8 प्रप�चौ का� मं&ल अ �का�र *। इसका� जोड़ीमं&ल स8 न�श कार �8न� चौ�हि ए। अ �का�र का8 समं&ल न�श स8 � अन्ता:कारण मं. रमंन8<�ल� ताGष्ण�ओं का� अन्ता 0 जो�ता� *।

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35. स0न8-चौ���S का8 ल�खा;-कार0ड़ी; लिसक्का; का0 मंK श्र8ष्ठ धन न N का ता�। उसमं. ता0 भाय- �-भाय *-र�जो� का�, अग्निsन का�, जोल का�, चौ0र का�, ल(ट8र8 का� और अपन8 स�ग8-स�बा�मिधय; ताका का�।

36. श्र8ष्ठ और अचौचौ�ल ता0 मंK इन स�ता धन; का0 मं�नता� हूं�-श्रद्ध�, श�ल, लज्जा�, ल0काभाय, श्र(ता, त्य�ग और प्रज्ञा�। इस सप्ताहि<ध धन का0 का न ल&ट सकाता� * और का न छेSन सकाता� *?

37. जो0 स्मंGहिता<�न मंन(ष्य अपन8 भा0जोन का4 मं�त्री� जो�नता� *, उस8 अजो�ण� का� काl न N 0ता�। < आय( का� प�लन कारता8-कारता8 बाहुता <षा? का8 बा�� <Gद्ध 0ता� *।

38. काG पण का8 धन का4 का* स� बा(र� गहिता 0ता� *? काG पण मंन(ष्य स8 उसका8 जो�<न-का�लमं. हिकास� का0 स(खा न N पहु�चौता�, उसका� इकाट्ठा� हिकाय� हुआ स�र� धन अन्ता मं. र�जो� का8 खाजो�न8 मं. जो�ता� *, य� चौ0र ल&ट ल8ता8 K, अथी<� उसका8 शत्री( � उस8 उड़ी� �8ता8 K।

39. अपन8 �थी स8 का0ई अपर�ध 0 गय� 0 ता0 उस8 स्<�का�र कारन� और भाहि<ष्य मं. हिLर काभा� अपर�ध न कारन�, य आय�-गG स्था का� कात्त�व्य *।

40. ल0भा का8 L� �8 मं. L� स� हुआ मंन(ष्य हिं aस� भा� कारता� *, चौ0र� भा� कारता� *, पर-स्त्री� गमंन भा� कारता� *, झां&ठ भा� बा0लता� * और दूसर; का0 भा� <*स� � कारन8 का8 लिलए प्र8रिरता कारता� *।

41. त्य� का� Lल त्य� *, हिनन्�� का� Lल हिनन्�� *, और क्रो0ध का� Lल क्रो0ध। जो0 जो*स� कारता� *, <*स� � Lल उस8 मिमंलता� *।

42. परमं ल�भा आर0sय * और परमं स(खा हिन<��ण।43. < � बा�ता बा0लन� चौ�हि ए, ज़िजोसस8 अपन8 का0 स�ता�प न 0 और ज़िजोसस8 हिकास� का0

दु:खा न पहु�चौ8। य � स(भा�हिषाता <�क्य *।

44. सन्ता; न8 का � * हिका स(भा�हिषाता <�क्य � उत्तमं *। धमं� का4 बा�ता का न�, अधमं� का4 न का न�, य दूसर� स(भा�षाण *। हिप्रय बा0लन�, अहिप्रय न बा0लन�, य ता�सर� स(भा�षाण *। सत्य बा0लन�, असत्य न बा0लन�, य चौ थी� स(भा�षाण *।

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स्वैग0 कों� रा�ज्य□ईसे� मासे�ह

जोबा एका खा8ता मं. बा�जो बा0य8 जो�ता8 K ता0 सबा-का8 -सबा एका-स8 न N उगता8। 0ता� प्र�य: इस प्रका�र *-का( छे बा�चौ र�स्ता8 पर हिगर जो�ता8 K और प�छेS आकार उन् . चौ(ग जो�ता8 K। का( छे पथीर�ल� धरता� पर हिगरता8 K और अगचौ® <8 उगता8 ता0 K, ल8हिकान थी0ड़ी8 � समंय का8 लिलए उगता8 K, क्य;हिका उनका8 आसप�स इतान� मिमंट्टीS न N 0ता� हिका उसमं. < अपन� जोड़ी; का0 जोमं� ल. और इसलिलए उनका8 अ�का( र जोल्�S � स&खा जो�ता8 K। का( छे बा�जो का��ट; पर हिगरता8 K और का��ट8 उन् . �बा� ल8ता8 K। ल8हिकान का( छे ऐस8 भा� 0ता8 K, जो0 अच्छीS जोमं�न पर हिगरता8 K, प*�� 0कार बाड़ी8 0 जो�ता8 K और एका-एका ��न8 स8 ता�स य� स�ठ ��न8 Lलता8 K।

य � �श� आ�मिमंय; का4 K। का( छे ऐस8 K, जो0 अपन8 दि�ल; मं. ‘स्<ग� का� र�ज्य’ प्र�प्ता न N कारता8, उन् . बा� र� प्रल0भान आ घों8रता8 K और जो0 बा0य� थी�, उस8 चौ(र� ल8ता8 K। य8 <8 बा�जो K, जो0 र�स्ता8 पर बा0य8 गए थी8। इनका8 बा�� <8 आ�मं� K, जो0 प ल8 ता0 खा(श�-खा(श� उप�8श; का0

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स्<�का�र कारता8 K, ल8हिकान जोबा उनका� अपमं�न 0ता� * और उसका8 लिलए उन् . प�ड़ी� �S जो�ता� *, ता0 <8 उसस8 हि<मं(खा 0 जो�ता8 K। य8 <8 बा�जो K, जो0 पथीर�ल� ज़मं�न पर बा0य8 गए थी8। इसका8 बा�� <8 ल0ग K, जो0 ‘स्<ग� का8 र�ज्य’ का8 अथी� समंझांता8 K, ल8हिकान उनका8 भा�तार का� स�स�र� मं0 और स�पक्षित्त का� ल0भा उन् . �बा� ल8ता� *। य8 <8 बा�जो K, जो0 का��ट; मं. बा0य8 गए थी8। ल8हिकान <8 बा�जो, जो0 अच्छीS धरता� पर बा0य8 गए थी8, <8 K, जो0 ‘स्<ग� का8 र�ज्य’ का8 अथी� समंझांता8 * और उस8 अपन8 दि�ल; मं. जोग �8ता8 K। य8 ल0ग L& लता8-L& लता8 K, का( छे ता0 ता�स ग(न� और का( छे स�ठ ग(न� और का( छे स ग(न�।

मंतालबा य हिका ज़िजोस8 जो0 दि�य� गय� थी�, उसन8 < स�भा�ल रखा� *, ता0 उस8 और भा� ज्य��� मिमंल8ग�, ल8हिकान उस व्यलिक्त स8 सबाका( छे छेSन लिलय� जो�यग�, ज़िजोसन8 दि�य8 हुए का0 स�भा�ल कार न N रखा�। इसलिलए ‘स्<ग� का8 र�ज्य’ मं. प्र<8श कारन8 का8 लिलए अपन� स�र� शलिक्त का8 स�थी यत्न कार0। अगर आप उसमं. प्रहि<l 0 सकाता8 K, ता0 और हिकास� भा� बा�ता का8 लिलए इच्छी� मंता कार0।

उस आ�मं� का4 तार का�मं कार0, ज़िजोस8, जोबा य पता� चौल गय� हिका अमं(का खा8ता मं. बाड़ी� भा�र� खाजो�न� �बा� पड़ी� *, ता0 उसन8 जो0-का( छे उसका8 प�स थी� सबा बा8चौकार उस खा8ता का0 खार�� लिलय� और अमं�र बान गय�। आपका0 भा� <*स� � कारन� चौ�हि ए।

स�� य�� रखा0 हिका ज़िजोस प्रका�र एका छे0ट�-स� बा�जो बाढ़ेकार एका बाड़ी� प8ड़ी 0 जो�ता� *, उस� तार ‘स्<ग� का8 र�ज्य’ का8 लिलए थी0ड़ी8-स8 यत्न का� बाहुता बाड़ी� परिरण�मं मिमंलता� *।

र का0ई अपन8 हिनजो� यत्न स8 ‘स्<ग� का� र�ज्य’ प्र�प्ता कार सकाता� *, क्य;हिका < आपका8 भा�तार हि<द्योमं�न *।

...स्<ग� का� र�ज्य मं�र8 भा�तार *, इसका� अथी� य * हिका उसमं. प्रहि<l 0न8 का8 लिलए मं. हिLर स8 जोन्मं ल8न� 0ग�। हिLर स8 जोन्मं ल8न8 का� मंताल य न N हिका ज़िजोस प्रका�र एका �ड़ी-मं��स का� बाच्चा� अपन� मं�� का8 गभा� स8 जोन्मं ल8ता� *, उस� तार जोन्मं लिलय� जो�य, बाश्किल्का इसका� मंतालबा य * हिका उस शलिक्त का� उ�य 0 जो�य। शलिक्त का8 उ�य 0न8 का� अथी� य समंझां ल8न� * हिका मंन(ष्य मं. परमं�त्मं� का4 शलिक्त का� <�स *। ज़िजोस प्रका�र प्रत्य8का मंन(ष्य अपन� मं�ता� का8 गभा� स8 जोन्मं ल8ता� *, उस� प्रका�र परमं�त्मं� का4 शलिक्त स8 भा� जोन्मं ल8ता� *। जो0-का( छे शर�र स8 जोन्मंता� *, < शर�र का� � अ�श *। उस8 य�तान� अन(भा< 0ता� * और मंरता� भा� *। जो0-का( छे शलिक्त मं. स8 जोन्मंता� *, < शलिक्त का� अ�श 0ता� *। और < जो�हि<ता र ता� *। न ता0 उस8 य�तान� 0 सकाता� * और न < मंरता� *।परमं�त्मं� न8 मंन(ष्य; मं. अपन� शलिक्त इसलिलए उत्पन्न न N का4 हिका <8 प�हिड़ीता ; और मंर जो�य�, बाश्किल्का इसलिलए हिका उनका� जो�<न स(खा� और लिचौरस्था�य� 0। प्रत्य8का मंन(ष्य उस जो�<न का0 प्र�प्ता कार सकाता� *। ऐस� जो�<न ‘स्<ग� का� र�ज्य’ *।

इसलिलए ‘स्<ग� का� र�ज्य’ का� य अथी� न N समंझांन� चौ�हि ए हिका हिकास� समंय-हि<श8षा और स्था�न-हि<श8षा मं. र हिकास� का8 लिलए ‘प्रभा( का8 र�ज्य’ का� उ�य 0ग�, बाश्किल्का य हिका यदि� ल0ग अपन8 अन्�र का4 परमं�त्मं� का4 शलिक्त का0 जो�न ल.ग8 और उसका8 अन(स�र आचौरण कार.ग8, ताभा� <8 ‘स्<ग� का8 र�ज्य’ मं. प्रहि<l ;ग8 और उन् . य�तान� अथी<� मंGत्य( स न न N कारन� 0ग�। ल8हिकान

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अगर ल0ग अपन8 अन्�र का4 शलिक्त का� अन(भा< न N कारता8 और अपन8 शर�र; का8 लिलए � जो�ता8 K, ताबा <8 य�तान� स .ग8 और मंर.ग8।

ग�रु नु�नुकों कों� सेबु�□नु�नुकों ��वै

1. �*<� ग(ण <�ल8 श(भा ग(ण; का� हि<स्ता�र कारता8 K, दुग(�ण <�ल8 पF�त्त�प कारता8 K।2. 8 ज़िजोज्ञा�स( रुप� स्त्री�! यदि� ता& परमं8श्वर-रुप� पहिता का0 प्र�प्ता कारन� चौ� ता� *, ता0

< मिमंथ्य�-भा�षाण स8 न N मिमंल8ग�। ता8र8 प�स न ता0 भालिक्त-रुप� न�< *, न प्र8मं रुप� दुल् � *, अता: ता& उस8 प्र�प्ता न N कार सका8 ग�। < ता(झांस8 दूर � र 8ग�। मं8र� स्<�मं� प&ण�, सबाका� आश्रय और हिनFल *। जोबा प&ण� ग(रु उप�8श कारता� * ताबा सत्य-स्<रुप अता(लन�य परमं8श्वर प्र�प्ता 0ता� *।

3. शर�र मं. प्रभा( का� स(न्�र मंज़िन्�र * और उसमं. मं�क्षिणका और ल�ल लग8 K। इसमं. हिनमं�ल �र8 और मं0ता� K, < स्<ण� का� हिकाल� *, हिबान� स�दिढ़ेय; का8 इस गढ़े पर का* स8 चौढ़े� जो� सकाता� *? जोबा ग(रु द्वा�र� बाता�य8 तार�का8 स8 रिर का� ध्य�न हिकाय� जो�ता� *, ताभा� ज़िजोज्ञा�स( काG ता�थी� 0ता� *।

4. ग(रु � स�ढ़ेS *, न�< *, रिरन�मं दुल् � *।

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5. ग(रु स�स�र-स�गर का� जो �जो *, ग(रु � चौलता�-हिLरता� ता�थी� र�जो *। जोबा परमं8श्वर का0 आचौ�र-हि<चौ�र अच्छी� लगता� * ता0 बा(ज़िद्ध हिनमं�ल 0ता� * और < सत्स�ग-रुप� न�S मं. स्न�न कारन8 जो�ता� *। उस� प&ण� परमं8श्वर का4 उप�सन� कारन� चौ�हि ए < प&ण� ईश्वर सत्स�ग-रुप� सिंसa �सन पर हिन<�स कारता� *। प&ण� ग(रु ज़िजोस स्था�न पर भा� आता� *, उस8 स(श0क्षिभाता कार �8ता� * और हिनर�श ल0ग; का4 भा� आश� प&र� कार �8ता� *। यदि� ऐस� प&ण� ग(रु मिमंल जो�य ता0 ज़िजोज्ञा�स( का8 ग(ण का* स8 घोंट सकाता8 K?

6. अच्छी� हुआ जो0 मं8र� बा(ज़िद्ध दुग(�ण; स8 बाचौ गई और अ � भा� हृ�य मं. मंर गय�।7. सद्गु�रु का8 हि<श्व�स पर मं8र� इज़िन्द्रय�� स8<� मं. लग गईं। ज़िजोसन8 व्यथी� समंझांकार

काल्पन�ए� त्य�ग �º, < � सच्चा� हिनस्पG *। 8 मंन! सत्य का8 मिमंलन8 पर भाय दूर 0 जो�ता� *।

8. परमं8श्वर का8 भाय का8 हिबान� य जो�< का* स8 हिनभा�य 0 सकाता� *? ग(रु का8 द्वा�र� � जो�< ब्राह्म मं. ल�न 0ता� *।

9. उस परमं8श्वर का� हिकातान� � <ण�न कार., <ण�न कारन8 स8 उसका8 ग(ण; मं. कामं� न N आता�।

10. उसस8 मं��गन8 <�ल8 अन8का K, हिकान्ता( ��ता� एका < � *। ज़िजोस ईश्वर न8 प्र�ण दि�य8 K, उस� का8 मंन मं. हिन<�स कारन8 पर स(खा मिमंलता� *।

11. ईश्वर का8 हिबान� स�स�र स्<प्न *, मं��र� का� खा8ल * और Cणभार मं. नl 0 जो�ता� *।

12. कामं? का8 स�य0ग स8 जो�< मिमंलकार एका 0ता8 K और कामं? का8 हिबान� उठकार चौल8 जो�ता8 K।

13. जो0 उस ईश्वर का0 अच्छी� लगता� *, < � 0ता� *, अन्य का( छे न N 0 सकाता�।14. ज़िजोज्ञा�स( ग(रुओं स8 सच्चा� प&�जो� का8 द्वा�र� परमं�त्मं�-रुप� सच्चा� स �� खार��ता� *।15. ज़िजोन् ;न8 प&ण� ग(रु स8 सत्य <स्ता( खार��S *, उन् . ईश्वर का8 �रबा�र मं. आश�<���

मिमंलता8 K।16. ज़िजोसका8 प�स सच्चा� स �� *, < � सत्य <स्ता( का0 प चौ�नता� *।17. जो*स8 हि<क्षिभान्न ध�ता(ए� अग्निsन का8 ता�प स8 एका आकार का4 0 जो�ता� K, <*स8 � ग(ण;

का8 स�गर परमं�त्मं� मं. ज्ञा�न<�न समं� जो�ता8 K।18. प0स्ता का8 र�ग जो*स� ल�ल, ग�ढ़े�, सच्चा8 स्<रुप का� र�ग ज्ञा�हिनय; पर चौढ़ेता� *।19. जो0 ल0ग एका-रस 0कार रिर का0 जोपता8 K, उन् N स�ता0षा� ल0ग; का0 सच्चा� स्<प्न

प्र�प्ता 0ता� *।

8 भा�ई! इसका8 लिलए सताजोन; का8 चौरण; का4 ध&ल बान0।20. स�ता-सभा� मं. � ऐस8 ग(रु का4 प्र�न्तिप्ता 0ता� *, जो0 मं(लिक्त प��थी� का0 �8न8 मं. का�मं�8<

का8 समं�न *।

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21. मंन(ष्य शर�र स�र� य0हिनय; मं. ऊं� चौ� और स(न्�र *। उसका8 ऊंपर परमं�त्मं� न8 अपन� हिन<�स-स्था�न बान�य� *।

22. हिनष्प�प कामं� ईश्वर का0 अर्षिपaता कारका8 � शर�र मं. ईश्वर का8 स्<रुप और प्र8मं का0 प्र�प्ता हिकाय� जो� सकाता� *।

23. द्वा*ता भा�<न� स8 ठग8 हुए दुर�चौ�र� प(रुषा का� जो�<न मिधक्का�र *। उनका� जो�<न काल्लर (र8 ) का4 �S<�र का4 तार र�ता दि�न ध�र8-ध�र8 हिगरकार अन्ताता: प&र� तार हिगर जो�ता� *।

24. ग(रु का8 उप�8श का8 हिबान� स(खा न N मिमंलता� और परमं8श्वर-रुप� पहिता का8 मिमंलन का8 हिबान� दु:खा; का4 हिन<Gक्षित्त न N 0ता�।

25. परमं8श्वर बाड़ी� चौता(र *। < जो�<; का8 कामं? का0 न N भा&लता�। < मं �न काG षाका *। अता: सबास8 प ल8 अन्ता:कारण-रुप� भा&मिमं का0 श(द्ध कारका8 सच्चा8 न�मं-रुप� बा�जो बा0ओ।

26. एका न�मं का8 बा0न8 मं�त्री स8 न<; हिनमिधय�� उत्पन्न 0ता� K और बा0न8 <�ल8 का� न�मं प्रलिसद्ध 0 जो�ता� *। जो0 ग(रु का8 मं त्< का0 जो�नकार भा� न N जो�नता8, उनका� आचौ�र-हि<चौ�र व्यथी� *।

न�हिता का8 हिनयमं□मा�हनु��से कोंरामाचीन्� ग��धा�

अमं(का का�मं अच्छी� * य� बा(र�, इस बा�र8 मं. मं स�� मंता प्रकाट हिकाय� कारता8 K। का( छे का�मं; स8 मं. स�ता0षा मिमंलता� * और का( छे मं�र� अप्रसन्नता� का8 का�रण 0ता8 K। का�य�-हि<श8षा का8 भाल8 य� बा(र8 0न8 का� आध�र इस बा�ता पर न N 0ता� हिका < का�मं मं�र8 लिलए ल�भाजोनका * य� �हिनका�रका, पर उसका4 ता(लन� कारन8 मं. मं जो(�8 � प*मं�न8 स8 का�मं लिलय� कारता8 K। मं�र8 मंन मं. का( छे हि<चौ�र रमं र 8 0ता8 K, उन् N का8 आध�र पर मं दूसर8 आ�मिमंय; का8 का�मं; का4 पर�C� हिकाय� कारता8 K। एका आ�मं� न8 दूसर8 आ�मं� का� का0ई न(क़ीस�न हिकाय� 0 उसका� असर अपन8 ऊंपर 0 य� न 0, उस का�मं का0 मं खार�बा मं�नता8 K। हिकातान� � बा�र न(कास�न कारन8<�ल8 का4 ओर मं�र� मं��© 0 ता0 उसका� का�मं बा(र� *, < का ता8 मं. ताहिनका भा� हि चौका न N 0ता�। य भा� 0 सकाता� * हिका हिकातान� � बा�र मं�र8 र�य गलता ठ र8। मंन(ष्य; का� 8ता( मं स�� �8खा न N सकाता8, इसस8 मं पर�C� हिकाय� कारता8 K। हिLर भा� 8ता( का8 प्रमं�ण मं. का�मं का4 पर�C� कारन8 मं. बा�ध� न N 0ता�। का( छे बा(र8 का�मं; मं. मं. ल�भा 0ता� *, हिLर भा� मं मंन मं. ता0 समंझांता8 � K हिका <8 बा(र8 K।

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अता: य लिसद्ध हुआ हिका हिकास� का�मं का8 भाल8 य� बा(र8 0न8 का� आध�र मंन(ष्य का� स्<�थी� न N 0ता�। उसका4 इच्छी�ए� भा� इसका� आध�र न N 0ताN। न�हिता और मंन का4 <Gक्षित्त का8 बा�चौ स�� सम्बान्ध �8खान8 मं. न N आता�। बाच्चा8 पर मंमंता� 0न8 का8 का�रण मं उस8 का0ई खा�स चौ�जो �8खा� चौ� ता8 K हिका उस8 �8न8 मं. अन�हिता *। स्न8 दि�खा�न� बा8शका अच्छीS बा�ता *, पर न�हिता-हि<चौ�र का8 द्वा�र� उसका4 � न बा��ध �S गई 0 ता0 < हि<षारुप 0 जो�ता� *।

मं य भा� �8खाता8 K हिका न�हिता का8 हिनयमं अचौल K। मंता बा�ल� कारता8 K, पर न�हिता न N बा�लता�। मं�र� आ�खा. खा(ल� ; ता0 मं. स&रजो दि�खा�ई �8ता� *, बान्� ; ता0 न N दि�खा�ई �8ता�। इसमं. मं�र� हिनग� मं. 8र-L8 र हुआ, न हिका स&रजो का8 0न8 मं.। न�हिता का8 हिनयमं; का8 बा�र8 मं. भा� य � समंझांन� चौ�हि ए। 0 सकाता� * हिका अज्ञा�न �श� मं. मं न�हिता का0 न समंझां सका. । जोबा मं�र� ज्ञा�नचौC( खा(ल जो�ता� * ताबा मं. समंझांन8 मं. कादिठन�ई न N पड़ीता�। मंन(ष्य स�� भाल8 का4 ओर � हिनग� रखा8, ऐस� क्<लिचौताv � 0ता� *। इसस8 अक्सर स्<�थी� का4 दृमिl स8 �8खाकार अन�हिता का0 न�हिता का ता� *। ऐस� समंय ता0 अभा� आन8 का0 * जोबा मंन(ष्य स्<�थी� का� हि<चौ�र त्य�ग कार न�हिता-हि<चौ�र का4 ओर � ध्य�न �8ग�। न�हिता का4 लिशC� अभा� हिबालका( ल बाचौपन का4 अ<स्था� मं. *। बा8कान और ड�र्षि<aन का8 प ल8 श�स्त्री का4 जो0 स्थिस्थाहिता थी� < � आजो न�हिता का4 *। ल0ग सच्चा� क्य� *, उस8 �8खान8 का0 उत्स(का थी8। न�हिता का8 हि<षाय का0 समंझांन8 का8 बा�ल8 <8 पGथ्<� आदि� का8 हिनयमं; का4 खा0जो मं. लग8 हुए थी8। ऐस8 हिकातान8 हि<द्वा�न आपका0 दि�खा�ई दि�य8 K, ज़िजोन् ;न8 लगन का8 स�थी काl स कार हिपछेल8 < मं; का0 एका ओर रखाकार न�हिता का4 खा0जो मं. ज़िजोन्�ग� हिबाता�ई 0? जोबा प्र�काG हिताका र स्य; का4 खा0जो कारन8 मं. ताल्ल�न र . ताबा मं य मं�न. हिका अबा

न�हिता-हि<चौ�र का8 हि<षाय का8 हि<चौ�र इकाट्ठा8 हिकाय8 जो� सकाता8 K। श�स्त्री य� हि<ज्ञा�न का8 हि<चौ�र; का8 हि<षाय मं. आजो भा� हि<द्वा�न; मं. ज़िजोतान� मंताभा8� र ता� * उतान� न�हिता का8 हिनयमं; का8 हि<षाय मं. 0न� मं(मंहिकान न N। हिLर भा� 0 सकाता� * हिका का( छे अरस8 ताका मं न�हिता का8 हिनयमं; का8 हि<षाय मं. एका र�य न रखा सका. , पर उसका� अथी� य न N * हिका मं खार8-खा0ट8 का� भा8� न N समंझां सकाता8।

मंन8 �8खा लिलय� हिका मंन(ष्य; का4 इच्छी� स8 अलग न�हिता का� का0ई हिनयमं *, ज़िजोस8 मं ‘न�हिता का� हिनयमं’ का सकाता8 K। जोबा र�जोन*हिताका हि<षाय; मं. मं. हिनयमं-का�न&न �रका�र * ताबा क्य� मं. न�हिता का8 हिनयमं; का� प्रय0जोन न N *, भाल8 � <8 हिनयमं मंन(ष्य-लिलग्निखाता न ;? < मंन(ष्य-लिलग्निखाता 0न� भा� न चौ�हि ए। और अगर मं न�हिता-हिनयमं; का0 अश्किस्तात्< स्<�का�र कार. ता0 जो*स8 मं. र�जोन*हिताका हिनयमं; का8 अध�न र न� पड़ीता� *, <*स8 � न�हिता का8 हिनयमं; का8 अध�न र न� काता�व्य *। न�हिता का8 हिनयमं र�जोन*हिताका और व्य<स�मियका हिनयमं; स8 अलग ताथी� उत्तमं K। मं(झांस8 य� दुसर8 हिकास� स8 य न N बान सकाता� हिका व्य<स�मियका हिनयमं; का8 अन(स�र न चौलकार मंK गर�बा बान� हूं� ता0 क्य� हुआ?

य; न�हिता का8 हिनयमं और दुहिनय���र� का8 हिनयमं का8 बा�चौ भा�र� भा8� *, क्य;हिका न�हिता का� <�स मं�र8 हृ�य मं. *। अन�हिता का� आचौरण कारन8<�ल� मंन(ष्य भा� अपन� अन�हिता काबा&ल कार8ग�—झां&ठ� सच्चा� काभा� न N 0 सकाता�। और जो �� जोन-मं�नस बाहुता दुl 0, < �� भा� ल0ग न�हिता का8 हिनयमं; का� प�लन न कारता8 ; ता0 भा� प�लन का0 ढों;ग कार.ग8, अथी��ताv न�हिता का� प�लन कात्त�व्य *,

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य बा�ता <*स8 आ�मिमंय; का0 भा� काबा&ल कारन� पड़ीता� *। ऐस� न�हिता का4 मंहि मं� *। इस प्रका�र का4 न�हिता र�हिता-हिकार<�जो जो �� ताका न�हिता का8 हिनयमं का� अन(सरण कारता� दि�खा�ई �8, < N ताका न�हितामं�न प(रुषा का0 < बा�धनका�रका *।

ऐस� न�हिता का� हिनयमं का �� स8 आय�? का0ई र�जो�, बा��श� उस8 गढ़ेता� न N, क्य;हिका क्षिभान्न-क्षिभान्न र�ज्य; मं. जो(��-जो(�� का�न&न-का�य�8 �8खान8 मं. आता8 K। स(कार�ता का8 जोमं�न8 मं., ज़िजोस न�हिता का� अन(सरण < कारता� थी�, बाहुता-स8 ल0ग उसका8 हि<रुद्ध थी8, हिLर भा� स�र� दुहिनय� क़ीबा&ल कारता� * हिका जो0 न�हिता उसका4 थी� < स�� र � * और र 8ग�। अ�ग्री8जो� काहि< र�बाट� ब्रा�उहिंनaग का गय� * हिका काभा� का0ई श*ता�न दुहिनय� मं. द्वा8षा और झां&ठ का4 दु �ई हिLर� �8 ता0 भा� न्य�य, भाल�ई और सत्य ईश्वर�य � र .ग8। इस पर स8 य का सकाता8 K हिका न�हिता का8 हिनयमं स<�परिर और ईश्वर�य K।

ऐस8 हिनयमं का� भा�ग का0ई प्रजो� य� मंन(ष्य अ�ता ताका न N कार सकाता�। का � * हिका जो*स8 भाय�नका बा<�डर अ�ता मं. उड़ी जो�ता� *, <*स8 � अन�हितामं�न प(रुषा का� भा� न�श 0ता� *। अस�रिरय� और बा8बा�ल0न मं. अन�हिता का� घोंड़ी� भार� न N हिका तात्का�ल L& ट गय�। र0ग न8 जोबा अन�हिता का� र�स्ता� पकाड़ी� ताबा उसका8 मं �न प(रुषा का� बाचौ�< न कार सका8 । ग्री�स का4 जोनता� बा(ज़िद्धमं�न थी�, पर उसका4 बा(ज़िद्धमं�न� अन�हिता का0 दिटका� न सका4। फ्रां��स मं. जोबा हि<प्ल< हुआ, < भा� अन�हिता का8 N हि<र0ध मं.। <*स8 � अमं8रिरका� मं. भाल� <.डल हिLलिलप्स का ता� * हिका अन�हिता र�जोगद्दS पर बा*ठ¦ 0 ता0 भा� दिटकान8 का4 न N। न�हिता का8 इस अद्भा½ता हिनयमं का� जो0 मंन(ष्य प�लन कारता� * < ऊंपर उठता� *; जो0 का( ट(म्बा-प�लन कारता� * < बान� र सकाता�

* और ज़िजोस समं�जो मं. उसका� प�लन 0ता� *, उसका4 <Gज़िद्ध 0ता� *; जो0 प्रजो� इस उत्तमं हिनयमं का� प�लन कारता� * < स(खा, स्<ता�त्रीता� और श��हिता का0 भा0गता� *।

ऊंपर का8 हि<षाय स8 मं8ल खा�न8 <�ल� एका काहि<ता� *:

मानु त�हिंह; त�हिंह; बु�ला� रा�, आसे�पानु� जे�वै� तला त�रु� ;अची�नुकों उड़ी� जे�शा� रा�, जे�मा ��वैत�मा�� ��रु� ।झा�कोंला जेलापालामा� वैला�जे�शा�, जे�मा कों�गलानु� पा�णी�;कों�य� वै�ड़ी� त�रा� एमा कोंरामा�शा�, र्थंइ जे�शा� धाDलाधा�णी�।मा�छलार्थं� पास्त�शा�रा�, मिमाथ्य� कोंरा� मा�रु� मा�रु� ।कों�चीनु� कों�� पा� कों�य� त�रा�, वैणीसेत�� नु ला�ग� वै�रा।जे�वै कों�य� नु� सेग�ई कों� टाला�, माDकों" ची�ला� बुनुमा�झा�राफो�कोंटा पा�ल्य�� फोरावै��रा�, आसिचीन्त� र्थं�शा� अधा�रु� ।जे�य�� त� त� सेवैI जेवै�नु��, अगरावै�नु� उधा�रा�;��वै, ग��धावै0 रा�क्षसेनु� मा�णीसे सेउनु� माराणी�नु� वै�रा�।आशा�नु� माह�ला उ�ची�रा�, नु�ची��आ कों�ची��कों�राभा�रु� ।

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ची�चीला सिचीत्तमा�� ची�त� नु� ची�ला�, भा�ला� हरिरारु� नु�मा,पारामा�रार्थं जे� ह�र्थं� त� से�र्थं� कोंरा� राह�वै�नु� निवैश्रा�मा।धा�रा� धारा�धारार्थं�रा� कों�ई नु र्थं� राह�नु�रु� ....मानु०

भा�वै�र्थं0—मंन, य जो0 ता& अपन�-अपन� का ता� * ता8र� सपन8 का8 जो*स� * अचौ�नका इस तार उजोड़ी जो�यग� का�गजो पर प�न� का8 समं�न। उस� प्रका�र ता8र� का�य�रुप बा�ड़ी� स&खाकार नl 0 जो�य8ग�। प�छे8 पछेता�यग�। ता& व्यथी� ‘मं8र�’ ‘मं8र�’ कारता� *। ता8र� का�य� श�श8 का4 का( प्प� जो*स� *, उसका8 नl 0ता8 �8र न लग8ग�। जो�< और �8 का� न�ता� � हिकातान�? एका दि�न अ�धका�र 0 जो�यग�। जो0 जोन्मं� * < सभा� जो�न8 <�ल� *, इसमं. स8 बाचौन� कादिठन *। �8<ता�, ग�ध<�, र�Cस, मंन(ष्य सबाका8 मंरण का� दि�न हिनयता *। आश� का� मं ल ऊं� चौ� और इस दुहिनय� का� काच्चा� का�र0बा�र न�चौ� *। ता& चौ�चौल लिचौत्त मं. चौ8ताकार चौल और भाग<�न का� न�मं ल8। जो0 परमं�थी� कामं� ल8ग� < � स�थी जो�यग�। ऐस� दिठका�न� प�न8 का� उप�य कार, जो �� ता8र� आत्मं� का0 हि<श्र�मं मिमंल8। ‘ध�र0’ (भागता) का ता� * हिका इस पGथ्<� का8 ऊंपर का0ई न N र न8 <�ल� *।

प्र�मा कों� प्रभा�वै□ से�नु� ग�रुजे�

भा�रता�य स�स्काG हिता मं. स<�त्री अद्वा*ता का4 ध्<हिन ग&�जो र � *। भा�रता�य स�स्काG हिता मं. स8 अद्वा*ता का4 मं�गलका�र� स(ग�ध आ र � *। हि न्दुस्ता�न का8 उत्तर मं. ज़िजोस प्रका�र ग र�श�कार का� उच्चा लिशखार स्थिस्थाता *, उस� प्रका�र स�स्काG हिता का8 प�छे8 भा� उच्चा और भाव्य अद्वा*ता �श�न *। का* ल�स-लिशखार पर बा*ठकार ज्ञा�नमंय भाग<�नv श�कार अन�दि�का�ल स8 अद्वा*ता का� डमंरु बाजो� र 8 K। लिश< का8 प�स � शलिक्त र 8ग�, सत्य का8 प�स स�मंथ्य� र 8ग�, प्र8मं का8 प�स � पर�क्रोमं र 8ग�। अद्वा*ता का� अथी� * हिनभा�यता�। अद्वा*ता का� स��8श � इस स�स�र मं. स(खास�गर का� हिनमं��ण कार सका8 ग�।

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भा�रता�य ऋहिषाय; न8 इस मं �नv <स्ता( का0 प चौ�न�। उन् ;न8 स�स�र का0 अद्वा*ता का� मं�त्री दि�य�। इस मं�त्री का8 बार�बार पहि<त्री अन्य का0ई दूसर� न N *। स�स�र मं. पर�य�पन 0न8 का� � मंतालबा * दु:खा 0न� और समंभा�< 0न8 का� मंतालबा � * स(खा 0न�। स(खा का8 लिलए प्रयत्नश�ल मं�न< का0 अद्वा*ता का� पल्ल� पकाड़ी8 हिबान� का0ई तारण0प�य न N *।

ऋहिषा बाड़ी� उत्काट भा�<न� स8 का ता8 K हिका ज़िजोन-ज़िजोनका8 प्रहिता ता(म् �र8 मंन मं. पर�य�पन अन(भा< 0, उन-उनका8 प�स जो�कार उन् . प्र8मं स8 गल8 लग�ओ।

सेहनु�वैवैत� सेह नु3 भा�नुक्तु� सेह वै�य0 कोंरावै�वैह�।त�जेस्विस्वैनु�वैधा�तमास्त�, मा� निवैनिPष�वैह�।ॐ शा��नित: शा��नित: शा��नित: ।।

इस मं �न मं�त्री का� ग&ढ़े अथी� क्य� *? मं. इस मं�त्री का0 एका � स्था�न पर न N बा0लन� चौ�हि ए। इस मं�त्री का� उच्चा�रण सबा जोग 0न� चौ�हि ए और इस� का8 अन(स�र आचौरण भा� कारन� चौ�हि ए। य मं�त्री का8 <ल ग(रु-लिशष्य का8 लिलए न N *। क्य� ब्रा�ह्मण ब्रा�ह्मण8तार का8 स�थी और ब्रा�ह्मण8त्री ब्रा�ह्मण; का8 स�थी पर�य�पन रखाता8 K? उन �0न; का0 एका स्था�न पर आन8 �0 और उन् . य मं�त्री का न8 �0। क्य� स्पGश्य-अस्पGश्य एका-दूसर8 स8 दूर K? उन् . प�स-प�स आन8 �0 और कारन8 �0 इस मं�त्री का� उच्चा�रण। क्य� हिं aदू-मं(सलमं�न आपस मं. जो�न� दुश्मंन K? उन् . प�स-प�स आन8 �0 और �थी-मं.- �थी पकाड़ीकार इस मं�त्री का� कारन8 �0। क्य� ग(जोर�ता और मं �र�ष्ट्र का8 ल0ग एका-दुसर8 स8 द्वा8षा रखाता8 K? उन् . प�स-प�स आन8 �0 और इस मं�त्री का� उच्चा�रण कारन8 �0।

जो0 एका-दुसर8 का8 प्रहिता पर�य�पन अन(भा< कारता8 न N कारता8, उनका8 का8 लिलए य � मं�त्री न N *। य मं�त्री ता0 पर�य�पन दूर कारन8 का8 लिलए *। स�स�र मं. स<�त्री दि�खा�ई �8न8 <�ल8 द्वा*ताभा�<रुप� अ�धका�र का0 दूर कारन8 का8 लिलए ऋहिषा न8 य मं �न �Sप जोल�य� *। आइए, इस �Sपका का0 �थी मं. ल8कार �8खा.। इसका� उपय0ग कार.। आप हिबान� आन�� प्र�प्ता हिकाय8 र .ग8 न N।

अद्वा*ता का� अथी� *—ऐस� भा�<न� हिका मं8र8 जो*स� � दुसर� भा� *। समंथी� र�मं��स न8 स�र� अद्वा*ता तात्<ज्ञा�न एका ओ<� (मंर�ठ¦ छे��) मं. भार दि�य� *। उसमं. उन् ;न8 अद्वा*ता का8 प्रत्यC व्य�< �रिरका स्<रुप का4 लिशC� �S *—

आपाणी�से सिचीमा�टा� घे�तला�। त�णी- जे�वै कों�से�वै�से झा�ला�। आपाणी�वैरुनु दुसेय�0ला�। ओलाखाUत जे�वै-।

यदि� मं. का0ई मं�रता� * ता0 दु:खा 0ता� *। यदि� मं. अन्न-प�न� न N मिमंलता� ता0 मं�र8 प्र�ण काण्ठ मं. आ जो�ता8 K । यदि� का0ई मं�र� अपमं�न कारता� * ता0 < मं. मंGत्य( स. भा� अमिधका दु:खा��य� प्रता�ता 0ता� 0ग�। मं8र8 मंन, बा(ज़िद्ध < हृ�य K। दूसर; का8 भा� <8 K। मं�र� इच्छी� 0ता� * हिका मं�र� हि<का�स 0। ऐस� � इच्छी� दूसर; का0 भा� 0ता� *। जो*स� मं�र� लिसर ऊं� चौ� 0, <*स�

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� दूसर; का� भा� 0न� चौ�हि ए। स�र��श य * हिका मं. स(खा-दु:खा का� जो0 अन(भा< 0ता� * ऊंपर स8 दूसर; का8 स(खा-दु:खा का4 काल्पन� कारन� � एका प्रका�र स8 अद्वा*ता *।

ज़िजोन बा�ता; स8 मं. दु:खा 0ता� * <8 बा�ता. मं दूसर; का8 प्रहिता न N कार., य � लिशC� मं. उसस8 मिमंलता� K। ज़िजोन बा�ता; स8 मं8 आन�� प्र�प्ता 0ता� *, उनस8 दूसर; का0 भा� ल�भा 0, काल्पन� न N *। अद्वा*ता का� अथी� प्रत्यC व्य< �र। अद्वा*ता का� अथी� चौचौ�� न N, अद्वा*ता का� अथी� * अन(भा&हिता।

ऋहिषा ल0ग का8 <ल अद्वा*ता का4 काल्पन� मं. � न N र 8, <8 स�र8 स�स�र स8—स�र8 चौर�चौर; स8—एकारुप 0 गए। रुद्रस&क्त लिलखान8<�ल� ऋहिषा इस बा�ता का4 सिंचौaता� कार र � * उस8 अपन� � आ<श्यकाता�ए� प्रता�ता 0ता� K। < शर�र का4, बा(ज़िद्ध का4 भा&खा अन(भा< कारता� *।

“धा�त� ची मा�, माधा� ची मा�, ग�धाDमा�श्च मा�, से�खा� ची मा-, शायनु� ची मा�, ह्री�श्च मा�, श्रा�श्च मा�, सिधाषणी� ची मा�।”

“मं(झां8 घों� चौ�हि ए, मंध( चौ�हि ए, ग8हूं� चौ�हि ए, स(खा चौ�हि ए, ओढ़ेन�-हिबाछे न� चौ�हि ए, हि<नय चौ�हि ए, स�पक्षित्त चौ�हि ए, बा(ज़िद्ध चौ�हि ए ध�रण� चौ�हि ए, मं(झां8 सबा चौ�हि ए।”

< ऋहिषा य8 सबा चौ�जो. अपन8 लिलय न N मं��गता� *। < ता0 जोग��का�र 0 गय� *। < अपन8 आस-प�स का8 स�र8 मं�न<; का0 हि<चौ�र कारता� *। उस8 इस बा�ता का4 बा*चौ8न� * हिका य8 सबा चौ�जो. मंन(ष्य का0 काबा मिमंल.ग�। इस स�र8 भा�ई-बा न; का0 प8ट-भार भा0जोन और प नन8 का0 तान-भार <स्त्री काबा मिमंल.ग8, इन सबाका0 ज्ञा�न का� प्रका�श काबा मिमंल8ग�, इन सबाका0 स(खा-समं�ध�न का* स8 प्र�प्ता 0ग�, इसका4 सिंचौaता उस मं र्षिषाa का0 *।

समंथी� र�मं��स स्<�मं� का4 भा� ऐस� � मं��ग *। र�ष्ट्र का0 ज़िजोन-ज़िजोन चौ�जो; का4 आ<श्यकाता� * उन-उन चौ�जो; का4 क्षिभाC� उन् ;न8 ईश्वर स8 उस स्ता0त्री मं. का4 *। उस स्ता0त्री का�

उन् ;न8 ‘प�<न लिशC�’, य स(��र न�मं रखा� *। हि<द्यो� �8, ग�यन �8, स�ग�ता �8, इस प्रका�र स�र� मंन<��लिछेता और मं�गल <स्ता(ए� उन् ;न8 मं��ग� K।

रुद्रस&क्त मं. काहि< समं�जो का4 आ<श्यकाता� <स्ता(ए� मं��गता� * और उन आ<श्यकाता�ओं का4 प&र्षिताa कारन8<�ल; का4 <��न� कारता� *। उस ऋहिषा का0 का N अमं�गल और अपहि<त्रीता� ताहिनका भा� न N दि�खा�ई �8ता�।

“चीमा0कों�रा�भ्य� नुमा�, रार्थंकों�रा�भ्य� नुमा�, कों� ला�ला�भ्य� नुमा�।”“ 8 चौमं�र! ता(झां8 नमंस्का�र; 8 बाढोंई! ता(झां8 नमंस्का�र; 8 का( म् �र! ता(झां8 नमंस्का�र।”समं�जो का4 कामं�मंय प&जो� कारन8<�ल8 य8 स�र8 श्रमंजो�<� उस मं �नv ऋहिषा का0 <��न�य प्रता�ता

0ता8 K। चौमं�र का0 अस्पGश्य न N मं�नता�, < का( म् �र का0 ता(च्छी न N समंझांता�, < मंटका4 �8न8<�ल8 का4 य0sयता� भा� समं�जो का0 जो�हि<ता हि<चौ�र �8न8<�ल8 हि<चौ�र-स्रl� जो*स� � मं�नता� *।

“ईश्वर का4 दृमिl मं. समं�जो स8<� का� का0ई का�मं उच्चा य� ता(च्छी न N *।” उन स8<�-कामं? का0 कारन8<�ल8 स�र8 मं�गल और पहि<त्री � 0ता8 K।

ल8हिकान य बा�ता न N हिका रुद्रस&क्त का� ऋहिषा स8<� कारन8<�ल; का4 � <��न� कारता� *। < ता0 पहिताता; का0 भा� प्रण�मं कारता� *। मंन(ष्य पहिताता क्य; 0ता8 K? समं�जो का8 �0षा; स8 � <8 पहिताता 0ता8 K?

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“स्त�नु�नु�� पातय� नुमा�।”

ऐस� का र � * य ऋहिषा। य ऋहिषा चौ0र; और चौ0र; का8 न�यका; का0 भा� प्रण�मं कारता� *। य ऋहिषा प�गल न � *। चौ0र आग्निखार चौ0र� क्य; कारता� *.? धन<�न का8 बा�लका का8 प�स स*काड़ी; ग्निखाल£न8 0ता8 K। गर�बा का8 बा�लका का8 प�स एका भा� न N 0ता�। < गर�बा का� बा�लका यदि� एका-आध ग्निखाल£न� चौ(र� ल8ता� * ता0 उसका0 का0ड़ी8 लग�य8 जो�ता8 *। खा8ता मं. मंर-मंरकार का�मं कारन8<�ल8 मंजोदूर का0 जोबा प8ट-भार खा�न� न N मिमंलता� ता0 < अन�जो चौ(र�ता� *। इसमं. उसका� क्य� �0षा? < चौ0र न N *। उस8 भा&खा; मं�रन8<�ल8 समं�जो चौ0र K। ऋहिषा व्य�का( ल 0कार का ता� *, “अर8 चौ0र;, ता(मं चौ0र न N 0। यदि� समं�जो ता(म् �र8 स�थी ठ¦का तार व्य< �र कार8 ता0 ता(मं चौ0र� न N कार0ग8। मंK ता(मंमं. मंन(ष्यता� �8खा र � हूं�। मं(झां8 ता(म् �र8 अन्�र दि�व्यता� दि�खा�ई �8 र � *। यदि� ता(म् �र� आत्मं� का� <*भा< दूसर8 व्यलिक्तय; का0 दि�खा�ई न �8 ता0 मं(झां-जो*स8 हिनमं�ल दृमिl<�ल8 का0 य का* स8 दि�खा�ई न N �8ग�? ”

जो0 समं�जो अद्वा*ता का0 भा&ल जो�ता� * उसमं. बा�� मं. क्रो��हिता 0ता� *। ईश्वर स�स�र का0 लिशC� �8न� चौ� ता� *। पड़ी0स� भा�ई दि�न-र�ता श्रमं कारन8 पर भा� र न8 का0 घोंर < खा�न8 का0 प8ट-भार अन्न न N मिमंलता� और मंK अपन8 हि<श�ल बा�गल8 मं. बा*ठकार र8हिडय; स(नता� हूं�। य भा�रता�य स�स्काG हिता न N K। य ता0 भा�रता�य स�स्काG हिता का� खा&न *। भा&खा8 ल0ग; का0 �8खाकार ��मं�जो� न8 भा�ड�र खा0ल दि�य8 थी8। चौ0र� कारन8 का8 उद्द8श्य स8 आन8<�ल8 व्यलिक्त स8 एकान�थी न8 का � थी�--“जोर� और ल8 जो�ओ।” चौ0र� कारन8 <�ल8 व्यलिक्त का0 �8खाकार मं. अपन8 ऊंपर लज्जा� आन� चौ�हि ए। अपन8 समं�जो पर क्रो0ध आन� चौ�हि ए।

अद्वा*ता मं�न0 एका मंजो�का 0 गय� *। प8ट भार कार अद्वा*ता का4 चौचौ�� कारन8 बा*ठता8 K। पर�ता( जो�<न मं. अद्वा*ता का0 जो�नन8 <�ल8 भाग<�नv बा(द्ध श8रन� का0 भा&खा� और बा�मं�र �8खाकार उसका8 मं(� मं. अपन� प��< �8 �8ता8 K। अद्वा*ता का0 अन(भा< कार�न8 <�ल� ता(लस� ��स <GC का�टन8<�ल8 का8 स�मंन8 अपन� गर�न झां(का� �8ता� * और उस Lलन8-L& लन8 और छे�य� �8न8<�ल8 चौ*तान्यमंय प8ड़ी का0 बाचौ�न� चौ� ता� *। अद्वा*ता का� अन(भा< कारन8<�ल� कास�ल घों�स का�टन8 <�ल8 का8 जो�गल मं. जो�कार, चौलता� मं�� समं�र मं. ड0लन8 लगता� * और उप<न का� दृश्य �8खाकार द्रहि<ता 0 जो�ता� *। उस8 घों�स य का ता� हुआ प्रता�ता 0ता� *, “मंता का�ट र8, मंता का�ट ।” उसका8 �थी स8 �लिसय� हिगर पड़ीता� *। अद्वा*ता का� अन(भा< कार�न8 <�ल8 ऋहिषा का8 आश्रमं मं. श8र और बाकार� एका स�थी प्र8मं स8 र ता8 K। रिरण श8र का4 अय�ल खा(जोल�ता� *। स��प न8<ल8 का� आसिंलaगन कारता� *। अद्वा*ता का� अथी� * उत्तर0त्तर बाढ़ेन8<�ल� प्र8मं, हि<श्व�स का8 स�थी हि<श्व का0 आसिंलaगन कारन8<�ल� प्र8मं।

ल8हिकान अद्वा*ता का0 जोन्मं �8न8<�ल8 < जो�<न मं. अद्वा*ता का� अन(भा< कारन8<�ल8 मं �न स�ता; का4 इस भा�रता भा&मिमं मं. आजो अद्वा*ता प&र� तार अस्ता 0 चौ(का� *। मं�र� का0ई प�स-पड़ी0स�न N *। मं. आस-प�स का� हि<र�ट दु:खा दि�खा�ई न N �8ता� *। मं�र8 का�न बा र8 0 गय8 K। आ�खा. अ�ध� 0 गई K। सबाका0 हृ�य-र0ग 0 गय� *।

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<8� मं. एका ऋहिषा व्य�का( ल 0कार का ता� *—मा�घेमान्नं� निवैन्�त� अप्रची�त�:, सेत्य� ब्रवै�मिमा वैधा इत] से तस्य।नु अय0माणी� पा�ष्यनित नु� सेखा�य�, कों� वैला�घे� भावैनित कों� वैला��$।

“स�का( लिचौता दृमिl का8 मंन(ष्य का8 प�स का4 धन-र�लिश व्यथी� *। उसन8 अपन8 घोंर मं. य अन�जो इक्ट्ठा� न N हिकाय� *, बाश्किल्का अपन� मंGत्य( इकाट्ठाS का4 *। जो0 भा�ई-बा न का0 न N �8ता�, य0sय व्यलिक्तय; का0 न N �8ता� और अपन� � ख्य�ल रखाता� *, < का8 <ल प�प-रुप *।”

अपन8 आस-प�स ल�खा; श्रमिमंका; अन्न <स्त्री-हि< �न मंन(ष्य; का8 0ता8 हुए अपन8 बा�गल; मं. कापड़ी8 का8 ढों8र और अन�जो का8 का0ठ8 भारन� खातारन�का *। ऋहिषा का ता� *, “<8 ता(म् . चौकान�चौ&र कारन8 <�ल8 बामं K।” ऋहिषा का8 इस काथीन का� दूसर8 �8श; मं. भा� अन(भा< 0 र � *। अपन8 �8श मं. भा� य अन(भा< 0ग�।

न�मं�8< न8 भा&खा8 का( त्त8 का0 घों�-र0टS ग्निखाल�ई। उन् N का4 स�ता�न का8 �8श मं. आजो भा&खा8 आ�मिमंय; का4 भा� का0ई प&छे न N कारता�। का0ई अद्वा*ता का� अक्षिभामं�न� श�कार�चौ�य� र�जो�ओं स8 य न N का ता� हिका—‘कार कामं कार0।’ स�हूंका�र; स8 य न N का ता� हिका –‘ब्य�जो मं. कामं� कार0।’ का�रखा�न8<�ल; का0 न N का ता� हिका—‘मंजोदूर� बाढ़े�ओ और का�मं का8 घों�ट8 कामं कार0।’ न*<8द्यो पर ल�बा8-ल�बा8 �थी मं�रकार और प�द्यो प&जो� कार<�कार घों&मंन8-हिLरन8 <�ल8 श्रN श�कार�चौ�य� क्य� <न मं. अद्वा*ता ल�न8 का8 लिलए व्य�का( ल र ता8 K?

सेवै_यत्रो से�खिखानु�: से�त�। सेवै_से�त� निनुरा�माय�:।“सबा स(खा� ;, सबा स्<स्थ्य ;,” इस मं�त्री का� जो�प कारन8 स8 स(खा और स्<�स्थ्य न N

मिमंलता�। मं�त्री का� अथी� * ध्य8य। उस मं�त्री का0 का�य�रुप मं. परिरणता कारन8 मंरन� पड़ीता� *, मं(स�बाता उठ�न� पड़ीता� *। इस मं�त्री का� जो�प कारता8 हुए भा� ल0ग स(खा� न N K, हिकातान8 � ल0ग; का8 प�स �<�ए� न N K, हिकातान8 � ल0ग; का0 ग��8 मंका�न; मं. र न� पड़ीता� *, हिकातान8 �

ल0ग; का0 स्<च्छी <� न N मिमंलता�, स�L प�न� न N मिमंलता�, हिकातान8 � ल0ग; का0 आर0sय का� ज्ञा�न न N, क्य� काभा� य हि<चौ�र भा� मंन मं. आता� *। मं�र8 अमिधका��श ल0ग; पर चौ�र; ओर ��भा न8 स<�र� ग��ठ रखा� *। बाड़ी8-बाड़ी8 <चौन उनका4 जोबा�न पर 0ता8 K, मंन मं. न N। जोबाताका धमं� का0 जो�<न मं. न N उता�रता8 ताबा ताका जो�<न स(��र न N चौलता�। उस8 प8ट मं. ल8 जो�न� पड़ीता� *, ताभा� शर�र सता8जो और समंथी� 0ता� *। जोबा मं �नv <चौन का�य�-रुप मं. परिरणता ;ग8 ताभा� समं�जो स(खा� और स्<स्थ्य 0ग�। ऋहिषा का8 आश्रमं मं. प्र8मं का8 प्रभा�< स8 सप� और चौ& 8 एका � जोग र ता8 थी8। य सत्य * हिका मं इस आ��श स8 बाहुता दूर K। य आ��श श�य� मं�र� दृमिl मं. � न N आता� हिका मंन(ष्य अपन8 प्र8मं-प्रकाषा� स8 हि<श्व का8 स�र8 हि<र0ध दूर कार सकाता� *। ल8हिकान स�र� मं�न<-जो�हिता प्र8मं स8 एका स�थी हि ल-मिमंलकार र 8, इसमं. क्य� कादिठन�ई *? इस भा�रताभा&मिमं मं. ऋहिषा य प्रय0ग कारन8 का� प्रयत्न कारता8 थी8, ल8हिकान उनका4 परम्पार� का0 आग8 बाढ़े�न8 <�ल8 भा8�भा�< L* ल� र 8 K, हि<षामंता� बाढ़े� र . K।

य सGमिl एका प्रका�र स8 अद्वा*ता का4 � लिशC� �8 र � *। बा��ल स�र� प�न� �8 ड�लता8 *, <GC स�र8 Lल �8 ड�लता8 K, L& ल स(ग�ध �8 ड�लता8 *, नदि�य�� प�न� �8 ड�लता� K, स&य�-चौ�द्र प्रका�श �8 ड�लता8 K। उस� प्रका�र जो0-का( छे भा� * < सबाका0 �8 ड�ल.। सबा मिमंलकार उसका� उपय0ग कार.। आका�श का8 स�र8 ता�र8 सबाका8 लिलए K। ईश्वर का4 जो�<न��मियन� <� सबाका8 लिलए *। ल8हिकान मंन(ष्य

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�S<�र. खाड़ी� कारका8 अपन8 स्<�मिमंत्< का4 जो�य��� बान�न8 लगता� *। जोमं�न सबाका4 *। सबा मिमंलकार उस8 जो0ता., बा0ए� < अन�जो प*�� कार.। ल8हिकान मंन(ष्य उसमं. स8 एका अलग ट(काड़ी� कारता� * और का ता� * हिका य मं8र� ट(काड़ी� *। उस� स8 � स�स�र मं. अश��हिता प*�� 0ता� *, द्वा8षा-मंत्सर उत्पन्न 0ता8 K। स्<य� का0 समं�जो मं. घों(ल�-मिमंल� �8न� चौ�हि ए। हिपण्ड का0 ब्राह्म�ण्ड मं. मिमंल� �8न� चौ�हि ए। व्यलिक्त आग्निखार समं�जो का8 लिलए *, पत्थार इमं�रता का8 लिलए *, बा&�� समं(द्र का8 लिलए *। य अद्वा*ता हिकासका; दि�खा�ई �8ता� *? का न अन(भा< कारता� *? इस अद्वा*ता का0 जो�<न मं. ल�न� � मं �न आन�� *?

ज़िजोस8 चौ�र; ओर ल�खा; भा�ई दि�खा�ई �8ता8 K, उस8 हिकातान� काG ताकाG त्यता� अन(भा< 0ग�। स�ता0 का0 इस� बा�ता का4 प्य�स थी�, य � ध(न थी�—

यह से3भा�ग्य प्र�प्त कोंबु ह�ग�, जेबु इसेमा- ��खाD�ग� ब्रह्मरुपा। तबु ह�ग� से�खा कों� पा�रा नुहU, लाहरा�ग� से�खासे�गरा अनु�पा।।

ज़िजोस8 स�र� समं�जो अपन8 स�मंन8 � प&ज्य प्रता�ता 0ता� *, उसका8 भा�sय का� <ण�न का न कार सकाता� K?

जिजेधारा ��खा� उधारा, ची�तन्य माDर्तित; दि�खा�ई ��त� ह�।जो ��-ता �� चौ*तान्यमंय मं&र्षिताa � दि�खा�ई �8 र � *। का� कार-पत्थार मं. चौ*तान्य �8खाकार झां&मंन8

<�ल� स�ता क्य� मंन(ष्य; मं. चौ*तान्य न N �8खा8ग�?सेवै0त्रो त�म्ह�रा� चीराणी ��खात�, सेबु दूरा त�म्ह�रा� रुपा भारा�।

सबा दूर स्<रुप *, चौ*तान्यमंय आत्मं� का� स्<रुप *।

इस चौ*तान्यमंय मं&र्षिताa का4 स8<� कारन8 का8 लिलए स�ता व्य�का( ल र ता� *। उस8 ऐस� प्रता�ता 0ता� * हिका मं8र8 ज़�र �थी 0ता8 ता0 मंK जो�र बा0लता�-चौ�लता� सजो�< मं&र्षिताaय; का0 कापड़ी8 प न�ता� और ग्निखाल�ता�-हिपल�ता�।

ल8हिकान ल�खा; <स्त्री �न, अन्न �न चौ*तान्यमंय �8<; का4 प&जो� कारन8 का8 लिलए का न खाड़ी� र ता�? अद्वा*ता का� अथी� * मंGत्य(, स्<य� का4 मंGत्य(।

माhनु� ��खा� निनुजे माराणी स्वैय� आ�खा से�।जोबा ताका स्<य� न N मंरता8, चौ�र; ओर L* ल8 हुए परमं8श्वर का� �श�न न � 0 सकाता�। अपन�

अ �का�र कामं कार0। अपन� प&जो� कामं कार0। जो*स8-जो*स8 ता(म् �र8 ‘अ �’ का� रुप कामं 0ता� जो�य8ग�, <*स8-<*स8 ता(म् . परब्राह्म �Sखान8 लग8ग�। बा(द्ध न8 अपन� हिन<��ण कार दि�य�, अपन8-आपका; बा(झां� दि�य�। ताभा� < चौर�चौर का0 अमिमंता प्य�र �8 सका8 ।

अद्वा*ता का� उच्चा�रण कारन� मं�न; अपन8 स्<�थी  स(खा; मं. आग8 लग�न� *।

त�कों� कोंह� त्य�ग मा�ह प्र�णी कों�, अन्यर्थं� बु�त- कोंरानु� छ�ड़ी।यदि� प्र�ण; का� उत्सग� कारन8 का8 लिलए ता*य�र 0 ता0 <8���ता का4 बा�ता. कार0। दूसर; का8 लिलए �0

प*स8 न N, अपन� स<�स्< अप�ण कारन8 का8 लिलए ता*य�र 0न� � अद्वा*ता का4 �SC� *।

जे� अपानु� प्र�णी निबुछ�त� हh भाDतमा�त्रो कों� सिलाए से��।जो0 दूसर; का8 लिलए अपन8 प्र�ण; का8 प��<ड़ी8 हिबाछे�ता8 K <8 � अद्वा*ता का8 अमिधका�र� K।का � जो�ता� * हिका श�कार�चौ�य� का8 अद्वा*ता तात्<ज्ञा�न का4 सिंसa -गजो�न� स8 दूसर8 स�र8 तात्<ज्ञा�न भा�ग खाड़ी8 हुए। सिंसa का0 �8खाता8 � स्य�र-का( त्त; का4 का न का 8, जोबार�स्ता �थी� का8 भा� छेक्का8 छे& ट जो�ता8 K। श�कार�चौ�य� का8 अद्वा*ता का8 का�रण द्वा*ता<��S भा�ग छे& ट8, ल8हिकान समं�जो स8 द्वा*ता न N भा�ग�। समं�जो का8 ��भा, आलस्य, अज्ञा�न, रुदिढों, भा8�भा�<, ऊं� चौ-न�चौपन, स्पGश्य�-अस्पGश्यता�, हि<षामंता�, ��रिरद्रvय, �*न्य ��सता�, हिनबा�लता�, भाय आदि� न N भा�ग8 K। य8 सबा द्वा*ता का4 प्रजो� K। जो �� समं�जो मं. पर�यपन प*�� हुआ हिका य8 स�र8 भा�यकार दृश्य दि�खा�ई �8न8 लगता8 K। यदि� भा�रता�य समं�जो मं. बा�ता;

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का� अद्वा*ता �*हिनका, व्य< �र मं. थी0ड़ी� भा� दि�खा�न8 �8न8 लगता8 K। यदि� भा�रता�य समं�जो मं. बा�ता; का� अद्वा*ता �*हिनका व्य< �र मं. थी0ड़ी� भा� दि�खा�न8 का8 लिलए का0ई सच्चा8 मंन स8 जो(ट जो�ता� * ता0 भा�रता का4 य दुग�हिता न 0ता�।स्<�मं� हि<<8का�नन्� न8 भा� इस�लिलए बाड़ी8 खा8� का8 स�थी का � थी�, “हि न्दू-धमं� का8 समं�न उ��र तात्<; का0 बाता�न8<�ल� का0ई दूसर� धमं� न N * और हि न्दू ल0ग; का8 समं�न प्रत्यC आचौ�र मं. इतान8 अन(��र ल0ग भा� दूसर� जोग न N मिमंल.ग8।”

स*काड़ी0 <षा? स8 अद्वा*ता का� ड�का� बाजो र � *, ल8हिकान अपन8 मंठ छे0ड़ीकार जो�गल; मं. जो�गल� ल0ग; का8 प�स मं काभा� न N गय8। बा(नकार, भा�ल, ग;ड आदि� जो�हिताय�� K ज़िजोनस8

अ �का�र का8 का�रण मं दूर र 8। अद्वा*ता का8 ऊंपर भा�ष्य लिलखान8<�ल8 और उस8 पढ़ेन8<�ल8 प्रत्यC �*हिनका व्य< �र मं. मं�न; अद्वा*ता-श&न्य दृमिl स8 आचौरण कारता8 K।

अद्वा*ता भा�रता�य स�स्काG हिता का4 आत्मं� *। जो�<न मं. इस तात्< का0 उत्तर0त्तर अमिधका अन(भा< कारता8 जो�न� � भा�रता�य स�स्काG हिता का� हि<का�स कारन� *। जो*स8-जो*स8 मं�र� अ�ताबा��ह्य काG हिता मं. स8 अद्वा*ता का4 स(ग�ध आन8 लग8ग�, <*स8-<*स8 य का � जो�य8ग� हिका मं भा�रता�य स�स्काG हिता

का4 आत्मं� समंझांन8 लग8 K। ताबा ताका उस स�स्क़ीहिता का� न�मं ल8न� उस मं �नv ऋहिषा < मं �नv स�ता का� मंजो�का उड़ी�न� न N ता0 और क्य� *?

रा�जे कों" प्र�र्थं0नु�□निवैनु�वै�

ॐ असेत� मा� सेद्गमाय।तमासे� मा� ज्य�नितग0माय।मा�त्य�मा�0यमा�त� गमाय।।-- 8 प्रभा0! मं(झां8 असत्य मं. स8 सत्य मं. ल8 जो�। अ�धका�र मं. स8 प्रका�श मं. ल8 जो�। मंGत्य( मं. स8

अमंGता मं. ल8 जो�। इस मं�त्री मं. मं का �� K, अथी��ताv मं�र� जो�<न जो�<-स्<रुप क्य� *, और मं. का �� जो�न�

*, अथी��ताv मं�र� लिश<-स्<रुप क्य� *, य दि�खा�य� *। मं असत्य मं. K, अ�धका�र मं. K, मंGत्य( मं. K। य मं�र� जो�<-स्<रुप *। मं. सत्य का4 ओर जो�न� *, प्रका�श का4 ओर जो�न� *, अमंरत्< का0 प्र�प्ता कार ल8न� *। य मं�र� लिश<-स्<रुप *।

�0 हिंबाaदु हिनक्षिFता हुए हिका स(र8खा� हिनक्षिFता 0 जो�ता� *। जो�< और लिश<—य8 �0 हिंबाaदु हिनक्षिFता हुए हिका परमं�थी� मं�ग� ता*य�र 0 जो�ता� *। मं(हिकाता का8 लिलए परमं�थी�-मं�ग� न N *। का�रण, उसका� जो�<-स्<रुप जो�ता� र � *। लिश<-स्<रुप का� एका � हिंबाaदु बा�हिका र गय� * इसलिलए मं�ग� प&र� 0 गय�। जोड़ी का8 लिलए परमं�थी�-मं�ग� न N *। का�रण, उस8 लिश<-स्<रुप का� भा�न न N *। जो�<-स्<रुप का� एका � हिंबाaदु नजोर का8 स�मंन8 *, इसलिलए मं�ग� आर�भा � न N 0ता� । मं�ग� बा�चौ <�ल8 ल0ग; का8 लिलए लिलए *। बा�चौ <�ल8 ल0ग अथी��ताv मं�ग� आर�भा लिलए मं�ग� * और उन् � का8 लिलए इस मं�त्री <�ल� प्र�थी�न� *।

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“मं(झां8 असत्य मं. स8 सत्य मं. ल8 जो�,” ईश्वर स8 < प्र�थी�न� कारन8 का8 मं�न� *, “मंK असत्य मं. स8 सत्य का4 ओर जो�न8 का� बार�बार प्रयत्न कारु� ग�,’’ इस तार का4 प्रहिताज्ञा�-स� कारन�। प्रयत्न<�� का4 प्रहिताज्ञा� का8 हिबान� प्र�थी�न� का� का0ई अथी� � न N र ता�। यदि� मंK प्रयत्न न N कारता� और चौ(प बा*ठ जो�ता� हूं�, अथी<� हि<रुद्ध दि�श� मं. जो�ता� हूं�,और जोबा�न स8 “मं(झां8 असत्य मं. स8 सत्य मं. ल8 जो�” य प्र�थी�न� हिकाय� कारता� हूं�, ता0 इसस8 क्य� मिमंलन8 का�? न�गप(र स8 कालकात्त8 का4 ओर जो�न8 <�ल� ग�ड़ी� मं. बा*ठकार मं “ 8 प्रभा0! मं(झां8 बाम्बाई ल8 जो�” का4 हिकाता�न � प्र�थी�न� कार., ता0 क्य� L�य�� 0न� *? असत्य स8 सत्य का4 ओर ल8 चौलन8 का4 प्र�थी�न� कारन� 0 ता0 असत्य स8 सत्य का4 ओर जो�न8 का� प्रयत्न भा� कारन� चौ�हि ए। प्रयत्न �न प्र�थी�न� प्र�थी�न� � न N 0 सकाता�। इसलिलए ऐस� प्र�थी�न� कारन8 मं. य श�मिमंल 8 हिका “मंK अपन� रुखा असत्य स8 सत्य का4 ओर कारु� ग� और शलिक्त भार सत्य का4 ओर जो�न8 का� भारप&र प्रयत्न कारु� ग�।”

प्रयत्न कारन� * ता0 हिLर प्र�थी�न� क्य;? प्रयत्न कारन� *, इस�लिलए ता0 प्र�थी�न� चौ�हि ए। मंK प्रयत्न कारन8<�ल� हूं�। पर Lल मं8र� मं(ट्ठाS मं. थी0ड़ी8 � *। Lल ता0 ईश्वर का4 इच्छी� पर अ<ल�हिबाता *। मंK प्रयत्न कारका8 भा� हिकातान� कारूं� ग�? मं8र� शलिक्त हिकातान� अल्प *? ईश्वर का4 स �यता� का8 हिबान� मंK अका8 ल� क्य� कार सकाता� हूं�? मंK सत्य का4 ओर अपन8 का�मं बाढ़े�ता� र �

ता0 भा� ईश्वर का4 काG प� का8 हिबान� मंK मं�ज़िजोल पर न N पहु�चौ सकाता�। मंK र�स्ता� का�टन8 का� प्रयत्न ता0 कारता� हूं�, पर अ�ता मं. मंK र�स्ता� का�ट&�ग� हिका बा�चौ मं. मं8र8 प*र � काट जो�न8 <�ल8 K, य का न का सकाता� K? इसलिलए अपन8 � बालबा&ता8 मंK मं�ज़िजोल पर पहु�चौ जो�ऊं� ग�, य घोंमं�ड हिफ़जो&ल *। का�मं का� अमिधका�र मं8र� *, पर Lल ईश्वर का8 �थी मं. *। इसलिलए प्रयत्न का8 स�थी-स�थी ईश्वर का4 प्र�थी�न� आ<श्यका *। प्र�थी�न� का8 स�य0ग स8 मं. बाल मिमंलता� *। य; का 0 न हिका अपन8 प�स का� सम्पा&ण� बाल का�मं मं. ल�कार बाल का4 ईश्वर स8 मं��ग कारन�, य � प्र�थी�न� का� मंतालबा *।

प्र�थी�न� मं. �8<<�� और प्रयत्न<�� का� समंन्<य * �*<<�� मं. प(रुषा�थी� का0 अ<का�श न N *, इसस8 < बा�<ल� K, प्रयत्न<�� मं. हिनर �का�र <Gक्षित्त न N *, इसस8 < घोंमं�ड� *। Lलता: �0न; ग्री ण न N हिकाय8 जो� सकाता8। हिंकाaता( �0न; का0 छे0ड़ी� भा� न N जो� सकाता�। का�रण, �*<<�� मं. जो0 नम्रता� *, < जोरुर� *। प्रयत्न<�� मं. जो0 पर�क्रोमं *, < भा� आ<श्यका * प्र�थी�न� इनका� मं8ल स�धता� * “मं(क्तस�ग0यन �<��S धGत्य(त्स� समंन्तिन्<ता:”* ग�ता� मं. स�न्तित्<का कात्त�� का� य जो0 लCण का � गय� *, उसमं. प्र�थी�न� का� र स्य *। प्र�थी�न� मं�न� अ �का�र रहि ता प्रयत्न।

*ता(म् �र� हिकाय� ता(म् �र8 का�मं आय8ग� और मं�र� हिकाय� मं�र8 का�मं आय8ग�। एका का� का�मं दूसर8 का4 मं�� न N कार सकाता�। --हजेरात मा�हम्मा�स�र�श�, “मं(झां8 असत्य मं. स8 सत्य मं. ल8 जो�”, इस प्र�थी�न� का� सम्पा&ण� अथी� 0ग� हिका“मंK असत्य मं. स8 सत्य का4 ओर जो�न8 का�, अ �का�र छे0ड़ीकार, उत्स� प&<�का सताता प्रयत्न कारु� ग�।” य अथी� ध्य�न मं. रखाकार मं. र0जो प्रभा( स8 प्र�थी�न� कारन� चौ�हि ए—

“ 8 प्रभा0! ता& मं(झां8 असत्य मं. स8 सत्य मं. ल8 जो�। अ�धका�र मं. स8 प्रका�श मं. ल8 जो�। मं(त्य( मं. स8 अमंGता मं. ल8 जो�।”

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प्र�मा□खाला�ला जिजेब्र�नु

ताबा अस्थिल्मंत्री� न8 का �: मंस8 प्र8मं का8 बा�र8 मं. का( छे का 0।ताबा उसन8 अपन� मंस्ताका ऊं� चौ� हिकाय� और ल0ग; पर दृमिl ड�ल�। सबा पर श��हिता छे� गई और ग(रु गम्भा�र स्<र स8 उसन8 का �:

“जोबा प्र8मं ता(म् . अपन� ओर बा(ल�य8 ता0 उसका� अन(मं�न कार0, यद्योहिप उसका4 र� . हि<काट और हि<षामं K।

जोबा उसका8 प�खा ता(म् 8 ढोंका ल8न� चौ� ., ता0 ता(मं आत्मं-समंप�ण कार �0।भाल8 � उन प�खा; का8 न�चौ8 लिछेप� ताल<�र ता(म् . घों�यल कार8।और जोबा < ता(मंस8 बा0ल8 ता0 उसमं. हि<श्व�स रखा0,भाल8 � उसका4 आ<�जो ता(म् �र8 सपन; का0 चौकान�चौ&र कार ड�ल8, ज़िजोस तार झां�झां�<�ता

उप<न का� उजो�ड़ी ड�लता� *।क्य;हिका प्र8मं ज़िजोस तार ता(म् . मं(का( ट प न�यग�, उस� तार श&ल� पर भा� चौढ़े�एग�। ज़िजोस

तार < ता(म् �र8 हि<का�स का8 लिलए *, उस� तार ता(म् �र� का�ट-छे��ट का8 लिलए भा�।ज़िजोस प्रका�र < ता(म् �र� ऊं� चौ�ईय; ताका चौढ़ेकार स&य� का4 हिकारण; मं. का��पता� हुई ता(म् �र�

का0मंलतामं का;पल; का0 भा� �8खाभा�ल कारता� *, उस� प्रका�र < ता(म् �र� न�चौ�इय; ताका उतारकार, भा&मिमं मं. दूर ताका गड़ी� हुई, ता(म् �र� जोड़ी;

का0 भा� झांकाझां0र ड�लता� *।अन�जो का4 ‘बा�ल0*’का4 तार < ता(म् . अपन8 अ��र भार ल8ता� *।

-------* ज़िजोस तार ग.हूं का4 बा�ल; मं. ग8हूं� का8 ��न8, मंक्का� का8 भा(ट्टी8 मं. मंक्का� का8 ��न8 भार8 र ता8 *।

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ता(म् 8 न�ग� कारन8 का8 लिलए का& टता� *।ता(म् �र� भा&स� दूर कारन8 का8 लिलए ता(म् 8 Lटकाता� *।ता(म् 8 प�सकार श्व8ता बान�ता� *।ता(म् 8 नरमं बान�न8 ताका ग&Ãथीता� *।और ताबा ता(म् 8 अपन� पहि<त्री अग्निsन पर स.काता� * ज़िजोसस8 ता(मं प्रभा( का8 प�<न-थी�ल का4

पहि<त्री र0टS बान सका0।प्र8मं ता(म् �र8 स�थी य स�र� ल�ल� इसलिलए कारता� * हिका ता(मं अपन8 अ�तार�मं का8 र स्य; का�

ज्ञा�न प� सका0, और उस� ज्ञा�न द्वा�र� जोगज्जा�<न का8 हृ�य का� एका अ�श बान सका0।ल8हिकान यदि� भाय<श ता(मं का8 <ल प्र8मं का4 श��हिता और प्र8मं का8 उल्ल�स का4 � का�मंन� कारता8

0,ता0, ता(म् �र8 लिलए य � भाल� * हिका ता(मं अपन� नsनता� का0 ढोंका ल0 और प्र8मं का0 का& टन8 <�ल8

खालिल �न स8 बा� र जो�ओ।और ऋता(- �न* स�स�र मं. जो� बास0, जो �� ता(मं �स0ग8 ता0, ल8हिकान प&र� �स� न N, जो �� ता(मं

र0ओग8 ता0, ल8हिकान स�र8 आ�स(ओं का8 स�थी न N।

प्र8मं हिकास� का0 अपन8-आपका8 लिस<� न का( छे �8ता� *, न हिकास� स8 अपन8-आपका8 लिस<� का( छे ल8ता� *।

प्र8मं न हिकास� का� स्<�मं� बानता� *, न हिकास� का0 अपन� स्<�मं� बान�ता� *।क्य;हिका प्र8मं मं. � परिरप&ण� *।जोबा ता(मं प्र8मं कार0 ताबा य न का 0—‘ईश्वर मं8र8 हृ�य मं. K।’ बाश्किल्का का 0—मंK ईश्वर का8

हृ�य मं. हूं�।’और काभा� न स0चौन� हिका ता(मं प्र8मं का� पथी हिनध��रिरता कार सकाता8 0, क्य;हिका प्र8मं यदि� ता(म् 8

अमिधका�र� समंझांता� * ता0 स्<य� ता(म् �र� र� हिनध��रिरता कारता� *।प्र8मं अपन8-आपका0 स�प&ण� कारन8 का8 लिस<� और का( छे न N चौ� ता�।यदि� ता(मं प्र8मं कार0 और ता(म् �र8 हृ�य मं. का�मंन�ए� उठ. � थी� ता0 <8 य8 ;:मंK द्रहि<ता 0 सका&� —बा ता8 हुए झांरन8 का4 तार रजोन� का0 स(मंध(र ग�ता स8 भार सका&� ।अत्य�ता का0मंलता� का4 <8�न� मंK अन(भा< कार सका&�

------------------------------*परिर<ता�न- �न, जो�<न- �न।अपन8 प्र8मं का4 अन(भा&हिता स8 मंK घों�यल 0 सका&� ।

अपन� इच्छी� स8 और �सता8- �सता8 मंK अपन� रक्त-��न कार सका&� ।प�खा L* ल�ता� हुआ हृ�य ल8कार प्रभा�ता-<8ल� मं. जो�ग सका&� और प्र8मंमंय दि�न प�न8 का8 लिलए

धन्य<�� कार सका&� ।�0प र का0 हि<श्र�मं कार सका&� और प्र8मं का8 परमं आन�� मं. ताल्ल�न 0 सका&� ।दि�न ढोंलन8 पर काG ताज्ञाता�-भार� हृ�य ल8कार घोंर ल ट सका&� ;और हिLर र�हित्री मं. हृ�य मं. हिप्रयतामं का8 लिलए प्र�थी�न� और 0ठ; पर उसका4 प्रश�स�� का�

ग�ता ल8कार स0 सका&� ।”

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अभा��-दृनिk□स्वै�मा� मा�क्तु�नु�� पारामाह�से

धमं� का8 हिबान� जो�न� मं�न<ता� का8 य0sय न N। धमं� का0 प�ल0, धमं� का0 जो�न0, धमं� � परमं8श्वर *।

सभा� मं. एका�त्मंभा�<न�, Cमं�श�ल हृ�य, स्<काl-हिनभा�रता�, ‘परस्पर �8<0 भा<’ का� आचौरण मं�<नधमं� *।

हि<षामं व्य< �र मं. भा� समं�श�न आ<श्यका *। समंत्< � य0ग का� लCण *। मं�र� इ�दिद्रय; मं. आ�खा. �8खाता� K, काण� स(नता8 K, ज़िजोह्वा� बा0लता� *, हिLर भा� एका शर�र का8 0न8 स8 समं K।

भा8�दृमिl, हि<षामं व्य �र, ऊं� चौ-न�चौ भा�<न� अन्ता:कारण का4 स्थिस्थाहिता का0 नl कारता8 K। समंता� � स(खाका�रका *।

जो*स8 एका बाड़ी8 का( ट(म्बा� का0 अपन� परिर<�र प&र� अपन� � *, बाहुता 0न8 स8 भा� एका *, अभा8� *, एका स8 उपजो� हुआ सबा *, <*स8 परमं�त्मं� का� हि<श्वव्य�प� <�स(�8< का( ट(म्बा *।

जोबा ताका ‘<�स(�8<स्य8< का( ट(म्बाकामं’ का� ज्ञा�न और हि<श्व बा�ध(त्<-प्र8मं का� आचौरण न N, ताबा ताका स(खा� स�स�र न N।

‘परस्पर �8<0 भा<’ का� अभ्य�स और स�धन�, अनन्तार <*स� � आचौरण कार0, य मं�न<-धमं� *। इसमं. र�ष्ट्र का4 उन्नहिता *, भालिक्त * और हि<का�स का4 प&ण� य0जोन� *।

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जोबाताका सबा का0ई ‘परस्पर �8<0 भा<’ का8 मं�त्री का0 जोपता� न N, भा8�-मं�त्री का0 हृ�य स8 बा� र हिनका�लता� न N, परस्पर एका-दुसर8 का8 प्रहिता प&ज्य सम्मं�नन�य भा�< रखाता� न N, ताबा ताका < श��हिता स्<प्न मं. भा� �8खा सकाता� न N।

जो*स8 उल&का दि�न मं. प्रका�श न N �8खाता�, का <� र�हित्री मं. प्रका�श न N �8खाता�, <*स8 � ज्ञा�न�श� मं. हि<द्योमं�न मंन(ष्य व्य�< �रिरका जोगता मं. भा� अज्ञा�न का8 �श�न न N कारता�।

तात्<-समं(��य स8 पGथीका हिकाय� हुआ श(द्ध�त्मं� हिLर अपन� श(द्धता� न N छे0ड़ीता�।

स0य� हुआ प(रुषा व्य< �र न N �8खा प�ता�, जो�ग� हुआ प(रुषा स्<प्न न N �8खा प�ता�। ज्ञा�न� भा� ज्ञा�न�<स्था� मं. जोगता न N �8खा प�ता�।

बा र� का�न 0न8 पर भा� न N स(नता�, अ�ध� दि�न मं. भा� हृ�य न N �8खा प�ता�, ग&�ग� जो�भा का8 0न8 पर भा� बा0ल न N प�ता�, <*स8 � ग(रुप्रस�� प्र�प्ता मंन(ष्य इस जोगता मं. व्य< �र न N �8खा प�ता�।

अ�तार श��हिता, स म्य स्थिस्थाहिता, द्वा*ता<Gक्षित्त-हिन<Gक्षित्त, काल्पन�ता�ता गहिता—< � अ-व्य< �र *, < N प्र�न्तिप्ता *।

नर-न�र� का8 समं(��य मं., स�स�र मं. एका आत्मं� का� � हि<ल�स *, दूजो� न N।

<Gक्षित्त का0 हिन<Gक्षित्त कारका8 �8खा0, अ��र क्य�-क्य� भा�सता� *? न�न�त्< न�मंमं�त्री का� *, प&ण� सत्य *।

जो0 सत्य स8 हिनकाल�, < सत्य स8 क्षिभान्न न N *, सत्य मं. *, सत्य � *, जो0 �Sखा8 < भा� सत्य, सत्य � मं8र� स्<�त्मं-हि<मंश� *।

प�चौ-तात्<; का8 पच्चा�स हि<भा�ग; मं. न्य&न�मिधका रुप मं. अण्डजो, जोर�य(जो, स्<8�जो, उज़िद्भाजो आदि� चौ�र शर�र; का4 रचौन� K, ज़िजोनमं. मं�न<-शर�र भा� *। सबास8 प��चौ-पच्चा�स का� � खा8ल *।

व्य< �रिरका जोगता का0 अलग मंता समंझां0। य हिनत्य�न�� <�दिटका� *, <8��न्ताश�ल� *, इसमं. स�खा0, पर�C� उत्त�ण� कार0, हिडग्री� प�ओ।

हृ�य � <*का( ण्ठ, भा&ल0का, ग0ल0का, का* ल�स *। हृ�य मं. न N �8खा� ता0 <*का( ण्ठ का4 बा�ता; स8 क्य� प्र�य0जोन!

एका परमं हिपता�, एका अव्यय मं�ता� का� का( ट(म्बा य मं�न<-स�स�र *। जोबा ताका मंन(ष्य इस ज्ञा�न�श� का� प(जो�र� न N बानता�, ताबा ताका उसका� र0न� न N मिमंट8ग�।

मं0 , आश�, ईष्य�� मं. � भा8� का� हिन<�स *। भा8�-भ्रमं स8 अज्ञा�न बाढ़ेता� *। दूसर8 का8 प्रहिता परभा�< �, दु:खा�लय *, < �� श��हिता दूर *।

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भा8� का8 <ल मं&ढ़ेता� *, < न श�स्त्री�य *, न मं�न<�य * और न न�हिता *। भा8�<�� � जोगता मं. नर<�� *।

परमं�त्मं� एका *। उसका4 दृमिl एका *, उसका4 स�ता�न. एकासमं K। उसमं. भा8� न N K और न ता0 न्य&न�मिधका � *। उस एका मं. अन8काता� मं�नन� � मं ता का� मं �मं�त्री *।

�8श-�8शv का� भा8�, भा�षा�-भा�षा� का� भा8�, न�मं-रुप का� भा8�, मंता-मंता�न्तार का� भा8�, य � नरका का8 यज्ञाका( ण्ड K।

हि<श�ल पGलिथी<� एका, �*<�भा&ता जोल एका, बा ता� <�य( एका, जोलता� अग्निsन एका, अ<का�श का� आका�श एका, स<��ध�रणमंय परमं�न�� चौ*तान्य�त्मं� एका। बाता�ओ, दूसर� * का ��?

प्रभा�-कों� पा�□रावै�न्द्रनु�र्थं ठ�कों� रा

घोंमं-घों&मंकार ग��<-गल� मं., भा�खा मं��गता� थी� जोबा �र-�र;�8खा� ताभा� दूर स8 आता8, ता(म् . स्<ण� का8 रथी पर चौढ़ेकार।

हुआ प्रता�ता हिका जो*स8 0 < , का0ई स्<प्न अप&<� मंन0 र;स0चौ� 0कार हि<श्किस्मंता मंKन8, का न आ र � य र�जो8श्वर?

हुई बाल<ता� मं8र� आश�, मं8र8 �र्टि�aन हुए दूर अबा,खाड़ी� र � मंK य � �8खाता�, भा�खा अय�लिचौता मिमंल8 मं(झां8 काबा!

और मिमंल8 काबा पड़ी� चौता(र्टि�aका, हिबाखार� हुआ ध&ल मं. जो0 घोंर;खाड़ी� हुआ थी� जो ��, अचौ�नका, आकार रुका� ता(म् �र� रथी ताबा।

�8खा� ता(मंन8 मं(झां8 दृमिl भार, उतार पड़ी8 रथी स8 मं(स्कार�कार;लग� मं(झां8 मं8र8 जो�<न का�, आ पहु�चौ� स भा�sय < N पर।

स स� �थी बाढ़े�य� ता(मंन8, बा0ल8 ता(मं य; मं(झांस8 �सकार;“क्य� * झां0ल� मं. बाताल�ओ, �8 सकाता8 0 मं(झांका0 सत्<र?”

का* स� थी� उप �स ता(म् �र�, मं��ग र 8 थी8 ता(मं य�चौका स8!�8ता� क्य� < ता(म् 8 अर8, जो0, <�लिचौता थी� का ड़ी�-का ड़ी� स8!

खाड़ी� र � मंK स(ध-बा(ध भा&ल8, भार� अहिनFय स8 मं8र� मंन;ध�र8-स8 ताबा ल8 झां0ल� स8, दि�य� अन्न का� छे0ट�-स� काण।

स�ध्य� का0 क्षिभाC� का4 झां0ल�, का4 खा�ल� मंKन8 घोंर जो�कार;स्ता�क्षिभाता र गय8 न*न ताबा, एका स्<ण�-काण पड़ी� �8खाकार।

र�जो-क्षिभाC( का0 दि�य� अन्नकाण, आय� थी� स0न8 का� बानकार;“ �य, क्य; न �8 ड�ल� सबा-का( छे?” र0य� मंK ताबा L& ट-L& टकार।

अनु�०---- यशापा�ला जे�नु

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जे� जे�नुत� हh, उसे� जिजेय-□रा�मा�श्वरा�य�ला दुबु�

स�स�र मं. सबास8 अमिधका जो0 चौ�जो �S जो�ता� * < स�खा, और श�य� सबास8 अमिधका न ल� जो�न8 <�ल� चौ�जो भा� स�खा � *। स�खा; का� अम्बा�र लग� *, जो0 चौ� 8 ज़िजोतान� उठ� ल8, हिंकाaता( हिडम्बान� य *हिका स(��र स�खा; का� सबा-सम्मं�न कारता8 K, प(ष्प चौढ़े�कार प&जो� कारता8 K, पर उस पर आचौरण कारन8 का� अ<सर आता� * ता0 दूर स8 नमंस्का�र कारता8 K।

ताबा स जो प्रश्न उठता� * हिका स�खा; का4 अमंGता-<षा�� का� क्य� मं त्< *? स्<�हिता नCत्री मं. जोबा प�न� बारसता� *, ताबा, का ता8 K, स�प मं. मं0ता� बान जो�ता� *, का8 ल� मं. काप&�र बान जो�ता� *, और सप� का8 मं(� मं. हि<षा। इनमं. का( छे बानता� ता0 *, हिंकाaता( अमिधका��श जोल ता0 मं�टS का0 ग�ल� कारका8 � र जो�ता� *। स�भा< *, य जोल काG हिषा का8 लिलए उपय0ग� 0ता� 0, पर�ता( य �� �8खान8 का4 बा�ता य * हिका मं त्< जोल का� * अथी<� उस8 ग्री ण कारन8 <�ल8 प�त्री का�?

स्पl * हिका अगर मं. मं0ता� प्र�प्ता कारन8 K, ता0 स�प-स� स�धन� कारन� पड़ी8ग�, स�प का4 Cमंता� प्र�प्ता कारन� 0ग�, न N ता0 स्<�हिता का� जोल भा� स�मं�न्य जोल � बान� र जो�य8ग�।

मं8र8 जो�<न का4 एका घोंटन� *। दि�ल्ल� हि<श्वहि<द्यो�लय का� छे�त्री थी�। घोंर8ल& स�स्का�र ऐस8 मिमंल8 थी8 हिका स�ध(-स�ता; का8 हिनकाट जो�न� अच्छी� लगता� थी�। एका बा�र अपन8 एकामिमंत्री का8 स�थी जो(मंन� का8 हिकान�र8 का4 र8ता� घों&मं र � थी�। �8खा�, एका मं �त्मं� < �� बा*ठ8 K। हिनकाट पहु�चौकार मं�0न; न8 आ�र-सहि ता प्रण�मं हिकाय�। आश�षा मं. का8 <ल एका दृमिlभार मिमंल�। का( छे �8र खाड़ी8 र न8 का8 बा�� मंKन8 हि<नम्रता� स8 का �, “मं �त्मंनv! मं हि<द्यो�थी  K। का( छे स�खा �Sज़िजोए।”

मं �त्मं� न8 बाड़ी� <क्रो दृमिl स8 मं�0न; का0 न�चौ8 स8 ऊंपर ताका �0-ता�न बा�र �8खा�। का�रणv न समंझांकार मंल0ग थी0ड़ी� डर गय8। स0चौ�, का0ई अपर�ध 0 गय�, का N का0ई श�प न �8 बा*ठ. । मं य स0चौ � र 8 थी8 हिका स�ध( मं �र�जो न8 का( छे उग्री <�ण� मं. � का �, “ �� बा*ठ0, मंK ता(म् 8 उप�8श दू�ग�।” स�ध( मं �र�जो न8 गर�न झां(का� ल�।

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उप�8श प�न8 का4 आश� ता0 स(खा �8खा र � थी�, पर�ता( <�ण� का� अक्खाड़ीपन भाय भा� प*�� कार र � थी�। डरता8-डरता8 मंल0ग बा*ठ गय8। थी0ड़ी� �8र मं. स�ध( न8 अपन� लिसर उठ�य� और प(न: प(र�न8 ल जो8 मं. का �, “मंK ता(म् . उप�8श �8ता� हूं� हिका आजो स8 हिकास� स8 उप�8श न मं��गन�।” इतान� का कार उन् ;न8 हिLर अपन� गर�न झां(का� ल�।

इस अन0खा8 उप�8श का0 स(नकार मंल0ग चौहिकाता र गय8—एका-दुसर8 का0 �8खान8 लग8। आग8 क्य� कारन� चौ�हि ए, समंझां मं. � न N आय�। इच्छी� हुई हिका उठकार चौल �., पर स0चौ�, चौलन� ता0 * �, इस उप�8श का� मंमं� ता0 जो�न ल.।

हि म्मंता कारका8 मंKन8 हिन<8�न हिकाय�, “मं �र�जो, मंK का( छे समंझां� न N। आपन8 ता0 का0ई उप�8श न N दि�य�, इतान� � क्य0, आपन8 ता0 हिकास� अन्य स8 भा� उप�8श प्र�प्ता कारन8 का� का� मं�ग� बा�� कार दि�य�।”

स�ध( मं �र�जो न8 अपन� लिसर उठ�य� और प(र�न8 ल जो8 मं. � प&छेता8 चौल8 गय8, “क्य� न N समंझां8?” ता(मं उप�8श मं��गता8 हिLरता8 0। ऐस� क्य; कारता8 0? क्य� ता(मं न N जो�नता8 हिका सत्य बा0लन� अच्छी� *, चौ0र� कारन� बा(र� *? क्य� ता(मं न N जो�नता8 हिका दूसर; का4 स8<�

स(�पय0ग कारन� अच्छी� *, आलस्य मं. समंय हिबाता�न� बा(र� *? मंK प&छेता� चौल� जो�ता� हूं�, ता(मं उत्तर क्य; न N �8ता8? ”

“जो�नता� हूं�।” मंKन8 ध�र8-स8 उत्तर दि�य�। “ताबा हिLर क्य� उप�8श चौ� ता8 0? जो�ओ, जो0 जो�नता8 0, उस8 ज़िजोओ।

इतान� का कार स�ध( मं �र�जो उठ8 और एका ओर चौल दि�य8। मंल0ग; न8 भा� अपन� र�स्ता� लिलय�। मं�0न; थी0ड़ी� �8र ताका खा�मं0श र 8। मंन मं. स�ध(जो� का� एका � <�क्य ग�जो र � थी�--“ता(मं क्य� न N जो�नता8? जो0 जो�नता8 0, उस8 ज़िजोओ।”

मंK स�प� बानन8 का4, स�धन� का4 बा�ता का र � थी� स�खा; और उप�8श; का4 कामं� न N, और का न-स� स�खा * और का न-स� उप�8श *, ज़िजोस8 मं न N जो�नता8 ?

ताबा प्रश्न उठता� * हिका क्य� स�खा और उप�8श प्र�प्ता कारन8 का� प्रयत्न न हिकाय� जो�य, स�ध(-स�ता; का� सत्स�ग न हिकाय� जो�य, सत्स�हि त्य का� अध्ययन न हिकाय� जो�य?

उत्तर *, अ<श्य हिकाय� जो�य, हिंकाaता( एका शता� का8 स�थी। भा0जोन उतान� � कार., ज़िजोतान� पचौ� ल.। प मिlका भा0जोन का0 गल8 का8 न�चौ8 उता�रता8 जो�न8 स8 � आ�मं� प(l न N बान सकाता�। इस प्रस�ग मं. आचौ�य� हि<न0बा� का� एका काथीन य�� आ र � *। प<न�र आश्रमं मं. एका दि�न ‘हि<ष्ण( स स्रन�मं’का8 प�ठ का8 पF�ता हि<न0बा�जो� न8 का � थी�, “प्र�क्षिणय; मं. अपन8 का0 श्र8ष्ठ समंझांन8 <�ल8 मं मं�न<; का0 पश(ओं स8 भा� का( छे स�खान� चौ�हि ए। भा&खा लगन8 पर पश( चौ�र� खा� ल8ता�। उतान� � खा�ता� *, ज़िजोतान8 का4 उस8 आ<श्काता� *। प8ट भार गय�, चौ�र� छे0ड़ी दि�य�। हिLर एका��ता मं. बा*ठकार एका�ग्रीमंन 0कार जो(ग�ल� कारता� *। खा�य8 हुए चौ�र8 का�का एका तार स8 दुबा�र� खा�ता� *। इस8 � ‘जो(ग�ल� कारन�’ का ता8 K। मं मं�न< ज्ञा�न का8 C8त्री मं. चौर ता0 बाहुता ल8ता8 K, हिकातान� स�खा. स(न ल8ता8 K, हिकातान8 उप�8श श्र<ण कार ल8ता8 K, स�ता; और हि<द्वा�न; स8 ज्ञा�न का4 हिकातान� � बा�ता. स(नकार प्रसन्न 0 ल8ता8 K, पर�ता( बा�� का4 जो(ग�ल� कारता8 � न N। प्रत्य8का मंन(ष्य जो(ग�ल� अथी��ताv मंनन कारन� चौ�हि ए। मंनन और हि<चौ�र-मं�थीन स8 � प्र�प्ता का4 हुई स�खा, प्र�प्ता हिकाय� हुआ उप�8श Lल��य� 0ग�, न N ता0 एका का�न स8 स(नकार दूसर8 का�न स8 हिनका�ल �8न8 स8 का0ई ल�भा न 0ग�।”

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बु�दिnय� कों" बु�नु� □ यशापा�ला जे�नु

एका स�ध( हिकास� स्था�न पर अपन� का( दिटय� बान�कार र ता� थी�। बाड़ी� रमंण�का स्था�न थी�। न�S का� हिकान�र� थी�। घोंन� <न थी�। स�ध( का0 सबा प्रका�र का� आन�� प्र�प्ता थी�

ल8हिकान एका कादिठन�ई थी�। जो�गल का8 पश(-पC� < �� आ जो�ता8 थी8 और आ�खा बाचौन8 परउसका� का( छे-न-का( छे हिबाग�ड़ी कार जो�ता8 थी8। इसस8 स�ध( र घोंड़ी� *र�न र न8 लग�।

एका बा�र स�ध( ता�थी��टन का8 लिलए हिनकाल�। अन8का स्था�न; पर गय�। ता�थी�-�श�न का8 स�थी-स�थी स�ध(-स�ता; का8 सत्स�ग का� भा� ल�भा लिलय�।

अपन� य�त्री� मं. एका दि�न < एका ग��< स8 ग(जोर�। चौ�र; ओर खा8ता L* ल8 थी8, ज़िजोनमं. अन�जो का4 Lसल ता*य�र खाड़ी� थी�।

अचौ�नका उसन8 �8खा� हिका एका खा8ता का8 मंचौ�न पर एका बा(दिढ़ेय� बा*ठ¦ Lसल का4 रखा<�ल� कार र � *। ल8हिकान खा8ता पर पक्षिCय; न8 मंल� बा0ल रखा� *।

बा(दिढ़ेय� का8 न(कास�न का4 काल्पन� कारका8 स�ध( का0 बाड़ी� बा(र� लग�। < बा(दिढ़ेय� का8 प�स गय� और बा0ल�, “मं�ई, ता(मं य �� बा*ठ¦-बा*ठ¦ क्य� कारता� 0?लिचौहिड़ीय�� ता(म् �र� खा8ता का0 चौ(ग8 जो� र � K।”

बा(दिढ़ेय� का4 आ�खा. चौमंका उठÈ। <�त्सल्यभार8 स्<र मं. बा0ल�, “भा*य�, लिचौहिड़ीय; का0 भा� भाग<�न न8 प*�� हिकाय� *। उनका8 घोंर मं. अन�जो ता0 भार� * न N, बा8चौ�र� जो�न8 का �� स8 उड़ीकार य �� आई K! हिLर भा*य�, चौ(ग.ग� ता0 हिकातान�! उनका� प8ट � हिकातान� बाड़ी� *!”

बा(दिढ़ेय� एका स��स मं. स�र� बा�ता का गई। स�ध( उसका8 चौ8 र8 का0 �8खाता� र गय�। उस8 अपन� का( दिटय� य�� आई।उसमं. आन8 <�ल8 पश(-पC� य�� आय8। पर आजो उसका8 मंन मं. उनका. प्रहिता काट(ता� न N थी�, प्र8मं थी�। बा(दिढ़ेय� न8 उसका4 आ�खा. खा0ल �S थीN।

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खा��� कों� बु�� कों� नुसे�हत-हजेरात मा�हम्मा� से�ह�बु

1. इ�स�न; मं. का( छे ऐस8 भा� 0ता8 K, जो0 का ता8 K हिका मं अल्ल� पर और क़ीय�मंता पर यक़ी4न कारता8 K, �ल��हिका <8 यक़ी4न कारता8 न N। ऐस8 ल0ग अल्ल� का0 और उन आ�मिमंय; का0, जो0 यक़ी4न कार चौ(का8 *, ध0खा� �8ता8 K, ल8हिकान <8 न N जो�नता8 हिका <8 अपन8 आपस8 छेल कारता8 K।

2. जोबा क़ीय�मंता 0ग� ताबा र8का का8 भाल8-बा(र8 का�मं; का� ल8खा�-जो0खा� 0ग�। उस <क्त का0ई लिसफ़�रिरश का�मं न N �8ग�, हिकास� तार का4 �य� भा� न N 0ग�।।

3. ज़िजोन ल0ग; न8 न8का का�मं हिकाय8 K, उनका0 ख़ु(�� प&र� बा�ल �8ग�।

4. जोबा ताका ता(मं अपन� प्य�र� चौ�जो; मं. स8 ��न न N कार0ग8, ता(म् 8 भाल�ई न N मिमंल8ग�। ता(मं जो0 ��न कारता8 0, उसका4 जो�नका�र� ख़ु(�� का0 र ता� *।

5. जो0 बा&र8 का�मं कारता8 K, उन् . अल्ल� मं�फ़ न N कारता�, य �� ताका हिका उनमं. स8 जोअ हिकास� का8 आग8 मं ता आ खाड़ी� 0ता� * और < का ता� * हिका मं(झां8 मं�L कार0, ताबा भा� मं�फ़4 न N मिमंलता�।

6. मंदि�र�, जो(आ और प�स8—य8 ग��8 श*ता�न� का�मं K, इनस8 बाचौ0। ता(म् �र� भाल� 0ग�।

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7. अपन� जो�न का� ख्य�ल रक्खा0। ता(मं सबाका0 अल्ल� का4 तार ल टकार जो�न� * ता0 जो0 का( छे कारता8 र 8 0, ता(मंका0 < बाता�य8ग�।

८ इस बा�ता का0 ख्य�ल मं. रक्खा; हिका अल्ल� सज़� �8न8 मं. सख्ता * और य भा� हिका अल्ल� मं�L कारन8<�ल� र मंदि�ल भा� *। जो0 का& छे ता(मं जो�हि र� कारता8 0,और जो0 का( छे लिछेप�कार कारता8 0, अल्ल� सबाका( छे जो�नता� *, इसलिलए 8 अक्लमं��0! खा(�� स8 डर0।

९. अल्ल� ता�ल� न8 जो0 जो�हि र� चौ�जो. ता(म् �र8 लिलए प�का कार �S K, उनका0 न�प�का मंता कार0 और � स8 आग8 न जो�ओ, क्य;हिका अल्ल� � स8 बाढ़ेन8 <�ल; का0 न N चौ� ता�।

१०. ता(म् �र8 बा8ता&का8 अ �; पर खा(�� ता(मंका0 न N पकाड़ी8ग�, ल8हिकान ता 8-दि�ल स8 कासमं खा� ल0ग8 ता0 खा(�� ता(मंका0 बाख्शे8ग� न N।

११. जो0 का( छे भा� आसमं�न और जोमं�न पर *, सबा अल्ल� का� *। इसलिलए अपन8 पर<रदि�ग�र का� हुक्मं न मं�नन8 <�ल8 का0 खा(�� क़ीय�मंता का8 र0जो हुका( मंउदूल� का4 सजो� �8ग�।

१२. दुहिनय�<� जिंजोa�ग� ता0 मं जो खा8ल और तामं�श� * और इसमं. शका न N हिका जो0 इ�स�न� स�यमं� K, उनका8 लिलए क़ीय�मंता य�न� परल0का का� घोंर का N अच्छी� *।

१३. पर<रदि�ग�र न8 इ�स�L का4 र मंसज़िजो� मं. स�ध� मं(� रखान8 का� हुक्मं दि�य� *। इन्स�न; न8 अल्ल� का0 छे0ड़ीकार श*ता�न का0 पकाड़ी� और समंझांता8 K हिका <8 स�ध8 र�स्ता8 पर K। ऐ आ�मं का8 बा8ट0! हिफ़जो(लखाचौ  न कार0, क्य;हिका हिफ़जो(लखाचौ  कारन<�ल; का0 अल्ल� न N चौ� ता�।

१४.अल्ल� का8 न�मं स8 डर0, जो0 मं8 रबा�न और र मंदि�ल *, सबाका4 पर<रिरश कारन8<�ल *, क्य;हिका जोलजोल� एका बाड़ी� चौ�जो *। ज़िजोस दि�न य जोलजोल� ता(म् �र8 स�मंन8 आएग�, र दूध हिपल�न8 <�ल� मं�� अपन8 दूध प�ता8 बाच्चा8 का0 भा&ल जो�य8ग�। ल0ग नश8 मं. नजोर आय.ग8, �ल��हिका <8 मंता<�ल8 न N। अल्ल� का4 सजो� बाड़ी� सख्ता *।15. का( छे ल0ग अनजो�न8 मं. अल्ल� का8 बा�र8 मं. बा स कार�ता8, झांगड़ीता8 K और श*ता�न का8 प�छे8 चौल पड़ीता8 *। श*ता�न का8 बा�र8 मं. लिलखा� * हिका जो0 उसका� �0स्ता बान8ग� य� ज़िजोसका� < �0स्ता बान8ग�, उस8 भाटका�कार �0ज़ख़ु का4 र� बाता�य8ग�।16. दुहिनय� मं. का( छे ऐस8 ल0ग भा� K, जो0 अल्ल� का4 इबा��ता प&र8 दि�ल स8 न N कारता8। अगर

उनका0 का0ई फ़�य�� पहु�चौ� ता0 ज़िजोधर स8 आय� थी�, उधर � ल ट गय�, इसन8 दुहिनय� और जोन्नता �0न; � ग�<�य8।

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17. जो0 ल0ग अल्ल� का0 मं�नता8 K, उसका4 इबा��ता कारता8 K, न8का का�मं कारता8 K, उनका0 अल्ल� बा�ग0 मं. भा8जो8ग�, ज़िजोनका8 न�चौ8 न र. बा र � ;ग�।

18.खा(�� स8 टकार क़ी�मंय�बा� का4 उम्मं�� का* स8 रखा सकाता� *? काटS हुई रस्स� पर चौढ़ेकार का0ई का* स8 प�र उतार सकाता� *? ट&टS हुई हिकाश्ता� पर बा*ठकार ड&बान8 स8 का* स8 बाचौ सकाता� *?

‘मंण्डल’ द्वा�र� प्रका�लिशता से�बु�धा से�निहत्य-मा�ला�

मं�र� आ�श� न�रिरय�� भा�रता�य ल0का-काथी�ए� मं�र8 स�ता-मं �त्मं� हि<श्व का4 श्र8ष्ठ का �हिनय�� मं�र� नदि�य�� मं�र� बा0ध-काथी�ए� मं�ता�जो� का� दि�व्य �श�न बा�प& का� पथी बाड़ी; का4 बाड़ी� बा�ता. बा8ता�ल पच्चा�स� पथी का8 आल0का ईंट का4 �S<�र सिंसa �सन बात्त�स� सLलता� का4 का(� जो� मं�र8 प्रमं(खा ता�थी� स�ता; का4 स�खा

सेस्त� से�निहत्य माण्डला प्रकों�शानु+