Aina jad

2
Aa[naa तवीर सच की जब दखा रहा है आईना आॉख के आॉस तब छिऩा रहा है आईना कतने स खी ह सब बता रहा है आईना है कऱ स नहरा अब ददखा रहा है आईना jaD, जहाॉ बोया था बीज, वहाॉ जड़ ऩनऩ रही है ऩैसा आते ही अकड़ ऩनऩ रही है जो क ि भी नहीॊ वो धमकाने ऱगे यकक सता ऩे उनकी ऩकड़ ऩनऩ रही है शालऱनी शमा

Transcript of Aina jad

  • Aa[naa

    jaD,

    ,