Garima Mittal Hepatitis-2015 Orlando, USA July 20 - 22 2015.
Garima
description
Transcript of Garima
सामान्य जानकारी:
आपकी लग्न राशि� धनु है, जिजसका स्वामी बृहस्पति� है। आप साहसी, तिनर्भी!क �था कम#ठ छतिव की होंगी और अपने आप को व्यस्� रखेंगी। आप बुजि/मान और आत्मसंयमी होंगी। आप अपने तिनर्ण#यों में कडे़ �था तिवश्वसनीय मिमत्र होंगी। आप साहसी, महत्वाकांक्षी और परिरश्रमी होंगी। आप अपने समप#र्ण और लगन के द्वारा अपने वांशिछ� लक्ष्य को प्राप्� करेंगी। आप दूरद�! और सु�ील होंगी। द�#न�ास्त्र और धम# की ओर झुकाव होगा। आप ईमानदार, तिवनम्र और साधारर्ण होंगी। आपको आडम्बर और छल-कपट से घृर्णा होगी। आप परम्पराओं और नैति�क मूल्यों को महत्व देंगी।
आप अपनी �शिLयों और अमिधकारों का प्रयोग भ्रष्ट �रीकों को अपनाये तिबना करेंगी। आप ऊजा#वान और उत्साही होंगी। अपनी साहसी र्भीावना के कारर्ण आप नयी योजनाओं को �ुरू करने की पहल करेंगी। आप खेल-कूद और बाहरी गति�तिवमिधयों में दिदलचस्पी लेंगी। आप घूमने की �ौकीन होंगी। आप दूरस्थ स्थानों की यात्रा कर सक�ी हैं। आप प्रेम, लगाव, देखर्भीाल और उदार�ा के द्वारा लोगों का हृदय जी�ने में सक्षम होंगी। आपमें अदर्भीु� संवाद करने की क्षम�ा होगी �था आप आ�ावादी होंगी। आप एक उत्तम पाठक और वLा होंगी। सं�यग्रस्� होने की स्थिस्थति� में आपको स्नेहपूर्ण# नैति�क समथ#न और माग#द�#न की आवश्यक�ा हो सक�ी है। आप एक स्वतिनर्मिम_� व्यशिL होंगी।
�ारीरिरक संरचना:
आप लम्बे कद वाली सुन्दर एवं गठे �रीर वाली �था बल�ाली होंगी। आपका रंग साफ, चेहरा लम्बा एवं अण्डाकार �था बड़ा माथा होगा। आपकी छतिव हंसमुख और आंखें आकर्ष#क होंगी।
मानशिसक स्थिस्थति�
आपकी कुण्डली में चन्द्रमा कक# राशि� में स्थिस्थ� है और यह खुद चन्द्रमा द्वारा संचाशिल� है। यह चलायमान, नकारात्मक और जलीय राशि� है। आप दयालु �था मिमलनसार होंगी। आप आरामपरस्� और व्यशिLग� सजावट की �ैकीन होंगी। समाज में आपकी पहचान और लोकतिप्रय�ा बढे़गी, आपको धनी व्यशिL से संरक्षर्ण एवं आम जन�ा से समथ#न मिमलेगा। आपके जीवन में कई परिरव�#न होंगे। आपको मूल्यवान सम्पत्तित्त की प्राप्तिप्� होगी �था आप दूरस्थ स्थानों की यात्रा कर सक�ी हैं। तिवदे� में र्भीी जाने की संर्भीावना है। प्रेम सातिहत्य, कतिव�ायें, संगी� और शिचत्रकारी में आपकी रूशिच होगी। रहस्यपूर्ण तिवर्षयों या आध्यात्मित्मक तिवर्षयों की �रफ झुकाव हो सक�ा है।
चन्द्रमा पर गुरु का प्रर्भीाव �ुर्भी है आपकी कल्पना�शिL र्भीी बहु� दृढ़ होगी और आप एक च�ुर लेखक हो सक�ी हैं। आपमें अत्तिर्भीनय करने की, नकल उ�ारने �था दूसरों की र्भीावनायें या तिवचार व्यL करने की तिव�ेर्ष योग्य�ा हो सक�ी है।
आप बेहद कल्पना�ील, र्भीावुक �था परिरव�#न�ील होंगी। आप अपनी आस-पास की परिरस्थिस्थति�यों से बेहद प्रर्भीातिव� होंगी �था बाहरी प्रर्भीावों के प्रति� संवेदन�ील होंगी। आप दूसरों के सुझावों को प्राथमिमक�ा देंगी �था अपने सहकर्मिम_यों के सुख-दु:ख में सहानुरू्भीति� रखेंगी। यदिद आप अपने तिकसी तिनकट सम्बन्धी की सलाह या उसके द्वारा दिदये गये दिद�ा-तिनद#�ों का पालन कर�ी हैं, �ो आप बस्थिnoया कर सक�ी हैं
और अमिधक र्भीाग्य�ाली होंगी। आपका अपनी मा�ा या तिकसी बुजुग# मतिहला से गहरा लगाव होगा, जिजनकी आप देखर्भीाल करेंगी। आप घर पर आराम करने की �ौकीन होंगी �था घरेलू आद�ों वाली होंगी। आपका अपने तिनकट के सम्बत्मिन्धयों से गहरा लगाव होगा। चन्द्रमा पर प्रर्भीाव �ुर्भी है, अ�: आप बागवानी �था पौधे लगाने की �ैकीन होंगी|गुर्ण:
आपको दूसरों से सहानुर्भीू�ी होगी और आप दयालु हृदय वाली होंगी। आप दूसरों की र्भीलाई के शिलए उत्सुक होंगी। आप सतिpय, संसाधनो से परिरपूर्ण#, संवेदन�ील होंगी। आप बहुमुखी प्रति�र्भीा, खुले तिवचारों वाली एक आ�ावादी व्यशिL होंगी। आपकी जीवन �ैली साधारर्ण होगी। आप ईश्वर से डरने वाली एक आ�ावादी व्यशिL होंगी। आप ईश्वर से डरने वाली और वाह्य आडम्बरों से दूर रहेंगी।
अवगुर्ण:
आप अ�ान्�, अस्थिस्थर और सं�यग्रस्� हो सक�ी हैं। शिचन्�ायें आपको लापरवाह और गैर जिजम्मेदार बना सक�ी हैं। कटु �ब्द या काय# आपके दिदल को आघा� पहुंचा सक�े हैं और आपके दिदमाग पर गहरा असर कर सक�े हैं।
तिव�ेर्ष लक्षर्ण:
तिवस्�ार, शे्रष्ठ�ा आदिद आपके गुर्ण होंगे।आप महत्वाकांक्षी, आ�ावादी और ऊजा#वान होंगी और दूसरों के प्रति�रोध का आप मुकाबला करने में सक्षम होंगी।आपको काम करने का जुनून होगा, लेतिकन आपको �रीर और दिदमाग की बेह�री के शिलए आराम करने की कला र्भीी सीखनी चातिहए।आप जो र्भीी सोचेंगी, उसे दूसरों की परवाह तिकये तिबना बोल देंगी।रोजगार:
आप अपने काय# क्षेत्र में बहु� तिनपुर्ण होंगी। कांउसलर, सलाहकार, वकील, दा�#तिनक, उपदे�क या व्यापार प्रबन्धक बन सक�ी हैं। आप प्रका�क, शिचतिकत्सक, खिखलाड़ी, लेखाकार, लेखक, अन्वेर्षक या सेनानायक र्भीी बन सक�ी हैं।
तिववाह तिवचार :-
मांगलि�क विचार :- कुण्डली में मंगल लग्न से बारवे , चन्द्र से पाचवे , �था �ुp से दुसरे में हैं अ�: यह मांगशिलक हैं | परन्�ु कुण्डली में मंगल स्वरा�ी में �था गुरु के साथ होने के कारर्ण मांगशिलक दोर्ष का परिरहार हो जा�ा हैं|