ओङ्कारकानन्द आश्म हिमकालय ॐ ... · 2021. 4. 3. ·...

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ॐ ओरनन-कम पम् ॐ विम समित् 2078 * ईसि सन् 2021-2022 ‘रस’ नम समतसर रज एं मन - मंगल

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ॐ शरी ओङकारकाननद-ककामकाकरी पञकाङगम ॐओङकारकाननद आशम हिमकालय क मखय परहिहठिि महनदर

विकरम समित 2078 * ईसिवी सन 2021-2022‘रकाकस’ नकाम समवतसर

रकाजका एव मनतरी - मगल

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आदय जगद गर शवी शङकराचारयभगिान शवी दवषिणामवतय

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गरदव परमहस शरीमतसववामरी ओङवारवाननद सरसवतरी जरी महवारवाज

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शरी सववामरी ववशवशवरवाननद सरसवतरी अधयकष, ओङवारवाननद आशम वहमवालय

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॥ ॐ शरी गणशाय नमः ॐ॥॥ ॐ शरी ओङाराननद-कामाकयय नमः ॐ॥

॥ ॐ शरी सद गरदव परमहस ओङाराननदाय नमः ॐ॥ॐ शरी ओङकारकाननद-ककामकाकरी पञकाङगम

‘राकषस’ नाम समवतसरराजा - मगल मनतरी - मगल

ववकरम समवत 2078, शाङराबद 1234 कवलवरष 5122, शक समवत 1943

ईसवरी सन 2021-2022

‘राकषस’ नामक इस समवतसर क दशाविकाररीराजा-मगल, मनतरी-मगल, ससयश-शगकर, िानयश-बगि,

मघश-मगल व चनदर, रसश-सयष, नरीरसश-शगकर, फलश-चनदर, िनश-गगर, दगगगश-चनदर

परकाशक ः

शरी ओङाराननद आशम वहमालयसामी ओङाराननद सरसती मारग,

डाक - शशाननदनरर-249192, मशन-की-रती, शिला - शिहरी रढाल, उततराखणडसमादक - सामी परमाननद शररर

सकलनकताग - . सरश िोशी©© सवाषविकार सगरवकषत

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शभ सकलप 4निरदश 5समवत एव रशानिकारी फल 6-11दारश रानश फल 12-15परमख वरत-तयौहार, वरत एव छटटिा 16-20सनरगि परमख वरत-पववो का शासती निरण 21-24गरहर नववरर 25-26कमभ महापवण-हटरदार 27-28सङकटिाशिगरशसततोतरम 29मनहषासरमनरणिी-सततोतरम 30-31शी नशवमनहमिनः सततोतरम 32-37नसदधकनजिकासततोतरम 37-38नलङाषटकम 39शी नशवपञाकषरसततोतरम / दारशजतोनतनलणङसमररम 40रदाषटकम 41नशवताणडवसततोतरम 42शी नशव जी की आरती 43कालभरवाषटकम 44शी वङकटश सततोतरम 45हिमाि चालीसा 46-47शी बजरग बार 48-49शीगङाषटकम 49-50वगगीकत नतनि सचिा (नरिाङक अिसार) 51शतशि ाराशद ञाङग . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . 52-99शभ वापार आरमभ महरण 100-101जतोपवीत (उपिि) महरण 101चडाकमण महरण 102शभ नववाह महरण 103-107गहारमभ महरण 108िति गह परवश महरण 109राह काल / म काल / सवाणिण नसनदध तोग / अमत नसनदध तोग 110सवाणिण नसनदध तोग का परारमभ व समानति काल 111-113गति िवरानतर / कलक चयौि चनदरशणि रतोषनिवारक मनतर 113अमत नसनदध तोग का परारमभ व समानति काल 114

ववरय सचरी

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ववरय सचरीगणडमल क िकषतर / गणडमल िकषतररो का परारमभ व समानति काल 115-116मकर रानश म शनि का गतोचर फल 116-117शनि शानतिण शासती उपा 117जतोपवीत िारर करि एव तागि का मनतर 117िामाकषरािसार िकषतर रानशजाि चकर 118ातरा नवचार परकरर / राह वास चकर 119नरकशल पटरहार / ातरा म चनदमा नवचार 120सयोर स चयौघनिा नरि क परनत अश म ातरा का फल 120साणसत स चयौघनिा रानतर क परनत अश म ातरा का फल 121भदा लतोक वास / भदा का परारमभ एव समानति काल 122-124पञक िकषतर नवचार / पञकारमभ एव समानतिकाल 125रीपावली (शी महालकमी पजि) 126-127अि सनकषति-सनधतोपासिा-नवनिनः 128-131रवपजा समबनि म कछ शासततोकत बात 132-135नवनवि दवरो दारा नशवपजि स अभीषट परानति 136-137िव गरहरो क जपािण वनरक मनतर 13751 शनकतपीठ 138-14218 परार (एक पटरच) / 84 लाख तोनिा 143भारत क चार िाम / उरराखणड क चार िाम 14314 लतोक / सतिनषण / रशावतार 144षतोडश ससकार (एक सनकषति पटरच) 145आधानतमक जीवि म गर का महतव 146गर स मनतर गरहर तिा जप नवनि (सनकषति) 146हतोमानर म अननिवास 147हतोमानर म नशववास 148आपकतो नकस नरि का करिा शभ ह 149अन नवनवि महतण 150-151गरह रानश समबनिी रति नवचार 152गरह कत अनिषट फल निवारर हत साणनर गरहरो क रािानर परािण 153गरह रतोष निवारर हत बीज मतर 154िवगरहपीडाहरसततोतरम / िवगरहसततोतरम 155वासत परकरर 156-159पराकनतक उपचार 160-164मिी क गरकारी लाभ 164

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शगभ सकलपशीमदभगवदीता क िवम तिा षतोडश अधा म भगवाि शी कषर मािव की तीि परकनतरो का निरपर करत ह – रवी, आसरी एव राकषसी। जब मािव सतवगर की परिािता हतोि पर सभी क परनत अनहसा मतरी, कररा, कषमा, सनततोष आनर सदररो स कत हतोता ह, राि सवा परतोपकार आनर सतकमण करता ह, सभी कतो नपर लगि वाली एव नहतकारी सत वारी बतोलता ह, जाि की परानति क मागण म लगा रहता ह, ततो उसकी परकनत ‘रवी’ मािी जाती ह और उस ‘रव’ अिाणत जाि क परकाश स समपनन कहत ह। जब मािव रजतोगर परिाि हतोि पर सख एव उसक साििरो म आसनकत की भाविा स परटरत रहता ह, सख-साििरो क उपभतोग कतो ही अपि जीवि का परम लक मािता ह, हा तक नक अपि सख की नसनदध क नल अन नकसी कतो कषट रि म भी उस नहचक तक महसस िही हतोती, परतत नकसी ि नकसी रीनत स रसररो की समपनर का हरर करि क उपा खतोजता रहता ह, ततो उसकी परकनत ‘आसरी’ मािी जाती ह और उस ‘असर’ अिाणत अपिी ही इननदरो म रमर करि वाला कह रत ह। नर कतोई मािव तमतोगर की परिािता हतोि क कारर अन परानररो स दष एव घरा करि म लगा रहता ह, अपि कमण वारी तिा नवचाररो दारा उिकी नहसा करता ह, रसररो कतो रबाि ा मारि काटि की भाविा ही उसक मि पर हावी रहती ह, ततो ऐस मािव की परकनत ‘राकषसी’ मािी जाती ह और उस ‘राकषस’ कहा जाता ह। राकषस का अिण ही हतोता ह ऐसा जीव नजसस सब अपिी रकषा करिा चाहत हरो, अपि कतो बचा कर सरनकषत रखिा चाहत हरो।

आतमकलार क इचछक अधातम साििा क पनिक का ही कतणव ह नक इि कसयौनटरो कतो समझ कर वह सरव अपि परतक नवचार, शबर एव कमण कतो इि कसयौनटरो पर कसता रह तिा नर अपि नकसी भी नवचार शबर अिवा कमण म राकषसी अिवा आसरी परकनत का ितोिा सा भी परभाव नरख, गनिमातर भी परभाव पटरलनकषत हतो, ततो शीघानतशीघ उसका पटरमाजणि करि का परास कर, उस अपि स रर हटाि का परति कर। रसरी ओर रवी परकनत स अिपरानरत नवचार, शबर एव कमवो का बारमबार अभास कर, नजसस नचर म उिक ससकार दढ हतोत जा।

आइ, इस ‘राकषस’ िामक सवतसर क परारमभ म हम सभी जगजजििी आदाशनकतसवरपा भगवती ओकारािनरकामाकषी स परािणिा कर नक व हम राकषसी परकनत स मकत कर, नजसस हम अपिी रवी परकनत का पतोषर कर सक , अशाननत एव रनःख स निकल कर नचरसिाी शाननत एव आिनर पराति कर सक , तिा अनवदा क अनिकार स निकल कर जाि क परकाश म पहच सक । इसी म ततो मािव जीवि की सफलता ह। इतरो शम।

निवरक – नसदधािण कषर

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वनदगश

* ह पञाङ 30:44 अकषाश क आिार पर ह। नतनि, िकषतर की समानति का काल घणटा, नमिट क अिसार ह।

* रतोपहर 12 बज क बार 1 बज का माि पाठकरो की सनविा क नल 13 नरा गा ह। उसी परकार रतोपहर 2 बज क नल 14।

* जहा पर 24, 25, 26 आनर अक नलख ह, वहा 24 रानतर 12 बज, 25 कतो रानतर क 1 बज, 26 कतो रानतर क 2 बज जाि। इसी परकार आग क अकतो म भी 24 घटाकर अिणरानतर क बार का सम जाि। जब तक आगामी नरवसी स योर ि हतो, तब तक भारतीय जयोशतष रमरानसार शछली तारीख का शदन ही माना िाता ह।

* नतनि एव िकषतर का सम समानति-काल म नरा गा ह।* करर तिा तोग परातनःकालीि सयोर क ही नलख ग ह।* पनरणमा क नल 15 और अमावसा क नल 30 नलखा गा ह, गत

कतो सयौरमास की परनतषा जाि।* भदा तिा सवाणिण नसनदधतोग पवणिाम म नर ग ह। कही-कही उिका

माि 24 घणटा 30 नमिट नलखा हतो ततो उसका अिण ह रानतर क 12 बजकर 30 नमिट।

* महरण नजस नरि क शभ ह उसी नरि क नर ग ह।* श.स. 2078 ई. को भारत म दशयमान गरहण का शरण .स.

25 र दख।* हन करत समय अशनिास का बडा महत ह तिा शिस शदन

अशनिास थी र हो उसी शदन हन शकया िाता ह अतः शिस शदन अशनिास थी र ह उस शदन क गनाम म j का शिहन शदया रया ह।

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िव नवकरमी समवत 2078 क आरमभ म गरमाि स नशव (रद) नवशनत क अनतगणत ‘रशम ग’ का तती ‘आननद’ िामक (समवतसररो म 48वा) समवतसर वतीत हतो चका ह तिा ‘दशम यर’ का ितिग “राकषस” नामक (समतसरो म 49ा) नया समतसर शदयमान होरा। अिाणत 13 अपरल, 2021 ई (िव नवकरमी समवत का आरमभ) स पहल ही आिनर िामक समवतसर समाति हतोकर राकषस नामक समतसर परारमभ हो िका होरा। धयान रह, िा नवकरमी समवत 2078, चतर शकल परनतपरा स अिाणत 13 अपरल, 2021 ई तरिसार 1 वशाख, मगलवार स परारमभ हतोगा।

शासत एव परचनलत परमपरािसार िवसमवत का परारमभ तिा राजा का निरण चतर शकल परनतपरा क वारानर अिसार ही नका जाता ह तिा समतसर का शनणगय भी ितर शकल परशतदा (समत क आरमभ) म शदयमान समतसर को ही शलया िाता ह िोशक लरभर 1 अपरल 2021 ई. स 27 मािग 2022 ई. तक शदयमान रहरा। ‘मरलार’ स नसमत का परारमभ होन क कारण आरामी षग (समत) का रािा ‘मरल’ होरा।

‘आननद’ नामक समतसर िो रतषग शकरमी समत 2077 क परारमभ होन क बाद लरभर 6 अपरल, 2020 को परारमभ हआ िा तिा 31 मािग, 2021 ई., अिागत आरामी (न) शकरमी समत 2078 क आरमभ होन स हल ही समापत हो रया ह। अतए कषय (लपत)समतसर होरा।

तिा आरामी 49ा “राकषस” नामक समतसर िो न-शकरमी समत 2078 (ितर शकल परशतदा-13 अपरल, 2021 ई.) क आरमभ स हल ही (1 अपरल, 2021 ई.) परतत हो िका ह, अतः समतानत तक धाशमगक अनषान, ि-ाठ, दान, सकल काययो क आरमभ म इसी नाम का परयोर शकया िायरा अिागत “राकषस” नामक समतसर का परयोर षगयगनत रहरा।

“राकषस” िामक समवतसर का फल शासतरो म इस परकार वनरणत ह -नशयशनत सगससयाशन रोराशतगशि महरगता। परिानाशो भय रोर राकषस रौरर! ीडनम॥

भगवाि नशव पावणती स कहत ह नक ह वामानङ! राकषस िाम समवतसर म पराकनतक परकतोपरो एव अववसिा क कारर फसलरो की हानि, नवनभनन रतोगरो एव महामारी स लतोगरो म कषट रह, आवशक वसतओ क मलरो म आशातीत वनदध स महगाई बढगी तिा हर तरफ

* समवत एव दशाविकाररी फल वव.स. 2078 *

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भ-पीिा का वातावरर रह तिा दध, पराकनतक परकतोपरो आनर स वापक जािहानि हतोगी।‘षगपरबोध’ म भी ‘राकषस’ समवतसर का फल इस परकार ह -

ससकाययरताः सयमधयससयारगषटयः। राकषसाबदऽशखला लोका-राकषसा-इ शनशककरयाः॥

राकषस िामक समवतसर म सभी लतोग सवािणवश अपि-अपि निज कावो म वसत रहग। फसलरो क नल उपतोगी वषाण मधम ही रहगी। िििान म सािारर स मधम वनदध हतोि क बावजर भी भ व आशकाओ स भरा माहयौल रहगा। सभी लतोग राकषसरो क समाि नकरारनहत तिा उिकी भाननत आचरर करि लगग। अिाणत सािाररजि भी राकषस परवनर क हतो जाग।रोशहणी का ास - समवत 2078 म मष सकराननत का परवश भररी िकषतरकालीि ह। अतएव रतोनहरी का वास ‘ति’ पर हतोगा। िा -

यशद शशधशधकणयतशत तिसिम। शभिल शषटः धन-कण शधः॥अिाणत रतोनहरी का वास ‘ति’ पर हतोि स इस वषण रश म अिकल वषाण क तोग

बिग। फलसवरप िान (चावल), चि, गनन, वकष, घास, पयौिरो व अन जिी-बनटरो की परावार भी अचछी हतोगी। परजा म भी अनन, िि एव अन सख-साििरो व परसाििरो की वनदध हतोगी। ‘ति शषटः सशोभना’ अनसार भी सनतोषिनक ए यागपत षाग होरी।

* समतसर (समय) का ास रिक क रर *रतोनहरी का वास ‘ति’ पर हतोि स समवत का वास ‘धोबी’ (रजक) क घर हतोगा।

फलसवरप वषाण नवपल एव उरम मातरा म हतोगी -‘रिक शषटरततमा’॥ िान, चावल, गह, चि, गनना, ईख, मकी, हरी सनबजरो, वकषरो व फलरो का उतपारि अचछा हतोगा। लतोगरो म सख एव ऐशवण क सािि बढग। कए, तालाब, िरी-िाल, बावनडा, समद आनर जलापटरत हरोग। िा - ाी कतडाराशन नदी नद नाशन ि। िलणागशन दशयनत ासो रिक॥

* नसमत (समय) का ाहन षभ *िव नवकरम समवत 2078 का राजा मगल हतोि स समवत का वाहि ‘षभ’ (बल)

हतोगा। फलसवरप वषाण पाणति एव अचछी (अनिक) हतोगी, नवशषकर पहािी कषतररो म वषाण अनिक हतोगी। िनररो म पािी का वग (बहाव) अनिक हतोगा, कही बाढानर क कारर कषनत हतो। वकषरो पर फल-फल की परावार अचछी हतो तिा पशओ का चारा-घास, तरानर का

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उतपारि भी बहलता म हतो। राजिताओ म परसपर आरतोप-परतारतोप लगि स कछ राजरो म अनसिरता एव छतरभग (राज-पटरवतणि) हतोगा।

कछ नवदाि राजा मगल हतोि पर समवत का वाहि ‘ना’ (ियौका) कतो भी माित ह। ऐसी पटरनसिनत म सवणतर सभी परकार की फसलरो क उतपारि म कमी तिा कही अकालजन पटरनसिनता बि सकती ह। लतोगरो कतो पराकनतक अिवा राजिीनतक कारररो स इिर-उिर अिाणत एक राज स रसर राजरो म पलाि करिा पि। पशओ, चयौपारो आनर कतो भी रतोगानर स कषट रह।

(1) राजा मगल का फल -अशनि-तसकर-रोराढो न शगरहः दायकः। रतससयो बहवयालो भौमाबदो बालहा भशम॥

समवतसर का राजा मगल हतोि स इस वषण वा-वग (आिी-तफाि) तीवर रहगा, वााि-रघणटिा, अननिकाणड, भकमप आनर पराकनतक उतपातरो म नवशष वनदध हतोगी। आतकवारी घटिाओ, तसकरी, ठगी, लटपाट तिा नवनभनन रतोगरो म वनदध स सािारर जिता परशाि रहगी। तीवर वावग एव बारल हतोि पर भी वषाण की कमी क कारर कनष उतपारि म कमी अिभव हतोगी तिा पशिि की भी हानि हतोगी। आरतोप-परतारतोप क कारर कछ कषतररो म शासकवगण की कतणवपालि क परनत उरासीिता रह। परजा म नपर एव रकत समबनिी रतोगरो की बहलता रहगी। नपरजि-नवछतोह स लतोग र:खी रह।

(2) मनतरी मगल का फल -अशनिो नन मशनतरकता रतो भशत दसयरदाशदि दना। िनदष ियः सख सियो न बहरोष यो शविि कमग ि॥

वषण का मनतरी मगल हतो ततो उस वषण रश म जिता चतोररो, लटररो, तसकररो आनर क आतक एव नवनवि रतोगरो क कारर परशाि एव पीनित रह। अननिकाणड एव नहसक घटिा अनिक हतो। अनिकाश लतोग सख-साििरो एव समपननता की आकाकषा स महािगररो की ओर जाि म अगरसर हरोग। रश क कछ नवशष भागरो म ही जिता सखी रह। गा, भस, आनर क रि म कमी हतोगी। बरहमर लतोग जानर कमणकाणड आनर िानमणक कामरो म कम परवर हरो। सतोिा, तामबा, पीतल, जट-पटसि, लाख, लाल नमचण आनर लाल वरण की वसत तज भाव हरोगी।

रािा और मनतरी द-एक ही गरह मरलधयान द, इस वषण राजा और मनतरी क रतोिरो पर मगल क पास ह। नजस वषण राजा

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और मनतरी क पर एक ही गरह क पास हतो, ततो उस वषण नवनभनन रशरो क राजिता निरकश, सवािणपरण एव मिमािा आचरर करग। अननिकाणड, भकमप, बाढ आनर पराकनतक परकतोप तिा सामपररानक नहसा एव जाती उपदव अनिक हरोग। कही वषाण म कमी और ऊषरता अनिक रह। लतोगतो म करतोि और आवश क कारर नहसक घटिा अनिक हरोगी। अिाज, फलरो, सनबजरो व िानानर की परावार कम हतो। चतोरी, डकती, लटमार, अननिकाणड एव लतोगरो म नकलषट रतोग, तिाव एव रकत-नपरजन रतोग अनिक हरोग। अिाज आनर म तजी क कारर वापारी लतोग अचछा मिाफा उठाग।

(3) ससयश शकर का फल -शकरो यदा धानयशतधगराया मरो िल षगशत शोभन शपरयम। रोधम-शालीकष धन शपरयर-कषष काशण सखपरदाशन॥

ससश (चयौमासा फसलरो का सवामी) शकर हतो ततो, उस वषण कछ सिािरो पर वषाण पाणति, उपतोगी एव समािसार हतोगी। गह, जौ, चावल, ईख एव फलरार वकषरो पर फल-फल पाणति मातरा म लगग। मयौसमी मवरो की परावार अचछी हतो। अिाज, सतोिा, चारी एव घी, तल, मजीठ, चावल, हलरी, जौ, हरि, महरी का वापार करि वाल नवशष लाभाननवत हरोग।

(4) धानयश बध का फल -बहससययता थी रसाना ि महरगता।

नीशतयकाः सदा भ ाः बध धानयाशध सशत॥िान का सवामी बि हतो, उस वषण अचछी वषाण हतोि स िानानर का उतपारि पाणति

मातरा म हतो। परनत सभी परकार क रसानर परािवो (रि, गि, तल, आल आनर) क मलरो म नवशष तजी रहगी। शासि-तनतर जिािकल िीनता बिागा तिा उिका समनचत नकरानवि का परास भी करगा। वषण परबतोि अिसार - ‘सनध लािदश ि माधोऽल ि षगशत’ इस वषण नसनि तिा लाट-पररश (पजाब, हटरारा आनर) म अपकषाकत वषाण की कमी एव कनष का उतपारि कम हतोगा।

(5) मयघयश का फल -इस षग मरश (षाग का सामी) का सिान दो गरहो मरल तिा िनदर को परापत

ह। मरश का शनणगय सयग क आदराग नकषतर म परश क ार-शदन क सामी (ारश) क अनसार शकया िाता ह। इस षग सयग का आदराग नकषतर परश 22 िन,2021 ई. को परातः 5ः38 र हो रहा ह। अतः िहा सययोदय 5ः38 स हल होरा हा मरश मरल होरा तिा िहा सययोदय परातः 5ः38 क बाद होरा हा मरश िनदर होरा।

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(क) मरश मरल का फल - अशनि िलदसय-तौ भशशशत शिार-शहीन-धरामराः।

कवशिदश परिर िलमलक कवशिदश परशम बहतादम॥ मघश मगल हतो ततो बराहमरानर उचच वरण क लतोग वर-नवचार स हीि, सामान जिता

भी अपि अपि िमण-कमण स चत हतोि स समाज म अववसिा फलगी। परनतकल एव असामनक वषाण हतोगी। कही भसखलि एव बाढानर तिा पजल की कमी, रनभणकष आनर का भ तिा तापमाि म वनदध हतोगी।

(ख) मरश िनदर का फल - शशशशन तोयद यशद रोमशहकयि-खराशदष दगधरस तदा। फलती धन-धानयती शशध भोरती नन भाशमनी॥

मघरो क सवामी चनद हतोि स गा, भस, बकरी आनर चयौपा पाणति मातरा म रि रग। उस वषण पथवी पर गह, िान आनर की फसल अचछी हरोगी। वकषरो पर फल, फल आनर अनिक हरोग। पथवी पर नवनवि परकार क उपभतोग, सख-सािि एव ऐशवण क सतोतरो म वनदध हतोगी। मनहला क सख ऐशवण क साििरो एव सममाि म वनदध हतोगी।

(6) रसयश सय का फल -रसतौ तरणी धरणो तदाशरस भारराताल योधरा।

सन-तल-रतशपरय-मानाः सखरस न भनशक महीशतः॥अिाणत रसरो का सवामी (रसश) स ण हतोि स भयौनतक सखरो तिा कछ कषतररो म उपतोगी

वषाण की कमी रह। रि, रसानर वाल फलरो का उतपारि कम हतो। घी, मकखि, तल, खाद-तल, वसतानर की भी निता हतो अिाणत महग हरोग। परजा एव परशासक वगण म सख की कमी रह। लतोगरो म नरखाव-पररशणि क नल फशि पर खचण करि की परवनर रहगी। सामान लतोगरो कतो नवनवि परकार की उलझिरो, परशानिरो एव गमभीर आनिणक समसाओ का सामिा करिा पडगा।

(7) नरीरसयश शकर का फल -कगरारर-रनधाना हममौशकक-ाससम।

अरगशधः परिायत नीरसशो भरयगदा॥िीरसश अिाणत ठतोस िातओ क सवामी शकर हतो ततो कपर अगर-तगर आनर तिा

अन सगननित इतर (वसत), सतोिा, चारी, मतोती और सभी परकार क वसतरो भावरो म नवशष तजी रहगी।

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(8) फलयश चनदर का फल -यशद शधः फलो दरमराशयः फलयता वरततीकसमयगताः। शवििमखा रभोरसमशनता न तयो नयालन ततराः॥

फलरो का सवामी चनदमा हतो ततो उस वषण राजिता परजा कतो ना एव सशासि परराि कराि म परवर हरोग। नवदाि-बराहमर भी नवनवि परकार क िि-िान एव भतोग परािवो स समननवत हरोग। वकषरो एव लताओ पर नवनभनन परकार क मयौसमी फल, फलरो एव अन विसपनररो की परावार अचछी हतोगी। राजिता रश-नवरश म भरमर क नल उतसक रहग अिाणत भरमरशील रहग। नफर भी शासि-ववसिा समक एव सचार रप स चलगी।

(9) धनयश गर का फल -समनसा ि ररः दरशणाशधो शणि-शततराः सखभाशिनः। फशलत शकत-भशमरहाः सदा शशध दरवययताभश मानाः॥

नजस वषण ििपनत गर हतो ततो शासि-ववसिा वापाटररो क नल बहत अिकल वातावरर एव िीनता बिाि म परासरत रहगी। वापारी अिाणत वनरज वनर वाल वापारी लतोग वापार म लाभाननवत हतोकर सखी एव परसनननचर हरो, वकषरो पर फलरो, फलरो आनर की परावार अचछी हतो। जिता की जीविशली एव आनिणक सतर म सिार हतोगा। परनत कछ नवनशषट वगण क लतोग ही िि-समपरा एव भयौनतक सखरो स समपनन हतो पा ग।

(10) दगगश चनदर का फल -अि ि दरगशतमगरलाछनो नरराः सशखनः शभशासनात।

बहधनकषिरोरसभोशरनो न तयो नररीतराकरमाः॥रगदश अिाणत सिापनत चनदमा हतो ततो उस वषण गरमान लतोगरो कतो समाज क परनत

उिक दारा परराि की गई सवाओ क कारर माि-सममाि व परनतषा पराति हतोगी। राजिता (परशासक) परजा म सचार ढग स शासि करि तिा जिता कतो सख-सनविा परराि करि की चषटा करग। सािारर लतोगरो (जिता) की भी जीविशली एव जीविसतर उननत एव सववनसित हतोगा। गि, चीिी, ईख, रि, घी, गतोरस आनर क कर-नवकर करि वाल वापाटररो क अचछा लाभ पराति हतो। जिता शासि-तनतर की सववसिा एव िीनतरो की परशसा भी करग। नोि- वषण क उपरतोकत दशाशधकाररयो का फल दनप सवणतर हतोता ह, परनत रािा का फल नवशष रप स काशमीर, बागलारश, अफगानिसताि, चीि, नतबबत एव नहमाल क निकटवतगी कषतर, मनतरी का फल आनधर पररश, मालवा, उजजि आनर मध पररशरो म नवशष फल हतोता ह। वस सामानतनः राजा व मनतरी का फल रश क परानः सभी कषतररो म हतोता ह।

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॥ दादश रावश फल ववकरम समवत 2078 ॥मष-च, च, चतो, ला, ली, ल, ल, लतो, अ। 13 अपरल स 14 मई तक स ण इस रानश पर उचचनसिनत म सचार करगा नजसस नबगडत काम बिग। 2 जि स 19 जलाई क मध मगल िीच रानशगत रहगा नजसस खचण अनिक हतोगा तिा सवासथ समबनिी नचनता बिी रहगी। 20 जलाई स 5 नसतमबर क मध मगल नसह रानशगत हतोि स नबगि कावो म कछ सिार, परनत खचण अतनिक रह। 6 नसतमबर स 21 अकटबर क मध मगल कना रानशसि हतोि स निवाणह तोग िि लाभ हतो, परनत सवासथ क बार म नवशष साविािी बरत। 22 अकटबर स 4 नरसमबर तक मगल की पिनः सवगही दनषट हतोि स शभ फल घनटत हरोग। 5 नरसमबर क बार मगल अषटम भावसि हतोि स भाई-बनिओ स कछ नवरतोि, मािनसक एव शारीटरक कषट रह। उाय- षगभर सकल गक शीरणश ितिथी का वरत रखना तिा शीरणश सकिनाशक सतोतर का ाठ करना शभ होरा। परतयक मरलार को शीहनमान िालीसा का ाठ करक शीहनमान िी क मशनदर म शसनदर, तल, नाररयल तिा शमषानन परसाद िढाना शभ होरा।

ष-इ, उ, ए, ओ, व, नव, व, व, वतो। 10 अपरल स 3 मई तक शकर दारशसि (मष) म हतोि स सवासथ कषट और खचण अनिक रहग। 14 मई स 14 जि क मध स ण का सचार भी हतोि स करतोि, उरजिा स बचिा चानह। 4 स 28 मई तक शकर सवरानशगत (वष) हतोि स सवासथ लाभ तिा नबगि कामरो म सिार हरोग। 11 अगसत स 5 नसतमबर तक शकर कना (िीच) रानशसि हतोि स सघषणपरण पटरनसिनता बिगी। 30 अकटबर स 7 नरसमबर तक शकर अषटम (िि) भावसि हतोि स पाटरवाटरक एव सवासथ समबनिी उलझि बढगी। उाय-हर शकरार को शीदराग िन, षगभर शकषयो को बािरा डालना तिा परतयक सकराशनत को एक नाररयल शसर स 3 बार रमाकर तिा राह क बीि मनतर ढकर िलत ानी म बहाय।

शमिन-क, नक, क, घ, ङ, छ, क, कतो, ह। 1 अपरल स 15 अपरल क मध बि मीि रानशसि (िीच) आि स सवासथ हानि तिा अपि भी परारो जसा ववहार करग। 30 मई स नमििसि बि पिनः वकरी हतोि स खचण बढग। 3 स 22 जि क मध वकरी बि व भाव म हतोि स विण ातरा , खचण अनिक तिा आ सीनमत रह। 7 स 24 जलाई क मध बि नमिि रानश म सचार करि स मितोरजि एव नवलासानर कावो पर खचण हतोगा। शनि की ढया रहि स करतोि क कारर क कारर बित कावो म अिचि रहगी। उाय- ता. 24 िन. क बाद लरातार 7 शशनार सख नाररयल को तल का िीका लराकर काली डोरी लिकर अन शसर स 3 बार छआकर शशन बीि मनतर ढत हए सायकाल िलत ानी म बहा द। परतयक बधार को शीशकणसहसरनाम सतोतर का ाठ करक फलाशद स कनया िन करना शशष शभ रहरा।

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ककग -नह, ह, ह, हतो, डा, डी, ड, ड, डतो। नवघि बािाओ क बावजर निवाणह तोग िि पराति हतोगा परनत इस रानश पर शनि की दनषट हतोि स विा रयौि-िप अनिक रहगी। उरर म नवकार तिा आखरो म कषट का भ ह। 16 जलाई स 15 अगसत क मध सण का सचार इस रानश पर रहि स िि का व अनिक बढगा। 14 नसतमबर स 19 िवमबर तक गर की उचच दनषट रहि स बीच-बीच म शभ फल घनटत हरोग। िानमणक कावो म वसतता, उचच परनतनषत लतोगरो क समपकण स आ क सतोतरो म वनदध हतोगी। उाय- शशनसतोतर तिा शीहनमान िालीसा का ाठ कर। रोि सबह सयग को िल अशगत कर। इस िल म िोडा सा रड शमला ल। भरान शश को अकषत अशगत कर और शशशलर का अशभषक कर।शसह-म, नम, म, म, मतो, टा, नट, ट, ट। वषणभर शनि षषसि सचार करि स अतनत कनठि एव नवपरीत पटरनसिनतरो क पशचात निवाणह तोग िि परानति क सािि बिग। 14 अपरल स 14 मई तक स ण उचच रानश म सचार करि स भागतोनननत, उचच परनतनषत तिा रश-नवरश क लतोगरो क साि समपकण /समबनि बिग। नवरश जाि की भी तोजिा बि सकती ह। 6 अपरल स 13 नसतमबर तक, पिनः 20 िवमबर स वषाणनत तक गर की सतिम दनषट रहि स शभ कावो की ओर परवनर बढगी। 20 जलाई स 5 नसतमबर तक मगल तिा 17 अगसत स 16 नसतमबर तक स ण का इसी रानश म सचार रहि स ववसा म िि-लाभ और उनननत क अवसर पराति हरोग। 17 अकटबर स 16 िवमबर क मध स ण िीच रानश म आि स िि हानि तिा आकनसमक खचण बढग। उाय-रशार का वरत शशध गक रख। बाहमण को भोिन कराकर लाल सतर, लाल फल, रड, नाररयल आशद धमगगरनि सशहत दान कर।कनया-टतो, पा, पी, प, ष, र, ठ, प, पतो। 11 माचण स 31 माचण तक बि षषसि तरपरानत 15 अपरल तक िीचसि नफर 30 अपरल तक अषटमसि रहि स सवासथ हानि, मािनसक तिाव तिा आ म कमी व खचवो म वनदध हतोगी। मई-जि म भी पटरनसिनता सघषणपरण रहगी, विण की ातरा रह। 7 जलाई स बि सवरानश (नमिि) म सचार करि स तिा 2 अकटबर स 1 िवमबर तक बि पिनः कना म हतोि स पटरनसिनता कछ अिकल रहगी। िव -नरस म ववसानक उलझि बढगी। उाय-षगभर बधार और शशनार को शशमशनदर म शशशलङग र कची लससी और बलतर र िनदन हलदी का शतलक करक शीशशअषटोततर नाम का ि करत हय िढा। दो फल तिा सरसो क तल का दीक िलाना शभ होरा। बधार को शीशकण सहसरनाम सतोतर का ाठ करक फलाशद स कनया िन करना शशष शभ होरा।

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तला-रा, री, र, र, रतो, ता, नत, त, त। शनि की ढया का परभाव इस रानश पर वषणभर रहगा। ढया क कारर विा रयौििप, अिावशक खचण, गति नचनता रहगी। 10 अपरल स 3 मई तक शकर की तला रानश पर सवगही दनषट हतोि स िि लाभ व परनतषा म वनदध हतोगी। 4 मई स 28 मई तक शकर अषटमसि हतोि स अपव अनिक एव घरल उलझि बढगी। जि मास म शकर भाग सिाि म हतोि स लाभ व उनननत क अवसर पराति हरोग। 22 जि स 10 अगसत तक शकर ककण व नसह रानश म सचार करि स ववसा म अनसिरता व हानि का वातावरर बिगा। 11 अगसत स 4 नसत तक शकर कना (िीच) म हतोि स विा रयौडिप एव िि हानि हतोगी। 6 नसत स 1 अकटबर तक शकर तला (सवरानश) म हतोि स नबगि कावो म सिार हतोि क सकत ह। 2 स 30 अकटबर तक शकर-कत तोग िि भाव म हतोि स तिा 17 अकटबर स 15 िव तक स ण इस रानश पर सचार करि स करतोि एव तिाव बढगा। उाय-शशन की ढयया क अशभ परभा क शनारण हत हर शशनार शशन-मशनदर म तल िढाना और दशरिकत शशन सतोतर का ाठ करना शभ होरा।शशिक-ततो, ि, िी, ि, ि, ितो, ा, ी, । वषणभर इस रानश पर कत का सचार रहि स नवशष सघषणपरण एव कनठि चियौनतरो स भरा सम रहगा। मगल की कत पर दनषट क कारर सवासथ नवकार, मनसतषक पीिा, ितर-कषट एव रघणटिा स चतोटानर का भ ह। 2 जि स 19 जलाई तक मगल िीच रानश म आि स सघषण अनिक और सहत भी ठीक ि रह। 20 जलाई स 5 नसत तक मगल की सवगही दनषट रहि स माि-सममाि म वनदध तिा निवाणह तोग आ क सािि बित रहग। 22 अकटबर स 4 नरस तक मगल दारश (व) भाव म रहि स सवासथ नवकार, रघणटिा स चतोटानर लगि का भ रह। 5 नरस स मगल वनशचक रानश म ही सचार करगा। उाय- सकलगक षगभर शीरणश ितिथी का वरत रखना शभ रहरा।

धन-, तो, भा, भी, भ, ि, फ, ढ, भ। िि रानश स शनि नदतीसि हतोि स साढसाती का अशभ परभाव अभी वभणषर रहगा। आ कम व खचण बढग। आनिणक उलझिरो क कारर अशाननत रह। 22 अपरल स 1 जि तक मगल की तिा 15 जि स 15 जलाई तक स ण की दनषट इस रानश पर रहि स अतनिक करतोि एव आवश क कारर समीपी लतोगरो क साि कलह-कलश हतोि का भ हतोगा। 6 अपरल स 13 नसत तक गर तती भाव म हतोि स बीच-बीच म िि लाभ क अवसर बित रहग। 6 नसत स 21 अकट तक पिनः मगल की दनषट रहि स करतोि एव आवश स बच। 14 नसत स 19 िव तक गर पिनः िीच रानशगत शनि कत सचार करि स आनिणक उलझि बढ सकती ह 20 िव स वषाणनत तक की समावनि शभ हतोगी। उाय-षगभर परतयक शशनार शशन-मशनदर म सरसो का तल, परसाद आशद यिाशशक िढाए तिा दशरिकत शशन-सतोतर का ाठ करना शभ रहरा।

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मकर-भतो, ज, जी, खी, ख, ख, खतो, ग, गी। वषणभर शनि-साढसाती का परभाव रहगा। परनत शनि सवरानशगत हतोि स नवपरीत पटरनसिनतरो क बावजर िई-िई तोजिा बिगी। मािनसक तिा पाटरवाटरक उलझिरो क बावजर बीच-बीच म िि लाभ, नवरश-गमि, भनम-वाहिानर सखरो की भी परानति हतोगी। 2 जि स 19 जलाई तक मगल की सव-उचच दनषट इस रानश पर रहगी। परनत मगल-शनि क मध समसतिक तोग भी रहगा।। उाय-षगभर शशनार को अन इषटद क सामन सरसो क तल का दीया िलाय तिा शशनार का वरत कर तिा शीहनमान िालीसा का ाठ कर।

कमभ-ग, ग, गतो, स, सी, स, स, सतो, र। वषणभर शनि दारशसि हतोि स कमभ रानश पर शनि-साढसाती का परभाव रहगा। फलसवरप आ कम व खचण अनिक, घरल व कारतोबारी समबनिी उलझि रहगी। सती/पनत स भी तिावपरण समबनि रहग। परनत शनि रानशसवामी हतोि स तिा 6 अपरल स 13 नसत तक गर इस रानश पर सचार करि स माि-सममाि, िानमणक व आधानतमक कावो म परवनर रहगी। 2 जि स 19 जलाई तक मगल की अषटम दनषट तिा मगल-शनि क समसतिक तोग रहि, 20 जलाई 4 नसत तक मगल की तिा 16 अगसत स 15 नसत तक सण की दनषट रहि स करतोि/तिाव, गति नचनता भी रहगी। 23 मई स 10 अकट तक रानशसवामी शनि वकरी रहि स भी काण म सघषण तिा खचण भी अनिक रहग। उाय-हर शशनार को भरान शश मशनदर म 1 ििकी शककर डालकर 'ॐ नमः शशाय' मनतर ढत हए कची लससी तिा शबलतर िढा, ए ील को िल अगण कर।

मीन-नर, र, ि, झ, ञ, र, रतो, चा, नच। वषणभर इस रानश पर शनि की दनषट रहगी। 14 अपरल स 13 मई तक सण नदती भाव म उचचनसिनत म हतोि स आ क सािि बढग। 6 अपरल स 13 नसत तक गर दारश (व) भाव म रहि स शभ कावो पर खचण अनिक हरोग। तीिण ातरा भी हरोगी। 14 नसत स 19 िव तक गर पिनः मकर (िीच) रानशगत रहि स नवशष पटरशम क पशचात अलप आ रहगी। उाय-षागरमभ स 27 ररार धमगसिान म ील लडड अिा बदी का परसाद िढाय।

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* परमगख वरत-तययौहार, वरत एव छग टटिया (2021 ई॰) *शदनाङ ार ग

अपरल 202113 अपरल मरल शकरम सत 2078 शर। ितर (ासनत) नरातर शर।

तलाभयर, धिारोहण। शाखी ग (िाब)।14 अपरल बध परमख (ततीय) शाहीसनान-कमभ महाग, हररविार।15 अपरल गर गयौरी ततीा (गरगयौर)।17 अपरल शनि शी (लकमी) पचमी।18 अपरल रनव सकनर षषी वरत।20 अपरल मगल शी रगाणषटमी, भवानतपनर। अशतोकाषटमी।21 अपरल बध ासनत नरातर समापत। शीरामनमी।22 अपरल रर नरातर वरत ारणा।23 अपरल शकर लकमीकानत रतोलतोतसव।25 अपरल रनव अिङ तरतोरशी वरत। शीमहावीर जनती (जि)।26 अपरल सतोम नशव-रमितोतसव।27 अपरल मरल शी हनमान ियनती (दशकषण भारत)। ितिग (अशनतम) शाही

सनान। कमभ-महाग (हररविार)। शाखसनान परारमभ।मई 2021

14 मई शकर अकषय-ततीया। णय सनानशतशि-महाग, हररविार। भरान रशराम ियनती।

17 मई सोम आदयरर शकरािायग ियती। 18 मई मगल शीगङा-जनती। 20 मई गर जािकी-जनती। शी बगलामखी जनती।23 मई रनव नतरसपशाण महादारशी।25 मई मगल शीिनसह-जनती। शीकमण-जनती।26 मई बध शाख-बध शणगमा। गरसतोदय िनदरगरहण। शाख सनान समापत।

िन 20216 जि रनव अपरा-भदकाली एकारशी।9 जि बि वटसानवतरी वरत (अमा पकष)।10 जि गर जष, भावका अमावस। शिशचर जनती।13 जि रनव रमभा ततीा वरत।16 जि बि अरण षषी। नवनधवानसिी पजा।18 जि शकर शी रगाणषटमी, िमावती जती। मला कषीर-भवािी (काशमीर)।20 िन रश शीरङगा-दशहरा (हररविार)।

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* परमगख वरत-तययौहार, वरत एव छग टटिया (2021 ई॰) *शदनाङ ार ग21 िन सोम शनिगला एकादशी वरत। सायन दशकषणायन परारमभ।24 जि गर वटसानवतरी वरत (पनरणमापकष)। सनत कबीर जनती।

िलाई 202111 िलाई रश रपत नरातर परारमभ। शी िरननाि रियातरा (री)15 जलाई गर कमार-षषी।16 जलाई शकर नववसवत सतिमी।18 िलाई रश रपत नरातर समापत।20 िलाई मरल हररशयनी एकादशी वरत। िातमागसय वरत, शनयम शर।

शी शकणशयनोतस।23 िलाई शकर शीशश-शयनोतस। कोशकला-वरत। रर-शणगमा।

वयास-िा (10:44 बाद)।24 जलाई शनि गर-पनरणमा (पवगी-भारत)26 जलाई सतोम शावर सतोमवार वरत शर।27 जलाई मगल मङलागयौरी वरत शर।

अरसत 20216 अरसत शकर शाण-शशराशतर।8 अगसत रनव हटराली अमावस।9 अगसत सतोम मला नचनतपरगी (नह पर ) परारमभ।11 अगसत बि मिसवा-हटराली तीज।13 अगसत शकर िाग-पञमी।15 अगसत रनव शीरगाणषटमी (मला-नचनतपरगी नह पर समाति)।

सतनतरता शदस (75ा)।21 अगसत शनि ऋक-उपाकमण।22 अरसत रश शा णी शणगमा। रकषाबनधन (राखी)। ज-अिवणवनर उपाकमण।24 अगसत मगल कजजली-ततीा।25 अगसत बि शीगरश (बहला) चतिगी।27 अगसत शकर चनरि षषी वरत।30 अगसत सतोम रवाणषटमी वरत। शीकषर जनमाषटमी वरत।31 अगसत मगल शीगगगा-िवमी। गतोकलाषटमी, िनरतोतसव।

शसतमबर 20213 नसतमबर शकर वतस दारशी (पजा)।6 शसतमबर सोम कशागरहणी अमास। शठोरी अमास।9 नसतमबर गर हटरतानलका ततीा। सामवनर-उपाकमण।10 नसतमबर शकर नसनदध नविाक वरत।

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u u u u u 18 u u u u u

* परमगख वरत-तययौहार, वरत एव छग टटिया (2021 ई॰) *शदनाङ ार ग

11 नसतमबर शनि ऋनष-पचमी वरत।12 नसतमबर रनव सण-षषी वरत।13 नसतमबर सतोम मकताभरर-सनताि सतिमी। शीमहालकमी वरत परा ।14 नसतमबर मगल शी रािाषटमी।15 नसतमबर बि शीचनर-िवमी (उरासीि)।17 नसतमबर शकर शीवामि-जनती। शवर दारशी। शीशशकमाग-िन।19 शसतमबर रश अननत ितदगशी वरत। मला सोढल, िालनधर, .।20 नसतमबर सतोम परतोषपरी-पनरणमा शादध।21 नसतमबर मगल नपतपकष (शादध) परारभ।28 नसतमबर मगल शीमहालकमी वरत समाति।29 नसतमबर बि जीनवतपनतरका वरत।

अकिबर 20212 अकिबर शशन महातमा राधी ियनती।3 अकटबर रनव मघा शादध।6 अकटबर बि महाल/शादध समाति। सवणनपत शादध।7 अकिबर रर शारदीय नरातर परारमभ।10 अकटबर रनव उपाङ लनलता वरत।11 अकटबर सतोम सरसवती आवाहि।12 अकटबर मगल सरसवती पजि।13 अकटबर बि शीरगाणषटमी। सरसवती बनलराि।14 अकिबर रर महानमी (िा, वरत ए बशलदान हत)। सरसती

शसिगन। नरातर-समापत।15 अकिबर शकर नरातर-ारणा। शियादशमी (दशहरा)।16 अकटबर शनि भरत-नमलाप।19 अकटबर मगल कतोजागर वरत। शरर पनरणमा वरत।20 अकटबर बि महनषण वालमीनक जनती। कानतणक सिाि परारमभ।24 अकिबर रश वरत करा-िौि।28 अकटबर गर अहतोई अषटमी वरत।

नमबर 20211 िवमबर सतोम गतोवतस दारशी।2 नमबर मरल धन-तरयोदशी। यम परीतयिथ दीदान।3 िवमबर बि शीहिमाि जती (उ भा )। िरक-चतरणशी।4 नमबर रर दीाली। शीमहालकमी-िन।

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* परमगख वरत-तययौहार, वरत एव छग टटिया (2021-22 ई॰) *शदनाङ ार ग

5 िवमबर शकर अननकट-गतोविणि पजा। बनलपजा। गतोकरीिा। नवशवकमाण नरवस (प )।

6 नमबर शशन भाई-दि। यमशवितीया। शीशशकमाग िन।10 नमबर बध सयग षषी ग (शबहार)।11 िवमबर गर गतोपाषटमी।12 िवमबर शकर अकष-कषमाणड िवमी।14 िवमबर रनव भीषमपचक परारमभ। चातमाणस वरतानर समाति। 15 नमबर सोम हररपरबोधोतस। तलसी शाह।17 नमबर बध कणठ ितदगशी। 18 िवमबर गर भीषमपचक समाति। नतरपरतोतसव।19 नमबर शकर शीरर नानक ियनती। काशतगक शणगमा। काशतगकसनान

समापत। खणडगरास िनदरगरहण।27 िवमबर शनि शीकालभरवाषटमी।

शदसमबर 20219 नरसमबर गर सकनर (गह) षषी। चमपा-षषी।10 नरसमबर शकर नमतर (नवषर) सतिमी।14 शदसमबर मरल मोकषदा एकादशी वरत। शीरीता-ियनती।18 शदसमबर25 शदसमबर

शशनशशन

शीदततातरय-ियनती।ओकाराननद ियनती। ओकाराननद महोतस आरमभ।

27 शदसमबर31 शदसमबर

सोमशकर

रशकमणी अषटमी।ओकाराननद महोतस समापत।

िनरी 20221 िनरी शशन आगल नषग 2022 ई. परारमभ।9 जिवरी रनव शीगर गतोनबनर नसह जती। मातणणड-सतिमी।13 जिवरी गर पतररा एकारशी वरत। लतोहिी पवण।14 िनरी शकर मकर (मार) सकराशनत।17 जिवरी सतोम पयौष पनरणमा। माघसिाि परारमभ।21 जिवरी शकर शीगरश सकषट-चतिगी।26 िनरी बध रणतनतर शदस (73ा)।

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* परमगख वरत-तययौहार, वरत एव छग टटिया (2022 ई॰) *शदनाङ ार ग

फररी 20221 फररी मरल मार (मौनी) अमास। महोदय योर। 2 फरवरी बि रपत न रातर परारमभ। बाबा शीलाल र ाल-ज नती (ध ािपर, प )।3 फरवरी गर गयौरी ततीा (गरोतरी)।4 फरवरी शकर शीगरश नतल चतिगी।5 फररी शशन सनत (शी) िमी। लकमी-सरसती िन।7 फरवरी सतोम रि-आरतोग सतिमी।8 फरवरी मगल भीषमाषटमी।

10 फररी रर रपत नरातर समापत।12 फरवरी शनि भीषम-दारशी, नतल ।13 फरवरी रनव भीषम-दारशी, नतल।16 फररी बध मार-शणगमा। मार सनान समापत। शीरर रशदास िय.।26 फरवरी शनि सवा रािनर सरसवती जती।27 फरवरी रनव नतरसपशाण महादारशी।

मािग 20221 मािग मरल शीमहाशशराशतर वरत।4 माचण शकर फलरा-रज (मिरा, उ पर )।

10 मािग रर होलाषटक परारमभ। अननणाग-अषटमी।14 माचण सतोम गतोनवनर दारशी।16 मािग17 मािग

बधरर

ओकाराननद-कामाकषी बहमोतस परारमभ।होशलका-दहन (परदोष म)।

18 मािग शकर होलाषटक समापत। होली ग। ओकाराननद-कामाकषी बहमोतस समापत।

19 मािग शशन सनतोतस । होला मला (शीआननदर-- ाओिा साशहब)।20 माचण रनव महानवषव नरि।22 माचण मगल शीरग-पचमी।25 माचण शकर शीतलाषटमी वरत।29 माचण मगल वाररी पवण।30 माचण बि वाररी पवण।31 माचण गर मला नपहतोवातीिण-हटर ।

अपरल 20221 अपरल शकर शकरम सत 2078 णग।

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(1) रर-शणगमा (वयास-िा) (23 ए 24 िलाई-दो शदन ?)गर-पजा (गर-पनरणमा) और शीवास-पजा क नलए सयोर क बार नतरमहरण-

वानपिी आषाढ पनरणमा हतोिा आवशक ह। पनरणमा नतनि नर तीि महरण स कम हतो ततो रतोिरो पवण पहल नरि मिाए जात ह-

“असया ौणागमासया सनयाशसना िातमागसया ास सकल ारतन कषौरवयासिाशदक श शहतम। अतर कमागशण औदशयकी शतरमहडतताग ौणगमासी गराहा॥”- (धमगशसनध)।निरणनसनि अिसार भी- वयासिा शनणगय - ‘अतर वयासिोका। ततर

शतरमहडतताग ितरशत सनयासधतौ। शतरमहडततागशधक गराहा गकषौर-परणामयोः॥’अिाणत वास-पजा निरण क समबनि म सनास पदधनत म कहा गा ह नक पनरणमा

तीि महरण हतो, ततो अगली लिी चानहए। कारर ह ह नक पवण, कषयौर और परराम (अिाणत पजाचणिा) म तीि महरण स अनिक नतनि गरहर करिी चानहए।

उरोक शासतरशिन स सषट ह शक यशद आषाढ शणगमा तीन महडतग स कम हो तो रर-शणगमा, वयास-िाशद ग हल शदन मनाय िान िाशहए। अतनः 24 जलाई, 2021 ई कतो आषाढ पनरणमा नतर-महरण-नि हतोि स गर पनरणमा, वास-पजा आनर उतसव-पवण लगभग समपरण उरर-मध-रनकषर भारत म 23 जलाई, 2021 ई कतो चतरणशी नतनि क बार (परातनः 10 44 बार) मिाए जाएग। उरर-पवगी भारत म जहा आषाढ पनरणमा स योर बार नतर-महरण-वानपिी ह, वहा ह पवण 24 जलाई, 2021 ई कतो मिाा जाएगा। धाि र, वास-पजा वाल नरि ही गर-पजा, गर पनरणमा महतोतसव मिाा जाता ह।

समणग उततर-मधय-दशकषण भारत म (िाब, हररयाणा, शदली, िमम, शह.पर., मधय-शशिमी उ.पर., म.पर., रािसिान, रिरात, महाराषटटर तिा दशकषणी राजयो म भी) रर शणगमा उतस, रर-वयास िा- आशद कायग 23 िलाई, 2021 को परातः 10:44 बाद करन ही शासतरोक होर।

*****(2) शारदीय नरातरारमभ (7 अकिबर., ररार, 2021 ई.)

शासतािसार सयोर बार 10 घिी तक ा मधाहन-काल म अनभनजत महतण (नरि क अषटम महरण) क सम आनशवि शकल परनतपरा म िवरातरारमभ व कलशसिापि नका जाता ह। परनतपरा की पवणवरगी 16 घनिा तिा नचतरा िकषतर एव विनत तोग का पवाणदधण भाग िवरातरारमभ क नलए निनषदध ह। नर िवरातरारमभ हत ह गराहय-काल अिाणत सयोर बार की 10 घनिा तिा अनभनजत महरण परनतपरा की परिम 16 घनिरो अिवा नचतरा-विनत क पवाणदधण भाग स परी तरह रनषत हतो, ततो इसकी परवाह ि करत हए इस नरि रनषत-काल म िवरातरारमभ, कलश-सिापि कर लिा चानहए, करोनक शासतािसार जहा

॥ सवदगि परमगख वरत-पववो का शासतरीय वनणषय वव.स. 2078॥

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तक समभव हतो, इि रतोषरो स बचिा चानहए। नर इिका ताग करिा समभव ि हतो, ततो इिक रनषत काल म ही निदधाणटरत-काल (अिाणत परिम 10 घनटरो ा अनभनजत महरण) म घटसिापि,पजानर काण कर लि चानहए-

‘ए ि परशतद-आदयषोडशनाडी-शनषधशशितरा-धशतयोर-शनषधशि-उककालानरोधन सशत सभ ालनीयो न त शनषधानरोधन ागहः परारमभकालः परशतशततशतशिागशतकरमणीयः॥ ’

इस वषण ही नसिनत घनटत हतो रही ह। आनशवि शकल परनतपरा 7 अकटबर, 2021 ई क नरि नचतरा िकषतर का पवाणदधण परातनः 10 घ -17 नम तक तिा विनर-तोग का पवाणदधण 15 घ -25 नम तक ह। हा अनभनजत महरण 11 घ -52 नम स 12 घ -38 नम तक ह। सपषट रप स हा नचतरा एव विनत तोग क पवाणदधण ि परनतपरा की स योरानतर नक 10 घनिा (4 घणट) तिा अनभनजत महरण का परा काल रनषत कर रखा ह। इस शसिशत म उरोक शासतर-शनदयश अनसार अशभ नकषतर-योर होन र भी उनकी उकषा कर इसी शदन (7 अकिबर, 2021 ई. को ही) परातःकाल 10 रडी (सययोदय बाद 4 रणि) तक अिा अशभशित महडततग (11 र.-52 शम. स 12 र.-38 शम. तक) म ही नरातरारमभ, रिसिान, दीिन आशद करन िाशहए।

*****(3) परदोष वरत (आशशन शकल) - (18 अकिबर, 2021 ई.)

पररतोष-वानपिी तरतोरशी वाल नरि पररतोष वरत नका जाता ह। साणसत क बार नतरमहरण वानपिी तरतोरशी गरहर करिी चानहए-

सयागसतमानोततर शतरमहडततागतमक परदोषवयाशनी तरयोदशी गराहा॥ (िमणनसनि)परनत नर रतो नरि तरतोरशी पररतोष-वानपिी हतो ततो ह वरत रसर नरि गरहर करिा

चानहए। िा-शदनविय परदोषवयापतौ सामयन तदकदशसशय ा उततरा॥

िकत वरत क समबनि म ‘कालमािवकार’ का भी ह वाक इस बात नक पनषट करता ह-

परदोषवयाशनी नक शतशि वयाशपतशदगनविय।अवयाशपतागिाशन वयाशपतः सयातसगिोततरा॥

इस वषण (नव सवत 2078 म ) आशनवि शकल तरतोरशी 17 और 18 अकत , 2021 ई -रतो नरि पररतोषवानपिी ह। (इि रतोिरो नरि पररतोषकाल लगभग 17 घ -50 नम स 20 घ -23 नम तक रहगा)। दनप रसर नरि 18 अकतबर 2021 ई कतो तरतोरशी नतनि पररतोषकाल कतो (17 र.-49 शम. स 18 र.-08 शम. तक) अपकषाकत काफी कम वाति कर रही ह, परनत उरोक शासतर परमाणानसार 18 अक., 2021 ई. को ही परदोष वरत गराह ए मानय होरा।

*****

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(4) शरद-शणगमा (19 अकिबर, मरलार, 2021 ई.)पररतोष एव निशीि-वानपिी (उभवानपिी) आनशवि पनरणमा म शरर-पनरणमा व

कतोजागर वरत नका जाता ह। िा-आशशनौणगमासया कोिारर वरतम। सा गतर शनशीिवयापतौ ाग॥इस वषण ह नतनि 19 अकतबर, 2021 ई कतो पररतोष एव निशीि-उभवानपिी ह।

20 अकतबर, 2021 ई कतो ततो ह कवल पररतोषकाल कतो सपशण कर रही ह।ता 19 अकतबर, 2021 ई कतो सा 17 घ -48 नम स 20 घ -22 नम तक आनशवि

पनरणमा पररतोष काल, तरपरानत निशीिकाल कतो वाति हतोगी। इसनलए पररतोष एव निशीि (अिणरानतर)-उभयवयाशनी आशशन शणगमा की राशतर को शरद शणगमा का वरत (19 अकबर, 2021 ई.) होरा।

*****(5) रोतस विादशी (1 नमबर, 2021 ई.)

ह वरत पररतोष-वानपिी कानतणक कषर दारशी कतो नका जाता ह। इस वषण कानतणक दारशी 1 िवमबर, सतोमवार, सि 2021 ई कतो पररतोषवानपिी ह, अतनः ह वरत इसी नरि हतोगा। इस नरि गा का रि एव उसस बि परािण रही, घी आनर का सवि वनजणत मािा गा ह।

*****(6) तलसी शाह (15 नमबर, सोमार)

तलसी नववाह कानतणक शकल एकारशी वरत क पाररा वाल नरि (परबतोितोतसव) रानतर क परिम भाग (पररतोषकाल) म करि का शासतनिरदश ह- (राशतर परिमभार परशसतः)

ह पवण कानतणक शकल एकारशी, दारशी क अनतटरकत पनरणमा तक नकसी भी नतनि म नववाह िकषतर काल म करि का नविाि ह-

एकादशयाशद शणगमानत यतर कवाश शदन काशतगक शकलानतरगत शाहनकषतरष ा शधानादनक कालत तिाश ारणाह परबोधोतस कमगणा सह.... (िमणनसनि)

इस वषण कानतणक शकल एकारशी क नरि रनववार तिा (भलतोक) भदा-वानति क कारर ‘तलसी शाह’ निषि रहगा। ‘तलसी शाह’ परबतोितोतसव क साि एकारशी-वरत पाररा वाल नरि पररतोषकाल म अिणरानतर स पनहल ही करि की परमपरा ह। अतनः इस वषण एकारशी पाररा (परबतोितोतसव) वाल नरि 15 नमबर, सोमार, 2021 ई. कतो पररतोषकाल म अनशविी तिा रवती िकषतर पराति ह। अतनः तलसी नववाह इसी नरि करिा हतोगा।

*****

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(7) होशलका-दहन (17 मािग, 2022 ई.)पररतोष-वानपिी फालगि पनरणमा क नरि भदा-रनहतकाल म हतोनलका-रहि नका

जाता ह। िा- ‘सा परदोषवयाशनी भदरारशहत गराहा॥’ (िमणनसनिनः)नर पररतोषकाल क सम भदा हतो और भदा निशीिकाल (लगभग अदधणरानतर) स

पहल ही समाति हतो रही हतो ततो भदा क बार और निशीिकाल स पहल हतोनलका-रहि करि की शासताजा ह। परनत नर भदा निशीिकाल स पहल समाति ि हतो तिा निशीि (अिणरानतर) क बार तक वाति हतो तिा अगल नरि पनरणमा पररतोषवानपिी भी ि हतो, तब पहल ही नरि भदा का मखकाल छतोिकर पररतोषकाल म ही हतोनलका-रहि कर लिा चानहए। िा-रशदन परदोषसशागभा गशदन यशद शनशीिातपराक भदरासमाशपतः तदा भदरासानोततरम होशलकादीनम। शनशशिोततर भदरासमापतौ भदरामख तयकता भदरायाम।

नव सवत 2078 म भी ही नसिनत घनटत हतो रही ह। फालगि पनरणमा कवल पहल नरि (17 माचण, 2022 ई ) ही पररतोष-वानपिी ह। इस नरि पररतोषकाल जतोनक लगभग 11 घ -33 नम स 20 घ -58 नम तक रहगा, भदा स वाति ह और भदा निशीि (अदधणरानतर) क बार जाकर समाति हतो रही ह। ऐसी नसिनत म उपरतोकत शासतनिम अिसार 17 माचण, 2021 ई कतो ही ‘भदरा-मख’ क काल कतो तागकर ‘होशलका-दहन’ नका जािा चानहए।

इस नरि ‘भदा-मखकाल’ निशीि-काल मध भा सट टा अिसार 22 घ -14 नम स 24 घ -11 नम तक रहगा, जबनक भदा पचछकाल 21 घ -04 नम स 22 घ -14 नम तक रहगा।

भदरा-मखकालभदरा-चछकाल

समय22 र.-14 शम. स 24 र.-11 शम.21 र.-04 शम. स 22 र.-14 शम.

सपषट रप स इसनरि (17 माचण, 2022 ई ) पररतोषकाल भदा-मख स ततो सवणिा मकत (असपषट) ह। अतए 17 मािग, ररार को शणगमा क परदोष-वयाशनी काल म भा.सि.िा. अनसार 18 र.-33 शम. स 20 र.-58 शम. तक की समयाशध म होशलका-दहन शनःसदह र स शकया िा सकता ह।

नोि- इि नरए गए सनरगि पवण-ततोहाररो क निरणरो क अनतटरकत नर पाठकरो कतो नकसी पवण समबनिी शका/सश हतो ततो पतर भजकर अिवा टलीफतोि दारा भी मझस सपषटीकरर ल सकत ह।

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(1) खगरास िनदरगरहण (26 मई, 2021 ई., शाख शणगमा, बधार) –ह गरहर 26 मई, 2021 ई कतो साकाल चनदतोर क सम पनशचम-बगाल,

अरराचल, िागालणड, पवगी उिीसा, नमजतोरम, आसाम, नतरपरा तिा मघाल म गरसतोदय र म बहत कम सम क नल नरखाई रगा। इि सिािरो पर चनदमा गरसत ही उनरत हतोगा और उर क कछ नमिटरो बार ही गरहर समाति हतो जागा। इि िगररो/सिलरो पर उपरतोकत िनदरगरहण खणडगरास गरसतोदय र म शदखाई दरा। भारत क शष भारो (उततर, उततर शशिम दशकषण भारत) म यह गरहण शदखलाई नही दरा। भारत क कल उततर-थी कषतरो म यह गरहण समाशपत काल (मोकष) क समय शदखाई दरा। इस गरहर क परारमभानर क काल भा सट टा म इस परकार ह-

र. शम. र. शम.गरहण परारमभ 15 15 खगरास परारमभ 16 40गरहण मधय 16 49 खगरास समापत 16 58गरहण समापत 18 23 गकाल = 3 रणि ए 8 शमनि

िनदरमाशलनय शर - 14ः16, िनदरमाशलनय समापत 19ः21कयोशक यह गरहण भारत क उततर, शशिम ए दशकषण भारो, िस - महाराषटटर ,

िाब, िमम-कशमीर, रािसिान, उततराखणड, उ.पर., शबहार आशद परदशो म शदखाई नही दरा, अतए इन परदशो म गरहणकाशलक सनान-दान, ि-ताशद अनषान, णयाशद ए शाहाशद शभ काययो क शनषध का शिार नही होरा।

गरहण का सतक – इस गरहर का सतक 26 मई, 2021 ई क परातनः 6नः15 स परारमभ हतो जागा। भारत क थी परदशो म िहा िहा उरोक िनदरगरहण दशय होरा, ही र गरहण क सतकाशद का शिार होरा, अनयतर नही।

(2) ककण (सलगरास) सयगगरहण (10 िन, 2021 ई., जयष अमासया, ररार)- यह गरहण जयष अमासया, ररार (10 िन, 2021 ई.) को सदर योततर

भारत क कल अरणािल परदश क कछ कषतरो म तिा अखणड िमम-कशमीर क कछ कषतरो म सयागसत क समय सलगरास क र म शदखाई दरा। अतयल गरास क कारण यह गरहण सामानयतः भारत म दशषटगराह नही होरा।

इस गरहर क परारमभानर क काल भा सट टा म इस परकार ह-

॥ गरहण वववरण ववकरम समवत 2078 ॥

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र. शम. र. शम.गरहण परारमभ 13 42 ककण परारमभ 15 20गरहण मधय 16 12 ककण समापत 17 03गरहण समापत 18 41

गरहण का सतक – भारत क पवगी राज अरराचल पररश तिा उररी राज जमम-कशमीर क नजि भागरो म ह गरहर साणसत क सम ितोिी रर (अनिक स अनिक 18 नमिट) क नल अतलप क साि नरखाई रगा, वही इसक सतक का नवचार एव पालि नका जागा जतोनक 10 जि की परातनः 5नः54 स परारमभ हतोगा।

(3) खणडगरास िनदरगरहण (19 नमबर, 2021 ई., काशतगक शणगमा, शकरार)-ह गरहर 19 िवमबर, 2021 ई शकरवार (कानतणक पनरणमा) कतो साकाल चनदतोर

क सम भारत क सरर पवगी राजरो - अरणािल परदश ए आसाम क सदर कल थी कषतरो म ही सलगरास गरसतोदय क र म ही कम समय क शलय शदखाई दरा। शष भारत म यह गरहण शबलकल शदखाई नही दरा। शिन सदर थी नररो म यह गरहण शदखाई दरा, हा िनदरमा गरसत ही उदय होरा तिा उदय क बाद अशधक स अशधक आठ ही शमनिो क बाद गरहण समापत हो िायरा।

गरहण का सतक – भारत क रतो पवगी राजरो (अरराचल, आसाम) क पवगी भागरो म जहा ह अलपकानलक गरसततोर चनदगरहर नरखाई रगा, वहा परातनः 3नः49 स सतक परारमभ हतोगा।

भारत क इि पररशरो म भी इस गरहर का गरास बहत ही कम (2 परनतशत स भी कम) रहगा। इति अलप गरास वाल गरहर कतो शासतकाररो ि अलकपरण नलखा ह तिा इस परकार क गरहर की चचाण करिा विण ह। अत: इि िगररो म भी इस गरहर का कतोई माहातम िही हतोगा।

* सामानयतः गरहण म कया कर ए कया न कर *कया कर - गरहर क सतक एव गरहरकाल म सिाि, राि, जप-पाठ, मनतर जप, तीिणसिाि, धाि करिा शभ हतोता ह। िानमणक, आसिावाि लतोगरो कतो गरहर पवण ही अपिी रानश अिसार अिवा बराहमर परामशण अिसार राितोग वसतओ का सगरह करक सकलप कर लिा चानह तिा गरहर मतोकष क बार पिनः सिाि करक सकलपपवणक बराहमर कतो राि रिा चानह। कया न कर - गरहर क सतक एव गरहरकाल म मनतण सपशण, अिावशक खािपाि, मिि, निदा, तल लगािा वनजणत ह। विा-आलाप, िाखि, बाल काटिा आनर स परहज करिा चानह। वदध, रतोगी, बालक एव गभणवती नसतरो कतो िािकल भतोजि ा रवाई आनर लि म रतोष िही।गरहर सतक स पहल ही रि, रही, आचार, चटिी, मरबबा म कशातर रख रिा शसकर

हतोता ह। इसस रनषत िही हतोत। सख खाद परािवो म कशा डालि की आवशकता िही।

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शमिनी-नायक मष कमभराशशरत ररौ। रङगाविार भदयोरः कमभनामा तदोततमः॥ (सकनरपरार)

सकनदराण क अनसार, शिस समय बहसशत कमभ राशश र शसित हो और सयग मष राशश र रह, उस समय रङगाविार (हररविार) म कमभ-योर होता ह-

कमभराशश रत िी तिा मष रत रौ। हररविार कत सनान नराशततिगनम॥

अनतर भी हटरदार म कमभ सिाि की मनहमा क बार म नलखा गा ह नक-‘कमभ राशश म बहसशत हो तिा मष राशश र सयग हो तो हररविार क कमभ म सनान करन स मनकय निगनम स रशहत हो िाता ह।’

तरिसार सि 2021 ई म हटरदार क पावि तीिण पर कमभ-महापवण का आतोजि हतोि जा रहा ह। कमभ-महापवण भारती ससकनत एव नहनर समाज का महाि एव अनदती महापवण ह। इस महापवण पर भारत स ही िही, अनपत नवशव क अिक रशरो स भी असख शदधाल एव िमणपरार लतोग एकतर हतोकर गगा जी क तट पर सिाि, जप, तप, राि आनर करक अपि जीवि कतो िन करत ह। इस महापवण का मखय शाही सनान 14 अपरल, बधार, सन 2021 ई. (वशाख सकराननत की पणकाल नतनि) कतो हतोगा। [दनप नव सवत 2078 म वशाख सकराननत का नरि 13 अपरल, मगलवार ह, परनत अदधणरानतर क बार सकराननत परवश हतोि स सकराननत क सिाि, रािानर का पणकाल 14 अपरल, बिवार कतो हतोगा, अतएव कमभ महापवण का मख शाही सिाि भी 14 अपरल, 2021 ई कतो मान हतोगा।]

कमभ-महाग क सिाि, राि, जपािषाि का लाभ एव नसदध महापरषरो क सतसग का नवशष पण लाभ पराति हतोता ह। कमभ-महापवण क मख सिाि नरि (14 अपरल, 2021 ई , बिवार) स पहल और पशचात की कछ पण नतनिा हरोगी, जतो सिाि-राि क नलए कमभ-महापवण की भानत ही नवशष पण-परराक रहगी-

सन 2021 ई. म कमभ-महाग की णय सनान-शतशिया(1) मकर-सकराननत – 14 जिवरी, गरवार (2) माघ पनरणमा – 27 फरवरी, शनिवार (3) शीमहाशशराशतर-सनान – 11 मािग, ररार (परिम शाही सनान) (4) सोमती (ितरी) अमासया – 12 अपरल, सोमार (शवितीय शाही सनान)

॥ कग मभ महापवष-हटरदार (14 अपरयल, बगिवार, सन 2021 ई.)॥

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(5) चतर शकल परनतपरा – 13 अपरल, मगलवार, (6) शाख सकराशनत-(14 अपरल, बधार) (परमख ततीय शाही सनान) (7) शीरामिवमी - 21 अपरल, बिवार (8) ितर शणगमा – 27 अपरल, मरलार (अशनतम ितिग शाही सनान) धयान रह, 6 अपरल, मगलवार, 2021 ई स गर क कमभ रानश म परवश हतोि क बार ही कमभ-महापवण का नवशष माहातम परारमभ हतोगा, परनत सिाि, रािानर, मास-सिाि का महतव 14 जिवरी, 2021 ई स परारमभ हतोगा। 12 अपरल, 2021 ई कतो सतोमवती अमावसा भी पणपररा नतनि हतोि क कारर इस नरि भी शाही सिाि ह। शाही-सिाि की नतनिरो का निरण नवनभनन अखािा-पटरषररो दारा ही नका जाता ह।

* कमभ-महाग र सनान-दान, िाशद की मशहमा *14 अपरल, बिवार कतो बरहम-महतण एव अररतोरकाल स ही कमभ क पावि पवण

पर सहसरो की सखा म सनत, महातमा, िागा सनासी एव नवनभनन अखािरो क अिाी सनत, नशष तिा करतोिरो शदधाल जि हटरदार की हरकी-पयौिी पर सिाि, राि, जप, हतोमानर करक पणाजणि करग।

नहनर-िमणशासत कमभ-पवण की मनहमा स भर पि ह।सकनरपरारािसार- तानय यः मान योर सोऽमतताय कलत। दा नमशनत ततरसिान यिा रङा धनाशधान॥‘जतो मिष कमभ तोग म सिाि करता ह, वह अमततव (मनकत) की परानति करता ह।

नजस परकार रटरद मिष समपनरशाली कतो िमरता स अनभवारि करता ह, उसी परकार कमभ-पवण म सिाि करि वाल मिष कतो रवगर िमसकार करत ह।

शी नवषर परारािसार- अशमध सहसतराशण ाियशताशन ि। लकष परदशकषणा भमः कमभसनानन ततफलम॥अिाणत-‘सहसतरो अशवमि-ज करि स, सकिरो वाजप-ज करि स और लाख

पथवी नक पररनकषरा करि स जतो फल पराति हतोता ह, वह पण-फल कवल कमभ-सिाि स पराति हतोता ह।

वशाख (मष) सकराननत पर ततो गगा सिाि-रािानर की नवशष मनहमा कही गई ह-धनयाना रषाणा शह रङगाविारसय दशगनम।शशषतसत मषाकय सकरमऽती णयद॥

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पररम नशरसा रव गयौरीपतर नविाकम। भकतावास समरनननतमानःकामािणनसदध॥ १॥

परिम वकरतणड च एकरनत नदतीकम। तती कषरनपङाकष गजवकतर चतिणकम॥ २॥

लमबतोरर पञम च षष नवकटमव च। सतिम नवघिराजनद िमरवरण तिाषटकम॥ ३॥

िवम भालचनद च रशम त नविाकम। एकारश गरपनत दारश त गजाििम॥ ४॥

दारशतानि िामानि नतरसनध नः पठननरनः। ि च नवघिभ तस सवणनसनदधकर परभतो॥ ५॥

नवदािगी लभत नवदा ििािगी लभत ििम। पतरािगी लभत पतराि मतोकषािगी लभत गनतम॥ ६॥

जपर गरपनतसततोतर षनभमाणसनः फल लभत। सवतसरर नसनदध च लभत िातर सशनः॥ ७॥

अषटभतो बराहमरभशच नलनखतवा नः समपणत। तस नवदा भवत सवाण गरशस परसारतनः॥ ८॥

इशत शीनारदराण सङिनाशनरणशसतोतर समणगम॥

* सङटनाशनगणशसततोतम *

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* मवहरासगरमवदषनरी-सततोतम *

अन नगटरिननरनि िननरतमनरनि नवशवनवितोनरनि िननरित। नगटरवर-नवनध-नशरतोनिनिवानसनि नवषरनवलानसनि नजषरित। भगवनत ह नशनतकणठकटनमबनि भटरकटनमबनि भटरित। ज ज ह मनहषासरमनरणनि रमकपनरणनि शलसत॥ १॥

सरवरवनषणनर रिणरिनषणनर रमणखमनषणनर हषणरत। नतरभविपतोनषनर शङकरततोनषनर नकनलबषमतोनषनर घतोषरत। रिजनिरतोनषनर नरनतसतरतोनषनर रमणरशतोनषनर नसनिसत। ज ज ह मनहषासरमनरणनि रमकपनरणनि शलसत॥ २॥

अन शतखणड-नवखनणडतरणड-नवतनणडतशणड-गजानिपत। टरपगजगणड-नवराररचणड-पराकरमशणड-मगानिपत। निजभजरणड-निपानततचणड-नवपानततमणड-भटानिपत। ज ज ह मनहषासरमनरणनि रमकपनरणनि शलसत॥ ३॥

ििरिसङ-ररकषरसङ-पटरसफररङ-िटतकटक। किक-नपशङ-पषतकनिषङ-रसदभटशङ-हताबटक। कतचतरङ-बलनकषनतरङ-घटदबहरङ-रटदबटक। ज ज ह मनहषासरमनरणनि रमकपनरणनि शलसत॥ ४॥

ज ज जपज जशबर-परसतनत-ततपर-नवशवित। झरझर-नझनजिनम-नझङकत-िपर-नसनजित-मतोनहत-भतपत। िनटत-िटािणिटीिटिाक-िानटतिाटय-सगािरत। ज ज ह मनहषासरमनरणनि रमकपनरणनि शलसत॥ ५॥

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अन समिससमिससमिससमिससमितोहर-काननतत। नशतरजिी-रजिी-रजिी-रजिी-रजिीकर-वकतरवत। सिि-नवभरमर-भरमर-भरमर-भरमर-भरमरानिपत। ज ज ह मनहषासरमनरणनि रमकपनरणनि शलसत॥ ६॥

सनहत-महाहव-मलल-मतनललक-वनललत-रनललक-मललरत। नवरनचत-वनललक-पनललक-मनललक-नझनललक-नभनललक-वगणवत। नसतकतफनलल-समललनसतारर-तललजपललव-सललनलत। ज ज ह मनहषासरमनरणनि रमकपनरणनि शलसत॥ ७॥

कमल-रलामल-कतोमल-काननत-कला-कनलतामल-भाललत। सकल-नवलास-कला-निलकरम-कनल-चलतकलहस-कल। अनलकल-सङकल-कवल-मणडल-मयौनलनमलदबकलानल-कल। ज ज ह मनहषासरमनरणनि रमकपनरणनि शलसत। ज ज ह मनहषासरमनरणनि रमकपनरणनि शलसत। ज ज ह मनहषासरमनरणनि रमकपनरणनि शलसत॥ ८॥

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* शरी वशवमवहमनः सततोतम *

रिानन भतरणाशधसशत कशतििमबफलिारभकषणम। उमासत शोकशनाशकारक नमाशम शघनशरादङिम॥

॥ शी कदनत उाि ॥मनहमिनः पार त परमनवरषतो दसदशी सतनतबरणहमारीिामनप तरवसननासतवन नगरनः। अिाऽवाचनः सवणनः सवमनतपटररामावनि गरि ममापष सततोतर हर निरपवारनः पटरकरनः॥ 1॥अतीतनः पनिाि तव च मनहमा वाङमिसतो- रतदवावता चनकतमनभिर शनतरनप। स कस सततोतवनः कनतनविगरनः कस नवषनः पर तववाणचीि पतनत ि मिनः कस ि वचनः॥ 2॥मिसफीता वाचनः परमममत निनमणतवत- सतव बरहमि नक वागनप सरगरतोनवणसमपरम । मम तवता वारी गरकििपणि भवतनः पिामीतिदऽनसमनपरमिि बनदधवणवनसता॥ 3॥तवशवण रजजगरररकषापरलकत तरीवसत वसत नतसष गरनभननास तिष। अभवािामनसमि वरर रमरीामरमरी नवहनत वाकरतोशी नवरित इहक जडनिनः॥ 4॥नकमीहनः नककानः स खल नकमपानसतभवि नकमािारतो िाता सजनत नकमपाराि इनत च। अतकयशवद तवयिवसररनःसितो हतनिनः कतकयोऽ कानशचनमखरनत मतोहा जगतनः॥ 5॥अजनमाितो लतोकानः नकमवववनततोऽनप जगता मनिषातार नक भवनवनिरिादत भवनत। अिीशतो वा काणर भविजिि कनः पटरकरतो ततो मनरासतवा परतमरवर सशरत इम॥ 6॥

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तरी साङख तोगनः पशपनतमत वषरवनमनत परनभनन परसिाि परनमरमरनः पथनमनत च। रचीिा वनचतादजकनटल िािापिजषा िरामकतो गमसतवमनस पसामरणव इव॥ 7॥महतोकषनः खटाङ परशरनजि भसम फनरिनः कपाल चतीरव वरर तनतरतोपकररम । सरासता तामनदध रिनत त भवदभपरनरनहता ि नह सवातमाराम नवषमगतषरा भरमनत॥ 8॥धरव कनशचतसवण सकलमपरसतवधरवनमर परतो धरयौवाऽधरयौव जगनत गरनत वसतनवष। समसतऽपतनसमि परमिि तनवणनसमत इव सतवनजिहनम तवा ि खल िि िषटा मखरता॥ 9॥तवशवण तिार रपटर नवरनञहणटररिनः पटरचछत ाताविलमिलसकनिवपषनः। तततो भनकतशदधाभरगरगरदभा नगटरश त सव तसि ताभा तव नकमिवनरिण फलनत॥ 10॥अतिारापाद नतरभविमवरवनतकर रशासतो दबाहिभत ररकणडपरवशाि । नशरनःपदमशरीरनचतचररामभतोरहबलनः नसिराासतवदभकतनसतपरहर नवसफनजणतनमरम ॥ 11॥अमष तवतसवासमनिगतसार भजवि बलातकलासऽनप तवरनिवसतयौ नवकरमतनः। अलभापातालऽपलसचनलताङषनशरनस परनतषा तवयासीर धरवमपनचततो महयनत खलनः॥ 12॥दनदध सतरामरतो वरर परमतोचचरनप सती मिशचकर बारनः पटरजिनविनसतभविनः। ि तनचचतर तनसमनवटरवनसतटर तवचचररतो- िण कसापननत भवनत नशरससतवयविनतनः॥ 13॥अकाणडबरहमाणडकषचनकतरवासरकपा- नविसाऽऽसीदनसतिि नवष सहतवतनः।

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स कलमाषनः कणठ तव ि करत ि नशमहतो नवकारतोऽनप शलाघतो भविभभङवसनििनः॥ 14॥अनसदधािाण िव कवनचरनप सरवासरिर निवतणनत नित जगनत जनितो स नवनशखानः। स पशननीश तवानमतरसरसािाररमभत समरनः समतणवातमा ि नह वनशष पथनः पटरभवनः॥ 15॥मही पाराघातार वरजनत सहसा सशपर पर नवषरतोभराणमदभजपटरघरगरगरहगरम । महदयौरयौनःसथ ातनिभतजटातानडततटा जगदकषा तव िटनस िि वामव नवभता॥ 16॥नवदवापी तारागरगनरतफितोदमरनचनः परवाहतो वारा नः पषतलघदषटनः नशरनस त। जगर दीपाकार जलनिवल ति कतनम- तििवतोनन ितमनहम नरव तव वपनः॥ 17॥रिनः कषतोरी नता शतिनतरगनदतो ििरितो रिाङ चनदाकयौ रिचररपानरनः शर इनत। नरिकषतोसत कतोऽ नतरपरतरमाडमबरनवनि- नवणिनः करीडनततो ि खल परतनतरानः परभनिनः॥ 18॥हटरसत साहस कमलबनलमािा परतो- णरकतोि तनसमनननजमरहरननतरकमलम । गततो भकतदकनः पटररनतमसयौ चकरवपषनः तरारा रकषा नतरपरहर जागनतण जगताम ॥ 19॥करतयौ सति जागरतवमनस फलतोग करतमता कव कमण परधवसत फलनत परषाराििमत। अतसतवा समपरक करतष फलरािपरनतभव शतयौ शदधा बदधवा दढपटरकरनः कमणस जिनः॥ 20॥नकरारकषतो रकषनः करतपनतरिीशसतिभता मषीरामानतवणज शररर सरसानः सरगरानः। करतभरशसतवरनः करतफलनविािवसनिितो धरव कतणनः शदधा नविरमनभचारा नह मखानः॥ 21॥

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परजािाि िाि परसभमनभक सवा रनहतर गत रतोनहदभता टररमनषमषस वपषा। ििषपाराणत नरवमनप सपतराकतमम तरसनत तऽदानप तजनत ि मगवािरभसनः॥ 22॥सवलावणाशसा ितििषमहना तरवत परनः पषट दषटा परमिि पषपािमनप। नर सतर रवी मनिरत रहािणघटिा- रवनत तवामदधा बत वरर मगिा वतनः॥ 23॥शमशािषवाकरीडा समरहर नपशाचानः सहचरा- नशचताभसमालपनः सगनप िकरतोटीपटरकरनः। अमङल शील तव भवत िामवमनखल तिानप समतणरा वरर परम मङलमनस॥ 24॥मिनः परतनकचर सनविमनविाारमरतनः परहषदतोमारनः परमरसनललतोतसनङतदशनः। रालतोकाहार हर इव निमजामतम रितनतसततव नकमनप नमिसतनतकल भवाि ॥ 25॥तवमकण सतव सतोमसतवमनस पविसतव हतवह- सतवमापसतव वतोम तवम िरनररातमा तवनमनत च। पटरनचछननामव तवन पटररता नबभरत नगर ि नवदमसतरतव वनमह त तव ि भवनस॥ 26॥तरी नतसतो वरीनसतभविमितो तरीिनप सरा- िकारादवणरयनसतनभरनभरिरीरणनवकनत। तरी त िाम धवनिनभरवरनिािमरनभनः समसत वसत तवा शररर गराततोनमनत परम ॥ 27॥भवनः शवयो रदनः पशपनतरितोगरनः सहमहा- सतिा भीमशािानवनत रनभिािाषटकनमरम । अमनषमनपरतक परनवचरनत रव शनतरनप नपराासम िामि परनरनहतिमसतोऽनसम भवत॥ 28॥िमतो िनरषा नपररव रनवषा च िमतो िमनः कषतोनरषा समरहर मनहषा च िमनः।

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िमतो वनषणषा नतरिि नवषा च िमतो िमनः सवणसम त तनररनमनत शवाण च िमनः॥ 29॥बहलरजस नवशवतोतपरयौ भवा िमतो िमनः परबलतमस ततसहार हरा िमतो िमनः। जिसखकत सतवतोनदकतयौ मडा िमतो िमनः परमहनस पर निसतगण नशवा िमतो िमनः॥ 30॥कशपटररनत चतनः कलशवश कव चर कव च तव गरसीमतोललनघििी शशवदनदधनः। इनत चनकतममनरीकत मा भनकतरािार वरर चररतोसत वाकपषपतोपहारम ॥ 31॥अनसतनगटरसम सातकजजल नसनिपातर सरतरवरशाखा लखिी पतरमवगी। नलखनत नर गहीतवा शाररा सवणकाल तरनप तव गरािामीश पार ि ानत॥ 32॥असरसरमिीनदरनचणतसनरमयौल- गरणनितगरमनहमितो निगणरसशवरस। सकलगरवटरषनः पषपरनतानभिाितो रनचरमलघवरनः सततोतरमतचचकार॥ 33॥अहरहरिवद िजणटनः सततोतरमतत पठनत परमभकता शदधनचरनः पमाननः। स भवनत नशवलतोक रदतलसतिाऽतर परचरतरििानः पतरवानकीनतणमाशच॥ 34॥रीकषा राि तपसतीिण जाि ागानरकानः नकरानः। मनहमिनःसतव पाठस कला िाहणननत षतोडशीम ॥ 35॥आसमातिनमर सततोतर पण गनिवणभानषतम । अियौपम मितोहाटर नशवमीशवरवरणिम ॥ 36॥महशाननापरतो रवतो मनहमितो िापरा सतनतनः। अघतोराननापरतो मनतरतो िानसत ततव गरतोनः परम ॥ 37॥कसमरशििामा सवणगनिवणराजनः नशशशनशिरमयौलरदवरवस रासनः।

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स खल निजमनहमितो भरषट एवास रतोषात सतविनमरमकाषगीनदिवनरव मनहमिनः॥ 38॥सरवरमनिपज सवगणमतोकषकहत पठनत नर मिषनः पराजिनलिाणनचतानः। वरजनत नशवसमीप नकननरनः सतमािनः सतविनमरममतोघ पषपरनतपररीतम ॥ 39॥शी पषपरनतमखपङकजनिगणति सततोतरर नकनलबषहरर हरनपरर। कणठनसिति पनठति समानहति सपरीनरततो भवनत भतपनतमणहशनः॥ 40॥इतषा वाङमी पजा शीमचछङकरपारतोनः। अनपणता ति रवशनः परीता म सरानशवनः॥ 41॥रकषर पर भरषट मातराहीि च दभवत। ततसवण कषमता रव परसीर परमशवर॥ 42॥

॥ इशत शी कदनत शरशित शी शशमशहमनः सतोतर समापतम ॥॥ ॐ शाशनतः शाशनतः शाशनतः॥

* वसदधकग वजिकासततोतम *

नशव उवाचशर रनव परवकानम कनजिकासततोतरमरमम। ि मनतरपरभावर चणडीजापनः शभतो भवत॥ १॥ि कवच िागणलासततोतर कीलक ि रहसकम। ि सकत िानप धाि च ि नासतो ि च वाचणिम॥ २॥कनजिकापाठमातरर रगाणपाठफल लभत। अनत गहयतर रनव रवािामनप रलणभम॥ ३॥गतोपिी परतिि सवतोनिटरव पावणनत। मारर मतोहि वश सतमभितोचचाटिानरकम। पाठमातरर सनसदध त कनजिकासततोतरमरमम॥ ४॥

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अि मनतरनःॐ ऐ ही कली चामणडा नवचच।ॐ गलौ ह कली ज सनः जवाल जवाल जवल जवल परजवल परजवल ऐ ही कली चामणडा नवचच जवल ह स ल कष फट सवाहा॥ ५॥इनतमनतरनः॥ िमसत रदरनपण िमसत मिमनरणनि। िमनः कटभहाटरण िमसत मनहषानरणनि॥ ६॥िमसत शमभहनत च निशमभासरघानतनि। जागरत नह महारनव जप नसदध करषव म॥ ७॥ऐकारी सनषटरपा हीकारी परनतपानलका। कलीकारी कामरनपण बीजरप िमतोऽसत त॥ ८॥चामणडा चणडघाती च कारी वररानिी। नवचच चाभरा नित िमसत मनतररनपनर॥ ९॥िा िी ि िजणटनः पतिी वा वी व वागिीशवरी। करा करी कर कानलका रनव शा शी श म शभ कर॥ १०॥ह ह हकाररनपण ज ज ज जमभिानरिी॥ भरा भरी भर भरवी भद भवान त िमतो िमनः॥ ११॥अ क च ट त प श वी र ऐ वी ह कष निजागर। निजागर तरतोट तरतोट रीति कर कर सवाहा॥ १२॥पा पी प पावणती पराण खा खी ख खचरी तिा। सा सी स सतिशती रवा मनतरनसनदध करषव म॥ १३॥इर त कनजिकासततोतर मनतरजागनतणहतव। अभकत िव रातव गतोनपत रकष पावणनत॥ १४॥सत कनजिका रनव हीिा सतिशती पठत। ि तस जात नसनदधररण रतोरि िा॥ १५॥इशत शीरदरयामल रौरीतनतर शशागतीस ाद कशजिकासतोतर समणगम॥

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* वलङाषटकम *बरहममराटरसरानचणतनलङ निमणलभानसतशतोनभतनलङम।

जनमजरनःखनविाशकनलङ ततपररमानम सरानशवनलङम ॥1॥रवमनिपरवरानचणतनलङ कामरह करराकरनलङम।

रावररपणनविाशिनलङ ततपररमानम सरानशवनलङम ॥2॥सवणसगननिसलनपतनलङ बनदधनवविणिकाररनलङम।

नसदधसरासरवननरतनलङ ततपररमानम सरानशवनलङम ॥3॥किकमहामनरभनषतनलङ फनरपनतवनषटतशतोनभतनलङम। रकषसजनविाशिनलङ ततपररमानम सरानशवनलङम ॥4॥

कङकमचनरिलनपतनलङ पङकजहारसशतोनभतनलङम। सनञतपापनविाशिनलङ ततपररमानम सरानशवनलङम ॥5॥

रवगरानचणतसनवतनलङ भावभणनकतनभरव च नलङम। नरिकरकतोनटपरभाकरनलङ ततपररमानम सरानशवनलङम ॥6॥

अषटरलतोपटर वनषटतनलङ सवणसमदभवकाररनलङम। अषटरटरदनविानशतनलङ ततपररमानम सरानशवनलङम ॥7॥

सरगरसरवरपनजतनलङ सरविपषपसरानचणतनलङम। परातपर परमातमकनलङ ततपररमानम सरानशवनलङम ॥8॥

शलङगाषटकशमद णय यः ठशतछसशननधौ। शशलोकमापनोशत शशन सह मोदत॥

॥ इशत शलङगाषटकम ॥

॥शशमानसिा शलोकौ॥ नक वािि ििि वानजकटरनभ: परातिि राजि नक नक वा पतरकलतरनमतरपशनभरदहि गहि नकम।

जातवतत कषरभङर सपनर र ताज मितो ररतनः सवातमािण गरवाकततो भज भज शीपावणतीवललभम॥

आिणशनत पशता परनतनरि ानत कष यौवि परतााननत गतानः पििण नरवसानः कालतो जगर भकषकनः।

लकमीसततोतरङभगचपला नवदचचल जीनवत तसमानमा शररागत शररर तव रकष रकषाििा॥

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* शरी वशवपञाकषरसततोतम *

* दादशजयतोवतवलषङसमरणम *

िागनदहारा नतरलतोचिा भसमाङरागा महशवरा। निता शदधा नरगमबरा तसम िकारा िमनः नशवा ॥1॥

मनरानकनिसनललचनरिचनचणता िनरीशवरपरमििािमहशवरा। मनरारपषपबहपषपसपनजता तसम मकारा िमनः नशवा ॥2॥

नशवा गयौरीवरिाबजवनर साण रकषाधवरिाशका शीिीलकणठा वषधवजा तसम नशकारा िमनः नशवा ॥3॥

वनसषकमभतोदभवगयौतमाण मिीनदरवानचणतशखरा। चनदाकण वशवािरलतोचिा तसम वकारा िमनः नशवा ॥4॥

कषसवरपा जटािरा नपिाकहसता सिातिा। नरवा रवा नरगमबरा तसम कारा िमनः नशवा ॥5॥

पञाकषरनमर पण नः पठनचछवसनननियौ। नशवलतोकमवापितोनत नशवि सह मतोरत॥

॥ इशत शीमचछङरािायगशरशित शशञाकषरसतोतर समापतम॥

सयौराषटट सतोमिाि च शीशल मनललकाजणिम। उजजनना महाकालमतोङकारममलशवरम॥1॥परला वदिाि च डानकना भीमशङकरम। सतबनि त रामश िागश रारकावि॥2॥वारारसा त नवशवश तमबक गयौतमीतट।

नहमाल त करार घशमश च नशवाल॥3॥एतानि जतोनतनलणङानि सा परातनः पठननरनः। सतिजनमकत पाप समररि नविशनत॥4॥

एतशा रशणिारव पातक िव नतषनत। कमणकषतो भवरस स तषटतो महशवरानः॥

॥ इशत विादशजयोशतशलगङगसमरण समणगम॥

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िमामीशमीशाि निवाणररप नवभ वापक बरहमवरसवरपम । निज निगणर निनवणकलप निरीह नचराकाशमाकाशवास भजऽहम ॥१॥

निराकारमतोङकारमल तरी नगरा जाि गतोतीतमीश नगरीशम । कराल महाकाल काल कपाल गरागार ससारपार िततोऽहम ॥२॥

तषारानद सकाश गयौर गभीर मितोभत कतोनटपरभा शी शरीरम । सफरनमयौनल कललतोनलिी चार गङा लसदभालबालनर कणठ भजङा ॥३॥

चलतकणडल भर सितर नवशाल परसननािि िीलकणठ रालम । मगािीशचमाणमबर मणडमाल नपर शकर सवणिाि भजानम ॥४॥

परचणड परकषट परगलभ परश अखणड अज भािकतोनटपरकाशम । तरनः शल निमणलि शलपानर भजऽह भवािीपनत भावगमम ॥५॥

कलातीत कलार कलपानतकारी सरा सजजिािनरराता परारी । नचरािनर सरतोह मतोहापहारी परसीर परसीर परभतो मनमिारी॥६॥

ि ावत उमािाि पारारनवनर भजनतीह लतोक पर वा िराराम । ि तावतसख शाननत सनतापिाश परसीर परभतो सवणभतानिवासम ॥७॥

ि जािानम तोग जप िव पजा िततोऽह सरा सवणरा शमभ तभम । जरा जनम रनःखयौघ तातपमाि परभतो पानह आपननमामीश शमभतो॥८॥

रदाषटकनमर परतोकत नवपरर हरततोष । पठननत िरा भकता तषा शमभनः परसीरनत ॥

॥ इशत शीरोसाशमतलसीदासकत शीरदराषटक सणगम ॥

* रदराषटकम *

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* वशवताणडवसततोतम *जटाटवीगलजजलपरवाहपानवतसिल गलऽवलमब लनमबता भजङतङमानलकाम। डमडडमडडमडडमनननिारवडडमवण चकार चणडताणडव तितोत िनः नशवनः नशवम॥1॥जटाकटाहसमभरमभरमननननलमपनिझणरी नवलतोलवीनचवललरीनवराजमािमदधणनि। िगदधगदधगजवललललाटपटिपावक नकशतोरचनदशखर रनतनः परनतकषर मम॥2॥िरािरनदिननरिीनवलासबनिबनिरसफरनदिगनतसनतनतपरमतोरमािमािस। कपाकटाकषितोररीनिरदधरिणरापनर कवनचनदिगमबर मितो नवितोरमत वसतनि॥3॥जटाभजङनपङलसफरतफरामनरपरभाकरमबकङकमदवपरनलतिनरगविमख। मरानिनसनिरसफरतवगररीमरर मितो नवितोरमदभत नबभतण भतभतणटर॥4॥सहसलतोचिपरभतशषलखशखरपरसििनलितोररीनविसरानङघपीठभनः। भजङराजमाला निबदधजाटजटकनः नश नचरा जाता चकतोरबनिशखरनः॥5॥ललाटचतवरजवलदधिजिसफनलङभानिपीतपञसाक िमननननलमपिाकम। सिामखलखा नवराजमािशखर महाकपानल समपर नशरतो जटालमसत िनः॥6॥करालभालपटटिकािगदधगदधगजवलदधिजिाहतीकतपरचणडपञसाक। िरािरनदिननरिीकचागरनचतरपतरकपरकलपिकनशनलपनि नतरलतोचि रनतमणम॥7॥िवीिमघमणडलीनिरदधरिणरसफरतकहनिशीनििीतमनःपरबनिबदधकनिरनः। निनलमपनिझणरीिरसतितोत कनरनसनिरनः कलानििािबनिरनः नश जगदधरनिरनः॥8॥परफललिीलपङकजपरपञकानलमपरभावलनमबकणठकनरलीरनचपरबदधकनिरम। समरनचछर परनचछर भवनचछर मखनचछर गजनचछरानिकनचछर तमनतकनचछर भज॥9॥अखवणसवणमङलाकलाकरमबमजिरीरसपरवाहमािरीनवजमभरामिवरतम। समरानतक परानतक भवानतक मखानतक गजानतकानिकानतक तमनतकानतक भज॥10॥जतवरभरनवभरमभरमदभजङमशवसनदनिगणमतकरमसफरतकरालभालहववाट। निनमनदधनमनदधनमदधविनमरङतङमङलधवनिकरमपरवनतणतपरचणडताणडवनः नशवनः॥11॥दषनदनचतरतलपतोभणजङमयौनकतकसजतोगणटरषरतिलतोषतोनः सहनदपकषपकषतोनः। तरारनवनरचकषषतोनः परजामहीमहनदतोनः समपरवनरकनः करा सरानशव भजामहम॥12॥करा निनलमपनिझणरीनिकजिकतोटर वसननवमकतरमणनतनः सरा नशरनःसिमजिनल वहि। नवलतोललतोललतोचितो ललामभाललनिकनः नशवनत मनतरमचचरि करा सखी भवामहम॥13॥इम नह नितमवमकतमरमतोरम सतव पठनसमरनबरवननरतो नवशनदधमनत सनततम। हर गरयौ सभनकतमाश ानत िानिा गनत नवमतोहि नह रनहिा सशङकरस नचनतिम॥14॥पजावसािसम रशवकतरगीत नः शमभपजिपर पठनत पररतोष। तस नसिरा रिगजनदतरङकता लकमी सरव समखी परररानत शमभनः॥15॥

इशत राण कत शशताणडसतोतर समणगम।

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* शरी वशव जरी की आरतरी *ॐ ज नशव ओकारा, परभ हर नशव ओकारा। बरहमा नवषर सरानशव (2), अिाणङी िारा। ॐ ज नशव ओकारा एकािि चतरािि पञािि राज। (सवामी पञािि राज) हसािि गरिासि (2), वषवाहि साज॥ ॐ ज नशव ओकारा रतो भज चार चतभणज रशभज त सतोह॥ (सवामी रशभज त सतोह) तीितो रप निरखता (2), नतरभवि जि मतोह। ॐ ज नशव ओकारा अकषमाला विमाला मणडमाला िारी। (सवामी मणडमाला िारी) चनरि मगमर चनरा (2), भाल शनश िारी। ॐ ज नशव ओकारा शवतामबर पीतामबर वाघामबर अङ। (सवामी वाघामबर अङ) सिकानरक बरहमानरक (2), भतानरक सङ। ॐ ज नशव ओकारा कर मध च कमणडल चकर नतरशलिताण। (सवामी चकर नतरशलिताण) जगकताण जगहताण (2), जगपालिकताण। ॐ ज नशव ओकारा बरहमा नवषर सरानशव जाित अनववका। (सवामी जाित अनववका) पररवाकषर क मध, ओमाकषर क मध, ह तीिरो एका। ॐ ज नशव ओकारा नतरगर नशवजी की आरती जतो कतोई जि गाव। (सवामी जतो कतोई जि गाव) कहत नशवािनर सवामी, भजत हटरहर सवामी, मिवानछत फल पाव। ॐ ज नशव ओकारा ॐ ज नशव ओकारा, सवामी हर नशव ओकारा। बरहमा नवषर सरानशव (2), अिाणङी िारा। ॐ ज नशव ओकारा

॥इशत॥

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* कालभयरवाषटकम *

रवराजसवमािपाविानघपङकज वालजसतरनमनरशखर कपाकरम । िाररानरतोनगवनरवननरत नरगबर कानशकापरानििािकालभरव भज ॥ १॥

भािकतोनटभासवर भवानबितारक पर िीलकणठमीनपसतािणराक नतरलतोचिम । कालकालमबजाकषमकषशलमकषर कानशकापरानििािकालभरव भज ॥ २॥

शलटकपाशरणडपानरमानरकारर शामकामानररवमकषर निरामम । भीमनवकरम परभ नवनचतरताणडवनपर कानशकापरानििािकालभरव भज ॥ ३॥

भनकतमनकतराक परशसतचारनवगरह भकतवतसल नसित समसतलतोकनवगरहम । नवनिकवरनमितोजहमनकनङकरीलसतकनट कानशकापरानििािकालभरव भज ॥ ४॥

िमणसतपालक सविमणमागणिाशि कमणपाशमतोचक सशमणिाक नवभम । सवरणवरणशषपाशशतोनभतागमणडल कानशकापरानििािकालभरव भज ॥ ५॥

रतिपारकापरभानभरामपारगमक नितमनदतीनमषटरवत निरजिम । मतरपणिाशि करालरषटटमतोकषर कानशकापरानििािकालभरव भज ॥ ६॥

अटिहासनभननपदमजाणडकतोशसतनत दनषटपातिषटपापजालमगरशासिम । अषटनसनदधराक कपालमानलकािर कानशकापरानििािकालभरव भज ॥ ७॥

भतसघिाक नवशालकीनतणराक कानशवासलतोकपणपापशतोिक नवभम । िीनतमागणकतोनवर पराति जगतपनत कानशकापरानििािकालभरव भज ॥ ८॥

॥ फलशशत ॥

कालभरवाषटक पठननत मितोहर जािमनकतसािि नवनचतरपणविणिम । शतोकमतोहरनलतोभकतोपतापिाशि त पराननत कालभरवानघसननननि िरा धरवम ॥

॥ इशत शीमचछङरािायगशरशित शी कालभराषटक सणगम ॥

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* शरी वङटश सततोतम *

ॐ कमला कच चचक कङकमततोनिणतारनरतातल िीलतितो। कमलातलतोचि लतोकपत नवजी भव वङकटशलपत॥ १॥

सचतमणखषणमखपञमख परमखानखलरवतमयौनलमर। शररागतवतसल सारनिि पटरपाल मा वषशलपत॥ २॥

अनतवलता तव रनवणषहरिवलकतरपरािशतनः। भटरत तवटरत वषशलपत परा कपा पटरपानह हर॥ ३॥

अनिवङकटशलमरारमतजणितानभमतानिकरािरतात। पररवता गनरतानननगमनः कमलारनतानन पर कल॥ ४॥

कलवररवावशगतोपवि शतकतोनटवतातसमरकतोनटसमात। परनतवललनवकानभमतातसखरात वसरवसतानन पर कल॥ ५॥

अनभरामगराकर राशरि जगरकिििणर िीरमत। रघिाक राम रमश नवभतो वररतोभव रव राजलि॥ ६॥

अविीतिाकमिीकर रजिीकरचारमखामबरह। रजिीचरराजतमतोनमनहर महिीमह रघराम म॥ ७॥

समख सहर सलभ सखर सविज च सखाममतोघशर। अपहा रघदहमनमह िकिञि कञि जात भज॥ ८॥

नविा वङकटश ििाितोिणिािनः सरा वङकटश समरानम समरानम। हर वङकटश परसीर परसीर नपर वङकटश परचछ परचछ॥ ९॥

अह ररतसत परामभतोजगम पररामचछाऽऽगत सवा करतोनम। सकतसवा नितसवाफल तव परचछ परचछ परभतो वङकटश॥ १०॥

अजानििा मा रतोषाि अशषाननवनहताि हर। कषमसव तव कषमसव तव शषशल नशखामर॥ ११॥ ॐ

इशत ङिश सतोतरम॥

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दोहा शीगर चरि सरतोज रज निज मि मकर सिाटर । बरिऊ रघबर नबमल जस जतो राक फल चाटर ॥ बनदधहीि ति जानिक सनमरौ पविकमार । बल बनदध नबदा रह मतोनह हरह कलस नबकार ॥

िौाईज हिमाि जाि गि सागर । ज कपीस नतह लतोक उजागर ॥राम रत अतनलत बल िामा । अजनिपतर पविसत िामा ॥महाबीर नबकरम बजरगी । कमनत निवार समनत क सगी ॥कचि बरि नबराज सबसा । कािि कडल कनचत कसा ॥हाि बजर औ धवजा नबराज । काि मज जिऊ साज ॥सकर सवि कसरीिरि । तज परताप महा जग बरि ॥नवदावाि गिी अनत चातर । राम काज कटरब कतो आतर ॥परभ चटरतर सनिब कतो रनसा । राम लखि सीता मि बनसा ॥सकम रप िटर नसनह नरखावा । नबकट रप िटर लक जरावा ॥भीम रप िटर असर सहार । रामचद क काज सवार ॥ला सजीवि लखि नजा । शीरघबीर हरनष उर ला ॥रघपनत कीनही बहत बिाई । तम मम नपर भरतनह सम भाई ॥सहस बरि तमहरतो जस गाव । अस कनह शीपनत कठ लगाव ॥सिकानरक बरहमानर मिीसा । िारर सारर सनहत अहीसा ॥जम कबर नरगपाल जहा त । कनब कतोनबर कनह सक कहा त ॥तम उपकार सगरीवनह कीनहा । राम नमला राज पर रीनहा ॥तमहरतो मतर नबभीषि मािा । लकसवर भए सब जग जािा ॥जग सहसत जतोजि पर भाि । लीलतो तानह मिर फल जाि ॥परभ मनदका मनल मख माही । जलनि लानघ ग अचरज िाही ॥रगणम काज जगत क जत । सगम अिगरह तमहर तत ॥

* हनगमान चालरीसा *

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राम रआर तम रखवार । हतोत ि आजा नबि पसार ॥सब सख लह तमहारी सरिा । तम रचछक काह कतो डर िा ॥आपि तज समहारतो आप । तीिरो लतोक हाक त काप ॥भत नपसाच निकट िनह आव । महाबीर जब िाम सिाव ॥िास रतोग हर सब पीरा । जपत निरतर हिमत बीरा ॥सकट त हिमाि छिाव । मि करम बचि धाि जतो लाव ॥सब पर राम तपसवी राजा । नति क काज सकल तम साजा ॥और मितोरि जतो कतोई लाव । सतोई अनमत जीवि फल पाव ॥चाररो जग परताप तमहारा । ह परनसदध जगत उनजारा ॥साि सत क तम रखवार । असर निकरि राम रलार ॥अषट नसनदध ियौ निनि क राता । अस बर रीि जािकी माता ॥राम रसाि तमहर पासा । सरा रहतो रघपनत क रासा ॥तमहर भजि राम कतो पाव । जिम जिम क रख नबसराव ॥अत काल रघबर पर जाई । जहा जनम हटरभकत कहाई ॥और रवता नचर ि िरइ । हिमत सई सबण सख करइ ॥सकट कट नमट सब पीरा । जतो सनमर हिमत बलबीरा ॥ज ज ज हिमाि गतोसाई । कपा करह गर रव की िाई ॥जतो सत बार पाठ कर कतोई । छटनह बनर महा सख हतोई ॥जतो ह पढ हिमाि चलीसा । हतो नसनदध साखी गयौरीसा ॥तलसीरास सरा हटर चरा । कीज िाि हर मह डरा ॥

दोहापविति सकट हरि मगल मरनत रप ।राम लखि सीता सनहत हर बसह सर भप ॥मगल भवि अमगल हाटर । दवउ सतो रशरि अनजर नबहारी ॥

॥ नसावर रामचनद की ज ॥॥ पविसत हिमाि की ज ॥॥ उमापनत महारव की ज ॥॥ बतोलतो र भाई सब सनति की ज ॥

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u u u u u 48 u u u u u

* शरी बजरग बाण *

दोहा – शनशिय परम परतीशत त, शनय कर सनमान। तशह क कारि सकल शभ, शसध कर हनमान॥

ज हिमनत सनत नहतकारी । सि लीज परभ अरज हमारी॥जि क काज नवलमब ि कीज। आतर रयौटर महा सख रीज॥जस कनर नसनि मनहपारा । सरसा बरि पनठ नवसतारा॥आग जा लनकिी रतोका । मारह लात गई सर लतोका॥जा नवभीषि कतो सख रीनहा। सीता निरनख परम पर लीनहा॥बाग उजाटर नसनि मह बतोरा । अनत आतर जम कातर ततोरा॥अकष कमार माटर सहारा । लम लपट लक कतो जारा॥लाह समाि लक जटर गई । ज ज िनि सरपर म भई॥अब नवलमब कनह कारि सवामी। कपा करह उर अनताणमी॥ज ज लखि परार क राता। आतर हतोई रनःख करह निपाता॥ज नगटरिर ज ज सख सागर। सर समह समरि भटिागर॥ॐ हि हि हिमनत हठील। बटरनह मार बजर की कील॥गरा बजर ल बटरनह मारतो। महाराज परभ रास उबारतो॥ऊकार हकार महापरभ िावतो। बजर गरा नवलमब ि लावतो॥ॐ ही ही हिमनत कपीसा। ॐ ह ह ह हि अटर उर शीशा॥सत हतोह हटर शपि पाक। राम रत िर मार जाक॥ज ज ज हिमनत अगािा। रनःख पावत जि कनह अपरािा॥पजा जप तप िम अचारा। िनह जाित हौ रास तमहारा॥वि उपवि मग नगटर गह माही। तमहर बल हम डरपत िाही॥पा परौ कर जतोटर मिावौ। नह अवसर अब कनह गतोहरावौ॥ज अजनि कमार बलवनता । शकर सवि वीर हिमनता॥बरि कराल काल कल घालक। राम सहा सरा परनतपालक॥

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भत परत नपशाच निशाचर । अननि बताल काल मारी मर॥इनह मार ततोनह शपि राम की। राख िाि मरजार िाम की॥जिक सता हटर रास कहावतो। ताकी शपि नवलमब ि लावतो॥ज ज ज िनि हतोत अकाशा। सनमरत हतोत रसह रनःख िाशा॥चरर शरर कर जतोटर मिावौ। नह अवसर अब कनह गतोहरावौ॥उठ उठ चल ततोनह राम रतोहाई। पा परौ कर जतोटर मिाई॥ॐ च च च चपल चलनता। ॐ हि हि हि हि हिमनता॥ॐ ह ह हाक रत कनप चचल। ॐ स स सहनम पराि खल रल॥अपि जि कतो तरत उबारतो। सनमरत हतो आिनर हमारतो॥ह बजरग बार जनह मार। तानह कहतो नफर कयौि उबार॥पाठ कर बजरग बार की। हिमत रकषा कर परार की॥ह बजरग बार जतो जाप। तात भत परत सब काप॥िप र अर जप हमशा। ताक ति िनह रह कलशा॥दोहा – परम परतीशतशह कश भि, सदा धर उर धयान।

तशह क कारि सकल शभ, शसध कर हनमान॥

* शरीगङाषटकम *

मातनः शलसतासपनति वसिाशङारहारावनल सवगाणरतोहरवजननत भवती भागीरनि परािण। तवरीर वसतसतवरमब नपबतसतवदीनचष परङखत- सतवननाम समरतसतवरनपणतदशनः सानम शरीरवनः॥ १॥

तवरीर तरकतोटरानतरगततो गङ नवहङतो वर तवननीर िरकानतकाटरनर वर मतसतोऽिवा कचछपनः। िवानतर मरानिनसनिरघटासघिटिघणटारर- तकारतरसतसमसतवटरवनितालबिसतनतभणपनतनः॥ २॥

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उकषा पकषी तरग उरगनः कतोऽनप वा वाररतो वा वारीरनः सा जििमररकलशरनःखासनहषरनः। ि तवनतर परनवरलररतकङकरकवारनमश वारसतीनभशचमरमरता वीनजततो भनमपालनः॥ ३॥

काकनिणषकनषत शवनभनः कवनलत गतोमानभलणनणठत सतोततोनभशचनलत तटामबलनलत वीचीनभरानरतोनलतम। नरवसतीकरचारचामरमरतसवीजमािनः करा दकऽह परमशवटर नतरपिग भागीरनि सव वपनः॥ ४॥

अनभिवनबसवलली पारपदमस नवषरतो- मणरिमििमयौलमाणलतीपषपमाला। जनत जपताका कापसयौ मतोकषलकमानः कषनपतकनलकलङका जाहनवी िनः पिात॥ ५॥

एतरालतमालसालसरलवालतोलवललीलता- चछनन स णकरपरतापरनहत शङखनरकनरतोजवलम। गनिवाणमरनसदधनकननरविरङसतिासफानलत सिािा परनतवासर भवत म गाङ जल निमणलम॥ ६॥

गाङ वाटर मितोहाटर मराटरचररचतम। नतरपराटरनशरशचाटर पापहाटर पिात माम॥ ७॥

पापापहाटर रटरताटर तरङिाटर शलपरचाटर नगटरराजगहानवराटर। झङकारकाटर हटरपाररजतोऽपहाटर गाङ पिात सतत शभकाटर वाटर॥ ८॥

गङाषटक पठनत नः परतनः परभात वालमीनकिा नवरनचत शभर मिषनः। परकषाल गातरकनलकलमषपङकमाश मतोकष लभत पतनत िव िरतो भवाबियौ॥ ९॥

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u u u u u 51 u u u u u

वगगीक

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चना

13

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202

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24

1013

(शा

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26मई

297,

22

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8, 2

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5, 2

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16 (भ

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4, 1

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शशन)

20अक

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242,

16

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17 (क

ाशतगक)

20न

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-1

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-14

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ख)

-

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u u u u u 52 u u u u u

शरी ववकरम समवत 2078, शाक 1943 13 अपरयल स 27 अपरयल 2021 तक

सयष उततरायण, वसनत - गररीषम ऋतग चयत शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम13 1

वशाख1 मगल 10नः17 अनशविी 14नः19 नवषकमभ बव 5:56 18:39 मष 'राकषस' नाम श.सत 2078 आरमभ। ितर (ासनत)

नरातर परा.। रिसिान 5:58 स 10ः14। अशभशित महततग 11ः56 स 12ः47। सतसर फल शण। िनदरदशगन, म.15, सयग अशशनी 1 मष म 26ः33। शाख सकराशनत म.15, णयकाल स. अरल शदन परातः 8ः57 तक। शाखी ग। मरल शमिन म 25ः13। शीदराग-िा। रडी डा, र.म.।

14 2 2 बि 12नः48 भररी 17नः23 परीनत कयौलव 5:55 18:39 वष म 24नः10 स

कमभ-महाग (हररविार)। परमख (ततीय) शाही सनान, दख .27। j

15 3 3 गर 15नः28 कनरका 20नः33 आषमाि गर 5:54 18:40 वष भदा 28नः47 स। गरगयौरी ततीा। शीमतस-जनती।16 4 4 शकर 18नः06 रतोनहरी 23नः40 सयौभाग नवनषट 5:53 18:41 वष भदा 18नः06 तक। बध अशश.(1) मष म 20ः56। j17 5 5 शनि 20नः33 मगनशरा 26नः34 शतोभि बव 5:52 18:41 नमिि म 13नः09 स। शी (लकमी) िमी। िाग-पचमी।18 6 6 रनव 22नः35 आदाण 29नः02 अनतगणड कयौलव 5:51 18:42 नमिि सकनर षषी वरत। शकर शशिम म उदय 23ः10। j19 7 7 सतोम 24नः02 पिवणस परानरि सकमाण गर 5:50 18:43 ककण म 24नः29 स। भदा 24नः02 स। गरीषम ऋत आरमभ। 20 8 8 मगल 24नः44 पिवणस 6नः53 िनत नवनषट 5:49 18:43 ककण भदा 12नः23 तक। शीदरागषटमी। भवानतपनर,

अशतोकाषटमी। अननपराण पजि। अगसत असत। j 21 9 9 बि 24नः36 पष 7नः59 शल बालव 5:48 18:44 ककण शीरगाण-िवमी। नरातर-समापत। शीरामनमी।

सिाि नतनि - कमभ महापवण (हटरदार), रख प 27। शकर बालतव समाति 23नः10। ग म 7नः59 स।

22 10 10 गर 23नः36 आशलषा 8नः15 गणड तनतल 5:47 18:44 नसह म 8नः15 स। बि भररी म 28नः24। j23 11 11 शकर 21नः48 मघा 7नः42 वनदध वनरज 5:46 18:45 नसह भदा 10नः42 स 21नः48 तक। कामदा एकादशी वरत।

गणडमल 7नः42 तक। 24 12 12 शनि 19नः18 प फालगिी

उ फालगिी 6नः22 28नः23

धरव बव 5:45 18:46 कना म 11नः56

शशन परदोष वरत। शीनवषर रमितोतसव। नतरपषकर तोग 6नः22 स। j

25 13 13 रनव 16नः13 हसत 25नः55 वा /हषण तनतल 5:44 18:46 कना अिङ तरतोरशी। स नस तो। j26 14 14 सतोम 12नः45 नचतरा 23नः06 वजर वनरज 5:43 18:47 तला म

12नः32 सभदा 12नः45 स 22नः54 तक। शीसतिारार वरत। शीनशवरमितोतसव।

27 15 15 मगल 9नः02 सवानत 20नः08 नसनदध बव 5:42 18:48 तला ितर-शणगमा। ितिग (अशनतम) शाही सनान। कमभ-ग (हररविार)। रख प 27। j

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u u u u u 53 u u u u u

शरी ववकरम समवत 2078, शाक 1943 13 अपरयल स 27 अपरयल 2021 तक

सयष उततरायण, वसनत - गररीषम ऋतग चयत शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम13 1

वशाख1 मगल 10नः17 अनशविी 14नः19 नवषकमभ बव 5:56 18:39 मष 'राकषस' नाम श.सत 2078 आरमभ। ितर (ासनत)

नरातर परा.। रिसिान 5:58 स 10ः14। अशभशित महततग 11ः56 स 12ः47। सतसर फल शण। िनदरदशगन, म.15, सयग अशशनी 1 मष म 26ः33। शाख सकराशनत म.15, णयकाल स. अरल शदन परातः 8ः57 तक। शाखी ग। मरल शमिन म 25ः13। शीदराग-िा। रडी डा, र.म.।

14 2 2 बि 12नः48 भररी 17नः23 परीनत कयौलव 5:55 18:39 वष म 24नः10 स

कमभ-महाग (हररविार)। परमख (ततीय) शाही सनान, दख .27। j

15 3 3 गर 15नः28 कनरका 20नः33 आषमाि गर 5:54 18:40 वष भदा 28नः47 स। गरगयौरी ततीा। शीमतस-जनती।16 4 4 शकर 18नः06 रतोनहरी 23नः40 सयौभाग नवनषट 5:53 18:41 वष भदा 18नः06 तक। बध अशश.(1) मष म 20ः56। j17 5 5 शनि 20नः33 मगनशरा 26नः34 शतोभि बव 5:52 18:41 नमिि म 13नः09 स। शी (लकमी) िमी। िाग-पचमी।18 6 6 रनव 22नः35 आदाण 29नः02 अनतगणड कयौलव 5:51 18:42 नमिि सकनर षषी वरत। शकर शशिम म उदय 23ः10। j19 7 7 सतोम 24नः02 पिवणस परानरि सकमाण गर 5:50 18:43 ककण म 24नः29 स। भदा 24नः02 स। गरीषम ऋत आरमभ। 20 8 8 मगल 24नः44 पिवणस 6नः53 िनत नवनषट 5:49 18:43 ककण भदा 12नः23 तक। शीदरागषटमी। भवानतपनर,

अशतोकाषटमी। अननपराण पजि। अगसत असत। j 21 9 9 बि 24नः36 पष 7नः59 शल बालव 5:48 18:44 ककण शीरगाण-िवमी। नरातर-समापत। शीरामनमी।

सिाि नतनि - कमभ महापवण (हटरदार), रख प 27। शकर बालतव समाति 23नः10। ग म 7नः59 स।

22 10 10 गर 23नः36 आशलषा 8नः15 गणड तनतल 5:47 18:44 नसह म 8नः15 स। बि भररी म 28नः24। j23 11 11 शकर 21नः48 मघा 7नः42 वनदध वनरज 5:46 18:45 नसह भदा 10नः42 स 21नः48 तक। कामदा एकादशी वरत।

गणडमल 7नः42 तक। 24 12 12 शनि 19नः18 प फालगिी

उ फालगिी 6नः22 28नः23

धरव बव 5:45 18:46 कना म 11नः56

शशन परदोष वरत। शीनवषर रमितोतसव। नतरपषकर तोग 6नः22 स। j

25 13 13 रनव 16नः13 हसत 25नः55 वा /हषण तनतल 5:44 18:46 कना अिङ तरतोरशी। स नस तो। j26 14 14 सतोम 12नः45 नचतरा 23नः06 वजर वनरज 5:43 18:47 तला म

12नः32 सभदा 12नः45 स 22नः54 तक। शीसतिारार वरत। शीनशवरमितोतसव।

27 15 15 मगल 9नः02 सवानत 20नः08 नसनदध बव 5:42 18:48 तला ितर-शणगमा। ितिग (अशनतम) शाही सनान। कमभ-ग (हररविार)। रख प 27। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 1943 28 अपरयल स 11 मई 2021 तक

सयष उततरायण, गररीषम ऋतग वयशाख कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम- - 1 मगल 29नः15 - - - - - - - परनतपरा नतनि का कष।

28 16 2 बि 25नः35 नवशाखा 17नः13 वनतपात तनतल 5:41 18:48 वनशचक म 11नः56 स।

29 17 3 गर 22नः10 अिरािा 14नः29 वरीाि वनरज 5:40 18:49 वनशचक भदा 11:53 स 22नः10 तक। ग म 14नः29 स। j

30 18 4 शकर 19नः10 जषा 12नः08 पटरघ नशव

बव 5:39 18:49 िि म 12नः08 स

शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 22ः48। बध ष म 29ः41। सनत अिसा जनती।

1मई 19 5 शनि 16नः42 मल 10नः16 नसदध तनतल 5:38 18:50 िि शम (मजरर) नरवस। गणडमल 10नः16 तक। j

2 20 6 रनव 14नः51 पवाणषाढा 8नः59 साध वनरज 5:37 18:51 मकर म 14नः46 स। भदा 14नः51 स 26नः16 तक। स नस तो 8नः59 स। j

3 21 7 सतोम 13नः40 उरराषाढा 8नः22 शभ बव 5:37 18:51 मकर सवाणिण नसनदध तोग 8नः22 स।

4 22 8 मगल 13नः11 शवर 8नः26 शकल कयौलव 5:36 18:52 कमभ म 20नः44 स

पचक आरमभ 20नः44 स। शकर ष म 13ः25। j

5 23 9 बि 13नः22 िनिषा 9नः11 बरहम गर 5:35 18:53 कमभ भदा 25नः47 स।

6 24 10 गर 14नः11 शतनभषा 10नः32 ऐनद नवनषट 5:34 18:53 कमभ भदा 14नः11 तक। j

7 25 11 शकर 15नः33 प भादपरा 12नः26 विनत बालव 5:33 18:54 मीि म 5नः55 स

रशिनी एकादशी वरत। शीवललभाचाण जनती।

8 26 12 शनि 17नः21 उ भादपरा 14नः47 नवषकमभ तनतल 5:33 18:55 मीि शशन परदोष वरत। गणडमल 14नः47 बार। j

9 27 13 रनव 19नः31 रवनत 17नः29 परीनत गर 5:32 18:55 मष म 17नः29 स

भदा 19नः31 स। पचक समाति 17नः29। मासनशवरानतर वरत।

10 28 14 सतोम 21नः56 अनशविी 20नः25 आषमाि नवनषट 5:31 18:56 मष भदा 8नः44 तक। गणडमल 20नः25 तक। j

11 29 30 मगल 24नः30 भररी 23नः31 सयौभाग चतषपार 5:30 18:56 मष शाख (भौमती) अमासया। मला हररविार-परयाररािाशद, तीिगसनान माहातमय।

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u u u u u 55 u u u u u

शरी ववकरम समवत 2078, शाक 1943 28 अपरयल स 11 मई 2021 तक

सयष उततरायण, गररीषम ऋतग वयशाख कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम- - 1 मगल 29नः15 - - - - - - - परनतपरा नतनि का कष।

28 16 2 बि 25नः35 नवशाखा 17नः13 वनतपात तनतल 5:41 18:48 वनशचक म 11नः56 स।

29 17 3 गर 22नः10 अिरािा 14नः29 वरीाि वनरज 5:40 18:49 वनशचक भदा 11:53 स 22नः10 तक। ग म 14नः29 स। j

30 18 4 शकर 19नः10 जषा 12नः08 पटरघ नशव

बव 5:39 18:49 िि म 12नः08 स

शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 22ः48। बध ष म 29ः41। सनत अिसा जनती।

1मई 19 5 शनि 16नः42 मल 10नः16 नसदध तनतल 5:38 18:50 िि शम (मजरर) नरवस। गणडमल 10नः16 तक। j

2 20 6 रनव 14नः51 पवाणषाढा 8नः59 साध वनरज 5:37 18:51 मकर म 14नः46 स। भदा 14नः51 स 26नः16 तक। स नस तो 8नः59 स। j

3 21 7 सतोम 13नः40 उरराषाढा 8नः22 शभ बव 5:37 18:51 मकर सवाणिण नसनदध तोग 8नः22 स।

4 22 8 मगल 13नः11 शवर 8नः26 शकल कयौलव 5:36 18:52 कमभ म 20नः44 स

पचक आरमभ 20नः44 स। शकर ष म 13ः25। j

5 23 9 बि 13नः22 िनिषा 9नः11 बरहम गर 5:35 18:53 कमभ भदा 25नः47 स।

6 24 10 गर 14नः11 शतनभषा 10नः32 ऐनद नवनषट 5:34 18:53 कमभ भदा 14नः11 तक। j

7 25 11 शकर 15नः33 प भादपरा 12नः26 विनत बालव 5:33 18:54 मीि म 5नः55 स

रशिनी एकादशी वरत। शीवललभाचाण जनती।

8 26 12 शनि 17नः21 उ भादपरा 14नः47 नवषकमभ तनतल 5:33 18:55 मीि शशन परदोष वरत। गणडमल 14नः47 बार। j

9 27 13 रनव 19नः31 रवनत 17नः29 परीनत गर 5:32 18:55 मष म 17नः29 स

भदा 19नः31 स। पचक समाति 17नः29। मासनशवरानतर वरत।

10 28 14 सतोम 21नः56 अनशविी 20नः25 आषमाि नवनषट 5:31 18:56 मष भदा 8नः44 तक। गणडमल 20नः25 तक। j

11 29 30 मगल 24नः30 भररी 23नः31 सयौभाग चतषपार 5:30 18:56 मष शाख (भौमती) अमासया। मला हररविार-परयाररािाशद, तीिगसनान माहातमय।

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u u u u u 56 u u u u u

शरी ववकरम समवत 2078, शाक 1943 12 मई स 26 मई 2021 तक

सयष उततरायण, गररीषम ऋतग वयशाख शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम12 30 1 बि 27नः07 कनरका 26नः40 शतोभि नकसतघि 5:30 18:57 वष म 6नः18 स। सवाणिण नसनदध तोग।13 31 2 गर परानरि रतोनहरी परानरि अनतगणड बालव 5:29 18:58 वष शीनशवाजी जनती। j14 1

जष2 शकर 5नः39 रतोनहरी 5नः45 सकमाण कयौलव 5:28 18:58 नमिि म

19नः14 सअकषय-ततीया। कदार-बदरीनाि यातरा आरमभ। भरान रशराम ियनती। सयग ष म 23ः24। जयष सकराशनत, म.30। णयकाल स. मधयाहन बाद स अरल शदन परातः 6 बि तक।

15 2 3 शनि 8नः00 मगनशरा 8नः39 िनत गर 5:28 18:59 नमिि भदा 21नः01 स। j16 3 4 रनव 10नः02 आदाण 11नः14 शल नवनषट 5:27 19:00 नमिि भदा 10नः02 तक। 17 4 5 सतोम 11नः35 पिवणस 13नः22 गणड बालव 5:27 19:00 ककण म 6नः53 स। आदयिरदर शीशङरािायग ियनती। j18 5 6 मगल 12नः33 पष 14नः55 वनदध तनतल 5:26 19:01 ककण शीरामानिािायग ियनती। शीरङगा ियनती

(मधयाहन वयाशनी)। गणडमल 14नः55 स। 19 6 7 बि 12नः51 आशलषा 15नः48 धरव वनरज 5:26 19:01 नसह म 15नः48 स। भदा 12नः51 स 24नः37 तक। j20 7 8 गर 12नः23 मघा 15नः57 वाघात बव 5:25 19:02 नसह िानकी (सीता) ियनती। शीबरलामखी ियनती

(अधगराशतर-वयाशनी)। शीदरागषटमी। ग म 15नः17 तक। 21 8 9 शकर 11नः11 प फालगिी 15नः22 हषण कयौलव 5:25 19:03 कना म 21नः07 स। सवाणिण नसनदध तोग। j22 9 10 शनि 9नः16 उ फालगिी 14नः06 वजर गर 5:24 19:03 कना भदा 20नः00 स। मोशहनी एकादशी वरत (समातग)।23 10 11 रनव 6नः43 हसत 12नः12 नसनदध नवनषट 5:24 19:04 तला म

23नः04 सभदा 6नः43 तक। मतोनहिी एकारशी वरत (वषरव)। शनि वकरी 14नः42। नतरसपशाण महादारशी।

- - 12 रनव 27नः39 - - - - - - - दारशी नतनि का कष।24 11 13 सतोम 24नः12 नचतरा 9नः49 वनतपात कयौलव 5:23 19:04 तला सोम परदोष वरत। j25 12 14 मगल 20नः30 सवानत

नवशाखा7नः06 28नः11

वरीाि पटरघ

गर 5:23 19:05 वनशचक म 22नः55 स

भदा 20नः30 स। शीनशसह ियनती। शीसतिारार वरत। शीकमण जनती (सा वानपिी)।

26 13 15 बि 16नः44 अिरािा 25नः15 नशव नवनषट 5:22 19:06 वनशचक भदा 6नः37 तक। शाख शणगमा। गरसतोदय खगरास िनदरगरहण, .25। शी बध शणगमा। शाख सनान समापत। बध शमिन म 8ः52। शीशछननमशसतका ियनती। स.शस.यो.। र.म.25ः15 स। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 1943 12 मई स 26 मई 2021 तक

सयष उततरायण, गररीषम ऋतग वयशाख शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम12 30 1 बि 27नः07 कनरका 26नः40 शतोभि नकसतघि 5:30 18:57 वष म 6नः18 स। सवाणिण नसनदध तोग।13 31 2 गर परानरि रतोनहरी परानरि अनतगणड बालव 5:29 18:58 वष शीनशवाजी जनती। j14 1

जष2 शकर 5नः39 रतोनहरी 5नः45 सकमाण कयौलव 5:28 18:58 नमिि म

19नः14 सअकषय-ततीया। कदार-बदरीनाि यातरा आरमभ। भरान रशराम ियनती। सयग ष म 23ः24। जयष सकराशनत, म.30। णयकाल स. मधयाहन बाद स अरल शदन परातः 6 बि तक।

15 2 3 शनि 8नः00 मगनशरा 8नः39 िनत गर 5:28 18:59 नमिि भदा 21नः01 स। j16 3 4 रनव 10नः02 आदाण 11नः14 शल नवनषट 5:27 19:00 नमिि भदा 10नः02 तक। 17 4 5 सतोम 11नः35 पिवणस 13नः22 गणड बालव 5:27 19:00 ककण म 6नः53 स। आदयिरदर शीशङरािायग ियनती। j18 5 6 मगल 12नः33 पष 14नः55 वनदध तनतल 5:26 19:01 ककण शीरामानिािायग ियनती। शीरङगा ियनती

(मधयाहन वयाशनी)। गणडमल 14नः55 स। 19 6 7 बि 12नः51 आशलषा 15नः48 धरव वनरज 5:26 19:01 नसह म 15नः48 स। भदा 12नः51 स 24नः37 तक। j20 7 8 गर 12नः23 मघा 15नः57 वाघात बव 5:25 19:02 नसह िानकी (सीता) ियनती। शीबरलामखी ियनती

(अधगराशतर-वयाशनी)। शीदरागषटमी। ग म 15नः17 तक। 21 8 9 शकर 11नः11 प फालगिी 15नः22 हषण कयौलव 5:25 19:03 कना म 21नः07 स। सवाणिण नसनदध तोग। j22 9 10 शनि 9नः16 उ फालगिी 14नः06 वजर गर 5:24 19:03 कना भदा 20नः00 स। मोशहनी एकादशी वरत (समातग)।23 10 11 रनव 6नः43 हसत 12नः12 नसनदध नवनषट 5:24 19:04 तला म

23नः04 सभदा 6नः43 तक। मतोनहिी एकारशी वरत (वषरव)। शनि वकरी 14नः42। नतरसपशाण महादारशी।

- - 12 रनव 27नः39 - - - - - - - दारशी नतनि का कष।24 11 13 सतोम 24नः12 नचतरा 9नः49 वनतपात कयौलव 5:23 19:04 तला सोम परदोष वरत। j25 12 14 मगल 20नः30 सवानत

नवशाखा7नः06 28नः11

वरीाि पटरघ

गर 5:23 19:05 वनशचक म 22नः55 स

भदा 20नः30 स। शीनशसह ियनती। शीसतिारार वरत। शीकमण जनती (सा वानपिी)।

26 13 15 बि 16नः44 अिरािा 25नः15 नशव नवनषट 5:22 19:06 वनशचक भदा 6नः37 तक। शाख शणगमा। गरसतोदय खगरास िनदरगरहण, .25। शी बध शणगमा। शाख सनान समापत। बध शमिन म 8ः52। शीशछननमशसतका ियनती। स.शस.यो.। र.म.25ः15 स। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194327 मई स 10 जन 2021 तक

सयष उततरायण, गररीषम ऋतग जयषठ कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम27 14 1 गर 13नः03 जषा 22नः29 नसदध कयौलव 5:22 19:06 िि म 22नः29 स। गणडमल नवचार।28 15 2 शकर 9नः37 मल 20नः02 साध गर 5:22 19:07 िि भदा 20नः06 स। शकर शमिन म 23ः59। शीिारर-

जनती। वीराराि। गणडमल 20नः02 तक। j29 16 3 शनि 6नः34 पवाणषाढा 18नः04 शभ नवनषट 5:21 19:07 मकर म

23नः39 सभदा 6नः34 तक। शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 22ः34। बध करी 28ः01।

- - 4 शनि 28नः04 - - - - - - - चतिगी नतनि का कष।30 17 5 रनव 26नः13 उरराषाढा 16नः42 शकल कयौलव 5:21 19:08 मकर -31 18 6 सतोम 25नः06 शवर 16नः02 बरहम

ऐनदगर 5:21 19:08 कमभ म

27नः59 सभदा 25नः06 स। पचक आरमभ 27नः59। सवाणिण नसनदध तोग। j

1जि 19 7 मगल 24नः47 िनिषा 16नः08 विनत नवनषट 5:21 19:09 कमभ भदा 12नः57 तक। नदपषकर तोग।2 20 8 बि 25नः13 शतनभषा 17नः00 नवषकमभ बालव 5:20 19:09 कमभ मरल ककग म 6ः51। करी बध ष म 26ः12।

करी बध शशिम म असत 19ः23। j3 21 9 गर 26नः23 प भादपरा 18नः35 परीनत तनतल 5:20 19:10 मीि म 12नः07 स। शकर आदाण म 10नः52 स। 4 22 10 शकर 28नः08 उ भादपरा 20नः47 आषमाि वनरज 5:20 19:10 मीि भदा 15नः16 स 28नः08 तक। गणडमल 20नः47 स। j5 23 11 शनि परानरि रवती 23नः28 सयौभाग बव 5:20 19:11 मष म 23नः28 स। पचक समाति 23नः28। गणडमल नवचार।6 24 11 रनव 6नः20 अनशविी 26नः27 शतोभि बालव 5:20 19:11 मष अरा एकादशी वरत। मला भदकाली एकारशी।

गणडमल 26नः27 तक। सवाणिण नसनदध तोग। j7 25 12 सतोम 8नः49 भररी परानरि अनतगणड तनतल 5:20 19:12 मष सोम परदोष वरत। मगल पष म 17नः00। वटसानवतरी

वरत आरमभ।8 26 13 मगल 11नः25 भररी 5नः36 अनतगणड वनरज 5:20 19:12 वष म

12नः23 सभदा 11नः25 स 24नः42 तक। मासनशवरानतर वरत। सवाणिण नसनदध तोग। j

9 27 14 बि 13नः59 कनरका 8नः44 सकमाण शकनि 5:20 19:13 वष वटसानवतरी वरत (अमावसा-पकष)। 10 28 30 गर 16नः23 रतोनहरी 11नः44 िनत िाग 5:20 19:13 नमिि म

25नः10 सजयष अमासया। शनशिर-ियनती। भाका अमासया। भारत म अरराचल एव जमम कशमीर म गरहर ह। नववरर हत प 25 रख। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194327 मई स 10 जन 2021 तक

सयष उततरायण, गररीषम ऋतग जयषठ कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम27 14 1 गर 13नः03 जषा 22नः29 नसदध कयौलव 5:22 19:06 िि म 22नः29 स। गणडमल नवचार।28 15 2 शकर 9नः37 मल 20नः02 साध गर 5:22 19:07 िि भदा 20नः06 स। शकर शमिन म 23ः59। शीिारर-

जनती। वीराराि। गणडमल 20नः02 तक। j29 16 3 शनि 6नः34 पवाणषाढा 18नः04 शभ नवनषट 5:21 19:07 मकर म

23नः39 सभदा 6नः34 तक। शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 22ः34। बध करी 28ः01।

- - 4 शनि 28नः04 - - - - - - - चतिगी नतनि का कष।30 17 5 रनव 26नः13 उरराषाढा 16नः42 शकल कयौलव 5:21 19:08 मकर -31 18 6 सतोम 25नः06 शवर 16नः02 बरहम

ऐनदगर 5:21 19:08 कमभ म

27नः59 सभदा 25नः06 स। पचक आरमभ 27नः59। सवाणिण नसनदध तोग। j

1जि 19 7 मगल 24नः47 िनिषा 16नः08 विनत नवनषट 5:21 19:09 कमभ भदा 12नः57 तक। नदपषकर तोग।2 20 8 बि 25नः13 शतनभषा 17नः00 नवषकमभ बालव 5:20 19:09 कमभ मरल ककग म 6ः51। करी बध ष म 26ः12।

करी बध शशिम म असत 19ः23। j3 21 9 गर 26नः23 प भादपरा 18नः35 परीनत तनतल 5:20 19:10 मीि म 12नः07 स। शकर आदाण म 10नः52 स। 4 22 10 शकर 28नः08 उ भादपरा 20नः47 आषमाि वनरज 5:20 19:10 मीि भदा 15नः16 स 28नः08 तक। गणडमल 20नः47 स। j5 23 11 शनि परानरि रवती 23नः28 सयौभाग बव 5:20 19:11 मष म 23नः28 स। पचक समाति 23नः28। गणडमल नवचार।6 24 11 रनव 6नः20 अनशविी 26नः27 शतोभि बालव 5:20 19:11 मष अरा एकादशी वरत। मला भदकाली एकारशी।

गणडमल 26नः27 तक। सवाणिण नसनदध तोग। j7 25 12 सतोम 8नः49 भररी परानरि अनतगणड तनतल 5:20 19:12 मष सोम परदोष वरत। मगल पष म 17नः00। वटसानवतरी

वरत आरमभ।8 26 13 मगल 11नः25 भररी 5नः36 अनतगणड वनरज 5:20 19:12 वष म

12नः23 सभदा 11नः25 स 24नः42 तक। मासनशवरानतर वरत। सवाणिण नसनदध तोग। j

9 27 14 बि 13नः59 कनरका 8नः44 सकमाण शकनि 5:20 19:13 वष वटसानवतरी वरत (अमावसा-पकष)। 10 28 30 गर 16नः23 रतोनहरी 11नः44 िनत िाग 5:20 19:13 नमिि म

25नः10 सजयष अमासया। शनशिर-ियनती। भाका अमासया। भारत म अरराचल एव जमम कशमीर म गरहर ह। नववरर हत प 25 रख। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194311 जन स 24 जन 2021 तक

सयष उततरायण - दवकषणायन, गररीषम - वराष ऋतग जयषठ शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम11 29 1 शकर 18नः31 मगनशरा 14नः31 शल बव 5:20 19:14 नमिि चनदरशणि म 15। शीगङा सिाि आरमभ। करवीर वरत। j

12 30 2 शनि 20नः18 आदाण 16नः57 गणड बालव 5:20 19:14 नमिि -

13 31 3 रनव 21नः41 पिवणस 19नः01 वनदध तनतल 5:20 19:14 ककण म 12नः32 स। रमभा ततीा वरत। महारारा परताप जनती।

14 32 4 सतोम 22नः35 पष 20नः37 धरव वनरज 5:20 19:15 ककण भदा 10नः08 स 22नः35 तक। गणडमल 20नः37 स। j

15 1 आ

5 मगल 22नः57 आशलषा 21नः42 वाघात बव 5:20 19:15 नसह म 21नः42 स

सयग शमिन म 6ः00। आषाढ सकराशनत, म.15, णयकाल स. दोहर 12ः24 तक। स नस तो।

16 2 6 बि 22नः46 मघा 22नः15 हषण कयौलव 5:20 19:15 नसह अरण-षषी। नवनधवानसिी पजा। गणडमल 22नः15 तक। j

17 3 7 गर 22नः00 प फालगिी 22नः13 वजर/नसनदध गर 5:20 19:16 कना म 28नः07 स। भदा 27नः00 स।

18 4 8 शकर 20नः40 उ फालगिी 21नः37 वनतपात नवनषट 5:20 19:16 कना भदा 9नः20 तक। शीरगाणषटमी। िमावती जनती। j

19 5 9 शनि 18नः46 हसत 20नः28 वरीाि बालव 5:20 19:16 कना -

20 6 10 रनव 16नः22 नचतरा 18नः49 पटरघ तनतल 5:21 19:16 तला म 7नः42 स

भदा 26नः57 स। शीरङगा दशहरा ग (हररविार)। रर करी 20ः30। j

21 7 11 सतोम 13नः32 सवानत 16नः45 नशव नवनषट 5:21 19:17 तला भदा 13नः32 तक। शनिगला एकादशी वरत। सायन दशकषणायन आरमभ। वषाण ऋत आरमभ।

22 8 12 मगल 10नः22 नवशाखा 14नः22 नसदध बालव 5:21 19:17 वनशचक म 9नः00 स

भौम परदोष वरत। वटसानवतरी वरत आरमभ। सण आदाण म 5नः38। शकर ककग म 14ः20। बध-मारथी 27ः29। नतरपषकर तोग 10नः22 तक। j

23 9 13 बि 7नः00 अिरािा 11नः48 साध तनतल 5:21 19:17 वनशचक भदा 27नः33 स। गणडमल 11नः48 स। स नस तो ।

- - 14 बि 27नः33 - - - - - - - चतरणशी नतनि का कष।

24 10 15 गर 24नः10 जषा 9नः11 शभ शकल

नवनषट 5:22 19:17 िि म 9नः11 स

भदा 13नः52 तक। जयष शणगमा। वटसानवतरी वरत (पनरणमा पकष)। सनत कबीर जनती।। जषी तोग।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194311 जन स 24 जन 2021 तक

सयष उततरायण - दवकषणायन, गररीषम - वराष ऋतग जयषठ शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम11 29 1 शकर 18नः31 मगनशरा 14नः31 शल बव 5:20 19:14 नमिि चनदरशणि म 15। शीगङा सिाि आरमभ। करवीर वरत। j

12 30 2 शनि 20नः18 आदाण 16नः57 गणड बालव 5:20 19:14 नमिि -

13 31 3 रनव 21नः41 पिवणस 19नः01 वनदध तनतल 5:20 19:14 ककण म 12नः32 स। रमभा ततीा वरत। महारारा परताप जनती।

14 32 4 सतोम 22नः35 पष 20नः37 धरव वनरज 5:20 19:15 ककण भदा 10नः08 स 22नः35 तक। गणडमल 20नः37 स। j

15 1 आ

5 मगल 22नः57 आशलषा 21नः42 वाघात बव 5:20 19:15 नसह म 21नः42 स

सयग शमिन म 6ः00। आषाढ सकराशनत, म.15, णयकाल स. दोहर 12ः24 तक। स नस तो।

16 2 6 बि 22नः46 मघा 22नः15 हषण कयौलव 5:20 19:15 नसह अरण-षषी। नवनधवानसिी पजा। गणडमल 22नः15 तक। j

17 3 7 गर 22नः00 प फालगिी 22नः13 वजर/नसनदध गर 5:20 19:16 कना म 28नः07 स। भदा 27नः00 स।

18 4 8 शकर 20नः40 उ फालगिी 21नः37 वनतपात नवनषट 5:20 19:16 कना भदा 9नः20 तक। शीरगाणषटमी। िमावती जनती। j

19 5 9 शनि 18नः46 हसत 20नः28 वरीाि बालव 5:20 19:16 कना -

20 6 10 रनव 16नः22 नचतरा 18नः49 पटरघ तनतल 5:21 19:16 तला म 7नः42 स

भदा 26नः57 स। शीरङगा दशहरा ग (हररविार)। रर करी 20ः30। j

21 7 11 सतोम 13नः32 सवानत 16नः45 नशव नवनषट 5:21 19:17 तला भदा 13नः32 तक। शनिगला एकादशी वरत। सायन दशकषणायन आरमभ। वषाण ऋत आरमभ।

22 8 12 मगल 10नः22 नवशाखा 14नः22 नसदध बालव 5:21 19:17 वनशचक म 9नः00 स

भौम परदोष वरत। वटसानवतरी वरत आरमभ। सण आदाण म 5नः38। शकर ककग म 14ः20। बध-मारथी 27ः29। नतरपषकर तोग 10नः22 तक। j

23 9 13 बि 7नः00 अिरािा 11नः48 साध तनतल 5:21 19:17 वनशचक भदा 27नः33 स। गणडमल 11नः48 स। स नस तो ।

- - 14 बि 27नः33 - - - - - - - चतरणशी नतनि का कष।

24 10 15 गर 24नः10 जषा 9नः11 शभ शकल

नवनषट 5:22 19:17 िि म 9नः11 स

भदा 13नः52 तक। जयष शणगमा। वटसानवतरी वरत (पनरणमा पकष)। सनत कबीर जनती।। जषी तोग।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194325 जन स 10 जगलाई 2021 तक

सयष दवकषणायण, वराष ऋतग आराढ कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम25 11 1 शकर 21नः00 मल

पवाणषाढा6नः40 28नः25

बरहम बालव 5:22 19:17 िि शकर पष म 8नः13। गणडमल 6नः40 तक। j

26 12 2 शनि 18नः12 उरराषाढा 26नः36 ऐनद तनतल 5:22 19:17 मकर म 9नः55 स। भदा 29नः04 स। नतरपषकर तोग 18नः12 तक।27 13 3 रनव 15नः55 शवर 25नः22 विनत नवनषट 5:22 19:17 मकर भदा 15नः55 तक। शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय

22ः02। j28 14 4 सतोम 14नः17 िनिषा 24नः49 नवषकमभ बालव 5:23 19:18 कमभ म 13नः00 स। पचक आरमभ 13नः00। 29 15 5 मगल 13नः24 शतनभषा 25नः02 परीनत तनतल 5:23 19:18 कमभ मगल आशलषा म 7नः28। j30 16 6 बि 13नः19 प भादपरा 26नः03 आषमाि वनरज 5:23 19:18 मीि म 19नः43 स। भदा 13नः19 स 25नः41 तक।

1 ज 17 7 गर 14नः02 उ भादपरा 27नः49 सयौभाग बव 5:24 19:18 मीि गणडमल 27नः49 स। j2 18 8 शकर 15नः29 रवती परानरि शतोभि कयौलव 5:24 19:18 मीि गणडमल नवचार।3 19 9 शनि 17नः31 रवती 6नः14 अनतगणड गर 5:25 19:18 मष म 6नः14 स। पचक समाति 6नः14। गणडमल नवचार। j4 20 10 रनव 19नः56 अनशविी 9नः05 सकमाण वनरज 5:25 19:17 मष भदा 6नः44 स 19नः56 तक। गणडमल 9नः05 तक।

सवाणिण नसनदध तोग। j5 21 11 सतोम 22नः31 भररी 12नः12 िनत बव 5:25 19:17 वष म 18नः59 स। योशरनी एकादशी वरत। स ण पि म 29नः16।6 22 12 मगल 25नः03 कनरका 15नः20 शल कयौलव 5:26 19:17 वष शकर आशलषा म 8नः17। सवाणिण नसनदध तोग। j7 23 13 बि 27नः21 रतोनहरी 18नः19 गणड गर 5:26 19:17 वष भदा 27नः21 स। परदोष वरत। बध शमिन म 11ः04।

सवाणिण नसनदध तोग।8 24 14 गर 29नः17 मगनशरा 20नः59 वनदध नवनषट 5:27 19:17 नमिि म 7नः41 स। भदा 16नः19 तक। मासनशवरानतर वरत। j9 25 30 शकर परानरि आदाण 23नः14 धरव चतषपार 5:27 19:17 नमिि आषाढ अमावसा। नपतकाणष अमावसा।

10 26 30 शनि 6नः47 पिवणस 25नः02 वाघात िाग 5:28 19:17 ककण म 18नः38 स

आषाढ (शशनासरी) अमासया (सनानदानाशद 6ः47 तक)।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194325 जन स 10 जगलाई 2021 तक

सयष दवकषणायण, वराष ऋतग आराढ कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम25 11 1 शकर 21नः00 मल

पवाणषाढा6नः40 28नः25

बरहम बालव 5:22 19:17 िि शकर पष म 8नः13। गणडमल 6नः40 तक। j

26 12 2 शनि 18नः12 उरराषाढा 26नः36 ऐनद तनतल 5:22 19:17 मकर म 9नः55 स। भदा 29नः04 स। नतरपषकर तोग 18नः12 तक।27 13 3 रनव 15नः55 शवर 25नः22 विनत नवनषट 5:22 19:17 मकर भदा 15नः55 तक। शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय

22ः02। j28 14 4 सतोम 14नः17 िनिषा 24नः49 नवषकमभ बालव 5:23 19:18 कमभ म 13नः00 स। पचक आरमभ 13नः00। 29 15 5 मगल 13नः24 शतनभषा 25नः02 परीनत तनतल 5:23 19:18 कमभ मगल आशलषा म 7नः28। j30 16 6 बि 13नः19 प भादपरा 26नः03 आषमाि वनरज 5:23 19:18 मीि म 19नः43 स। भदा 13नः19 स 25नः41 तक।

1 ज 17 7 गर 14नः02 उ भादपरा 27नः49 सयौभाग बव 5:24 19:18 मीि गणडमल 27नः49 स। j2 18 8 शकर 15नः29 रवती परानरि शतोभि कयौलव 5:24 19:18 मीि गणडमल नवचार।3 19 9 शनि 17नः31 रवती 6नः14 अनतगणड गर 5:25 19:18 मष म 6नः14 स। पचक समाति 6नः14। गणडमल नवचार। j4 20 10 रनव 19नः56 अनशविी 9नः05 सकमाण वनरज 5:25 19:17 मष भदा 6नः44 स 19नः56 तक। गणडमल 9नः05 तक।

सवाणिण नसनदध तोग। j5 21 11 सतोम 22नः31 भररी 12नः12 िनत बव 5:25 19:17 वष म 18नः59 स। योशरनी एकादशी वरत। स ण पि म 29नः16।6 22 12 मगल 25नः03 कनरका 15नः20 शल कयौलव 5:26 19:17 वष शकर आशलषा म 8नः17। सवाणिण नसनदध तोग। j7 23 13 बि 27नः21 रतोनहरी 18नः19 गणड गर 5:26 19:17 वष भदा 27नः21 स। परदोष वरत। बध शमिन म 11ः04।

सवाणिण नसनदध तोग।8 24 14 गर 29नः17 मगनशरा 20नः59 वनदध नवनषट 5:27 19:17 नमिि म 7नः41 स। भदा 16नः19 तक। मासनशवरानतर वरत। j9 25 30 शकर परानरि आदाण 23नः14 धरव चतषपार 5:27 19:17 नमिि आषाढ अमावसा। नपतकाणष अमावसा।

10 26 30 शनि 6नः47 पिवणस 25नः02 वाघात िाग 5:28 19:17 ककण म 18नः38 स

आषाढ (शशनासरी) अमासया (सनानदानाशद 6ः47 तक)।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194311 जगलाई स 24 जगलाई 2021 तक

सयष दवकषणायन, वराष ऋतग आराढ शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम11 27 1 रनव 7नः48 पष 26नः22 हषण बव 5:28 19:16 ककण रिातरा उतसव (शीजगननािपरी)। रपत नरातर

आरमभ। गणडमल 26नः22 स। सवाणिण नसनदध तोग। j12 28 2 सतोम 8नः20 आशलषा 27नः14 वजर कयौलव 5:29 19:16 नसह म 27नः14 स। बि आदाण म 15नः35।13 29 3 मगल 8नः25 मघा 27नः41 नसनदध गर 5:29 19:16 नसह भदा 20नः14 स। गणडमल 27नः41 तक। j14 30 4 बि 8नः03 प फालगिी 27नः43 वनतपात नवनषट 5:30 19:15 नसह भदा 8नः03 तक। 15 31 5 गर 7नः17 उ फालगिी 27नः21 वरीाि बालव 5:30 19:15 कना म 9नः39 स। सकनद (कमार) षषी। j16 1

शावर6 शकर 6नः07 हसत 26नः37 पटरघ तनतल 5:31 19:15 कना भदा 28नः35 स। सयग ककग म 16ः53। शाण सकराशनत

म 30, पणकाल स परातनः 10नः29 स। नववसवत सतिमी।- - 7 शकर 28नः35 - - - - - - - सतिमी नतनि का कष।17 2 8 शनि 26नः42 नचतरा 25नः32 नशव

नसदधनवनषट 5:31 19:14 तला म

14नः07 सभदा 15नः39 तक। शीदरागषटमी। शकर मरा 1 शसह म 9ः25। j

18 3 9 रनव 24नः29 सवानत 24नः08 साध बालव 5:32 19:14 तला भढली िवमी। रपत नरातर समापत। j19 4 10 सतोम 22नः00 नवशाखा 22नः27 शभ तनतल 5:33 19:14 वनशचक म 16नः54 स। सण पष म 28नः44।20 5 11 मगल 19नः18 अिरािा 20नः33 शकल वनरज 5:33 19:13 वनशचक भदा 8नः39 स 19नः18 तक। हररशयनी एकादशी वरत।

चातमाणस वरतनिमानर आरमभ। शीनवषर-शितोतसव। मगल मघा 1 नसह म 17नः54। गणडमल 20नः33 स। j

21 6 12 बि 16नः27 जषा 18नः30 बरहम बव 5:34 19:13 िि म 18नः30 स। परदोष वरत।22 7 13 गर 13नः33 मल 16नः25 ऐनद तनतल 5:34 19:12 िि गणडमल 16नः25 तक। सण साि नसह म 19नः56। j23 8 14 शकर 10नः44 पवाणषाढा 14नः26 विनत वनरज 5:35 19:12 मकर म

19नः58 सभदा 10नः44 स 21नः26 तक। रर शणगमा। वयास िा (10ः44 बाद) .21 दख। वा-परीकषा। शीसतिारार वरत। नशवशितोतसव।

24 9 15 शनि 8नः07 उरराषाढा 12नः40 नवषकमभ परीनत

बव 5:35 19:11 मकर आषाढी शणगमा (सिािरािानर)। गर पनरणमा (पवगी भारत)। j

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सयष दवकषणायन, वराष ऋतग आराढ शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम11 27 1 रनव 7नः48 पष 26नः22 हषण बव 5:28 19:16 ककण रिातरा उतसव (शीजगननािपरी)। रपत नरातर

आरमभ। गणडमल 26नः22 स। सवाणिण नसनदध तोग। j12 28 2 सतोम 8नः20 आशलषा 27नः14 वजर कयौलव 5:29 19:16 नसह म 27नः14 स। बि आदाण म 15नः35।13 29 3 मगल 8नः25 मघा 27नः41 नसनदध गर 5:29 19:16 नसह भदा 20नः14 स। गणडमल 27नः41 तक। j14 30 4 बि 8नः03 प फालगिी 27नः43 वनतपात नवनषट 5:30 19:15 नसह भदा 8नः03 तक। 15 31 5 गर 7नः17 उ फालगिी 27नः21 वरीाि बालव 5:30 19:15 कना म 9नः39 स। सकनद (कमार) षषी। j16 1

शावर6 शकर 6नः07 हसत 26नः37 पटरघ तनतल 5:31 19:15 कना भदा 28नः35 स। सयग ककग म 16ः53। शाण सकराशनत

म 30, पणकाल स परातनः 10नः29 स। नववसवत सतिमी।- - 7 शकर 28नः35 - - - - - - - सतिमी नतनि का कष।17 2 8 शनि 26नः42 नचतरा 25नः32 नशव

नसदधनवनषट 5:31 19:14 तला म

14नः07 सभदा 15नः39 तक। शीदरागषटमी। शकर मरा 1 शसह म 9ः25। j

18 3 9 रनव 24नः29 सवानत 24नः08 साध बालव 5:32 19:14 तला भढली िवमी। रपत नरातर समापत। j19 4 10 सतोम 22नः00 नवशाखा 22नः27 शभ तनतल 5:33 19:14 वनशचक म 16नः54 स। स ण पष म 28नः44।20 5 11 मगल 19नः18 अिरािा 20नः33 शकल वनरज 5:33 19:13 वनशचक भदा 8नः39 स 19नः18 तक। हररशयनी एकादशी वरत।

चातमाणस वरतनिमानर आरमभ। शीनवषर-शितोतसव। मगल मघा 1 नसह म 17नः54। गणडमल 20नः33 स। j

21 6 12 बि 16नः27 जषा 18नः30 बरहम बव 5:34 19:13 िि म 18नः30 स। परदोष वरत।22 7 13 गर 13नः33 मल 16नः25 ऐनद तनतल 5:34 19:12 िि गणडमल 16नः25 तक। स ण साि नसह म 19नः56। j23 8 14 शकर 10नः44 पवाणषाढा 14नः26 विनत वनरज 5:35 19:12 मकर म

19नः58 सभदा 10नः44 स 21नः26 तक। रर शणगमा। वयास िा (10ः44 बाद) .21 दख। वा-परीकषा। शीसतिारार वरत। नशवशितोतसव।

24 9 15 शनि 8नः07 उरराषाढा 12नः40 नवषकमभ परीनत

बव 5:35 19:11 मकर आषाढी शणगमा (सिािरािानर)। गर पनरणमा (पवगी भारत)। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194325 जगलाई स 8 अगसत 2021 तक

सयष दवकषणायन, वराष ऋतग शावण कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम25 10 1 रनव 5नः51 शवर 11नः18 आषमाि कयौलव 5:36 19:11 कमभ म

22नः48 सपचक आरमभ 22नः48। बि ककण म 11नः40। अशनशि वरत।

- - 2 रनव 28नः04 - - - - - - - नदतीा नतनि का कष।26 11 3 सतोम 26नः55 िनिषा 10नः26 सयौभाग वनरज 5:37 19:10 कमभ भदा 15नः25 स 26नः55 तक। शाण परिम सोमार।27 12 4 मगल 26नः29 शतनभषा 10नः14 शतोभि बव 5:37 19:09 मीि म

28नः33 सअङगारकी शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 21ः48। मगलागयौरी वरत परारमभ। j

28 13 5 बि 26नः49 प भादपरा 10नः45 अनतगणड कयौलव 5:38 19:09 मीि िाग-पचमी (राज व पजाब)। शकर प फा म 11नः59।29 14 6 गर 27नः55 उ भादपरा 12नः02 सकमाण गर 5:38 19:08 मीि भदा 27नः55 स। गणडमल 12नः02 स। सवाणिण नसनदध तोग। j30 15 7 शकर 29नः41 रवती 14नः02 िनत नवनषट 5:39 19:07 मष म

14नः02 सभदा 16नः48 तक। पचक समाति 14नः02। शीतला-सतिमी।

31 16 8 शनि परानरि अनशविी 16नः38 शल बालव 5:39 19:07 मष गणडमल 16नः38 तक। j1अ 17 8 रनव 7नः57 भररी 19नः36 गणड कयौलव 5:40 19:06 वष म 26नः23 स। लतोकमान नतलक समररतोतसव।2 18 9 सतोम 10नः29 कनरका 22नः43 वनदध गर 5:41 19:05 वष भदा 23नः45 स। शाण शवितीय सोमार। j3 19 10 मगल 13नः00 रतोनहरी 25नः44 धरव नवनषट 5:41 19:05 वष भदा 13नः00 तक।4 20 11 बि 15नः18 मगनशरा 28नः25 वाघात बालव 5:42 19:04 नमिि म 15नः07 स। काशमका एकादशी वरत। सवाणिण नसनदध तोग। j5 21 12 गर 17नः10 आदाण परानरि हषण तनतल 5:42 19:03 नमिि परदोष वरत।6 22 13 शकर 18नः29 आदाण 6नः37 वजर वनरज 5:43 19:02 ककण म

25नः24 सभदा 18नः29 स। शावर नशवरानतर वरत। सवाणिण नसनदध तोग। j

7 23 14 शनि 19नः12 पिवणस 8नः16 नसनदध नवनषट 5:44 19:01 ककण भदा 6नः51 तक। 8 24 30 रनव 19नः20 पष 9नः19 वनतपात चतषपार 5:44 19:00 ककण शाण (हररयाली) अमासया। बध मरा 1 शसह म

25ः34। गणडमल 9नः19 स। j

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सयष दवकषणायन, वराष ऋतग शावण कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम25 10 1 रनव 5नः51 शवर 11नः18 आषमाि कयौलव 5:36 19:11 कमभ म

22नः48 सपचक आरमभ 22नः48। बि ककण म 11नः40। अशनशि वरत।

- - 2 रनव 28नः04 - - - - - - - नदतीा नतनि का कष।26 11 3 सतोम 26नः55 िनिषा 10नः26 सयौभाग वनरज 5:37 19:10 कमभ भदा 15नः25 स 26नः55 तक। शाण परिम सोमार।27 12 4 मगल 26नः29 शतनभषा 10नः14 शतोभि बव 5:37 19:09 मीि म

28नः33 सअङगारकी शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 21ः48। मगलागयौरी वरत परारमभ। j

28 13 5 बि 26नः49 प भादपरा 10नः45 अनतगणड कयौलव 5:38 19:09 मीि िाग-पचमी (राज व पजाब)। शकर प फा म 11नः59।29 14 6 गर 27नः55 उ भादपरा 12नः02 सकमाण गर 5:38 19:08 मीि भदा 27नः55 स। गणडमल 12नः02 स। सवाणिण नसनदध तोग। j30 15 7 शकर 29नः41 रवती 14नः02 िनत नवनषट 5:39 19:07 मष म

14नः02 सभदा 16नः48 तक। पचक समाति 14नः02। शीतला-सतिमी।

31 16 8 शनि परानरि अनशविी 16नः38 शल बालव 5:39 19:07 मष गणडमल 16नः38 तक। j1अ 17 8 रनव 7नः57 भररी 19नः36 गणड कयौलव 5:40 19:06 वष म 26नः23 स। लतोकमान नतलक समररतोतसव।2 18 9 सतोम 10नः29 कनरका 22नः43 वनदध गर 5:41 19:05 वष भदा 23नः45 स। शाण शवितीय सोमार। j3 19 10 मगल 13नः00 रतोनहरी 25नः44 धरव नवनषट 5:41 19:05 वष भदा 13नः00 तक।4 20 11 बि 15नः18 मगनशरा 28नः25 वाघात बालव 5:42 19:04 नमिि म 15नः07 स। काशमका एकादशी वरत। सवाणिण नसनदध तोग। j5 21 12 गर 17नः10 आदाण परानरि हषण तनतल 5:42 19:03 नमिि परदोष वरत।6 22 13 शकर 18नः29 आदाण 6नः37 वजर वनरज 5:43 19:02 ककण म

25नः24 सभदा 18नः29 स। शावर नशवरानतर वरत। सवाणिण नसनदध तोग। j

7 23 14 शनि 19नः12 पिवणस 8नः16 नसनदध नवनषट 5:44 19:01 ककण भदा 6नः51 तक। 8 24 30 रनव 19नः20 पष 9नः19 वनतपात चतषपार 5:44 19:00 ककण शाण (हररयाली) अमासया। बध मरा 1 शसह म

25ः34। गणडमल 9नः19 स। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19439 अगसत स 22 अगसत 2021 तक

सयष दवकषणायन, वराष ऋतग शावण शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम9 25 1 सतोम 18नः57 आशलषा 9नः50 वरीाि नकसतघि 5:45 19:00 नसह म

9नः50 सशाण ततीय सोमार। गणडमल 9नः19 स। मला नछननमनसतका (नचनतपरगी) आरमभ। j

10 26 2 मगल 18नः06 मघा 9नः53 पटरघ बालव 5:45 18:59 नसह गणडमल 9नः53 तक।11 27 3 बि 16नः54 प फालगिी 9नः32 नशव गर 5:46 18:58 कना म

15नः23 सभदा 28नः10 स। मिसवा हटराली नसघारा तीज। शकर कनया म 11ः32। j

12 28 4 गर 15नः25 उ फालगिी 8नः53 नसदध नवनषट 5:47 18:57 कना भदा 15नः25 तक। रवाण गरपनत, वरर-चतिगी वरत।13 29 5 शकर 13नः43 हसत 8नः00 साध बालव 5:47 18:56 तला म 19नः29 स। नार-िमी। शीकनलक जनती। j14 30 6 शनि 11नः51 नचतरा

सवानत6नः56 29नः44

शभ तनतल 5:48 18:55 तला बध शशिम म उदय 28ः17। सवाणिण नसनदध तोग 6नः56 स।

15 31 7 रनव 9नः52 नवशाखा 28नः26 शकल बरहम

वनरज 5:48 18:54 वनशचक म 22नः46 स

भदा 9नः52 स 20नः49 तक। गतोसवामी तलसीरास जनती। शीरगाणषटमी। मला नचनतपरगी-चामणडारवी (नह पर ) समाति। भारत सतनतरता शदस।

16 1 भाद पर

8 सतोम 7नः46 अिरािा 27नः02 ऐनद बव 5:49 18:53 वनशचक शाण ितिग सोमार। सयग मरा 1 शसह म 25ः16। भादरद सकराशनत,म 30, पणकाल स अगल नरि परातनः 7नः40 तक। गणडमल 27नः02 स। j

- - 9 सतोम 29नः35 - - - - - - - िवमी नतनि का कष।17 2 10 मगल 27नः21 जषा 25नः35 विनत तनतल 5:49 18:52 िि म

25नः35 समरल शशिम म असत 19ः02। गणडमल नवचार।

18 3 11 बि 25नः06 मल 24नः07 नवषकमभ वनरज 5:50 18:51 िि भदा 14नः14 स 25नः06 तक। शतरा एकादशी वरत। गणडमल 24नः07 तक। j

19 4 12 गर 22नः55 पवाणषाढा 22नः42 परीनत बव 5:51 18:50 मकर म 28नः22 स। शकर हसत म 22नः23। 20 5 13 शकर 20नः51 उरराषाढा 21नः25 आषमाि कयौलव 5:51 18:49 मकर परदोष वरत। j21 6 14 शनि 19नः01 शवर 20नः21 सयौभाग गर 5:52 18:48 मकर भदा 19नः01 स। ऋक-उपाकमण। शीसतिारार वरत।22 7 15 रनव 17नः32 िनिषा 19नः40 शतोभि नवनषट 5:52 18:47 कमभ म

7नः57 सशाण-शणगमा। रकषाबनधन (राखी) (भदरा बाद)। जवदनर-अिवणवनर-शावरी उपाकमण। दशगन शी अमरनाि रफा समापत। ससकत शदस। गातरी जनती। ऋनष तपणर। हगरीव जनती। पचक 7नः57 स। शरर ऋत आरमभ।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19439 अगसत स 22 अगसत 2021 तक

सयष दवकषणायन, वराष ऋतग शावण शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम9 25 1 सतोम 18नः57 आशलषा 9नः50 वरीाि नकसतघि 5:45 19:00 नसह म

9नः50 सशाण ततीय सोमार। गणडमल 9नः19 स। मला नछननमनसतका (नचनतपरगी) आरमभ। j

10 26 2 मगल 18नः06 मघा 9नः53 पटरघ बालव 5:45 18:59 नसह गणडमल 9नः53 तक।11 27 3 बि 16नः54 प फालगिी 9नः32 नशव गर 5:46 18:58 कना म

15नः23 सभदा 28नः10 स। मिसवा हटराली नसघारा तीज। शकर कनया म 11ः32। j

12 28 4 गर 15नः25 उ फालगिी 8नः53 नसदध नवनषट 5:47 18:57 कना भदा 15नः25 तक। रवाण गरपनत, वरर-चतिगी वरत।13 29 5 शकर 13नः43 हसत 8नः00 साध बालव 5:47 18:56 तला म 19नः29 स। नार-िमी। शीकनलक जनती। j14 30 6 शनि 11नः51 नचतरा

सवानत6नः56 29नः44

शभ तनतल 5:48 18:55 तला बध शशिम म उदय 28ः17। सवाणिण नसनदध तोग 6नः56 स।

15 31 7 रनव 9नः52 नवशाखा 28नः26 शकल बरहम

वनरज 5:48 18:54 वनशचक म 22नः46 स

भदा 9नः52 स 20नः49 तक। गतोसवामी तलसीरास जनती। शीरगाणषटमी। मला नचनतपरगी-चामणडारवी (नह पर ) समाति। भारत सतनतरता शदस।

16 1 भाद पर

8 सतोम 7नः46 अिरािा 27नः02 ऐनद बव 5:49 18:53 वनशचक शाण ितिग सोमार। सयग मरा 1 शसह म 25ः16। भादरद सकराशनत,म 30, पणकाल स अगल नरि परातनः 7नः40 तक। गणडमल 27नः02 स। j

- - 9 सतोम 29नः35 - - - - - - - िवमी नतनि का कष।17 2 10 मगल 27नः21 जषा 25नः35 विनत तनतल 5:49 18:52 िि म

25नः35 समरल शशिम म असत 19ः02। गणडमल नवचार।

18 3 11 बि 25नः06 मल 24नः07 नवषकमभ वनरज 5:50 18:51 िि भदा 14नः14 स 25नः06 तक। शतरा एकादशी वरत। गणडमल 24नः07 तक। j

19 4 12 गर 22नः55 पवाणषाढा 22नः42 परीनत बव 5:51 18:50 मकर म 28नः22 स। शकर हसत म 22नः23। 20 5 13 शकर 20नः51 उरराषाढा 21नः25 आषमाि कयौलव 5:51 18:49 मकर परदोष वरत। j21 6 14 शनि 19नः01 शवर 20नः21 सयौभाग गर 5:52 18:48 मकर भदा 19नः01 स। ऋक-उपाकमण। शीसतिारार वरत।22 7 15 रनव 17नः32 िनिषा 19नः40 शतोभि नवनषट 5:52 18:47 कमभ म

7नः57 सशाण-शणगमा। रकषाबनधन (राखी) (भदरा बाद)। जवदनर-अिवणवनर-शावरी उपाकमण। दशगन शी अमरनाि रफा समापत। ससकत शदस। गातरी जनती। ऋनष तपणर। हगरीव जनती। पचक 7नः57 स। शरर ऋत आरमभ।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194323 अगसत स 7 वसतमबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, शरद ऋतग भादरपद कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम23 8 1 सतोम 16नः31 शतनभषा 19नः26 अनतगणड कयौलव 5:53 18:46 कमभ गातरी जपम। j24 9 2 मगल 16नः05 प भादपरा 19नः47 सक/िनत गर 5:53 18:45 मीि म 13नः38 स। भदा 28नः12 स। कजजली-ततीा (च वा)25 10 3 बि 16नः19 उ भादपरा 20नः48 शल नवनषट 5:54 18:44 मीि भदा 16नः19 तक। शीरणश (बहला) ितिथी वरत।

िनदरोदय 20ः46। गणडमल 20नः48 स। j26 11 4 गर 17नः14 रवती 22नः29 गणड बालव 5:54 18:42 मष म

22नः29 सपचक समाति 22नः29। बध कनया म 11ः20, सवाणिण नसनदध तोग। j

27 12 5 शकर 18नः49 अनशविी 24नः47 वनदध तनतल 5:55 18:41 मष चनरि षषी वरत, हल-षषी। गणडमल 24नः47 तक। j28 13 6 शनि 20नः57 भररी 27नः35 धरव गर 5:56 18:40 मष भदा 20नः57 स।29 14 7 रनव 23नः26 कनरका परानरि धरव नवनषट 5:56 18:39 वष म 10नः20 स। भदा 10नः12 तक। पतरवरत। शीतलासतिमी। j30 15 8 सतोम 26नः00 कनरका 6नः39 वाघात बालव 5:57 18:38 वष शीककण िनमाषटमी वरत (ियनती योर)।

शीरवाणषटमी। सवाणिण नसनदध तोग।31 16 9 मगल 28नः24 रतोनहरी 9नः44 हषण तनतल 5:57 18:37 नमिि म 23नः12 स। शीरगरा नमी। गतोकलाषटमी। िनरतोतसव। j1नस 17 10 बि परानरि मगनशरा 12नः34 वजर वनरज 5:58 18:36 नमिि भदा 17नः23 स। सवाणिण नसनदध तोग।2 18 10 गर 6नः22 आदाण 14नः57 नसनदध नवनषट 5:58 18:34 नमिि भदा 6नः22 तक। j3 19 11 शकर 7नः45 पिवणस 16नः42 वनतपात बालव 5:59 18:33 ककण म

10नः19 सअिा एकादशी वरत। तस विादशी (िा)। अगसत-उर। सवाणिण नसनदध तोग।

4 20 12 शनि 8नः25 पष 17नः45 वरीाि तनतल 5:59 18:32 ककण शशन परदोष वरत। गणडमल 17नः45 स। j5 21 13 रनव 8नः22 आशलषा 18नः07 पटरघ वनरज 6:00 18:31 नसह म

18नः07 सभदा 8नः22 स 20नः01 तक। मरल कनया म 27ः58। शकर तला म 24ः50। मासनशवरानतर वरत। अघतोरा-चतरणशी। कलास ातरा आरमभ।

6 22 14 सतोम 7नः39 मघा 17नः51 नशव नसदध

शकनि 6:00 18:30 नसह कशागरहणी अमासया “ॐ ह फि साहा” स कशतोतपाटिम। नपठतोरी अमावसा। नपतकादष अमावसा। गणडमल 17नः51 तक। j

7 23 30 मगल 6नः22 प फालगिी 17नः05 साध िाग 6:01 18:28 कना म 22नः50 स

भादरद अमासया (सिािारािानर परातनः6नः22 तक)। भौमती अमासया। रािी सनत मला।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194323 अगसत स 7 वसतमबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, शरद ऋतग भादरपद कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम23 8 1 सतोम 16नः31 शतनभषा 19नः26 अनतगणड कयौलव 5:53 18:46 कमभ गातरी जपम। j24 9 2 मगल 16नः05 प भादपरा 19नः47 सक/िनत गर 5:53 18:45 मीि म 13नः38 स। भदा 28नः12 स। कजजली-ततीा (च वा)25 10 3 बि 16नः19 उ भादपरा 20नः48 शल नवनषट 5:54 18:44 मीि भदा 16नः19 तक। शीरणश (बहला) ितिथी वरत।

िनदरोदय 20ः46। गणडमल 20नः48 स। j26 11 4 गर 17नः14 रवती 22नः29 गणड बालव 5:54 18:42 मष म

22नः29 सपचक समाति 22नः29। बध कनया म 11ः20, सवाणिण नसनदध तोग। j

27 12 5 शकर 18नः49 अनशविी 24नः47 वनदध तनतल 5:55 18:41 मष चनरि षषी वरत, हल-षषी। गणडमल 24नः47 तक। j28 13 6 शनि 20नः57 भररी 27नः35 धरव गर 5:56 18:40 मष भदा 20नः57 स।29 14 7 रनव 23नः26 कनरका परानरि धरव नवनषट 5:56 18:39 वष म 10नः20 स। भदा 10नः12 तक। पतरवरत। शीतलासतिमी। j30 15 8 सतोम 26नः00 कनरका 6नः39 वाघात बालव 5:57 18:38 वष शीककण िनमाषटमी वरत (ियनती योर)।

शीरवाणषटमी। सवाणिण नसनदध तोग।31 16 9 मगल 28नः24 रतोनहरी 9नः44 हषण तनतल 5:57 18:37 नमिि म 23नः12 स। शीरगरा नमी। गतोकलाषटमी। िनरतोतसव। j1नस 17 10 बि परानरि मगनशरा 12नः34 वजर वनरज 5:58 18:36 नमिि भदा 17नः23 स। सवाणिण नसनदध तोग।2 18 10 गर 6नः22 आदाण 14नः57 नसनदध नवनषट 5:58 18:34 नमिि भदा 6नः22 तक। j3 19 11 शकर 7नः45 पिवणस 16नः42 वनतपात बालव 5:59 18:33 ककण म

10नः19 सअिा एकादशी वरत। तस विादशी (िा)। अगसत-उर। सवाणिण नसनदध तोग।

4 20 12 शनि 8नः25 पष 17नः45 वरीाि तनतल 5:59 18:32 ककण शशन परदोष वरत। गणडमल 17नः45 स। j5 21 13 रनव 8नः22 आशलषा 18नः07 पटरघ वनरज 6:00 18:31 नसह म

18नः07 सभदा 8नः22 स 20नः01 तक। मरल कनया म 27ः58। शकर तला म 24ः50। मासनशवरानतर वरत। अघतोरा-चतरणशी। कलास ातरा आरमभ।

6 22 14 सतोम 7नः39 मघा 17नः51 नशव नसदध

शकनि 6:00 18:30 नसह कशागरहणी अमासया “ॐ ह फि साहा” स कशतोतपाटिम। नपठतोरी अमावसा। नपतकादष अमावसा। गणडमल 17नः51 तक। j

7 23 30 मगल 6नः22 प फालगिी 17नः05 साध िाग 6:01 18:28 कना म 22नः50 स

भादरद अमासया (सिािारािानर परातनः6नः22 तक)। भौमती अमासया। रािी सनत मला।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19438 वसतमबर स 20 वसतमबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, शरद ऋतग भादरपद शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम- - 1 मगल 28नः38 - - - - - - - परनतपरा नतनि का कष।8 24 2 बि 26नः34 उ फालगिी 15नः56 शभ बालव 6:02 18:27 कना चनदरशणि म 30। j9 25 3 गर 24नः19 हसत 14नः31 शकल तनतल 6:02 18:26 तला म

25नः45 सहटरतानलका ततीा, गयौरी ततीा। शीवराह जनती। सामवनर उपाकमण।

10 26 4 शकर 21नः58 नचतरा 12नः58 बरहम वनरज 6:03 18:25 तला भदा 11नः09 स 21नः58 तक। शसशध शनायक वरत। कलक ितिथी (िनदरदशगन शनषध)। िनदरासत 20ः45। तिर िौि। j

11 27 5 शनि 19नः38 सवानत 11नः23 ऐनद बव 6:03 18:23 वनशचक म 28नः13 स। ऋशष-िमी। समवतसरी महापवण। 12 28 6 रनव 17नः21 नवशाखा 9नः50 विनत कयौलव 6:04 18:22 वनशचक सयग षषी वरत। j13 29 7 सतोम 15नः11 अिरािा 8नः24 नवषकमभ

परीनतवनरज 6:04 18:21 वनशचक भदा 15नः11 स 26नः11 तक। मकताभरर/सनताि सतिमी

वरत। शीमहालकमी वरत आरमभ। गणडमल 8नः24 स। 14 30 8 मगल 13नः10 जष

मल7नः05 29नः55

आषमाि बव 6:05 18:20 िि म 7नः05 स

शीराधाषटमी। करी रर धशन. 2 मकर म 14ः30। दधीिी ियनती। गणडमल 29नः55 तक। j

15 31 9 बि 11नः18 पवाणषाढा 28नः56 सयौभाग कयौलव 6:05 18:18 िि शीचनद िवमी (उरासीि-समपररा)।16 1

आ10 गर 9नः37 उरराषाढा 28नः09 शतोभि गर 6:06 18:17 मकर म

10नः43 सभदा 20नः53 स। सयग कनया म 25ः13। आशशन सकराशनत, म 45। णयकाल स. अरल शदन परातः 7ः37 तक। नवषरशकल तोग 28नः09 स। j

17 2 11 शकर 8नः08 शवर 27नः36 अनतगणड नवनषट 6:06 18:16 मकर भदा 8नः08 तक। मिा एकादशी वरत। शीामन-ियनती। नवषरशकल तोग 27नः36 तक। नवशवकमाण पजा।

18 3 12 शनि 6नः55 िनिषा 27नः21 सकमाण बालव 6:07 18:15 कमभ म 15नः26 स। शशन परदोष वरत। पचक आरमभ 15नः26 स। j- - 13 शनि 30नः00 - - - - - - - तरतोरशी नतनि का कष।19 4 14 रनव 29नः29 शतनभषा 27नः28 िनत गर 6:07 18:13 कमभ भदा 29नः29 स। अननत ितदगशी वरत। करली वरत। j20 5 15 सतोम 29नः25 प भादपरा 28नः02 शल नवनषट 6:08 18:12 मीि म

21नः51 सभदा 17नः27 तक। भादरद शणगमा। शीसतिारार वरत। पनरणमा का शादध। परतोषपरी-महाल शादध आरमभ।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19438 वसतमबर स 20 वसतमबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, शरद ऋतग भादरपद शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम- - 1 मगल 28नः38 - - - - - - - परनतपरा नतनि का कष।8 24 2 बि 26नः34 उ फालगिी 15नः56 शभ बालव 6:02 18:27 कना चनदरशणि म 30। j9 25 3 गर 24नः19 हसत 14नः31 शकल तनतल 6:02 18:26 तला म

25नः45 सहटरतानलका ततीा, गयौरी ततीा। शीवराह जनती। सामवनर उपाकमण।

10 26 4 शकर 21नः58 नचतरा 12नः58 बरहम वनरज 6:03 18:25 तला भदा 11नः09 स 21नः58 तक। शसशध शनायक वरत। कलक ितिथी (िनदरदशगन शनषध)। िनदरासत 20ः45। तिर िौि। j

11 27 5 शनि 19नः38 सवानत 11नः23 ऐनद बव 6:03 18:23 वनशचक म 28नः13 स। ऋशष-िमी। समवतसरी महापवण। 12 28 6 रनव 17नः21 नवशाखा 9नः50 विनत कयौलव 6:04 18:22 वनशचक सयग षषी वरत। j13 29 7 सतोम 15नः11 अिरािा 8नः24 नवषकमभ

परीनतवनरज 6:04 18:21 वनशचक भदा 15नः11 स 26नः11 तक। मकताभरर/सनताि सतिमी

वरत। शीमहालकमी वरत आरमभ। गणडमल 8नः24 स। 14 30 8 मगल 13नः10 जष

मल7नः05 29नः55

आषमाि बव 6:05 18:20 िि म 7नः05 स

शीराधाषटमी। करी रर धशन. 2 मकर म 14ः30। दधीिी ियनती। गणडमल 29नः55 तक। j

15 31 9 बि 11नः18 पवाणषाढा 28नः56 सयौभाग कयौलव 6:05 18:18 िि शीचनद िवमी (उरासीि-समपररा)।16 1

आ10 गर 9नः37 उरराषाढा 28नः09 शतोभि गर 6:06 18:17 मकर म

10नः43 सभदा 20नः53 स। सयग कनया म 25ः13। आशशन सकराशनत, म 45। णयकाल स. अरल शदन परातः 7ः37 तक। नवषरशकल तोग 28नः09 स। j

17 2 11 शकर 8नः08 शवर 27नः36 अनतगणड नवनषट 6:06 18:16 मकर भदा 8नः08 तक। मिा एकादशी वरत। शीामन-ियनती। नवषरशकल तोग 27नः36 तक। नवशवकमाण पजा।

18 3 12 शनि 6नः55 िनिषा 27नः21 सकमाण बालव 6:07 18:15 कमभ म 15नः26 स। शशन परदोष वरत। पचक आरमभ 15नः26 स। j- - 13 शनि 30नः00 - - - - - - - तरतोरशी नतनि का कष।19 4 14 रनव 29नः29 शतनभषा 27नः28 िनत गर 6:07 18:13 कमभ भदा 29नः29 स। अननत ितदगशी वरत। करली वरत। j20 5 15 सतोम 29नः25 प भादपरा 28नः02 शल नवनषट 6:08 18:12 मीि म

21नः51 सभदा 17नः27 तक। भादरद शणगमा। शीसतिारार वरत। पनरणमा का शादध। परतोषपरी-महाल शादध आरमभ।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194321 वसतमबर स 6 अकटबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, शरद ऋतग आववन कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम21 6 1 मगल 29नः52 उ भादपरा 29नः06 गणड बालव 6:08 18:11 मीि शत कष (शाध) परारमभ। परनतपरा नतनि शादध।

गणडमल 29नः06 स। मगल हसत म 15नः44। j22 7 2 बि परानरि रवती परानरि वनदध तनतल 6:09 18:10 मीि नदतीा नतनि शादध। बध तला म 8ः20। 23 8 2 गर 6नः54 रवती 6नः44 धरव गर 6:10 18:08 मष म

6नः44 सभदा 19नः42 स। पचक समाति 6नः44। ततीा नतनि का शादध। j

24 9 3 शकर 8नः30 अनशविी 8नः54 वाघात नवनषट 6:10 18:07 मष भदा 8नः30 तक। शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 20ः15। भररी शादध। चतिगी शादध। गणडमल 8नः54 तक।

25 10 4 शनि 10नः37 भररी 11नः33 हषण बालव 6:11 18:06 वष म 18नः17 स। पचमी का शादध। j26 11 5 रनव 13नः05 कनरका 14नः33 वजर तनतल 6:11 18:05 वष चनद षषी वरत। 27 12 6 सतोम 15नः44 रतोनहरी 17नः42 नसनदध वनरज 6:12 18:04 वष भदा 15नः44 स 29नः01 तक। षषी का शादध। बि वकरी

10नः36। j28 13 7 मगल 18नः17 मगनशरा 20नः44 वनतपात बव 6:12 18:02 नमिि म 7नः14 स। सतिमी का शादध। शीमहालकमी वरत समनन।29 14 8 बि 20नः30 आदाण 23नः26 वरीाि बालव 6:13 18:01 नमिि िीशतशतरका वरत। अषटमी का शादध। j30 15 9 गर 22नः09 पिवणस 25नः33 पटरघ तनतल 6:13 18:00 ककण म

19नः05 सिवमी का शादध। मात िवमी। सयौभागवतीिा शादध।

1 अकट

16 10 शकर 23नः04 पष 26नः58 नशव वनरज 6:14 17:59 ककण भदा 10नः37 स 23नः04 तक। रशमी का शादध। करी बध कनया म 26ः45। j

2 17 11 शनि 23नः11 आशलषा 27नः35 नसदध बव 6:15 17:57 नसह म 27नः35 स

इशनदरा एकादशी वरत। एकारशी का शादध। महातमा राधी ियनती।

3 18 12 रनव 22नः30 मघा 27नः26 साध कयौलव 6:15 17:56 नसह सनानसिा शादध। मघा शादध। गजचछाा तोग 22नः30 स 27नः26 तक। दारशी का शादध।

4 19 13 सतोम 21नः06 प फालगिी 26नः35 शभ गर 6:16 17:55 नसह भदा 21नः06 स। सोम परदोष वरत। मासनशवरानतर वरत। तरतोरशी शादध। j

5 20 14 मगल 19नः05 उ फालगिी 25नः10 शकल नवनषट 6:16 17:54 कना म 8नः17 स

भदा 8नः06 तक। शसत-नवष-रघणटिानर (अपमत) स मतरो का शादध। गजचछाा तोग 25नः10 स।

6 21 30 बि 16नः35 हसत 23नः20 बरहम ऐनद

िाग 6:17 17:53 कना आशशन /महालय अमासया। सवणनपत शादध। चतरणशी/अमावसा का शादध। शादध समाति। अजात मतनतनि वालरो का शादध। नपत नवसजणि। गजचछाा तोग 16नः35 तक। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194321 वसतमबर स 6 अकटबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, शरद ऋतग आववन कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम21 6 1 मगल 29नः52 उ भादपरा 29नः06 गणड बालव 6:08 18:11 मीि शत कष (शाध) परारमभ। परनतपरा नतनि शादध।

गणडमल 29नः06 स। मगल हसत म 15नः44। j22 7 2 बि परानरि रवती परानरि वनदध तनतल 6:09 18:10 मीि नदतीा नतनि शादध। बध तला म 8ः20। 23 8 2 गर 6नः54 रवती 6नः44 धरव गर 6:10 18:08 मष म

6नः44 सभदा 19नः42 स। पचक समाति 6नः44। ततीा नतनि का शादध। j

24 9 3 शकर 8नः30 अनशविी 8नः54 वाघात नवनषट 6:10 18:07 मष भदा 8नः30 तक। शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 20ः15। भररी शादध। चतिगी शादध। गणडमल 8नः54 तक।

25 10 4 शनि 10नः37 भररी 11नः33 हषण बालव 6:11 18:06 वष म 18नः17 स। पचमी का शादध। j26 11 5 रनव 13नः05 कनरका 14नः33 वजर तनतल 6:11 18:05 वष चनद षषी वरत। 27 12 6 सतोम 15नः44 रतोनहरी 17नः42 नसनदध वनरज 6:12 18:04 वष भदा 15नः44 स 29नः01 तक। षषी का शादध। बि वकरी

10नः36। j28 13 7 मगल 18नः17 मगनशरा 20नः44 वनतपात बव 6:12 18:02 नमिि म 7नः14 स। सतिमी का शादध। शीमहालकमी वरत समनन।29 14 8 बि 20नः30 आदाण 23नः26 वरीाि बालव 6:13 18:01 नमिि िीशतशतरका वरत। अषटमी का शादध। j30 15 9 गर 22नः09 पिवणस 25नः33 पटरघ तनतल 6:13 18:00 ककण म

19नः05 सिवमी का शादध। मात िवमी। सयौभागवतीिा शादध।

1 अकट

16 10 शकर 23नः04 पष 26नः58 नशव वनरज 6:14 17:59 ककण भदा 10नः37 स 23नः04 तक। रशमी का शादध। करी बध कनया म 26ः45। j

2 17 11 शनि 23नः11 आशलषा 27नः35 नसदध बव 6:15 17:57 नसह म 27नः35 स

इशनदरा एकादशी वरत। एकारशी का शादध। महातमा राधी ियनती।

3 18 12 रनव 22नः30 मघा 27नः26 साध कयौलव 6:15 17:56 नसह सनानसिा शादध। मघा शादध। गजचछाा तोग 22नः30 स 27नः26 तक। दारशी का शादध।

4 19 13 सतोम 21नः06 प फालगिी 26नः35 शभ गर 6:16 17:55 नसह भदा 21नः06 स। सोम परदोष वरत। मासनशवरानतर वरत। तरतोरशी शादध। j

5 20 14 मगल 19नः05 उ फालगिी 25नः10 शकल नवनषट 6:16 17:54 कना म 8नः17 स

भदा 8नः06 तक। शसत-नवष-रघणटिानर (अपमत) स मतरो का शादध। गजचछाा तोग 25नः10 स।

6 21 30 बि 16नः35 हसत 23नः20 बरहम ऐनद

िाग 6:17 17:53 कना आशशन /महालय अमासया। सवणनपत शादध। चतरणशी/अमावसा का शादध। शादध समाति। अजात मतनतनि वालरो का शादध। नपत नवसजणि। गजचछाा तोग 16नः35 तक। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19437 अकटबर स 20 अकटबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, शरद ऋतग आववन शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम7 22 1 गर 13नः47 नचतरा 21नः13 विनत बव 6:18 17:51 तला म

10नः18 सशरद नरातर आरमभ, रिसिान परातः 6ः17 स 7ः07 तक। अशभशित महडततग 11ः45 स 12ः32 तक। महाराजा अगरसि जनती। मातामह (िािा/िािी) का शादध। j

8 23 2 शकर 10नः49 सवानत 18नः59 नवषकमभ कयौलव 6:18 17:50 तला चनदरशणि म 15, वकर बि हसत 4 म 27नः32।9 24 3 शनि 7नः49 नवशाखा 16नः47 परीनत गर 6:19 17:49 वनशचक म 11नः20 स। भदा 18नः23 स 28नः56 तक। j- - 4 शनि 28नः56 - - - - - - - चतिगी नतनि का कष।10 25 5 रनव 26नः15 अिरािा 14नः44 आषमाि बव 6:19 17:48 वनशचक उपाङ लनलता वरत। गणडमल 14नः44 स। j11 26 6 सतोम 23नः51 जषा 12नः56 सयौभाग कयौलव 6:20 17:47 िि म 12नः56 स। शनि मागगी 7नः45। सरसवती आवाहि मलभ।12 27 7 मगल 21नः48 मल 11नः26 शतोभि

अनतगणडगर 6:21 17:46 िि भदा 21नः48 स। सरसवती पजि प षा भ, भदकाली

अवतार, गणडमल 11नः26 तक। j13 28 8 बि 20नः08 पवाणषाढा 10नः19 सकमाण नवनषट 6:21 17:45 मकर म

16नः06 सभदा 8नः58 तक। सरसवती बनलराि उ षा भ, शीदरागषटमी, महाषटमी, बिाषटमी।

14 29 9 गर 18नः53 उरराषाढा 9नः35 िनत बालव 6:22 17:43 मकर महानमी (पजा, उपवास व बनलराि हत)। सरसवती नवसजणि शवर, िवरातर समाति। j

15 30 10 शकर 18नः03 शवर 9नः16 शल गर 6:23 17:42 कमभ म 21नः16

भदा 29नः51 स। पचक आरमभ 21नः16। शियादशमी (दशहरा)। अपरानजता शसतानर पजि। सीमतोललघि। सवाणिण नसनदध तोग।

16 31 11 शनि 17नः38 िनिषा 9नः22 गणड नवनषट 6:23 17:41 कमभ भदा 17नः38 तक। भरत नमलाप। ााकशा एकादशी वरत। j

17 1 कानतणक

12 रनव 17नः40 शतनभषा 9नः53 वनदध बालव 6:24 17:40 मीि म 28नः33 स

स ण तला म 13नः12। काशतगक सकराशनत म.30। णयकाल सकराशनत परात. 6ः48 स। आकाश रीपराि आरमभ। पदमिाि दारशी। नतरपषकर तोग 9नः53 स।

18 2 13 सतोम 18नः08 प भादपरा 10नः49 धरव तनतल 6:25 17:39 मीि परदोष वरत। रर मारथी 10ः55। बध मारथी 20ः43। j19 3 14 मगल 19नः04 उ भादपरा 12नः12 वाघात वनरज 6:25 17:38 मीि भदा 19नः04 स। शरद शणगमा वरत। कतोजागर वरत।

महारास पनरणमा(बरजभनम)। गणडमल 12नः12 स। 20 4 15 बि 20नः27 रवती 14नः02 हषण नवनषट 6:26 17:37 मष म

14नः02 सभदा 7नः46 तक। पचक समाति 14नः02। आशशन शणगमा। महनषण शीवालमीनक जनती। शीसतिारा र वरत। कानतणक-सिाि-निम-परारमभ। खीर-भतोग-अपणर। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19437 अकटबर स 20 अकटबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, शरद ऋतग आववन शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम7 22 1 गर 13नः47 नचतरा 21नः13 विनत बव 6:18 17:51 तला म

10नः18 सशरद नरातर आरमभ, रिसिान परातः 6ः17 स 7ः07 तक। अशभशित महडततग 11ः45 स 12ः32 तक। महाराजा अगरसि जनती। मातामह (िािा/िािी) का शादध। j

8 23 2 शकर 10नः49 सवानत 18नः59 नवषकमभ कयौलव 6:18 17:50 तला चनदरशणि म 15, वकर बि हसत 4 म 27नः32।9 24 3 शनि 7नः49 नवशाखा 16नः47 परीनत गर 6:19 17:49 वनशचक म 11नः20 स। भदा 18नः23 स 28नः56 तक। j- - 4 शनि 28नः56 - - - - - - - चतिगी नतनि का कष।10 25 5 रनव 26नः15 अिरािा 14नः44 आषमाि बव 6:19 17:48 वनशचक उपाङ लनलता वरत। गणडमल 14नः44 स। j11 26 6 सतोम 23नः51 जषा 12नः56 सयौभाग कयौलव 6:20 17:47 िि म 12नः56 स। शनि मागगी 7नः45। सरसवती आवाहि मलभ।12 27 7 मगल 21नः48 मल 11नः26 शतोभि

अनतगणडगर 6:21 17:46 िि भदा 21नः48 स। सरसवती पजि प षा भ, भदकाली

अवतार, गणडमल 11नः26 तक। j13 28 8 बि 20नः08 पवाणषाढा 10नः19 सकमाण नवनषट 6:21 17:45 मकर म

16नः06 सभदा 8नः58 तक। सरसवती बनलराि उ षा भ, शीदरागषटमी, महाषटमी, बिाषटमी।

14 29 9 गर 18नः53 उरराषाढा 9नः35 िनत बालव 6:22 17:43 मकर महानमी (पजा, उपवास व बनलराि हत)। सरसवती नवसजणि शवर, िवरातर समाति। j

15 30 10 शकर 18नः03 शवर 9नः16 शल गर 6:23 17:42 कमभ म 21नः16

भदा 29नः51 स। पचक आरमभ 21नः16। शियादशमी (दशहरा)। अपरानजता शसतानर पजि। सीमतोललघि। सवाणिण नसनदध तोग।

16 31 11 शनि 17नः38 िनिषा 9नः22 गणड नवनषट 6:23 17:41 कमभ भदा 17नः38 तक। भरत नमलाप। ााकशा एकादशी वरत। j

17 1 कानतणक

12 रनव 17नः40 शतनभषा 9नः53 वनदध बालव 6:24 17:40 मीि म 28नः33 स

स ण तला म 13नः12। काशतगक सकराशनत म.30। णयकाल सकराशनत परात. 6ः48 स। आकाश रीपराि आरमभ। पदमिाि दारशी। नतरपषकर तोग 9नः53 स।

18 2 13 सतोम 18नः08 प भादपरा 10नः49 धरव तनतल 6:25 17:39 मीि परदोष वरत। रर मारथी 10ः55। बध मारथी 20ः43। j19 3 14 मगल 19नः04 उ भादपरा 12नः12 वाघात वनरज 6:25 17:38 मीि भदा 19नः04 स। शरद शणगमा वरत। कतोजागर वरत।

महारास पनरणमा(बरजभनम)। गणडमल 12नः12 स। 20 4 15 बि 20नः27 रवती 14नः02 हषण नवनषट 6:26 17:37 मष म

14नः02 सभदा 7नः46 तक। पचक समाति 14नः02। आशशन शणगमा। महनषण शीवालमीनक जनती। शीसतिारा र वरत। कानतणक-सिाि-निम-परारमभ। खीर-भतोग-अपणर। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194321 अकटबर स 4 नवमबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, शरद - हमनत ऋतग कावतषक कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम21 5 1 गर 22नः17 अनशविी 16नः17 वजर बालव 6:27 17:36 मष मगल तला म 26नः01। गणडमल 16नः17 तक। स नस तो।22 6 2 शकर 24नः30 भररी 18नः56 नसनदध तनतल 6:27 17:35 वष म 25नः39 स। j23 7 3 शनि 27नः02 कनरका 21नः53 वनतपात वनरज 6:28 17:34 वष भदा 13नः46 स 27नः02 तक। हमनत ऋत आरमभ।24 8 4 रनव 29नः44 रतोनहरी 25नः02 वरीाि बव 6:29 17:33 वष वरत करा िौि (करक ितिथी)। शीरणश

ितिथी वरत। िनदरोदय 20ः00। रशरि चतिगी।25 9 5 सतोम परानरि मगनशरा 28नः11 पटरघ कयौलव 6:29 17:32 नमिि म 14नः37 स। सवाणिण नसनदध तोग। j26 10 5 मगल 8नः25 आदाण परानरि नशव तनतल 6:30 17:31 नमिि j27 11 6 बि 10नः51 आदाण 7नः08 नसदध वनरज 6:31 17:30 ककण म 27नः06 स। भदा 10नः51 स 23नः51 तक। सकनर षषी।28 12 7 गर 12नः50 पिवणस 9नः41 साध बव 6:32 17:29 ककण अहतोई अषटमी वरत (च वा )। स नस तो। j29 13 8 शकर 14नः10 पष 11नः38 शभ कयौलव 6:32 17:28 ककण रािाषटमी (मिरा)। रािाकणड सिाि। गणडमल 11नः38 स।30 14 9 शनि 14नः44 आशलषा 12नः52 शकल गर 6:33 17:28 नसह म भदा 26नः36 स। शकर मल 1 धन म 16ः10। j31 15 10 रनव 14नः28 मघा 13नः16 बरहम नवनषट 6:34 17:27 नसह भदा 14नः28 तक। गणडमल 13नः16 तक। j1

िवबर16 11 सतोम 13नः22 प फालगिी 12नः53 ऐनद बालव 6:35 17:26 कना म

18नः39 सरमा एकादशी वरत। गतोवतस दारशी। कयौमनर महतोतसव आरमभ।

2 17 12 मगल 11नः31 उ फालगिी 11नः44 विनत तनतल 6:35 17:25 कना भौम परदोष वरत। धन-तरयोदशी। यम-परीतयिग दीदान। बध तला म 9ः52। j

3 18 13 बि 9नः02 हसत 9नः58 नवषकमभ वनरज 6:36 17:24 तला म 20नः53 स

भदा 9नः02 स 19नः33 तक। शीहनमान ियनती (उ भा , अिणरानतर वानपिी)। मा तपणर। नरक ितदगशी (पर अररतोर वाली)। तलाभयर। र िौदश।

- - 14 बि 30नः04 - - - - - - - चतरणशी नतनि का कष।4 19 30 गर 26नः45 नचतरा

सवानत7नः42 29नः07

परीनत चतषपार 6:37 17:24 तला काशतगक अमासया। दीाली। शीमहालकमी िन। कबर-िा। (रख प 126) सा रीपराि रवाल। कयौमनर महतोतसव समपनन। शीमहावीर निवाणर। महाकाली पजा। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194321 अकटबर स 4 नवमबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, शरद - हमनत ऋतग कावतषक कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम21 5 1 गर 22नः17 अनशविी 16नः17 वजर बालव 6:27 17:36 मष मगल तला म 26नः01। गणडमल 16नः17 तक। स नस तो।22 6 2 शकर 24नः30 भररी 18नः56 नसनदध तनतल 6:27 17:35 वष म 25नः39 स। j23 7 3 शनि 27नः02 कनरका 21नः53 वनतपात वनरज 6:28 17:34 वष भदा 13नः46 स 27नः02 तक। हमनत ऋत आरमभ।24 8 4 रनव 29नः44 रतोनहरी 25नः02 वरीाि बव 6:29 17:33 वष वरत करा िौि (करक ितिथी)। शीरणश

ितिथी वरत। िनदरोदय 20ः00। रशरि चतिगी।25 9 5 सतोम परानरि मगनशरा 28नः11 पटरघ कयौलव 6:29 17:32 नमिि म 14नः37 स। सवाणिण नसनदध तोग। j26 10 5 मगल 8नः25 आदाण परानरि नशव तनतल 6:30 17:31 नमिि j27 11 6 बि 10नः51 आदाण 7नः08 नसदध वनरज 6:31 17:30 ककण म 27नः06 स। भदा 10नः51 स 23नः51 तक। सकनर षषी।28 12 7 गर 12नः50 पिवणस 9नः41 साध बव 6:32 17:29 ककण अहतोई अषटमी वरत (च वा )। स नस तो। j29 13 8 शकर 14नः10 पष 11नः38 शभ कयौलव 6:32 17:28 ककण रािाषटमी (मिरा)। रािाकणड सिाि। गणडमल 11नः38 स।30 14 9 शनि 14नः44 आशलषा 12नः52 शकल गर 6:33 17:28 नसह म भदा 26नः36 स। शकर मल 1 धन म 16ः10। j31 15 10 रनव 14नः28 मघा 13नः16 बरहम नवनषट 6:34 17:27 नसह भदा 14नः28 तक। गणडमल 13नः16 तक। j1

िवबर16 11 सतोम 13नः22 प फालगिी 12नः53 ऐनद बालव 6:35 17:26 कना म

18नः39 सरमा एकादशी वरत। गतोवतस दारशी। कयौमनर महतोतसव आरमभ।

2 17 12 मगल 11नः31 उ फालगिी 11नः44 विनत तनतल 6:35 17:25 कना भौम परदोष वरत। धन-तरयोदशी। यम-परीतयिग दीदान। बध तला म 9ः52। j

3 18 13 बि 9नः02 हसत 9नः58 नवषकमभ वनरज 6:36 17:24 तला म 20नः53 स

भदा 9नः02 स 19नः33 तक। शीहनमान ियनती (उ भा , अिणरानतर वानपिी)। मा तपणर। नरक ितदगशी (पर अररतोर वाली)। तलाभयर। र िौदश।

- - 14 बि 30नः04 - - - - - - - चतरणशी नतनि का कष।4 19 30 गर 26नः45 नचतरा

सवानत7नः42 29नः07

परीनत चतषपार 6:37 17:24 तला काशतगक अमासया। दीाली। शीमहालकमी िन। कबर-िा। (रख प 126) सा रीपराि रवाल। कयौमनर महतोतसव समपनन। शीमहावीर निवाणर। महाकाली पजा। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19435 नवमबर स 19 नवमबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, हमनत ऋतग कावतषक शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम5 20 1 शकर 23नः15 नवशाखा 26नः23 आषमाि

सयौभागनकसतघि 6:38 17:23 वनशचक म

21नः04 सअननकट। रोधगन िा। गतोकरीडा। बनलपजा। नवशवकमाण नरवस (पजाब)। j

6 21 2 शनि 19नः45 अिरािा 23नः39 शतोभि बालव 6:39 17:22 वनशचक भात (भाई) दि। यमशवितीया। नवशवकमाण पजि। मिा-सिाि। कलम-रवात पजि। गणडमल 23नः39 स।

7 22 3 रनव 16नः23 जषा 21नः05 अनतगणड गर 6:39 17:21 िि म 21नः05 स। भदा 26नः50 स। 8 23 4 सतोम 13नः17 मल 18नः49 सकमाण नवनषट 6:40 17:21 िि भदा 13नः17 तक। रवाण गरपनत वरत। गणडमल 18नः49

तक। j9 24 5 मगल 10नः36 पवाणषाढा 17नः00 िनत बालव 6:41 17:20 मकर म 22नः37 स। सयौभाग-जा पचमी। जाि पचमी (जि)।

10 25 6 बि 8नः26 उरराषाढा 15नः42 शल/गड तनतल 6:42 17:20 मकर सयग षषी ग (शबहार)। j- - 7 बि 30नः50 - - - - - - - सतिमी नतनि का कष।11 26 8 गर 29नः52 शवर 14नः59 वनदध नवनषट 6:43 17:19 कमभ म

26नः51 सभदा 6नः50 स 18नः21 तक। पचक आरमभ 26नः51। रोाषटमी। पषकर मला आरमभ।

12 27 9 शकर 29नः32 िनिषा 14नः53 धरव बालव 6:43 17:18 कमभ अकषय-ककमाणड नमी। आरतोग वरत। आमला-िवमी। j

13 28 10 शनि 29नः49 शतनभषा 15नः25 वाघात तनतल 6:44 17:18 कमभ बरहमपरानति वरत।14 29 11 रनव 30नः40 प भादपरा 16नः31 हषण वनरज 6:45 17:17 मीि म

10नः11 सभदा 18नः15 स 30नः40 तक। हररपरबोशधनी एकादशी वरत (समातग)। भीकमिक आरमभ। नहर ियनती (बाल-शदस)। िातमागसय-वरत-शनयम-समापत।

15 30 12 सतोम परानरि उ भादपरा 18नः09 वजर बव 6:46 17:17 मीि हररपरबोशधनी एकादशी वरत (कण)। तलसी शाह। हररपरबोधोतस। गणडमल 18नः09 स। j

16 1 मागण शीषण

12 मगल 8नः02 रवती 20नः14 नसनदध बालव 6:47 17:16 मष म 20नः14 स

पचक समाति 20नः14। भौम परदोष वरत। सयग शशिक म 13ः01। मारगशीषग सकराशनत, म.30, णयकाल स. परातः सययोदय स। आकाश रीपराि समाति। j

17 2 13 बि 9नः51 अनशविी 22नः43 वनतपात तनतल 6:48 17:16 मष वकणठ चतरणशी। गणडमल 22नः43 तक। 18 3 14 गर 12नः01 भररी 25नः29 वरीाि वनरज 6:48 17:15 मष भदा 12नः01 स 25नः15 तक। भीषमपचक समाति।

शीसतिारार वरत। नतरपरतोतसव। j19 4 15 शकर 14नः28 कनरका 28नः29 पटरघ बव 6:49 17:15 वष म

8नः13 सकाशतगक शणगमा। शीरर नानक ियनती। कानतणक सिाि समाति। गरसततोर खणडगरास चनदगरहर, रख प 25। पदमक तोग। कानतणकी।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19435 नवमबर स 19 नवमबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, हमनत ऋतग कावतषक शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम5 20 1 शकर 23नः15 नवशाखा 26नः23 आषमाि

सयौभागनकसतघि 6:38 17:23 वनशचक म

21नः04 सअननकट। रोधगन िा। गतोकरीडा। बनलपजा। नवशवकमाण नरवस (पजाब)। j

6 21 2 शनि 19नः45 अिरािा 23नः39 शतोभि बालव 6:39 17:22 वनशचक भात (भाई) दि। यमशवितीया। नवशवकमाण पजि। मिा-सिाि। कलम-रवात पजि। गणडमल 23नः39 स।

7 22 3 रनव 16नः23 जषा 21नः05 अनतगणड गर 6:39 17:21 िि म 21नः05 स। भदा 26नः50 स। 8 23 4 सतोम 13नः17 मल 18नः49 सकमाण नवनषट 6:40 17:21 िि भदा 13नः17 तक। रवाण गरपनत वरत। गणडमल 18नः49

तक। j9 24 5 मगल 10नः36 पवाणषाढा 17नः00 िनत बालव 6:41 17:20 मकर म 22नः37 स। सयौभाग-जा पचमी। जाि पचमी (जि)।

10 25 6 बि 8नः26 उरराषाढा 15नः42 शल/गड तनतल 6:42 17:20 मकर सयग षषी ग (शबहार)। j- - 7 बि 30नः50 - - - - - - - सतिमी नतनि का कष।11 26 8 गर 29नः52 शवर 14नः59 वनदध नवनषट 6:43 17:19 कमभ म

26नः51 सभदा 6नः50 स 18नः21 तक। पचक आरमभ 26नः51। रोाषटमी। पषकर मला आरमभ।

12 27 9 शकर 29नः32 िनिषा 14नः53 धरव बालव 6:43 17:18 कमभ अकषय-ककमाणड नमी। आरतोग वरत। आमला-िवमी। j

13 28 10 शनि 29नः49 शतनभषा 15नः25 वाघात तनतल 6:44 17:18 कमभ बरहमपरानति वरत।14 29 11 रनव 30नः40 प भादपरा 16नः31 हषण वनरज 6:45 17:17 मीि म

10नः11 सभदा 18नः15 स 30नः40 तक। हररपरबोशधनी एकादशी वरत (समातग)। भीकमिक आरमभ। नहर ियनती (बाल-शदस)। िातमागसय-वरत-शनयम-समापत।

15 30 12 सतोम परानरि उ भादपरा 18नः09 वजर बव 6:46 17:17 मीि हररपरबोशधनी एकादशी वरत (कण)। तलसी शाह। हररपरबोधोतस। गणडमल 18नः09 स। j

16 1 मागण शीषण

12 मगल 8नः02 रवती 20नः14 नसनदध बालव 6:47 17:16 मष म 20नः14 स

पचक समाति 20नः14। भौम परदोष वरत। सयग शशिक म 13ः01। मारगशीषग सकराशनत, म.30, णयकाल स. परातः सययोदय स। आकाश रीपराि समाति। j

17 2 13 बि 9नः51 अनशविी 22नः43 वनतपात तनतल 6:48 17:16 मष वकणठ चतरणशी। गणडमल 22नः43 तक। 18 3 14 गर 12नः01 भररी 25नः29 वरीाि वनरज 6:48 17:15 मष भदा 12नः01 स 25नः15 तक। भीषमपचक समाति।

शीसतिारार वरत। नतरपरतोतसव। j19 4 15 शकर 14नः28 कनरका 28नः29 पटरघ बव 6:49 17:15 वष म

8नः13 सकाशतगक शणगमा। शीरर नानक ियनती। कानतणक सिाि समाति। गरसततोर खणडगरास चनदगरहर, रख प 25। पदमक तोग। कानतणकी।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194320 नवमबर स 4 वदसमबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, हमनत ऋतग मागषशरीरष कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम20 5 1 शनि 17नः05 रतोनहरी परानरि नशव कयौलव 6:50 17:15 वष बि वनशचक म 28नः50। गर िनिषा 3 कमभ म 23नः19।

सवाणिण नसनदध तोग। j

21 6 2 रनव 19नः48 रतोनहरी 7नः36 नसदध गर 6:51 17:14 नमिि म 21नः10 स। j

22 7 3 सतोम 22नः28 मगनशरा 10नः44 साध वनरज 6:52 17:14 नमिि भदा 9नः08 स 22नः28 तक। सयौभाग सनररी वरत।

23 8 4 मगल 24नः56 आदाण 13नः44 शभ बव 6:53 17:14 नमिि अङगारकी शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 20ः18।

24 9 5 बि 27नः04 पिवणस 16नः29 शभ कयौलव 6:53 17:13 ककण 9नः50 स।

25 10 6 गर 28नः43 पष 18नः49 शकल गर 6:54 17:13 ककण भदा 28नः43 स। गणडमल 18नः49 स। स नस तो । j

26 11 7 शकर 29नः43 आशलषा 20नः36 बरहम नवनषट 6:55 17:13 नसह म 20नः36 स। भदा 17नः13 तक। गणडमल नवचार।

27 12 8 शनि 30नः01 मघा 21नः43 ऐनद विनत

बालव 6:56 17:13 नसह शीकालभरवाषटमी। भरव-जनती। गणडमल 21नः43 तक। j

28 13 9 रनव 29नः31 प फालगिी 22नः05 नवषकमभ तनतल 6:57 17:13 कना म 28नः04 स। मरल ग म उदय 30ः05।

29 14 10 सतोम 28नः14 उ फालगिी 21नः42 परीनत वनरज 6:58 17:13 कना भदा 16नः53 स 28नः14 तक। j

30 15 11 मगल 26नः14 हसत 20नः34 आषमाि बव 6:58 17:13 कना उतनना एकादशी वरत।

1नरस 16 12 बि 23नः36 नचतरा 18नः47 सयौभाग कयौलव 6:59 17:12 तला म 7नः45 स। j

2 17 13 गर 20नः27 सवानत 16नः27 शतोभि गर 7:00 17:12 तला भदा 20नः27 स 30नः42 तक। परदोष वरत। मासनशवरानतर वरत।

3 18 14 शकर 16नः56 नवशाखा 13नः44 अनतगणड शकनि 7:01 17:12 वनशचक म 8नः26 स। शीबालाजी जनती। j

4 19 30 शनि 13नः13 अिरािा 10नः47 सकमाण िनत

िाग 7:01 17:12 वनशचक मारगशीषग शशनासरी अमासया। मरल शशिक म 29ः57। गणडमल 10नः47 स।

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सयष दवकषणायन, हमनत ऋतग मागषशरीरष कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम20 5 1 शनि 17नः05 रतोनहरी परानरि नशव कयौलव 6:50 17:15 वष बि वनशचक म 28नः50। गर िनिषा 3 कमभ म 23नः19।

सवाणिण नसनदध तोग। j

21 6 2 रनव 19नः48 रतोनहरी 7नः36 नसदध गर 6:51 17:14 नमिि म 21नः10 स। j

22 7 3 सतोम 22नः28 मगनशरा 10नः44 साध वनरज 6:52 17:14 नमिि भदा 9नः08 स 22नः28 तक। सयौभाग सनररी वरत।

23 8 4 मगल 24नः56 आदाण 13नः44 शभ बव 6:53 17:14 नमिि अङगारकी शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 20ः18।

24 9 5 बि 27नः04 पिवणस 16नः29 शभ कयौलव 6:53 17:13 ककण 9नः50 स।

25 10 6 गर 28नः43 पष 18नः49 शकल गर 6:54 17:13 ककण भदा 28नः43 स। गणडमल 18नः49 स। स नस तो । j

26 11 7 शकर 29नः43 आशलषा 20नः36 बरहम नवनषट 6:55 17:13 नसह म 20नः36 स। भदा 17नः13 तक। गणडमल नवचार।

27 12 8 शनि 30नः01 मघा 21नः43 ऐनद विनत

बालव 6:56 17:13 नसह शीकालभरवाषटमी। भरव-जनती। गणडमल 21नः43 तक। j

28 13 9 रनव 29नः31 प फालगिी 22नः05 नवषकमभ तनतल 6:57 17:13 कना म 28नः04 स। मरल ग म उदय 30ः05।

29 14 10 सतोम 28नः14 उ फालगिी 21नः42 परीनत वनरज 6:58 17:13 कना भदा 16नः53 स 28नः14 तक। j

30 15 11 मगल 26नः14 हसत 20नः34 आषमाि बव 6:58 17:13 कना उतनना एकादशी वरत।

1नरस 16 12 बि 23नः36 नचतरा 18नः47 सयौभाग कयौलव 6:59 17:12 तला म 7नः45 स। j

2 17 13 गर 20नः27 सवानत 16नः27 शतोभि गर 7:00 17:12 तला भदा 20नः27 स 30नः42 तक। परदोष वरत। मासनशवरानतर वरत।

3 18 14 शकर 16नः56 नवशाखा 13नः44 अनतगणड शकनि 7:01 17:12 वनशचक म 8नः26 स। शीबालाजी जनती। j

4 19 30 शनि 13नः13 अिरािा 10नः47 सकमाण िनत

िाग 7:01 17:12 वनशचक मारगशीषग शशनासरी अमासया। मरल शशिक म 29ः57। गणडमल 10नः47 स।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19435 वदसमबर स 19 वदसमबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, हमनत ऋतग मागषशरीरष शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम5 20 1 रनव 9नः28 जषा

मल7नः47 28नः54

शल बव 7नः02 17नः13 िि म 7नः47 स

गणडमल 28नः54 स। सवाणिण नसनदध तोग। चनदरशणि म 30। j

- - 2 रनव 29नः51 - - - - - - - नदतीा नतनि का कष।6 21 3 सतोम 26नः32 पवाणषाढा 26नः19 गणड तनतल 7:03 17:13 िि -7 22 4 मगल 23नः41 उरराषाढा 24नः12 वनदध वनरज 7:04 17:13 मकर म 7नः44 स। भदा 13नः07 स 23नः41 तक। j8 23 5 बि 21नः27 शवर 22नः40 धरव बव 7:05 17:13 मकर शकर मकर म 14ः03। शीपचमी।

शीराम-नववाहतोतसव। िाग-पचमी। 9 24 6 गर 19नः55 िनिषा 21नः51 वाघात कयौलव 7:05 17:13 कमभ म

10नः10 सपचक आरमभ 10नः10। सकनर (गह) षषी। बध मल 1 धन म 30ः05। चमपा षषी। j

10 25 7 शकर 19नः10 शतनभषा 21नः48 हषण/वजर गर 7:06 17:13 कमभ भदा 19नः10 स 31नः12 तक। शमतर (शकण) सपतमी।11 26 8 शनि 19नः13 प भादपरा 22नः32 नसनदध बव 7:07 17:13 मीि म 16नः17 स। शीदरागषटमी। j12 27 9 रनव 20नः03 उ भादपरा 24नः00 वनतपात बालव 7:07 17:14 मीि िनरा-िवमी। गणडमल 24नः00 स। स नस तो । j13 28 10 सतोम 21नः33 रवती 26नः05 वरीाि तनतल 7:08 17:14 मष म 26नः05 स। पचक समाति 26नः05।14 29 11 मगल 23नः36 अनशविी 28नः40 पटरघ वनरज 7:09 17:14 मष भदा 10नः35 स 26नः36 तक। मोकषदा एकादशी वरत।

शीरीता ियनती। गणडमल 28नः40 तक। स नस तो । j15 1

पयौष12 बि 26नः02 भररी परानरि नशव बव 7:09 17:15 मष सयग मल 1 धन म 27ः42। ौष सकराशनत म.15,

णयकाल स. अरल शदन परातः 10ः06 तक। अखणड विादशी।

16 2 13 गर 28नः41 भररी 7नः35 नसदध कयौलव 7:10 17:15 वष म 14नः21 स। परदोष वरत। j17 3 14 शकर परानरि कनरका 10नः40 नसदध गर 7:10 17:15 वष नपशाचमतोचि शादध। नशव चतरणशी वरत।18 4 14 शनि 7नः25 रतोनहरी 13नः49 साध वनरज 7:11 17:16 नमिि म

27नः21 सभदा 7नः25 स 20नः46 तक। शीदततातरय ियनती। शीसतिारार वरत। नतरपरभरव-जनती।

19 5 15 रनव 10नः06 मगनशरा 16नः52 शभ बव 7:12 17:16 नमिि मारगशीषग शणगमा (सिािरािानर परातनः 10नः06 तक)। शकर करी 16ः04।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19435 वदसमबर स 19 वदसमबर 2021 तक

सयष दवकषणायन, हमनत ऋतग मागषशरीरष शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम5 20 1 रनव 9नः28 जषा

मल7नः47 28नः54

शल बव 7नः02 17नः13 िि म 7नः47 स

गणडमल 28नः54 स। सवाणिण नसनदध तोग। चनदरशणि म 30। j

- - 2 रनव 29नः51 - - - - - - - नदतीा नतनि का कष।6 21 3 सतोम 26नः32 पवाणषाढा 26नः19 गणड तनतल 7:03 17:13 िि -7 22 4 मगल 23नः41 उरराषाढा 24नः12 वनदध वनरज 7:04 17:13 मकर म 7नः44 स। भदा 13नः07 स 23नः41 तक। j8 23 5 बि 21नः27 शवर 22नः40 धरव बव 7:05 17:13 मकर शकर मकर म 14ः03। शीपचमी।

शीराम-नववाहतोतसव। िाग-पचमी। 9 24 6 गर 19नः55 िनिषा 21नः51 वाघात कयौलव 7:05 17:13 कमभ म

10नः10 सपचक आरमभ 10नः10। सकनर (गह) षषी। बध मल 1 धन म 30ः05। चमपा षषी। j

10 25 7 शकर 19नः10 शतनभषा 21नः48 हषण/वजर गर 7:06 17:13 कमभ भदा 19नः10 स 31नः12 तक। शमतर (शकण) सपतमी।11 26 8 शनि 19नः13 प भादपरा 22नः32 नसनदध बव 7:07 17:13 मीि म 16नः17 स। शीदरागषटमी। j12 27 9 रनव 20नः03 उ भादपरा 24नः00 वनतपात बालव 7:07 17:14 मीि िनरा-िवमी। गणडमल 24नः00 स। स नस तो । j13 28 10 सतोम 21नः33 रवती 26नः05 वरीाि तनतल 7:08 17:14 मष म 26नः05 स। पचक समाति 26नः05।14 29 11 मगल 23नः36 अनशविी 28नः40 पटरघ वनरज 7:09 17:14 मष भदा 10नः35 स 26नः36 तक। मोकषदा एकादशी वरत।

शीरीता ियनती। गणडमल 28नः40 तक। स नस तो । j15 1

पयौष12 बि 26नः02 भररी परानरि नशव बव 7:09 17:15 मष सयग मल 1 धन म 27ः42। ौष सकराशनत म.15,

णयकाल स. अरल शदन परातः 10ः06 तक। अखणड विादशी।

16 2 13 गर 28नः41 भररी 7नः35 नसदध कयौलव 7:10 17:15 वष म 14नः21 स। परदोष वरत। j17 3 14 शकर परानरि कनरका 10नः40 नसदध गर 7:10 17:15 वष नपशाचमतोचि शादध। नशव चतरणशी वरत।18 4 14 शनि 7नः25 रतोनहरी 13नः49 साध वनरज 7:11 17:16 नमिि म

27नः21 सभदा 7नः25 स 20नः46 तक। शीदततातरय ियनती। शीसतिारार वरत। नतरपरभरव-जनती।

19 5 15 रनव 10नः06 मगनशरा 16नः52 शभ बव 7:12 17:16 नमिि मारगशीषग शणगमा (सिािरािानर परातनः 10नः06 तक)। शकर करी 16ः04।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194320 वदसमबर 2021 स 2 जनवररी 2022 तक

सयष दवकषणायन, हमनत - वशवशर ऋतग पयौर कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम20 6 1 सतोम 12नः37 आदा 19नः46 शकल कयौलव 7:12 17:17 नमिि पयौष कषरपकष परारमभ। j

21 7 2 मगल 14नः54 पिवणस 22नः25 बरहम गर 7:13 17:17 ककण म 15नः47 स। भदा 27नः54 स। नशनशर ऋत आरमभ।

22 8 3 बि 16नः53 पष 24नः45 ऐनद नवनषट 7:13 17:18 ककण भदा 16नः53 तक। शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 20ः05। बध शशिम म उदय 17ः26। गणडमल 24नः45 स। j

23 9 4 गर 18नः28 आशलषा 26नः41 विनत बालव 7:14 17:18 नसह म 26नः41 स।

24 10 5 शकर 19नः35 मघा 28नः10 नवषकमभ तनतल 7:14 17:19 नसह गणडमल 28नः10 तक। j

25 11 6 शनि 20नः10 प फालगिी 29नः05 परीनत गर 7:15 17:19 नसह भदा 8नः10 स। ओकाराननद ियनती। ओकाराननद महोतस परारमभ।

26 12 7 रनव 20नः09 उ फालगिी 29नः26 आषमाि नवनषट 7:15 17:20 कना म 11नः14 स। भदा 8नः10 तक। सवाणिण नसनदध तोग। j

27 13 8 सतोम 19नः29 हसत 29नः07 सयौभ/शतोभ बालव 7:15 17:21 कना रनकमरी अषटमी। अषटका शादध।

28 14 9 मगल 18नः10 नचतरा 28नः11 अनतगणड गर 7:16 17:21 तला म 16नः44 स। भदा 29नः12 स। j

29 15 10 बि 16नः13 सवानत 26नः38 सकमाण नवनषट 7:16 17:22 तला भदा 16नः13 तक। बध मकर म 11ः32।

30 16 11 गर 13नः41 नवशाखा 24नः34 िनत बालव 7:16 17:22 वनशचक म 19नः08 स

सफला एकादशी वरत। करी शकर धन म 7ः54। j

31 17 12 शकर 10नः40 अिरािा 22नः04 शल तनतल 7:17 17:23 वनशचक भदा 31नः18 स। परदोष वरत। सरप दारशी। गणडमल 22नः04 स। सवाणिण नसनदध तोग। ओकाराननद महोतस समापत।

- - 13 शकर 31नः18 - - - - - - - तरतोरशी नतनि का कष।

1 जिवरी

18 14 शनि 27नः42 जषा 19नः17 गणड नवनषट 7:17 17:24 िि म 19नः17 स

भदा 17नः30 तक। मासनशवरानतर वरत। िनरी 2022 ई. आरमभ।

2 19 30 रनव 24नः04 मल 16नः23 वनदध/धरव चतषपार 7:17 17:25 िि ौष अमासया (सिािरािानर)। शकर वािणक आरमभ 25नः15। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194320 वदसमबर 2021 स 2 जनवररी 2022 तक

सयष दवकषणायन, हमनत - वशवशर ऋतग पयौर कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम20 6 1 सतोम 12नः37 आदा 19नः46 शकल कयौलव 7:12 17:17 नमिि पयौष कषरपकष परारमभ। j

21 7 2 मगल 14नः54 पिवणस 22नः25 बरहम गर 7:13 17:17 ककण म 15नः47 स। भदा 27नः54 स। नशनशर ऋत आरमभ।

22 8 3 बि 16नः53 पष 24नः45 ऐनद नवनषट 7:13 17:18 ककण भदा 16नः53 तक। शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 20ः05। बध शशिम म उदय 17ः26। गणडमल 24नः45 स। j

23 9 4 गर 18नः28 आशलषा 26नः41 विनत बालव 7:14 17:18 नसह म 26नः41 स।

24 10 5 शकर 19नः35 मघा 28नः10 नवषकमभ तनतल 7:14 17:19 नसह गणडमल 28नः10 तक। j

25 11 6 शनि 20नः10 प फालगिी 29नः05 परीनत गर 7:15 17:19 नसह भदा 8नः10 स। ओकाराननद ियनती। ओकाराननद महोतस परारमभ।

26 12 7 रनव 20नः09 उ फालगिी 29नः26 आषमाि नवनषट 7:15 17:20 कना म 11नः14 स। भदा 8नः10 तक। सवाणिण नसनदध तोग। j

27 13 8 सतोम 19नः29 हसत 29नः07 सयौभ/शतोभ बालव 7:15 17:21 कना रनकमरी अषटमी। अषटका शादध।

28 14 9 मगल 18नः10 नचतरा 28नः11 अनतगणड गर 7:16 17:21 तला म 16नः44 स। भदा 29नः12 स। j

29 15 10 बि 16नः13 सवानत 26नः38 सकमाण नवनषट 7:16 17:22 तला भदा 16नः13 तक। बध मकर म 11ः32।

30 16 11 गर 13नः41 नवशाखा 24नः34 िनत बालव 7:16 17:22 वनशचक म 19नः08 स

सफला एकादशी वरत। करी शकर धन म 7ः54। j

31 17 12 शकर 10नः40 अिरािा 22नः04 शल तनतल 7:17 17:23 वनशचक भदा 31नः18 स। परदोष वरत। सरप दारशी। गणडमल 22नः04 स। सवाणिण नसनदध तोग। ओकाराननद महोतस समापत।

- - 13 शकर 31नः18 - - - - - - - तरतोरशी नतनि का कष।

1 जिवरी

18 14 शनि 27नः42 जषा 19नः17 गणड नवनषट 7:17 17:24 िि म 19नः17 स

भदा 17नः30 तक। मासनशवरानतर वरत। िनरी 2022 ई. आरमभ।

2 19 30 रनव 24नः04 मल 16नः23 वनदध/धरव चतषपार 7:17 17:25 िि ौष अमासया (सिािरािानर)। शकर वािणक आरमभ 25नः15। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19433 जनवररी स 17 जनवररी 2022 तक

सयष दवकषणायन - उततरायण, वशवशर ऋतग पयौर शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम3 20 1 सतोम 20नः32 पवाणषाढा 13नः33 वाघात नकसतघि 7:17 17:25 मकर म 18नः52 स। j4 21 2 मगल 17नः20 उरराषाढा 10नः57 हषण कयौलव 7:18 17:26 मकर आरतोग वरत।5 22 3 बि 14नः35 शवर

िनिषा8नः46 31नः11

वजर गर 7:18 17:27 कमभ म 19नः54 स

भदा 25नः33 स। पचक आरमभ 19नः54 स। करी शकर शशिम म असत 25ः15। बि शवर म 18नः12। j

6 23 4 गर 12नः30 शतनभषा 30नः21 नसनदध नवनषट 7:18 17:28 कमभ भदा 12नः30 तक।7 24 5 शकर 11नः11 प भादपरा 30नः20 वनतपात बालव 7:18 17:28 मीि म 24नः15 स। j8 25 6 शनि 10नः44 उ भादपरा 31नः10 वरीाि तनतल 7:18 17:29 मीि -9 26 7 रनव 11नः09 रवती परानरि पटरघ वनरज 7:18 17:30 मीि भदा 11नः09 स 23नः47 तक। मातणणड सतिमी। शीगर

गतोनवनर नसह जनती (पराचीिमत। गणडमल 7नः10 स। 10 27 8 सतोम 12नः25 रवती 8नः49 नशव बव 7:18 17:31 मष म

8नः49 सपचक समाति 8नः49। शीरगाणषटमी। महारद वरत। गणडमल नवचार। j

11 28 9 मगल 14नः22 अनशविी 11नः10 नसदध कयौलव 7:18 17:32 मष गणडमल 11नः10 तक। सवाणिण नसनदध तोग।12 29 10 बि 16नः50 भररी 14नः00 साध गर 7:18 17:32 वष म

20नः46 सभदा 30नः12 स। करी शकर ग म उदय 17ः40। j

13 30 11 गर 19नः33 कनरका 17नः07 शभ नवनषट 7:18 17:33 वष भदा 19नः33 तक। तरदा एकादशी वरत। लोहडी ग (प , हटर , नरलली आनर)।

14 1 माघ

12 शकर 22नः20 रतोनहरी 20नः18 शकल बव 7:18 17:34 वष सयग मकर म 14ः29। मकर (मार) सकराशनत, म.45, णयकाल स. परातः8ः05 बाद। शनरयण उततरायण आरमभ। बध करी 17ः07। सजनम दारशी। j

15 2 13 शनि 24नः58 मगनशरा 23नः21 बरहम कयौलव 7:18 17:35 नमिि म 9नः51 स। शशन परदोष वरत। शकर बालतव समाति 17नः40।16 3 14 रनव 27नः19 आदाण 26नः09 ऐनद गर 7:17 17:36 नमिि भदा 27नः19 स। मगल मल 1 िि म 16नः30। ईशाि

वरत। j17 4 15 सतोम 29नः18 पिवणस 28नः37 विनत नवनषट 7:17 17:37 ककण म

22नः02 सभदा 16नः19। ौष शणगमा। मार सनान आरमभ। शीसतिारार वरत। शाकमभरी जनती। वकरी बि पनशचम म असत 8नः50।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19433 जनवररी स 17 जनवररी 2022 तक

सयष दवकषणायन - उततरायण, वशवशर ऋतग पयौर शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम3 20 1 सतोम 20नः32 पवाणषाढा 13नः33 वाघात नकसतघि 7:17 17:25 मकर म 18नः52 स। j4 21 2 मगल 17नः20 उरराषाढा 10नः57 हषण कयौलव 7:18 17:26 मकर आरतोग वरत।5 22 3 बि 14नः35 शवर

िनिषा8नः46 31नः11

वजर गर 7:18 17:27 कमभ म 19नः54 स

भदा 25नः33 स। पचक आरमभ 19नः54 स। करी शकर शशिम म असत 25ः15। बि शवर म 18नः12। j

6 23 4 गर 12नः30 शतनभषा 30नः21 नसनदध नवनषट 7:18 17:28 कमभ भदा 12नः30 तक।7 24 5 शकर 11नः11 प भादपरा 30नः20 वनतपात बालव 7:18 17:28 मीि म 24नः15 स। j8 25 6 शनि 10नः44 उ भादपरा 31नः10 वरीाि तनतल 7:18 17:29 मीि -9 26 7 रनव 11नः09 रवती परानरि पटरघ वनरज 7:18 17:30 मीि भदा 11नः09 स 23नः47 तक। मातणणड सतिमी। शीगर

गतोनवनर नसह जनती (पराचीिमत। गणडमल 7नः10 स। 10 27 8 सतोम 12नः25 रवती 8नः49 नशव बव 7:18 17:31 मष म

8नः49 सपचक समाति 8नः49। शीरगाणषटमी। महारद वरत। गणडमल नवचार। j

11 28 9 मगल 14नः22 अनशविी 11नः10 नसदध कयौलव 7:18 17:32 मष गणडमल 11नः10 तक। सवाणिण नसनदध तोग।12 29 10 बि 16नः50 भररी 14नः00 साध गर 7:18 17:32 वष म

20नः46 सभदा 30नः12 स। करी शकर ग म उदय 17ः40। j

13 30 11 गर 19नः33 कनरका 17नः07 शभ नवनषट 7:18 17:33 वष भदा 19नः33 तक। तरदा एकादशी वरत। लोहडी ग (प , हटर , नरलली आनर)।

14 1 माघ

12 शकर 22नः20 रतोनहरी 20नः18 शकल बव 7:18 17:34 वष सयग मकर म 14ः29। मकर (मार) सकराशनत, म.45, णयकाल स. परातः8ः05 बाद। शनरयण उततरायण आरमभ। बध करी 17ः07। सजनम दारशी। j

15 2 13 शनि 24नः58 मगनशरा 23नः21 बरहम कयौलव 7:18 17:35 नमिि म 9नः51 स। शशन परदोष वरत। शकर बालतव समाति 17नः40।16 3 14 रनव 27नः19 आदाण 26नः09 ऐनद गर 7:17 17:36 नमिि भदा 27नः19 स। मगल मल 1 िि म 16नः30। ईशाि

वरत। j17 4 15 सतोम 29नः18 पिवणस 28नः37 विनत नवनषट 7:17 17:37 ककण म

22नः02 सभदा 16नः19। ौष शणगमा। मार सनान आरमभ। शीसतिारार वरत। शाकमभरी जनती। वकरी बि पनशचम म असत 8नः50।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194318 जनवररी स 1 फरवररी 2022 तक

सयष उततरायण, वशवशर ऋतग माघ कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम18 5 1 मगल 30नः54 पष 30नः42 नवषकमभ बालव 7:17 17:38 ककण गर शतनभषा 2 म 15नः37। j19 6 2 बि परानरि आशलषा परानरि परीनत तनतल 7:17 17:38 ककण शशन शशिम म असत 7ः18। गणडमल 6नः42 स।20 7 2 गर 8नः06 आशलषा 8नः24 आषमाि गर 7:17 17:39 नसह म 8नः24 स। भदा 20नः29 स। j21 8 3 शकर 8नः52 मघा 9नः43 सयौभाग नवनषट 7:16 17:40 नसह भदा 8नः52 तक। शीरणश सकषट ितिथी वरत। िनदरोदय

20ः55। गयौरी-वकरतणड चतिगी। ग म 9नः43 तक। 22 9 4 शनि 9नः15 प फालगिी 10नः38 शतोभि बालव 7:16 17:41 कना म 16नः48 स। वकरी बि उरराषाढा 4 म 25नः14। j23 10 5 रनव 9नः13 उ फालगिी 11नः09 अनतगणड तनतल 7:16 17:42 कना सभाषचनद बतोस जनती। सवाणिण नसनदध तोग।24 11 6 सतोम 8नः44 हसत 11नः15 सकमाण वनरज 7:15 17:43 तला म 23नः08 स। भदा 8नः44 स 20नः17 तक। j25 12 7 मगल 7नः49 नचतरा 10नः55 िनत/शल बव 7:15 17:44 तला -- - 8 मगल 30नः26 - - - - - - - अषटमी नतनि का कष।26 13 9 बि 28नः35 सवानत 10नः06 गणड तनतल 7:14 17:45 वनशचक म 27नः12 स। भारत रणतनतर शदस।27 14 10 गर 26नः17 नवशाखा

अिरािा8नः51 31नः10

वनदध वनरज 7:14 17:45 वनशचक भदा 15नः26 स 26नः17 तक। j

28 15 11 शकर 23नः36 जषा 29नः08 धरव बव 7:13 17:46 िि म 29नः08 स। षि शतला एकादशी वरत। गणडमल 7नः10 स।29 16 12 शनि 20नः38 मल 26नः49 वाघात कयौलव 7:13 17:47 िि शतल-विादशी। शकर मारथी 14ः17। गणडमल 26नः49

तक। वकरी बि पवण म उर 29नः42। j30 17 13 रनव 17नः29 पवाणषाढा 24नः23 हषण वनरज 7:12 17:48 मकर म

29नः46 सभदा 17नः29 स 27नः54 तक। परदोष वरत। मासनशवरानतर वरत।

31 18 14 सतोम 14नः19 उरराषाढा 21नः58 वजर/नसनदध शकनि 7:12 17:49 मकर शतकाययष अमासया (14ः19 बाद)। तीिगसनान तगणाशद का माहातमय - 2 नरि (हटरदार, परागराजानर)। j

1 फर वरी

19 30 मगल 11नः16 शवर 19नः44 वनतपात िाग 7:11 17:50 कमभ म 30नः45 स

पचक आरमभ 30नः45। मार (मौनी) अमासया (सनानदानाशद)। भौमती अमासया, महोदय योर (परातः 6ः41 स 11ः16 तक), तीिणसिाि माहातम।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194318 जनवररी स 1 फरवररी 2022 तक

सयष उततरायण, वशवशर ऋतग माघ कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम18 5 1 मगल 30नः54 पष 30नः42 नवषकमभ बालव 7:17 17:38 ककण गर शतनभषा 2 म 15नः37। j19 6 2 बि परानरि आशलषा परानरि परीनत तनतल 7:17 17:38 ककण शशन शशिम म असत 7ः18। गणडमल 6नः42 स।20 7 2 गर 8नः06 आशलषा 8नः24 आषमाि गर 7:17 17:39 नसह म 8नः24 स। भदा 20नः29 स। j21 8 3 शकर 8नः52 मघा 9नः43 सयौभाग नवनषट 7:16 17:40 नसह भदा 8नः52 तक। शीरणश सकषट ितिथी वरत। िनदरोदय

20ः55। गयौरी-वकरतणड चतिगी। ग म 9नः43 तक। 22 9 4 शनि 9नः15 प फालगिी 10नः38 शतोभि बालव 7:16 17:41 कना म 16नः48 स। वकरी बि उरराषाढा 4 म 25नः14। j23 10 5 रनव 9नः13 उ फालगिी 11नः09 अनतगणड तनतल 7:16 17:42 कना सभाषचनद बतोस जनती। सवाणिण नसनदध तोग।24 11 6 सतोम 8नः44 हसत 11नः15 सकमाण वनरज 7:15 17:43 तला म 23नः08 स। भदा 8नः44 स 20नः17 तक। j25 12 7 मगल 7नः49 नचतरा 10नः55 िनत/शल बव 7:15 17:44 तला -- - 8 मगल 30नः26 - - - - - - - अषटमी नतनि का कष।26 13 9 बि 28नः35 सवानत 10नः06 गणड तनतल 7:14 17:45 वनशचक म 27नः12 स। भारत रणतनतर शदस।27 14 10 गर 26नः17 नवशाखा

अिरािा8नः51 31नः10

वनदध वनरज 7:14 17:45 वनशचक भदा 15नः26 स 26नः17 तक। j

28 15 11 शकर 23नः36 जषा 29नः08 धरव बव 7:13 17:46 िि म 29नः08 स। षि शतला एकादशी वरत। गणडमल 7नः10 स।29 16 12 शनि 20नः38 मल 26नः49 वाघात कयौलव 7:13 17:47 िि शतल-विादशी। शकर मारथी 14ः17। गणडमल 26नः49

तक। वकरी बि पवण म उर 29नः42। j30 17 13 रनव 17नः29 पवाणषाढा 24नः23 हषण वनरज 7:12 17:48 मकर म

29नः46 सभदा 17नः29 स 27नः54 तक। परदोष वरत। मासनशवरानतर वरत।

31 18 14 सतोम 14नः19 उरराषाढा 21नः58 वजर/नसनदध शकनि 7:12 17:49 मकर शतकाययष अमासया (14ः19 बाद)। तीिगसनान तगणाशद का माहातमय - 2 नरि (हटरदार, परागराजानर)। j

1 फर वरी

19 30 मगल 11नः16 शवर 19नः44 वनतपात िाग 7:11 17:50 कमभ म 30नः45 स

पचक आरमभ 30नः45। मार (मौनी) अमासया (सनानदानाशद)। भौमती अमासया, महोदय योर (परातः 6ः41 स 11ः16 तक), तीिणसिाि माहातम।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19432 फरवररी स 16 फरवररी 2022 तक

सयष उततरायण, वशवशर ऋतग माघ शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम2 20 1 बि 8नः32 िनिषा 17नः53 वरीाि बव 7:11 17:51 कमभ रपत नरातर आरमभ।- - 2 बि 30नः16 - - - - - - - नदनता नतनि का कष।3 21 3 गर 28नः39 शतनभषा 16नः35 पटरघ तनतल 7:10 17:52 कमभ रौरी ततीया (रोतरी) वरत।4 22 4 शकर 27नः48 प भादपरा 15नः58 नशव वनरज 7:09 17:52 मीि म

10नः03 सभदा 16नः14 स 27नः48 तक। शीरणश शतल ितिथी। रद (कनद) ितिथी। बध मारथी 9ः40। j

5 23 5 शनि 27नः47 उ भादपरा 16नः09 नसदध बव 7:09 17:53 मीि सनत-िमी। शीपञमी। सरसती िन। वागशवरी जनती। गम 16नः09 स।

6 24 6 रनव 28नः39 रवती 17नः10 साध कयौलव 7:08 17:54 मष म 17नः10 स। पचक समाति 17नः10। j7 25 7 सतोम 30नः17 अनशविी 18नः59 शभ गर 7:07 17:55 मष भदा 30नः17 स। रि-आरतोग-पतर सतिमी वरत।

गणडमल 18नः59 तक। 8 26 8 मगल परानरि भररी 21नः27 शकल नवनषट 7:07 17:56 वष म 28नः09 स। भदा 19नः24 तक। भीकमाषटमी। j9 27 8 बि 8नः31 कनरका 24नः23 बरहम बव 7:06 17:57 वष -

10 28 9 गर 11नः09 रतोनहरी 27नः32 ऐनद कयौलव 7:05 17:57 वष रपत नरातर समापत। j11 29 10 शकर 13नः53 मगनशरा 30नः37 विनत गर 7:04 17:58 नमिि म 17नः06 स। भदा 27नः11 स। नरातर-ारणा।12 1

फालग ि

11 शनि 16नः28 आदाण परानरि नवषकमभ नवनषट 7:03 17:59 नमिि भदा 16नः28 तक। िया एकादशी वरत। सयग कमभ म 27ः26। फालरन सकराशनत म.15, णयकाल स. अरल शदन परातः 9ः50 तक। j

13 2 12 रनव 18नः42 आदाण 9नः27 परीनत बालव 7:03 18:00 ककण म 29नः19 स। भीकम-विादशी। नतल दारशी। 14 3 13 सतोम 20नः29 पिवणस 11नः53 आषमाि कयौलव 7:02 18:01 ककण सोम परदोष वरत। j15 4 14 मगल 21नः43 पष 13नः49 सयौभाग गर 7:01 18:01 ककण भदा 21नः43 स। गणडमल 13नः49 स।16 5 15 बि 22नः27 आशलषा 15नः14 शतोभि नवनषट 7:00 18:02 नसह म

15नः14 सभदा 10नः05 तक। मार शणगमा। मारसनान समापत। शीरर रशदास ियनती। शीलशलता ियनती। j

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u u u u u 93 u u u u u

शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19432 फरवररी स 16 फरवररी 2022 तक

सयष उततरायण, वशवशर ऋतग माघ शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम2 20 1 बि 8नः32 िनिषा 17नः53 वरीाि बव 7:11 17:51 कमभ रपत नरातर आरमभ।- - 2 बि 30नः16 - - - - - - - नदनता नतनि का कष।3 21 3 गर 28नः39 शतनभषा 16नः35 पटरघ तनतल 7:10 17:52 कमभ रौरी ततीया (रोतरी) वरत।4 22 4 शकर 27नः48 प भादपरा 15नः58 नशव वनरज 7:09 17:52 मीि म

10नः03 सभदा 16नः14 स 27नः48 तक। शीरणश शतल ितिथी। रद (कनद) ितिथी। बध मारथी 9ः40। j

5 23 5 शनि 27नः47 उ भादपरा 16नः09 नसदध बव 7:09 17:53 मीि सनत-िमी। शीपञमी। सरसती िन। वागशवरी जनती। गम 16नः09 स।

6 24 6 रनव 28नः39 रवती 17नः10 साध कयौलव 7:08 17:54 मष म 17नः10 स। पचक समाति 17नः10। j7 25 7 सतोम 30नः17 अनशविी 18नः59 शभ गर 7:07 17:55 मष भदा 30नः17 स। रि-आरतोग-पतर सतिमी वरत।

गणडमल 18नः59 तक। 8 26 8 मगल परानरि भररी 21नः27 शकल नवनषट 7:07 17:56 वष म 28नः09 स। भदा 19नः24 तक। भीकमाषटमी। j9 27 8 बि 8नः31 कनरका 24नः23 बरहम बव 7:06 17:57 वष -

10 28 9 गर 11नः09 रतोनहरी 27नः32 ऐनद कयौलव 7:05 17:57 वष रपत नरातर समापत। j11 29 10 शकर 13नः53 मगनशरा 30नः37 विनत गर 7:04 17:58 नमिि म 17नः06 स। भदा 27नः11 स। नरातर-ारणा।12 1

फालग ि

11 शनि 16नः28 आदाण परानरि नवषकमभ नवनषट 7:03 17:59 नमिि भदा 16नः28 तक। िया एकादशी वरत। सयग कमभ म 27ः26। फालरन सकराशनत म.15, णयकाल स. अरल शदन परातः 9ः50 तक। j

13 2 12 रनव 18नः42 आदाण 9नः27 परीनत बालव 7:03 18:00 ककण म 29नः19 स। भीकम-विादशी। नतल दारशी। 14 3 13 सतोम 20नः29 पिवणस 11नः53 आषमाि कयौलव 7:02 18:01 ककण सोम परदोष वरत। j15 4 14 मगल 21नः43 पष 13नः49 सयौभाग गर 7:01 18:01 ककण भदा 21नः43 स। गणडमल 13नः49 स।16 5 15 बि 22नः27 आशलषा 15नः14 शतोभि नवनषट 7:00 18:02 नसह म

15नः14 सभदा 10नः05 तक। मार शणगमा। मारसनान समापत। शीरर रशदास ियनती। शीलशलता ियनती। j

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u u u u u 94 u u u u u

शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194317 फरवररी स 2 माचष 2022 तक

सयष उततरायण, वशवशर - वसनत ऋतग फालगगन कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम17 6 1 गर 22नः41 मघा 16नः11 अनतगणड बालव 6:59 18:03 नसह गणडमल 16नः11 तक।

18 7 2 शकर 22नः30 प फालगिी 16नः42 सकमाण तनतल 6:58 18:04 कना म 22नः46 स। वसनत ऋत आरमभ। सवाणिण नसनदध तोग। j

19 8 3 शनि 21नः57 उ फालगिी 16नः51 िनत वनरज 6:57 18:05 कना भदा 10नः14 स 21नः57 तक।

20 9 4 रनव 21नः06 हसत 16नः42 शल बव 6:56 18:05 तला म 28नः31 स

शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 21ः47। सवाणिण नसनदध तोग 16नः42 तक।

21 10 5 सतोम 19नः58 नचतरा 16नः17 गणड कयौलव 6:55 18:06 तला शशन ग म उदय 18ः11। गर वािणक आरमभ 8नः50। j

22 11 6 मगल 18नः35 सवानत 15नः36 वनदध गर 6:54 18:07 तला भदा 18नः35 स 29नः46 तक।

23 12 7 बि 16नः57 नवशाखा 14नः41 धरव/वा बव 6:53 18:08 वनशचक म 8नः56 स। शीिाि-उतसव। j

24 13 8 गर 15नः04 अिरािा 13नः31 हषण कयौलव 6:52 18:08 वनशचक रर शशिम म असत 8ः50। जािकी-वरत।

25 14 9 शकर 12नः58 जषा 12नः07 वजर गर 6:51 18:09 िि म 12नः07 स। भदा 23नः49 स। j

26 15 10 शनि 10नः40 मल 10नः32 नसनदध नवनषट 6:50 18:10 िि भदा 10नः40 तक। मगल मकर म 15नः49। शिया एकादशी वरत (समातग)। गणडमल 10नः32 तक।

27 16 11 रनव 8नः13 पवाणषाढा 8नः49 वनतपात बालव 6:49 18:10 मकर म 14नः22 स

नवजा एकारशी वरत (वषरव)। शकर मकर म 10ः15। शतरसशाग महाविादशी। j

- - 12 रनव 29नः43 - - - - - - - दारशी नतनि का कष।

28 17 13 सतोम 27नः17 उरराषाढा शवर

7नः02 29नः19

वरीाि गर 6:48 18:11 मकर भदा 27नः12 स। सोम परदोष वरत। सवाणिण नसनदध तोग 7नः02 स। j

1 माचण

18 14 मगल 25नः01 िनिषा 27नः48 पटरघ नवनषट 6:47 18:12 कमभ म 16नः31 स

भदा 14नः09 तक। पचक आरमभ 16नः31। शीमहाशशराशतर वरत। आशम म शीभीडभजिन महाद की रात म 4 परहर की िा ए अशभषक।

2 19 30 बि 23नः05 शतनभषा 26नः37 नशव/नसदध चतषपार 6:46 18:13 कमभ फालरन अमासया। गर प भादपरा 1 म 11नः09। j

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u u u u u 95 u u u u u

शरी ववकरम समवत 2078, शाक 194317 फरवररी स 2 माचष 2022 तक

सयष उततरायण, वशवशर - वसनत ऋतग फालगगन कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम17 6 1 गर 22नः41 मघा 16नः11 अनतगणड बालव 6:59 18:03 नसह गणडमल 16नः11 तक।

18 7 2 शकर 22नः30 प फालगिी 16नः42 सकमाण तनतल 6:58 18:04 कना म 22नः46 स। वसनत ऋत आरमभ। सवाणिण नसनदध तोग। j

19 8 3 शनि 21नः57 उ फालगिी 16नः51 िनत वनरज 6:57 18:05 कना भदा 10नः14 स 21नः57 तक।

20 9 4 रनव 21नः06 हसत 16नः42 शल बव 6:56 18:05 तला म 28नः31 स

शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 21ः47। सवाणिण नसनदध तोग 16नः42 तक।

21 10 5 सतोम 19नः58 नचतरा 16नः17 गणड कयौलव 6:55 18:06 तला शशन ग म उदय 18ः11। गर वािणक आरमभ 8नः50। j

22 11 6 मगल 18नः35 सवानत 15नः36 वनदध गर 6:54 18:07 तला भदा 18नः35 स 29नः46 तक।

23 12 7 बि 16नः57 नवशाखा 14नः41 धरव/वा बव 6:53 18:08 वनशचक म 8नः56 स। शीिाि-उतसव। j

24 13 8 गर 15नः04 अिरािा 13नः31 हषण कयौलव 6:52 18:08 वनशचक रर शशिम म असत 8ः50। जािकी-वरत।

25 14 9 शकर 12नः58 जषा 12नः07 वजर गर 6:51 18:09 िि म 12नः07 स। भदा 23नः49 स। j

26 15 10 शनि 10नः40 मल 10नः32 नसनदध नवनषट 6:50 18:10 िि भदा 10नः40 तक। मगल मकर म 15नः49। शिया एकादशी वरत (समातग)। गणडमल 10नः32 तक।

27 16 11 रनव 8नः13 पवाणषाढा 8नः49 वनतपात बालव 6:49 18:10 मकर म 14नः22 स

नवजा एकारशी वरत (वषरव)। शकर मकर म 10ः15। शतरसशाग महाविादशी। j

- - 12 रनव 29नः43 - - - - - - - दारशी नतनि का कष।

28 17 13 सतोम 27नः17 उरराषाढा शवर

7नः02 29नः19

वरीाि गर 6:48 18:11 मकर भदा 27नः12 स। सोम परदोष वरत। सवाणिण नसनदध तोग 7नः02 स। j

1 माचण

18 14 मगल 25नः01 िनिषा 27नः48 पटरघ नवनषट 6:47 18:12 कमभ म 16नः31 स

भदा 14नः09 तक। पचक आरमभ 16नः31। शीमहाशशराशतर वरत। आशम म शीभीडभजिन महाद की रात म 4 परहर की िा ए अशभषक।

2 19 30 बि 23नः05 शतनभषा 26नः37 नशव/नसदध चतषपार 6:46 18:13 कमभ फालरन अमासया। गर प भादपरा 1 म 11नः09। j

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19433 माचष स 18 माचष 2022 तक

सयष उततरायण, वसनत ऋतग फालगगन शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम3 20 1 गर 21नः37 प भादपरा 25नः56 साध नकसतघि 6:45 18:13 मीि म 20नः03 स। j4 21 2 शकर 20नः46 उ भादपरा 25नः52 शभ बालव 6:44 18:14 मीि शीरामकषर परमहस जनती। गणडमल 25नः52 स।5 22 3 शनि 20नः36 रवनत 26नः29 शकल तनतल 6:43 18:15 मष म 26नः29 स। पचक समाति 26नः29। j6 23 4 रनव 21नः13 अनशविी 27नः51 बरहम वनरज 6:42 18:15 मष भदा 8नः55 स 21नः13 तक। बध कमभ म 11ः19।

सवाणिण नसनदध तोग। गणडमल 27नः51 तक। 7 24 5 सतोम 22नः33 भररी 29नः54 ऐनद बव 6:40 18:16 मष ाजवलक जनती। j8 25 6 मगल 24नः32 कनरका परानरि विनत कयौलव 6:39 18:17 वष म 12नः31 स। सवाणिण नसनदध तोग। 9 26 7 बि 26नः57 कनरका 8नः31 नवषकमभ गर 6:38 18:17 वष भदा 26नः57 स। सवाणिण नसनदध तोग। j

10 27 8 गर 29नः35 रतोनहरी 11नः30 परीनत नवनषट 6:37 18:18 नमिि म 25नः03 स

भदा 16नः16 तक। होलाषटक आरमभ 10 मािग स 18 मािग तक। अननपराण अषटमी।

11 28 9 शकर परानरि मगनशरा 14नः35 आषमाि बालव 6:36 18:19 नमिि मगल शवर म 25नः32। j12 29 9 शनि 8नः08 आदाण 17नः32 सयौभाग कयौलव 6:35 18:19 नमिि -13 30 10 रनव 10नः22 पिवणस 20नः06 शतोभि गर 6:33 18:20 ककण म 13नः30 स। भदा 23नः14 स। j14 1

चतर11 सतोम 12नः06 पष 22नः08 अनतगणड नवनषट 6:32 18:20 ककण भदा 12नः06 तक। आमलकी एकादशी वरत। सयग मीन

म 24ः15। ितर सकराशनत म.15 णयकाल स. अरलन शदन मधयाहन तक। रोशनद विादशी (12ः06 बाद)।

15 2 12 मगल 13नः13 आशलषा 23नः33 सकमाण बालव 6:31 18:21 नसह म 23नः33 स। भौम परदोष वरत। सवाणिण नसनदध तोग। j16 3 13 बि 13नः40 मघा 24नः21 िनत तनतल 6:30 18:22 नसह महशवर वरत। वषराि वरत। गणडमल 24नः21 तक।

ओकाराननद-कामाकषी बहमोतस परारमभ।17 4 14 गर 13नः30 प फालगिी 24नः34 शल वनरज 6:29 18:22 नसह भदा 13नः30 स 25नः09 तक। होशलका दहन (भदरामख

तयारकर)। शीसतिारा र वरत। लकमीिारा र वरत। j18 5 15 शकर 12नः48 उ फालगिी 24नः18 गणड बव 6:27 18:23 कना म

6नः32 सफालरन शणगमा। होलाषटक समापत। होली ग। शी चतन महापरभ जनती। हतोनलका नवभनत िारर। िनलवनरि। ओकाराननद-कामाकषी बहमोतस समापत।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 19433 माचष स 18 माचष 2022 तक

सयष उततरायण, वसनत ऋतग फालगगन शगकल पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम3 20 1 गर 21नः37 प भादपरा 25नः56 साध नकसतघि 6:45 18:13 मीि म 20नः03 स। j4 21 2 शकर 20नः46 उ भादपरा 25नः52 शभ बालव 6:44 18:14 मीि शीरामकषर परमहस जनती। गणडमल 25नः52 स।5 22 3 शनि 20नः36 रवनत 26नः29 शकल तनतल 6:43 18:15 मष म 26नः29 स। पचक समाति 26नः29। j6 23 4 रनव 21नः13 अनशविी 27नः51 बरहम वनरज 6:42 18:15 मष भदा 8नः55 स 21नः13 तक। बध कमभ म 11ः19।

सवाणिण नसनदध तोग। गणडमल 27नः51 तक। 7 24 5 सतोम 22नः33 भररी 29नः54 ऐनद बव 6:40 18:16 मष ाजवलक जनती। j8 25 6 मगल 24नः32 कनरका परानरि विनत कयौलव 6:39 18:17 वष म 12नः31 स। सवाणिण नसनदध तोग। 9 26 7 बि 26नः57 कनरका 8नः31 नवषकमभ गर 6:38 18:17 वष भदा 26नः57 स। सवाणिण नसनदध तोग। j

10 27 8 गर 29नः35 रतोनहरी 11नः30 परीनत नवनषट 6:37 18:18 नमिि म 25नः03 स

भदा 16नः16 तक। होलाषटक आरमभ 10 मािग स 18 मािग तक। अननपराण अषटमी।

11 28 9 शकर परानरि मगनशरा 14नः35 आषमाि बालव 6:36 18:19 नमिि मगल शवर म 25नः32। j12 29 9 शनि 8नः08 आदाण 17नः32 सयौभाग कयौलव 6:35 18:19 नमिि -13 30 10 रनव 10नः22 पिवणस 20नः06 शतोभि गर 6:33 18:20 ककण म 13नः30 स। भदा 23नः14 स। j14 1

चतर11 सतोम 12नः06 पष 22नः08 अनतगणड नवनषट 6:32 18:20 ककण भदा 12नः06 तक। आमलकी एकादशी वरत। सयग मीन

म 24ः15। ितर सकराशनत म.15 णयकाल स. अरलन शदन मधयाहन तक। रोशनद विादशी (12ः06 बाद)।

15 2 12 मगल 13नः13 आशलषा 23नः33 सकमाण बालव 6:31 18:21 नसह म 23नः33 स। भौम परदोष वरत। सवाणिण नसनदध तोग। j16 3 13 बि 13नः40 मघा 24नः21 िनत तनतल 6:30 18:22 नसह महशवर वरत। वषराि वरत। गणडमल 24नः21 तक।

ओकाराननद-कामाकषी बहमोतस परारमभ।17 4 14 गर 13नः30 प फालगिी 24नः34 शल वनरज 6:29 18:22 नसह भदा 13नः30 स 25नः09 तक। होशलका दहन (भदरामख

तयारकर)। शीसतिारा र वरत। लकमीिारा र वरत। j18 5 15 शकर 12नः48 उ फालगिी 24नः18 गणड बव 6:27 18:23 कना म

6नः32 सफालरन शणगमा। होलाषटक समापत। होली ग। शी चतन महापरभ जनती। हतोनलका नवभनत िारर। िनलवनरि। ओकाराननद-कामाकषी बहमोतस समापत।

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शरी ववकरम समवत 2078, शाक 1943-4419 माचष स 1 अपरयल 2022 तक

सयष उततरायण, वसनत ऋतग चयत कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम19 6 1 शनि 11नः38 हसत 23नः38 वनदध कयौलव 6:26 18:24 कना हतोला मला। सनतोतस। होला-मला। धवजारतोहर।

िलणडी। आमरकसम पराशि। j20 7 2 रनव 10नः07 नचतरा 22नः40 धरव गर 6:25 18:24 तला म

11नः11 सभदा 21नः14 स। सनत तकाराम जनती। महानवषव नरि। उरर गतोल आरमभ। j

21 8 3 सतोम 8नः21 सवानत 21नः31 वाघात नवनषट 6:24 18:25 तला भदा 8नः21 तक। शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 21ः46। शीभरननारायण ियनती।

- - 4 सतोम 30नः25 - - - - - - - चतिगी नतनि का कष। 22 9 5 मगल 28नः22 नवशाखा 20नः14 हषण कयौलव 6:23 18:25 वनशचक म

14नः33 सशीरर-िमी। शक ितर ए सत 1944। मला िवचणडी। मला गररामरा (रहरारि)। j

23 10 6 बि 26नः17 अिरािा 18नः53 वजर गर 6:21 18:26 वनशचक भदा 26नः17 स। सवाणिण नसनदध तोग। गणडमल 18नः53 स।24 11 7 गर 24नः10 जषा 17नः30 नसनदध

वनतपातनवनषट 6:20 18:27 िि म

17नः30 सभदा 13नः14 तक। बध मीन म 10ः55। शकर िनिषा म । मला शीतला माता (पजाब)। j

25 12 8 शकर 22नः05 मल 16नः07 वरीाि बालव 6:19 18:27 िि शीतलाषटमी वरत। गणडमल 16नः07 तक। 26 13 9 शनि 20नः02 पवाणषाढा 14नः47 पटरघ तनतल 6:18 18:28 मकर म 20नः28 स। रर ग म उदय 18ः38। j27 14 10 रनव 18नः05 उरराषाढा 13नः32 नशव वनरज 6:17 18:28 मकर भदा 7नः04 स 18नः05 तक। सवाणिण नसनदध तोग। j28 15 11 सतोम 16नः16 शवर 12नः24 नसदध बालव 6:15 18:29 कमभ म

23नः55 सपचक आरमभ 23नः55। ामोिनी एकादशी वरत। सवाणिण नसनदध तोग।

29 16 12 मगल 14नः39 िनिषा 11नः28 साध तनतल 6:14 18:30 कमभ भौम परदोष वरत। ारणी योर (ग) 14ः39 स। j 30 17 13 बि 13नः20 शतनभषा 10नः49 शभ वनरज 6:13 18:30 मीि म

28नः33 सभदा 13नः20 स 24नः52 तक। ारणी योर 10ः49 तक। मासनशवरानतर वरत।

31 18 14 गर 12नः23 प भादपरा 10नः31 शकल शकनि 6:12 18:31 मीि नपतकादष अमावसा (12नः23 बार)। शकर कमभ म 8ः39। मला पिरक-नपहतोवा (हटरारा)। j

1अ 19 30 शकर 11नः54 उ भादपरा 10नः40 बरहम िाग 6:11 18:31 मीि ितर अमासया (सनानदानाशद)। शकरमी सत 2078 णग। गणडमल 10नः40 स।

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u u u u u 99 u u u u u

शरी ववकरम समवत 2078, शाक 1943-4419 माचष स 1 अपरयल 2022 तक

सयष उततरायण, वसनत ऋतग चयत कषण पकष

ता॰ रत शतशि ार र.शम. नकषतर र.शम. योर करण सययोदय सयागसत िनदरमा गनाम19 6 1 शनि 11नः38 हसत 23नः38 वनदध कयौलव 6:26 18:24 कना हतोला मला। सनतोतस। होला-मला। धवजारतोहर।

िलणडी। आमरकसम पराशि। j20 7 2 रनव 10नः07 नचतरा 22नः40 धरव गर 6:25 18:24 तला म

11नः11 सभदा 21नः14 स। सनत तकाराम जनती। महानवषव नरि। उरर गतोल आरमभ। j

21 8 3 सतोम 8नः21 सवानत 21नः31 वाघात नवनषट 6:24 18:25 तला भदा 8नः21 तक। शीरणश ितिथी वरत। िनदरोदय 21ः46। शीभरननारायण ियनती।

- - 4 सतोम 30नः25 - - - - - - - चतिगी नतनि का कष। 22 9 5 मगल 28नः22 नवशाखा 20नः14 हषण कयौलव 6:23 18:25 वनशचक म

14नः33 सशीरर-िमी। शक ितर ए स त 1944। मला िवचणडी। मला गररामरा (रहरारि)। j

23 10 6 बि 26नः17 अिरािा 18नः53 वजर गर 6:21 18:26 वनशचक भदा 26नः17 स। सवाणिण नसनदध तोग। गणडमल 18नः53 स।24 11 7 गर 24नः10 जषा 17नः30 नसनदध

वनतपातनवनषट 6:20 18:27 िि म

17नः30 सभदा 13नः14 तक। बध मीन म 10ः55। शकर िनिषा म । मला शीतला माता (पजाब)। j

25 12 8 शकर 22नः05 मल 16नः07 वरीाि बालव 6:19 18:27 िि शीतलाषटमी वरत। गणडमल 16नः07 तक। 26 13 9 शनि 20नः02 पवाणषाढा 14नः47 पटरघ तनतल 6:18 18:28 मकर म 20नः28 स। रर ग म उदय 18ः38। j27 14 10 रनव 18नः05 उरराषाढा 13नः32 नशव वनरज 6:17 18:28 मकर भदा 7नः04 स 18नः05 तक। सवाणिण नसनदध तोग। j28 15 11 सतोम 16नः16 शवर 12नः24 नसदध बालव 6:15 18:29 कमभ म

23नः55 सपचक आरमभ 23नः55। ामोिनी एकादशी वरत। सवाणिण नसनदध तोग।

29 16 12 मगल 14नः39 िनिषा 11नः28 साध तनतल 6:14 18:30 कमभ भौम परदोष वरत। ारणी योर (ग) 14ः39 स। j 30 17 13 बि 13नः20 शतनभषा 10नः49 शभ वनरज 6:13 18:30 मीि म

28नः33 सभदा 13नः20 स 24नः52 तक। ारणी योर 10ः49 तक। मासनशवरानतर वरत।

31 18 14 गर 12नः23 प भादपरा 10नः31 शकल शकनि 6:12 18:31 मीि नपतकादष अमावसा (12नः23 बार)। शकर कमभ म 8ः39। मला पिरक-नपहतोवा (हटरारा)। j

1अ 19 30 शकर 11नः54 उ भादपरा 10नः40 बरहम िाग 6:11 18:31 मीि ितर अमासया (सनानदानाशद)। शकरमी स त 2078 णग। गणडमल 10नः40 स।

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शगभ वयापार आरमभ मगहततष ववकरम समवत 2078, सन 2021 ई॰

शदनाङ ार लनिशरण24 अपरल शनि म 6:22 बार, ल

3, म 11:42 तक25 अपरल रनव म 16:13 तक,

ल 3, अनभ , 526 अपरल चनद म 12:45 बार,

भदा पटरहार2 मई रनव म 8:59 बार,

ल 3, अनभ , 53 मई चनद म 8:22 तक कवलम8 मई शनि ल 2, 3, अनभ ,

5 (14:47 तक)15 मई शनि म परातनः 8:00 तक

(स रा )21 मई शकर म 15:22 बार22 मई शनि ल 2, 3, अनभ , 523 मई रनव ल अनभ , 5, 6,

म 14:56 तक26 मई बि ल 3, 630 मई रनव ल 3, 5, अनभ , 64 जि शकर ल 3, 5, अनभनजत5 जि शनि ल 3, 5, अनभनजत6 जि रनव ल 5, 6, अनभनजत20 जि रनव ल 5, अनभ , 626 जि शनि ल 5, अनभ , 61 जलाई गर ल 5, अनभ , 62 जलाई शकर ल 5(10:53 स 13:17

तक अनतगणड रतोष)4 जलाई रनव म परातनः 9:05 तक

शदनाङ ार लनिशरण11 जलाई रनव ल 5, 6, अनभनजत17 जलाई शनि ल 5, 6, अनभनजत24 जलाई शनि म 12:40 तक,

ल 5, 6, अनभ 28 जलाई बि म 10:45 बार,

ल 6, अनभ 29 जलाई गर ल 5, 6, अनभनजत30 जलाई शकर म 14:02 तक31 जलाई शनि 6:53 स 9:59 तक

शकरपारवि4 अगसत बि ल 5, 611 अगसत बि म 9:32 बार, ल

6 (बिासत नवचार)13 अगसत शकर ल 5, 6, अनभ , 914 अगसत शनि मह परातनः 6:56 तक20 अगसत शकर ल 5, 6, अनभ , 930 अगसत चनद म 6:39 बार,

ल 6, अनभ 1 नसतमबर बि म 12:34 तक,

ल 5, 6, अभी 4 नसतमबर शनि म परातनः 8:25 तक8 नसतमबर बि ल 6,9(अत ावशक)9 नसतमबर गर ल 6, अनभ , 9

(अतावशक)18 अकतबर चनद म 10:49 बार,

ल 8, 9, अनभ 20 अकतबर बि म 7:46 बार, ल 8,921 अकतबर गर ल 8, 9, अनभ

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शगभ वयापार आरमभ मगहततष ववकरम समवत 2078, सन 2021-2022 ई॰

यजतोपवरीत (उपनयन) मगहततष, वव. स. 2078 (2021-2022)

शदनाङ ार लनिशरण25 अकतबर चनद ल 8, 9, अनभनजत28 अकतबर गर म 9:41 बार,

शकरपारवि नवचाण29 अकतबर शकर म 11:38 तक1 िवमबर चनद म 12:53 बार20 िवमबर शनि ल 9, अनभनजत21 िवमबर रनव ल 9, अनभनजत22 िवमबर चनद म 10:44 तक

(भदा पटरहार)25 िवमबर गर ल 9, अनभनजत29 िवमबर चनद ल 9,अनभनजत, 12

शदनाङ ार लनिशरण1 नरसमबर बि ल 9, 1213 नरसमबर चनद ल 9, अनभ , 12

सन 2022 ई॰22 जिवरी शनि म 10:38 स 14:06 तक23 जिवरी रनव ल 12, अनभनजत24 जिवरी चनद ल 12, अनभनजत6 फरवरी रनव ल 12(च रा ),अनभ 7 फरवरी चनद ल 12, अनभनजत10 फरवरी गर म 11:09 बार19 फरवरी शनि ल 12, अनभ , 3

शदनाङ ार लनिशरण22 अपरल गर म परातनः 8:15 तक

(गरपारविऽभाव)27 अपरल मगल म 9:02 बार

(सामवनररो हत)16 मई रनव म 10:02 बार

(पिवणस बराहमररो क नलए ताज ह।)

21 मई शकर म 11:11 बार23 मई रनव ल 3, अनभ , 5

(भदा पटरहार)30 मई रनव ल 3, 5 (ब श

पारविऽभावनः)13 जि रनव ल 3, 520 जि रनव ल 3, 5, अनभनजत21 जि चनद ल 3, 5, अनभ

(भदा पटरहार)

शदनाङ ार लनिशरण25 जि शकर म 6:40 तक

(शकरपारविऽभावनः)29 जि मगल ल 5 (सामवनररो

हत) गरनत पटरहार सन 2022 ई॰

18 जिवरी मगल ल 11, अनभ (सामवनररो हत)

19 जिवरी बि ल 1120 जिवरी गर म 8:24 तक23 जिवरी रनव म 9:13 तक3 फरवरी गर ल 11, अनभ

(गरनत पटरहार)10 फरवरी गर म 11:09 बार18 फरवरी शकर ल 11। 1, अनभ 21 फरवरी चनद म 8:50 तक

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चडाकमष मगहततषववकरम समवत 2078, सन 2021-2022 ई॰

शदनाङ ार नकषतर महडततगशरण25 अपरल रनव हसत ल 3, अनभ , 526 अपरल चनद नचतरा म 12:45 बार, ल 5 (भदा पटरहार)27 अपरल मगल सवा ल 3 (श रा ), अनभ , 5 (कषनतरारा)

4 मई मगल िनि म 8:26 बार, ल अनभ , 5 (कषनतरारा)5 मई बि शत म 13:22 बार8 मई शनि रव म 14:47 स 17:21 तक (वशािा)15 मई शनि मग म 8:00 तक (वशािा)16 मई रनव पि म 11:14 बार (नवपरारा)22 मई शनि हसत 14:06 बार (वशािा)23 मई रनव ह /नच अनभ , 5, 6, म 14:56 तक (नवपरारा)24 मई चनद सवा म 11:12 बार, अनभ 2 जि बि शत ल 5, 6 (गरनत पटरहार)5 जि शनि रव ल 5, 6 (वशािा)6 जि रनव अनशव ल अनभ 5, 6 (नवपरारा)13 जि रनव पि ल 5, 6 (नवपरारा)20 जि रनव नचतरा ल 5, अनभ , 6 (नवपरारा)21 जि चनद सवा ल 5(11:16 तक),11:16 स गरपारवि-नवचाण28 जि चनद िनि म 14:17 बार29 जि मगल शत ल 5,अनभ ,6 गरनत पटरहार (कषनतरारा कवलम)2 जलाई शकर रव ल 5 (अषटमसि च, पटरहार, च रा ) 10:53 स

13:17 तक अनतगणड4 जलाई रनव अनशव म परातनः 9:05 तक (नवपरारा)11 जलाई रनव पष ल 5, 6, अनभ (नवपरारा)8 अकतबर शकर सवा ल 6, 8 (च रा ), अनभ , 911 अकतबर चनद ज ल 6, 8, अनभ , म 12:56 तल

सन 2022 ई॰23 जिवरी रनव हसत म 11:09 बार, ल 12, 1, अनभ (नवपरारा)24 जिवरी चनद हसत म 11:15 तक, ल 1224 जिवरी चनद नचतरा म 11:15 बार, अनभ , 125 जिवरी मगल नचतरा ल 11(म 9:12 तक)(कषनतरारा) 9:12 स शलरतोष28 जिवरी शकर ज ल 11, 12, अनभ 3 फरवरी गर शत ल 11, 12 (च रा ), अनभ (गरनत पटरहार)6 फरवरी रनव रव ल 11, 12 (च रा ), अनभ (नवपरारा)7 फरवरी चनद अनशव ल 11, 12, अनभनजत13 फरवरी रनव पि म 9:27 बार, ल 12, अनभ (नवपरारा)14 फरवरी चनद प /प ल 11, 12, अनभनजत21 फरवरी चनद नचतरा ल 11, म परातनः 8:50 तक

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X शगभ वववाह मगहततष Xववकरम समवत 2078, सन 2021 ई॰

शदनाङ ार लनि काल, गरह दान-िा आशद शरण।24 अपरल शनि परात: 8:11 स 20नः47 तक मतबार, रा ल 11 (अषटमसि

च पटरहार) (श रा ),12 (28नः23 तक,च ग रा )। रा. ल. 12 (28:23 बाद, च.ग.दा. व पजय)

25 अपरल रनव नर ल 5 (ग राि व पज),गतोिनल, रातरयौ लनिऽभावनः। रा ल 11 (अषटमसि च श राि), 28:22 स वजर रतोष

26 अपरल चनद नर ल 5 (ग रा ),गतोिनल, रातरयौ लनिऽभावनः (भदा-पटरहार-पाताल)। रा ल 11 (ग रा ), 12 (अषटमसि चदतोऽपटर गर दनषट शभपररा, च रा )

27 अपरल मगल नर ल 5 (ग रा ), गतोिनल च।30 अपरल शकर नर ल 5 (ग रा ), गतोिनल, रा ल 11 (श रा ),12 (ग रा )

4 मई मगल नर ल 5 (गर कनदगत षषसि च पटरहार, च ग रा ) 6, गतोिनल। रा ल 11 (च श रा ) 12 (च ग रा ), 28नः55 स कराननतसाम रतोष।

8 मई शनि नर ल 6 (स च ग रा ), 17नः21 स कषर तर तोरशी।22 मई शनि नर ल 5 (ग रा ), 6 (14:06 तक, च म रा )। नर ल

6 (14नः06 बार, च म रा ), रा ल 11, (अषटमसि चद पटरहार, च ग रााि व पज)। 12 (च ग रा ), 1 (षषसि च पटरहार, च रा ) भदा पटरहार-पाताल।

23 मई रनव नर ल 5 (12नः12 तक , ग रा )। नर ल 5 (12नः12 बार, ग रा ), 6 (14नः56 तक, चद पज), 14नः56 स वतीपात।

24 मई चनद नर ल 5, (ग रा ) 6 (म रा ) रा ल 11 (25:47 तक) 25नः47 स गरपारवि।

26 मई बि नर ल 5 (ग क राि), 6 (म ग रा ), रा ल 11 (25नः15 तक, श पज )30 मई रनव नर ल 5 (षषसि च पटरहार) 6 (म रा )31 मई चनद नर ल 7 (16:02 बार, स रा ), रा ल 11 (च श रा ),12 (ग

रा ), 1 (27नः59 तक) -27नः59 स भदा नवचार (भलतोक)।5 जि शनि नर ल 3 (ब रा ),6 (च म रा ),7 (षषसि च पटरहार), गतोिनल,

रा ल 9 (श रा ), रा ल 11 (ग रा ),12 (च ग रा ),1 (च श रा )6 जि रनव नर ल 3 (श रा ), 5 (ग क रा ), 7 (चद पज), गतोिनल।18 जि शकर 26नः46 तक वतीपात, रा ल 1 (26नः46 बार, षषसि च

पटरहार) अलपकाल लनि।

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X शगभ वववाह मगहततष Xववकरम समवत 2078, सन 2021 ई॰

शदनाङ ार लनि काल, गरह दान-िा आशद शरण।19 जि शनि नर ल 5 (ग क रा ), 6 (च ब रा रा ), 7 (च रा ), गतोिनल।

रा ल 11 (अषटमसि च पटरहार , 24नः04 तक, 24नः04 स 27नः04 तक पटरघ रतोष)

20 जि रनव नर ल 5 (ग क रा ), 6 (ग रा ), 7(चद पज, रा रा )। गतोिनल, रा ल 11 (ग रा रा ), 1 (च श रा ), भदा पटरहार।

21 जि चनद नर ल 5 (11नः16 तक) 11नः16 स 16नः45 तक गरपारवि, भदा पटरहार।

24 जि गर 9नः11 स 14नः33 तक शकरपारवि नवचार, नर ल 7 (14नः33 बार), गतोिनल, रा ल 11 (ग श रा ), 12 (ग रा ), 1 (म रा )-भदा पटरहार।

27 जि रनव रा ल 1 (25नः52 बार, क रा )28 जि चनद नर ल 5 (षषसि च पटरहार, च ग राि),6 (च रा ),7

(ब रा रा ) गतोिनल। रा ल 11 (षषसि श पटरहार) (च श रा ), 12 (24नः49 तक, च ग रा )

30 जि बि रा ल 1 (26 03 बार) अलपकाल लनि।1 जलाई गर नर ल 6 (च रा ),7 (ब रा रा ) (षषसि च पटरहार),

गतोिनल,रा ल 11 (षषसि श पटरहार,ग श रा ), 12 (च ग पज),1 (म रा ) रगिानतनि पटरहार

2 जलाई शकर 10:53 स 13:17 तक अनतगणड रतोष, नर ल 6 (13:17 बार च रा ), 7 (षषसि च पटरहार), गतोिनल, ता ल 11 (षषसि श पटरहार,ग श रा ),12 (च ग रा ),1 (म रा ) रगि पटरहार

3 जलाई शनि नर ल 5 (ग रा ),7 (च ब रा रा ), गतोिनल, रा ल 11 (षषसि श पटरहार, ब रा रा ), 12 (ग रा ), 1 (च पज)

4 जलाई रनव नर ल 5 (9:05 तक) लनि अतलपकाल, भदा सवगणगत6 जलाई मगल 16:59 तक गणड रतोष, रा ल 11 (षषसि श पटरहार, च ब

रा रा ),12 (ग रा ),1 (राह-नत पटरहार, 25:03 तक)21 जलाई बि नर ल 9 (18नः30 बार) (स रा ), गतोिनल, रा ल 12

(षषसि श पटरहार, श रा ) 1 (क रा ), 3 (ब रा )22 जलाई गर 5:28 स 10नः57 तक बि पारवि, नर ल 6 (10नः57 बार,

म श रा ), 7 (12नः45 तक, रा रा 12नः45 स विनत रतोष।23 जलाई शकर नर ल 9 (स च ब राि), गतोिनल, रा ल 12 (षषसि श

पटरहार, म श रा ), 1, भदा पटरहार।

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शदनाङ ार लनि काल, गरह दान-िा आशद शरण।24 जलाई शनि नर ल 6, 7 (12नः40 तक)25 जलाई रनव नर ल 6 (11नः18 बार),7 (रा रा ),9 (स ब रा ) गतोिनल।

रा ल 12 (षषसि श पटरहार, ग श रा ),1 (ब क रा ),3 (श श रा )26 जलाई चनद नर ल 6(10नः26 तक) अलपकाल।28 जलाई बि नर ल 6 (10नः45 बार, च रा ), 7 (षषसि च पटरहार,

च पज), 9 (स ब रा ) रा ल 12 (षषसि श पटरहार), 1,3, (श श रा ) रगिानतनि पटरहार।

30 जलाई शकर नर ल 9(स ब रा ), 20नः18 स 22नः18 शलरतोष, रा ल 12 (22नः18 बार-षषसि श पटरहार), 1 (च रा ), 3 (श रा )

31 जलाई शनि परातनः 6नः53 स 9नः59 तक शकरपारवि, नर ल 7 (च रा ), 9 (16नः38 तक)।

2 अगसत चनद रा ल 1,3 (च श रा ), राह नत पटरहार, भदा पटरहार (सवगद)4 अगसत बि नर ल 6,7 (अषटमसि च पटरहार),9 (षषसि च पटरहार, च रा )

गतोिनल, रा ल 12 (षषसि श पटरहार, ग श रा ),1,3 (च श रा )11 अगसत बि नर ल 6 (च रा ),7,9 (ब रा ),गतोिनल, रा ल 12 (ग श रा ),

1 (षषसि श पटरहार श रा ), 3-भदा पटरहार (पाताल)।12 अगसत गर नर ल 6 (8नः53 तक, च रा ), भदा पटरहार (पाताल)।

नर ल 6 (8नः53 बार), 7 (च रा ), 9 (स रा ) गतोिनलरा ल 12 (ग श रा ), 1 (षषसि श पटरहार), 3-भदा पटरहार (पाताल)

19 अगसत गर रा ल 1 (22:42 बार, षषसि श पटरहार, श रा ), 3 (च रा ) (28नः22 स च अषटमसि)।

20 अगसत शकर नर ल 6 ( श रा ), 7 (श रा ),9, गतोिनल, रा ल 12 (21नः25 तक, श रा )।

22 अगसत रनव नर ल 6 (षषसि च पटरहार, च श रा ),7 (10नः33 तक), 10नः33 स 12नः57 तक-अनतगणड रतोष, 9 (क रा )

24 अगसत मगल रा ल 12 (ग श रा ), 1 (षषसि श पटरहार, श रा ), 3 (28नः12 स भदा नवचार)।

30 अगसत सतोम नर ल 6 (ब श रा ), 7 (अषटमसि च पटरहार, लनितोऽपटर गर दनषट शभपररा), 9 गतोिनल, रा ल 12 (ब ग श रा ), 1, (षषसि श-पटरहार, श रा ),3 (राह नत पटरहार)।

X शगभ वववाह मगहततष Xववकरम समवत 2078, सन 2021 ई॰

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शदनाङ ार लनि काल, गरह दान-िा आशद शरण।31 अगसत मगल नर ल 6 (8नः48 तक, ब श रा ), 8नः48 स बजर रतोष, (राह नत

पटरहार)। 12नः24 तक वजर रतोष, नर ल 9 (षषसि च पटरहार), गतोिनल, रा ल 12 (ब ग श रा ) 1 (षषसि श पटरहार), 3 (च रा )

1 नसतमबर बि नर ल 6 (ब श रा ), 7 (श रा )8 नसतमबर बि नर ल 7 (च रा ), 9 (भयौमनत पटरहार)। गतोिनल, रा ल 1 (लनिश

म व च षषसि पटरहार), 3 (लनितोऽपटर ग दनषट शभपररा)9 नसतमबर गर नर ल 7 (च रा ),9, (14नः31 तक)। नर ल 9 (14नः31

बार), 18नः58 स 22नः47 तक कराननतसाम, रा ल 310 नसतमबर शकर नर ल 7 (च श रा व पज), भदा पटरहार (पाताल)। नर ल 9 गतोिनल,

रा ल 1 (षषसि म पटरहार, च म श रा ),3, भदा पटरहार।11 नसतमबर शनि नर ल 7 (चद पज)7 अकटबर गर 26:51 तक विनत-नवषकमभ रतोष, रा ल 5 (26नः51 बार)8 अकटबर शकर नर ल 7 (च पज) 9 (ग रा ), 11 (अषटमसि म पटरहार)

गर दनषट एव म असत।11 अकटबर सतोम नर ल 9, (च रा ), 11 (अषटमसि म पटरहार), रा ल 3

(षषसि श पटरहार), 512 अकटबर मगल नर ल 7, (म रा )13 अकटबर बि नर ल 9 (च रा ),11 (अषटमसि म पाटरहार),

गतोिनल,रा ल 3 (षषसि श पटरहार,च श रा ), 514 अकटबर गर नर ल 7 (म रा रा )18 अकटबर सतोम नर ल 9 (13नः23 स 25नः28 तक मतबार), (23नः30 स

29नः51 तक बि पारवि)19 अकटबर मगल नर ल 9 (12नः12 तक)। नर ल 9 (12नः12 बार), 11

(अषटमसि म पटरहार , म ब श रा ) 19नः04 स भदा नवचार।20 अकटबर बि 7नः46 तक भदा, नर ल 9 (म रा )। नर ल 11, गतोिनल,

20नः39 स 24नः15 तक वजर रतोष।23 अकटबर शनि 22नः32 तक वतीपात रतोष, रा ल 3 (22नः32 बार,

च रा ), 5,6 (ब श रा ) भदा सवगणगत शभ।1 िवबर सतोम नर ल 11 (च रा ), 12 (षषसि च पटरहार, ब ग रा ),

रा ल 3 (21नः04 तक, श रा ) 21नः04 स विनत रतोष, रगिानतनि पटरहार।

7 िवबर रनव रा ल 3 (21नः05, च ग रा )5, 6 (भदा पटरहार)12 िवबर शकर परातनः 9नः13 तक कराननतसाम रतोष, नर ल 9 (श रा ),11 (च श रा )

X शगभ वववाह मगहततष Xववकरम समवत 2078, सन 2021 ई॰

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X शगभ वववाह मगहततष Xववकरम समवत 2078, सन 2021-2022 ई॰

शदनाङ ार लनि काल, गरह दान-िा आशद शरण।20 िवबर शनि नर ल 9 (षषसि च पटरहार)(च श रा रा ), 11 (रा रा ), 12

(अषटमसि म पटरहार), गतोिनल, रा ल 3 (ग श रा ), 5, 621 िवबर रनव नर ल 9 (षषसि च पटरहार), 11 (शा रा रा ), 12

(अषटमसि म पटरहार), गतोिनल, रा ल 5 (ग रा ), 622 िवबर सतोम नर ल 9 (10नः44 तक, षषसि श पटरहार) भदा पटरहार28 िवबर रनव रा ल 5 (च पज), 6 (च रा )30 िवबर मगल नर ल 9 (श रा ),11 (अषटमसि च पटरहार, श रा ),12 (अषटमसि

म पटरहार), गतोिनल। रा ल 5 (ग रा ),6 (च रा व पज)1 नरसमबर बि नर ल 9, (श रा ), 11 (श रा ), गतोिनल। रा ल 5

(23नः36 तक) (अलपकाल लनि) 23नः36 स कषर तरतोरशी।6 नरसमबर चनद रा ल 6 (26नः19 बार), 77 नरसमबर मगल नर ल 9 (म रा ),11 (च ग श रा ),12 (ग रा ), रा ल 5

(24नः12 तक, षषसि च पटरहार, च ग रा ) (भदा पटरहार)8 नरसमबर बि रा ल 5 (22नः40 बार, षषसि च पटरहार, च क रा ), 6,79 नरसमबर गर नर ल 9, 11 (च ग राि व पज), 12 (च रा )11 नरसमबर शनि रा ल 6 (च रा व पज), 7 (षषसि च पटरहार, च रा )13 नरसमबर चनद नर ल 9 (ब रा ),11, रा ल 3, 6 (26नः05 तक, चद पज),

रगिपटरहार। रा ल 6 (26नः05 बार),7 (षषसि च पटरहार)सन 2022 ई॰

5 फरवरी शनि नर ल 11 (ग रा ), 12 (च रा व पज), 1 (च रा )। गतोिनल रा ल 5 (स ण षषसि पटरहार),6,7 (षषसि च पटरहार, लनितोऽपटर ग दनषट शभपररा)

6 फरवरी रनव नर ल 11 (ग रा ), 12 (च रा व पज), 1 (च रा )। गतोिनल रा ल 5 (स रा ),6,7 (षषसि च पटरहार च श रा )

7 फरवरी चनद नर ल 11 (श रा ), 12 (ग रा ), 1 (च रा व पज), गतोिनल, रा ल 5 (18नः59 तक) (नसह लनि अलपकाल)

9 फरवरी बि रा ल 7 (24नः23 बार, अषटमसि च पटरहार, च श पज) अलपकाल (आवशक)

10 फरवरी गर नर ल 11, (श रा ),12,1, गतोिनल, 18नः49 बार विनत रतोष। 18 फरवरी शकर गतोिनल, रा ल 6 (च रा), 7 (च रा )19 फरवरी शनि नर ल 12 (च रा ),1 (षषसि च पटरहार), भदा पटरहार (पाताल)20 फरवरी रनव गतोिनल, रा ल 6 (च पज), 7 (च श रा )

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गहारमभ मगहततषववकरम समवत 2078, सन 2021-2022 ई॰

शदनाङ ार लनिशरण26 अपरल चनद म 12:45 बार,

भदा पटरहार5 मई बि म 13:22 बार8 मई शनि ल 2, 3, अनभ , 5

(14:47 तक)15 मई शनि म 8:00 तक (स

रा ) आवशक21 मई शनि म 15:22 बार24 मई चनद म 11:12 बार, ल

अनभ , 5, 626 मई बि ल 2, 3, 62 जि बि ल 2, 3, 5

(गरनत पटर )4 जि शकर म परात: 6:34 बार,

ल 3, 5, अनभ (म 15:16 तक)

5 जि शनि ल 3, अनभ , 52 जलाई शकर म 10:53 तक,

10:53 स 13:17 तक अनतगणड रतोष

17 जलाई शनि ल 5,6 (च रा ),अनभ 26 जलाई चनद म 15:25 तक,

ल 5, 6, अनभ (गरनत पटरहार)

29 जलाई गर म 12:02 बार31 जलाई शनि परातनः 6:53 स 9:59

तक शकरपारवि4 अगसत बि ल 5, 611 अगसत बि म 9:32 बार,ल 613 अगसत शकर म 8:00 बार, ल

5, 6, अनभ

शदनाङ ार लनिशरण14 अगसत शनि म परातनः 6:56 तक23 अगसत चनद ल 5, 6, अनभ 1 नसतमबर बि म 12:34 तक3 नसतमबर शकर म 10:09 तक4 नसतमबर शनि म 8:25 तक9 नसतमबर गर ल 6, अनभ 9

(आवशक)18 अकतबर चनद म 10:49 बार, ल

8, 9, अनभ 20 अकतबर बि म 7:46 बार, ल

8, 9 (च रा )27 अकतबर बि परातनः 7:08 बार,

ल 8, 9, 1128 अकतबर गर ल 8, 9, अनभ ,11

(9:41 बार शकरपारवि नवचाण)

29 अकतबर शकर म 11:38 तक1 िवमबर चनद म 12:53 बार11 िवमबर गर म 14:59 बार29 िवमबर चनद ल 9, अनभ , 111 नरसमबर बि ल 9, 1113 नरसमबर चनद ल 9, अनभ , 11

सन 2022 ई॰24 जिवरी चनद ल 11, 10:19 स

11:15 तक भशि रहगा। अनभनजत च।

7 फरवरी चनद ल 11, 12, अनभ 14 फरवरी चनद म 11:53 बार19 फरवरी शनि ल 11, 12, अनभ ,

3 (भदा पटरहार)

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नतन गह परवश मगहततषववकरम समवत 2078, सन 2021-2022 ई॰

शदनाङ ार लनिशरण24 अपरल शनि म 6:22 स 11:42

तक (मतबार पटर )26 अपरल चनद म 12:45 बार,

भदा पटरहार3 मई चनद म 8:22 तक5 मई बि म 13:22 बार8 मई शनि ल 2,3,अनभ 5(च रा )15 मई शनि म परातनः 8:00 तक

(स रा )22 मई शनि ल 2, 3, 5, अभी 24 मई चनद म 11:12 बार,

ल 5, अनभ , 626 मई बि ल 2, 3, 62 जि बि ल 2, 3, 5

(गरनत पटरहार)4 जि शकर ल 3, 5, अनभ 5 जि शनि ल 3, 5, अनभ 21 जि चनद ल 5, अनभ , 626 जि शनि ल 5, अनभ , 61 जलाई गर ल 5, अनभ , 62 जलाई शकर ल 5(10:53 स 13:17

तक अनतगणड रतोष)18 अकतबर चनद म 10:49 बार, ल

9 (च रा ), अनभ 20 अकतबर बि म 7:46 बार, ल

8, 9 (च रा )21 अकतबर गर ल 8, 9, अनभ , 1125 अकतबर चनद ल 8, 9, अनभ , 1127 अकतबर बि म 7:08 बार,ल 8,9,11

शदनाङ ार लनिशरण28 अकतबर गर ल 8, 9, अनभ ,

11 (9:41 बार शकरपारवि नवचाण)

29 अकतबर शकर म 11:38 तक, ल 9 (शकरपारविऽभावनः)

1 िवमबर चनद म 12:53 बार13 िवमबर शनि ल 9, अनभ , 11

(बिपारविऽभावनः)20 िवमबर शनि ल 9,अनभ 11(च रा )22 िवमबर चनद ल 9(म 11:44 तक)24 िवमबर बि ल 9, 1125 िवमबर गर ल 9, अनभ 1129 िवमबर चनद ल 9, अनभ , 111 नरसमबर बि ल 9,11,12 (च रा )9 नरसमबर गर ल 9, अनभ , 1110 नरसमबर शकर 8:21 स 11:57

वजररतोष तकतवा13 नरसमबर चनद ल 9, अनभ , 11

सन 2022 ई॰22 जिवरी शनि म 10:38 स 14:06 तक24 जिवरी चनद म 10:19 तक3 फरवरी गर ल 11, 12, अनभ

(गरनत पटरहार)5 फरवरी शनि ल 11, 12, अनभ 7 फरवरी चनद ल 11, 12, अनभ 10 फरवरी गर म 11:09 बार,

ल अनभ , 314 फरवरी चनद ल 11, 12, अनभ 19 फरवरी शनि ल 11, 12, अनभ

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* सवाषिष वसवदध यतोग * अमत वसवदध यतोग

ार नकषतररनव पष, अनशविी, हसत, मल, उरराषाढा,

उररभादपरा, उररफालगिी।

सतोम शवर, रतोनहरी, मगनशरा, पष, अिरािा।

मङल अनशविी, आशलषा, उ भादपरा, कनरका।

बि रतोनहरी, अिरािा, हसत, कनरका, मगनशरा।

गर रवती, अिरािा, पिवणस, पष।

शकर रवती, अिरािा,अनशविी, पिवणस, शवर।

शनि शवर, रतोनहरी, सवानत।

ार नकषतररनव हसत

सतोम मगनशरा

मङल अनशविी

बि अिरािा

गर पष

शकर रवनत

शनि रतोनहरी

* राह काल * * यम काल *

ार समयरनव सा 4:30 स 6:00 तक।

सतोम परातनः 7:30 स 9:00 तक।

मङल सा 3:00 स 4:30 तक।

बि रतोपहर 12:00 स 1:30 तक।

गर रतोपहर 1:30 स 3:00 तक।

शकर परातनः 10:30 स 12:00 तक।

शनि परातनः 9:00 स 10:30 तक।

ार समयरनव रतोपहर 12:00 स 1:30 तक।

सतोम परातनः 10:30 स 12:00 तक।

मङल परातनः 9:00 स 10:30 तक।

बि परातनः 7:30 स 9:00 तक।

गर परातनः 6:00 स 7:30 तक।

शकर रतोपहर 3:00 स 4:30 तक।

शनि नरि 1:30 स 3:00 तक।

राह काल एव मकाल परनतनरि 1:30 घणट का हतोता ह, नजसका परतक वार म नििाणटरत सम साररी म नरा गा ह। राह काल एव म काल म शभ काण ि कर।

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सवाषिष वसवदध यतोग का परारमभ व समावति कालववकरम समवत 2078, सन 2021 ई॰

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र.शम. शदनाङ र.शम.

13 अपरल स उ 13 अपरल 14नः1914 अपरल 17नः23 15 अपरल स उ 23 अपरल 7नः42 24 अपरल स उ 25 अपरल स उ 26 अपरल 1नः5528 अपरल 17नः13 29 अपरल 14नः29

2 मई 8नः59 3 मई स उ 3 मई 8नः22 4 मई स उ 9 मई 17नः29 10 मई स उ 12 मई स उ 13 मई स उ 17 मई 13नः22 18 मई स उ 18 मई 14नः55 19 मई स उ 21 मई स उ 21 मई 15नः2223 मई स उ 23 मई 12नः1226 मई स उ 27 मई 1नः1530 मई स उ 30 मई 16नः4231 मई स उ 31 मई 16:024 जि 20नः47 5 जि स उ 6 जि स उ 7 जि 2नः278 जि 5नः36 10 जि स उ 13 जि 19नः01 14 जि 20नः3715 जि स उ 15 जि 21नः4223 जि स उ 23 जि 11नः4827 जि 2नः36 27 जि स उ 2 जलाई 3नः49 3 जलाई स उ

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र.शम. शदनाङ र.शम.4 जलाई स उ 4 जलाई 9नः056 जलाई स उ 6 जलाई 15नः207 जलाई स उ 8 जलाई स उ 9 जलाई 23नः14 10 जलाई स उ 11 जलाई स उ 12 जलाई 2नः2218 जलाई 1नः32 18 जलाई स उ 19 जलाई 22नः27 20 जलाई स उ 24 जलाई 12नः40 25 जलाई स उ 29 जलाई 12नः02 31 जलाई स उ 2 अगसत 22नः43 3 अगसत स उ 4 अगसत स उ 5 अगसत 4नः256 अगसत 6नः37 7 अगसत स उ 8 अगसत स उ 8 अगसत 9नः1914 अगसत 6नः56 15 अगसत 5नः4416 अगसत स उ 17 अगसत 3नः0220 अगसत 21नः25 21 अगसत 20नः2124 अगसत 19नः47 25 अगसत स उ 26 अगसत स उ 28 अगसत 0नः4730 अगसत 6नः39 31 अगसत स उ 1 नसतमबर स उ 1 नसतमबर 12नः342 नसतमबर 14नः57 3 नसतमबर 16नः428 नसतमबर 15नः56 9 नसतमबर स उ

11 नसतमबर स उ 11 नसतमबर 11नः2313 नसतमबर स उ 13 नसतमबर 8नः24

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सवाषिष वसवदध यतोग का परारमभ व समावति कालववकरम समवत 2078, सन 2021-2022 ई॰

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र.शम. शदनाङ र.शम.

17 नसतमबर स उ 18 नसतमबर 3नः3621 नसतमबर स उ 22 नसतमबर 5नः0623 नसतमबर स उ 24 नसतमबर 8नः5427 नसतमबर स उ 28 नसतमबर स उ 30 नसतमबर स उ 1 अकटबर स उ 6 अकटबर स उ 6 अकटबर 23नः2015 अकटबर स उ 15 अकटबर 9नः1619 अकटबर स उ 19 अकटबर 12नः1221 अकटबर स उ 21 अकटबर 16नः1723 अकटबर 21नः53 24 अकटबर स उ 25 अकटबर स उ 26 अकटबर 4नः1128 अकटबर स उ 29 अकटबर स उ 3 िवमबर स उ 3 िवमबर 9नः587 िवमबर 21:05 8 िवमबर स उ 14 िवमबर 16नः31 15 िवमबर स उ 16 िवमबर 20नः14 17 िवमबर स उ 20 िवमबर स उ 21 िवमबर स उ 22 िवमबर स उ 22 िवमबर 10नः4425 िवमबर स उ 25 िवमबर 18नः4928 िवमबर 22नः05 29 िवमबर स उ 3 नरसमबर 13नः44 4 नरसमबर स उ 5 नरसमबर 7नः47 6 नरसमबर 4नः5412 नरसमबर स उ 12 नरसमबर 24नः00

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र.शम. शदनाङ र.शम.

14 नरसमबर स उ 15 नरसमबर 4नः4018 नरसमबर स उ 18 नरसमबर 13नः4925 नरसमबर 4नः10 25 नरसमबर स उ 26 नरसमबर स उ 27 नरसमबर स उ 31 नरसमबर 0नः34 31 नरसमबर 22नः04

(सन 2022 ई. म)2 जिवरी स उ 2 जिवरी 16नः2311 जिवरी स उ 11 जिवरी 11नः1018 जिवरी 4नः37 18 जिवरी स उ 21 जिवरी 9नः43 22 जिवरी स उ 23 जिवरी स उ 24 जिवरी स उ 27 जिवरी 8नः51 28 जिवरी 7नः1031 जिवरी 0नः23 31 जिवरी स उ 31 जिवरी 21नः58 1 फरवरी स उ 6 फरवरी 17नः10 7 फरवरी स उ 8 फरवरी 21नः27 10 फरवरी स उ 14 फरवरी 11नः53 15 फरवरी स उ 15 फरवरी 13नः49 16 फरवरी स उ 18 फरवरी स उ 18 फरवरी 16नः4220 फरवरी स उ 20 फरवरी 16नः4223 फरवरी 14नः41 24 फरवरी 13नः3127 फरवरी 8नः49 28 फरवरी स उ 28 फरवरी 7नः02 1 माचण 5नः19

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u u u u u 113 u u u u u

सवाषिष वसवदध यतोग का परारमभ व समावति कालववकरम समवत 2078, सन 2022 ई॰

* गगति नवरावत *

* कलक चयौि चनदरदशषन दतोरवनवारक मनत *

आषाढ (िन - िलाई) तिा मार (िनरी - फररी) मास की शकल परशतदा स परारमभ हतोि वाली िवरानतर कतो गति िवरानतर अिवा गातरी िवरानतर भी कहत ह। इस मख रप स नहनरीभाषी परानत म मिाा जाता ह। उरर पररश एव मध पररश की माता इि िवरातररो म वरत उपवास आनर का पालि करती ह। सभी उपासकरो म भी मा वाराही क उपासकरो क नल इि िवरातर का महतव मख रप स नवशष ही हतोता ह।

नहमाचल पररश म इनह गहय िवरातर क िाम स भी जािा जाता ह। नवशष अिषाि, जप, पजि तिा काम परतोगरो क नल िवरातर शष माि ग ह।

शसहः परसनमधीत शसहो िामबता हतः। सकमारक! मा रोदीसत हष सयमनतकः॥

ह सरर सलतोि कमार! इस मनर क नल नसह ि परसि कतो मारा ह और जामबवनत ि उस नसह का सहार नका ह।अतनः तम रतो मत। अब इस समतक मनर पर तमहारा ही अनिकार ह।

*****

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र.शम. शदनाङ र.शम.5 माचण 1नः52 5 माचण स उ 6 माचण स उ 7 माचण 3नः518 माचण स उ 10 माचण स उ 13 माचण 20नः06 14 माचण 22नः0815 माचण स उ 15 माचण 23नः33

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र.शम. शदनाङ र.शम.23 माचण स उ 23 माचण 18नः5327 माचण स उ 27 माचण 13नः3228 माचण स उ 28 माचण 12नः241 अपरल 10नः40 2 अपरल स उ

*****

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u u u u u 114 u u u u u

अमत वसवदध यतोग का परारमभ व समावति कालववकरम समवत 2078, सन 2021-2022 ई॰

* अमत वसवदध यतोग *कछ शविानो क मतानसार सागिग शसशध योर

ए अमत शसशध योर क सयोर स रशार स शशनार तक (करमशः) 5,6,7,8,9,10,11 शतशिया ए परारमभ

की 6 रशडया शषाक ए तयाजय मानी रई ह।

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र.शम. शदनाङ र.शम.

13 अपरल स उ 13 अपरल 14नः1925 अपरल स उ 26 अपरल 1नः5528 अपरल 17नः13 29 अपरल स उ 23 मई स उ 23 मई 12नः1226 मई स उ 27 मई 1नः154 जि 20नः47 5 जि स उ 23 जि स उ 23 जि 11नः48 2 जलाई स उ 3 जलाई स उ 30 जलाई स उ 30 जलाई 14नः02

27 नसतमबर 17नः42 28 नसतमबर स उ 30 नसतमबर 25नः33 1 अकटबर स उ 23 अकटबर 21नः53 24 अकटबर स उ 25 अकटबर स उ 26 अकटबर 4नः1128 अकटबर 9नः41 29 अकटबर स उ 16 िवमबर 20नः14 17 िवमबर स उ

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र.शम. शदनाङ र.शम.

20 िवमबर स उ 21 िवमबर स उ 22 िवमबर स उ 22 िवमबर 10नः4425 िवमबर स उ 25 िवमबर 18नः4914 नरसमबर स उ 15 नरसमबर 4नः4018 नरसमबर स उ 18 नरसमबर 13नः4926 नरसमबर 29नः26 27 नरसमबर स उ

(सन 2022 ई. म)11 जिवरी स उ 11 जिवरी 11नः1023 जिवरी 11नः09 24 जिवरी स उ 20 फरवरी स उ 20 फरवरी 16नः4223 फरवरी 14नः41 24 फरवरी स उ 4 माचण 25नः52 5 माचण स उ 23 माचण स उ 23 माचण 18नः531 अपरल 10नः40 2 अपरल स उ

*****

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* गणडमल क नकषत *

गणडमल नकषतरो का परारमभ व समावति कालवव.स. 2078, 13 अपरयल 2021 स 1 अपरयल 2022 ई. तक

अशशनी आशलषा मरा जयषा मल रतीनपता कतो भ शाननत स शभ माता कतो िषट बड भराता कतो िषट नपत िाश राज सममािसख ऐशवण िि िाश नपतभ छतोट भाई कतो िषट मात िाश मननतरतव परानतिमनतरी पर मात िाश सख मात िाश िि िाश िि सख परानति

राज सममाि नपत िाश नवदा सख का िाश शाननत स शभ अिक कषट

छनः िकषतर गणडमल कहलात ह तिा इि िकषतररो म जनमा हआ बालक माता, नपता कल ा अपि शरीर कतो िषट करता ह। सव का शरीर िषट ि हतो ततो िि वभव, ऐशवण हािी, घतोिरो का सवामी हतोता ह। गणडमल म जनम हए बालक का 27 नरि तक नपता मख ि रख। परसनत सिाि क पशचात शभ महतण म गयौ, सवरण राि आनर शाननत क पशचात ही शभ वला म बालक का मख रख।

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र.शम. शदनाङ र.शम.

21 अपरल 7नः59 23 अपरल 7नः4229 अपरल 14नः29 1 मई 10नः16

8 मई 14नः47 10 मई 20नः2518 मई 14नः55 20 मई 15नः5727 मई 1नः15 28 मई 20नः024 जि 20नः47 7 जि 2नः2714 जि 20नः37 16 जि 22नः1523 जि 11नः48 25 जि 6नः402 जलाई 3नः49 4 जलाई 9नः0512 जलाई 2नः22 14 जलाई 3नः41

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र.शम. शदनाङ र.शम.

20 जलाई 20नः33 22 जलाई 16नः2529 जलाई 12नः02 31 जलाई 16नः388 अगसत 9नः19 10 अगसत 9नः5317 अगसत 3नः02 19 अगसत 0नः0725 अगसत 20नः48 28 अगसत 0नः474 नसतमबर 17नः45 6 नसतमबर 17नः5113 नसतमबर 8नः24 15 नसतमबर 5नः5522 नसतमबर 5नः06 24 नसतमबर 8नः542 अकटबर 2नः58 4 अकटबर 3नः2610 अकटबर 14नः44 12 अकटबर 11नः26

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गणडमल नकषतरो का परारमभ व समावति कालवव.स. 2078, 13 अपरयल 2021 स 1 अपरयल 2022 ई. तक

* मकर रावश म शवन का गतोचर फल *(13 अपरल 2021 ई. स 1 अपरल 2022 ई. तक)

राशश ढयया/साढसाती

ाद फल

मष - तामर शनि 10, सघषण व नवघि। गर की दनषट शभ। उदम व परषािण।वष - रजत शनि 9, भाग तोनननत व लाभ म अिचि। बनिओ स नवरतोि। शकर शभ।

नमिि ढया लयौह शनि 8, विा रयौि िप एव खचण अनिक। 30 जि स गर की दनषट स लाभ।

ककण - तामर शनि 7, ववसा म सघषण और खचण। शरीर कषट, शतर भ। गति नचनता।

नसह - सवरण शनि 6, शरीर कषट, िि हानि, गर की दनषट शभ हतोि स िमण म रनच।

कना - रजत शनि 5, िि लाभ। भनम-वाहि की परानति हतोगी। नवरश गमि। सती कषट।

तला ढया लयौह रतोग, शतर भ, ििहानि, गहकलश, घरल उलझि।

वनशचक तामर शनि 3, भनम मकाि वाहि सख, परतोनननत, ववसा लाभ, िमण म वनदध।

िि साढसाती रजत आ कम व खचण अनिक। आनिणक उलझिरो स अशाननत। वाहि सख

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र.शम. शदनाङ र.शम.

19 अकटबर 12नः12 21 अकटबर 16नः1729 अकटबर 11नः38 31 अकटबर 13नः166 िवमबर 23नः39 8 िवमबर 18नः4915 िवमबर 18नः09 17 िवमबर 22नः4325 िवमबर 18नः49 27 िवमबर 21नः434 नरसमबर 10नः47 6 नरसमबर 4नः5412 नरसमबर 24नः00 15 नरसमबर 4नः4023 नरसमबर 0नः45 25 नरसमबर 4नः1031 नरसमबर 22नः04 2 जि 16नः23

शदनाङ र.शम. शदनाङ र.शम.(सन 2022 ई.)

9 जिवरी 7नः10 11 जिवरी 11नः1019 जिवरी 6नः42 21 जिवरी 9नः4328 जिवरी 7नः10 30 जिवरी 2नः495 फरवरी 16नः09 7 फरवरी 18नः5915 फरवरी 13नः49 17 फरवरी 16नः1124 फरवरी 13नः31 26 फरवरी 10नः325 माचण 1नः52 7 माचण 3नः5114 माचण 22नः08 17 माचण 00नः2123 माचण 18नः53 25 माचण 16नः071 अपरल 10नः40 3 अपरल 12नः37

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मकर साढसाती सवरण मािनसक व पाटरवाटरक उलझि। अत नत कठीि सम ।कमभ साढसाती लयौह शनि 12, आ कम व खचण अनिक। पटरवार म तिाव। शरीर कषट व सघषण।मीि - सवरण शनि 11, सती, सताि, वाहि स नचनता। मािनसक तिाव। नवशष सघषण।

* शवन शानतयिष शासतरीय उपाय *शनि नक साढसाती ढया क िषटफल की शाननत क नलए शनि क बीज मनतर ा वनरक मनतर का 23000 की सखा म नवनिपवणक जाप कर। तरपरानत रशाश हविानर कर। शनिवार क नरि सतिाजाराि, लयौहपातर म तल राि, शनि सततोतर का पाठ करिा भी शसकर ह।

शशन का बीि मनतर - “ॐ परा परी पररौ सः शनय नमः”।शदक मनतर - “ॐ शननो दीरशभषटय आो भनत ीतय,

शययोरशभसरनत नः ॐ”।शनशिर सतोतरशपलाद उाि

ॐ नमसत कोण-ससिाय शरलाय नमोऽसतत। नमसत बभराय ककणाय ि नमोसतत॥1॥नमसत रौदर-दहाय, नमसत िानतकाय ि।नमसत यम-सजाय, नमसत सौरय शभो॥2॥नमसत मनद-सजाय शनशिर नमोसत त।परसाद कर दश, दीनाय परणताय ि॥3॥

इस सततोतर कतो परातनः पढि स साढसाती व ढया की रनःखर पीिा िही हतोती।

* यजतोपवरीत िारण करन का मनत *ॐ यजोीत रम शतर परिातयगतसहि रसतात। आयकयमगटरय परशतमञ शभ यजोशत बलमसत तिः॥

* जरीणष यजतोपवरीत तयागन का मनत *एताशदिनयगनत बहम त धाररत मया।

िीणगताततररतयारो रचछ सतर यिासखम॥

* यजतोपवरीत िारण करन एव तयागन का मनत *

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* नामाकषरानगसार नकषत रावशजान चकर *

मष अशशनी च-च-चतो-ला

भरणी ली-ल-ल-लतो

कशततका 1 ाद अ-0-0-0

ष कशततका 3 ाद 0-ई-उ-ए

रोशहणी ओ-वा-वी-व

मरशशरा आधा व-वतो-0-0

शमिन मरशशरा आधा 0-0-क-की

आदराग क-घ-ङ-छ

नगस 3 ाद क-कतो-ह-0

ककग नगस 0-0-0-ही

कय ह-ह-हतो-डा

आशलषा डी-ड-ड-डतो

शसह मरा मा-मी-म-म

गफालरनी मतो-टा-टी-ट

उततरफालरनी ट-0-0-0

कनया उततरफालरनी 0-टतो-पा-पी

हसत प-ष-र-ठ

शितरा प-पतो-0-0

तला शितरा 0-0-रा-री

साशत र-र-रतो-ता

शशाखा ती-त-त-0

शशिक शशाखा 0-0-0-ततो

अनराधा िा-िी-ि-ि

जयषा ितो-ा-ी-

धन मल -तो-भा-भी

ागषाढा भ-िा-फ-ढ

उततराषाढा भ-0-0-0

मकर उततराषाढा 0-भतो-जा-जी

शण खी-ख-ख-खतो

धशनषा गा-गी-0-0

कमभ धशनषा 0-0-ग-ग

शतशभषा गतो-सा-सी-स

गभादरदा स-सतो-रा-0

मीन गभादरदा 0-0-0-री

उततरभादरदा र-ि-झ-ञ

रती रतो-रतो-चा-ची

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u u u u u 119 u u u u u

शदशा ग उततर शशिम दशकषण ईशान ायवय नऋतय आनियशनशषधशतशि

1, 9 2, 10 6, 14 5, 13 8,30 7, 15 4, 3 3, 11

शनशषधार

सतोमशनि

मङलगर

रनवशकर

गर गरशनि

मङल शनिशकर

गरसतोम

शनशषध नकषतर

शवरजषा

हसतउररा

फालगिी

रतोनहरीपण

िनि शत रवतीप भा उ भा अनशविी

- - - -

शनशषधसमय

उषाकाल

अिणरानतर

गतोिनल(सधा-काल)

मधाहन- - - -

* याता ववचार परकरण *

* राह वास चकर *

शदकशल

सण वनशचक मष वष नसह

सकराननत िि कमभ नमिि कना

मास मकर मीि ककण तला

राह कीवास नरशा

पवण नरशा रनकषरनरशा

पनशचमनरशा

उररनरशा

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* वदकशल पटरहार *

* याता म चनदरमा ववचार *

* सययोदय स चयौघविया वदन क परवत अश म याता का फल *

1 नर ातरा महतण म नवलमब अिवा सम का उलघिि हतो ततो बराहमर-परसिाि सम म जिऊ, माला; कषनतर-असत, शसत; वश-मि, घी, रपा, पसा, शद-फल कतो अपि वसत म बाि नकसी क घर ा िगर क बाहर जाि की नरशा म परसिाि क सम रख र, अिवा अपिी नकसी नपर वसत कतो रख र।

2 आवशकता पडि पर रनववार कतो रनला, घी खाकर, सतोमवार कतो रपणर रखकर व रि पीकर, मङलवार कतो गड खाकर, बिवार कतो िनिा ा नतल खाकर, गरवार कतो रही खाकर, शकरवार कतो जयौ खाकर व रि पीकर, शनिवार कतो अररक ा उडर खाकर परसिाि नका जा सकता ह।

शदशा ग दशकषण शशिम उततर

रानश(चनदमा की)

मष वष नमिि ककण

नसह कना तला वनशचक

िि मकर कमभ मीि

रडी:ार रश सोम मङगल बध रर शकर शशन

03:45 उदग अमत रतोग लाभ शभ चर काल

07:30 चर काल उदग अमत रतोग लाभ शभ11:15 लाभ शभ चर काल उदग अमत रतोग15:00 अमत रतोग लाभ शभ चर काल उदग18:45 काल उदग अमत रतोग लाभ शभ चर22:30 शभ चर काल उदग अमत रतोग लाभ

26:15 रतोग लाभ शभ चर काल उदग अमत30:00 उदग अमत रतोग लाभ शभ चर काल

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u u u u u 121 u u u u u

* सयाषसत स चयौघविया रावत क परवत अश म याता का फल *

शनयम - चयौघनिा जात करि क नल उस नरि क स योर स स ाणसत तक क सम कतो 8 भागरो म नवभानजत कर तिा परिम अश कतो स योर क सम क साि जतोडि स पहल चयौघनि का सम पराति हतोगा। उसक बार उस सम म रतो अश जतोिि स रसर चयौघनि का काल पराति हतोगा। उदाहरण - नर रनववार कतो स योर स स ाणसत का सम 12 घणट का ह। ततो उसका 8वा अश 1 5 घणट का हतोगा और सयोर परातनः 6 बज हतो रहा हतो ततो परिम चयौघनिा “उदग” परातनः 6 बज स 7 30 बज तक हतोगा। उसी म रसरा अश जतोडि स 7 30 बज स 9 बज तक का रसरा चयौघनिा “चर” हतोगा। ऐस ही रात क चयौघनि क नल स ाणसत क गरिा समझिी चानह।

ाठको की सशधािग यहा परतयक िौरशडय की रडी म भी रणना दी रयी ह।4 शवास (24 सकणड) - 1 पल 60 पल (24 नमिट) - 1 घिी 2 5 घिी - 1 घणटा60 घिी (24 घणट) - 1 नरवस

इस तरह परतक नरि और रात नमलाकर 60 घिी क हतोत ह।

रडी:ार रश सोम मङगल बध रर शकर शशन

03:45 शभ चर काल उदग अमत रतोग लाभ

07:30 अमत रतोग लाभ शभ चर काल उदग

11:15 चर काल उदग अमत रतोग लाभ शभ

15:00 रतोग लाभ शभ चर काल उदग अमत

18:45 काल उदग अमत रतोग लाभ शभ चर

22:30 लाभ शभ चर काल उदग अमत रतोग

26:15 उदग अमत रतोग लाभ शभ चर काल

30:00 शभ चर काल उदग अमत रतोग लाभ

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* भदरा लतोक वास *

मष, वष, नमिि, वनशचक का चनदमा हतोि स भदा सवगण लतोक म; कना, तला, िि, मकर का चनदमा हतोि स पाताल म; ककण , नसह, कमभ व मीि का चनदमा हतोि स मतणलतोक म निवास करती ह।

“सरय भदरा धन धानय, ाताल ि धनारम: मतयलोक यदा भदरा, कायगशसशधसतदा नशह॥”

अतनः मतलतोक की भदा ही अशभ हतोती ह।शकलकष शशिकाभदरा, ककणकष भिङगमा।

शकलपकष की भदा का िाम वनशचकी ह, कषरपकष की भदा का िाम सनपणरी ह।मतानतर स नरि की भदा सनपणरी, रानतर की भदा वनशचकी ह। वनशचकी भदा का पचछ भाग, सनपणरी भदा का मख भाग िही लिा चानहए।

शदा भदरा रातरौ, राशतरभदरा यदा शदा। तदाऽशशषटकतो दोषो न भतसग सौखयदः॥नर नरि की भदा रानतर म समाति हतो, रानतर की भदा नरि म समाति हतो, ततो भदा रतोषकारक ि हतोकर सयौखकारक हतोती ह।

* भदरा का परारमभ एव समावति काल (2021) *

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र. शम. शदनाङ र. शम.

15 अपरल 28नः47 16 अपरल 18नः0619 अपरल 24नः02 20 अपरल 12नः2323 अपरल 10नः42 23 अपरल 21नः4826 अपरल 12नः45 26 अपरल 22नः5429 अपरल 11नः53 29 अपरल 22नः10

2 मई 14नः51 2 मई 26नः165 मई 25नः47 6 मई 14नः119 मई 19नः31 10 मई 8नः4415 मई 21नः01 16 मई 10नः0219 मई 12नः51 19 मई 24नः3722 मई 20नः00 23 मई 6नः43

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र. शम. शदनाङ र. शम.25 मई 20नः30 26 मई 6नः3728 मई 20नः06 29 मई 6नः3431 मई 25नः06 1 जि 12नः574 जि 15नः16 4 जि 28नः088 जि 11नः25 8 जि 24नः4214 जि 10नः08 14 जि 22नः3517 जि 22नः00 18 जि 9नः2020 जि 26नः57 21 जि 13नः3223 जि 27नः33 24 जि 13नः52

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* भदरा का परारमभ एव समावति काल (2021) *

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र. शम. शदनाङ र. शम.26 जि 29नः04 27 जि 15नः5530 जि 13नः19 30 जि 25नः414 जलाई 6नः44 4 जलाई 19नः567 जलाई 27नः21 8 जलाई 16नः1913 जलाई 20नः14 14 जलाई 8नः0316 जलाई 28नः35 17 जलाई 15नः3920 जलाई 8नः39 20 जलाई 19नः1823 जलाई 10नः44 23 जलाई 21नः2626 जलाई 15नः25 26 जलाई 26नः5529 जलाई 27नः55 30 जलाई 16नः482 अगसत 23नः45 3 अगसत 13नः006 अगसत 18नः29 7 अगसत 6नः5111 अगसत 28नः10 12 अगसत 15नः2515 अगसत 9नः52 15 अगसत 20नः4918 अगसत 14नः14 18 अगसत 25नः0621 अगसत 19नः01 22 अगसत 6नः1724 अगसत 28नः12 25 अगसत 16नः1928 अगसत 20नः57 29 अगसत 10नः121 नसतबर 17नः23 2 नसतबर 6नः225 नसतबर 8नः22 5 नसतबर 20नः0110 नसतबर 11नः09 10 नसतबर 21नः58

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र. शम. शदनाङ र. शम.

13 नसतबर 15नः11 13 नसतबर 26नः1116 नसतबर 20नः53 17 नसतबर 8नः0819 नसतबर 29नः29 20 नसतबर 17नः2723 नसतबर 19नः42 24 नसतबर 8नः3027 नसतबर 15नः44 27 नसतबर 29नः011 अकटबर 10नः37 1 अकटबर 23नः044 अकटबर 21नः06 5 अकटबर 8नः069 अकटबर 18नः23 9 अकटबर 28नः5612 अकटबर 21नः48 13 अकटबर 8नः5815 अकटबर 29नः51 16 अकटबर 17नः3819 अकटबर 19नः04 20 अकटबर 7नः4623 अकटबर 13नः46 23 अकटबर 27नः0227 अकटबर 10नः51 27 अकटबर 23नः5130 अकटबर 26नः36 31 अकटबर 14नः283 िवमबर 9नः02 3 िवमबर 19नः337 िवमबर 26नः50 8 िवमबर 13नः1710 िवमबर 30नः50 11 िवमबर 18नः2114 िवमबर 18नः15 14 िवमबर 30नः4018 िवमबर 12नः01 18 िवमबर 25नः1522 िवमबर 9नः08 22 िवमबर 22नः2825 िवमबर 28नः43 26 िवमबर 17नः13

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* भदरा का परारमभ एव समावति काल (2021-21) *

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र. शम. शदनाङ र. शम.

29 िवमबर 16नः53 29 िवमबर 28नः142 नरसमबर 20नः27 2 नरसमबर 30नः427 नरसमबर 13नः07 7 नरसमबर 23नः4110 नरसमबर 19नः10 11 नरसमबर 7नः1214 नरसमबर 10नः35 14 नरसमबर 23नः3618 नरसमबर 7नः25 18 नरसमबर 20नः4621 नरसमबर 27नः54 22 नरसमबर 16नः5325 नरसमबर 20नः10 26 नरसमबर 8नः1028 नरसमबर 29नः12 29 नरसमबर 16नः13

सन 2022 ई॰1 जिवरी 7नः18 1 जिवरी 17नः305 जिवरी 25नः33 6 जिवरी 12नः309 जिवरी 11नः09 9 जिवरी 23नः4712 जिवरी 30नः12 13 जिवरी 19नः3316 जिवरी 27नः19 17 जिवरी 16नः1920 जिवरी 20नः29 21 जिवरी 8नः5224 जिवरी 8नः44 24 जिवरी 20नः1727 जिवरी 15नः26 27 जिवरी 26नः1730 जिवरी 17नः29 30 जिवरी 27नः544 फरवरी 16नः14 4 फरवरी 27नः487 फरवरी 30नः17 8 फरवरी 19नः2411 फरवरी 27नः11 12 फरवरी 16नः28

परारमभ काल समाशपत कालशदनाङ र. शम. शदनाङ र. शम.

15 फरवरी 21नः43 16 फरवरी 10नः0519 फरवरी 10नः14 19 फरवरी 21नः5722 फरवरी 18नः35 22 फरवरी 29नः4625 फरवरी 23नः49 26 फरवरी 10नः4028 फरवरी 27नः17 1 माचण 14नः096 माचण 8नः55 6 माचण 21नः139 माचण 26नः57 10 माचण 16नः1613 माचण 23नः14 14 माचण 12नः0617 माचण 13नः30 17 माचण 25नः0920 माचण 21नः14 21 माचण 8नः2123 माचण 26नः17 24 माचण 13नः1427 माचण 7नः04 27 माचण 18नः0530 माचण 13नः20 30 माचण 24नः52

*****

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* पञक नकषत ववचार *

ासोततर-दलाशद िक यामयशदगरमन रहरोनम। परतदाह-तण-काष-सिय शययका-शतरण ि िगयत॥

पञक िकषतररो म काष छरि (लकिी ततोििा), नतिक ततोििा, रनकषर नरशा की ातरा, परतानर राहससकार, सतमभारतोपि, तर, तामबा, पीतल, लकिी आनर का सच, रकाि, मकाि ा झतोपिी आनर की छत डालिा, चारपाई, खाट, चटाई आनर बििा, बठक की गनदिरो का निमाणर करिा ताज मािा गा ह। पञकरो म हानि, लाभ एव वानि आनर पाच गरा, नतरपषकर म नतरगरा तिा नदपषकर म रगिा लाभ ा हानि की समभाविा हतोती ह। नवनिवत िकषतर पजा, राि एव बराहमर भतोजि करवािा शभपरर हतोता ह। परतराह अिवा नकसी अन कारर स हानि की आशका हतो ततो उस नसिनत म नकसी नवदाि बराहमर स पञक शाननत करवाि का नविाि ह।

धाि रह, महतण गरनिरो म नववाह, मणडि, गहारमभ, गह परवश, वि परवश, उपिि आनर तिा रकषाबनिि, भयारज आनर पववो म पञक िकषतररो क निषि क बार म कही भी नवचार िही नका जाता।

बहर जतोनतषािसार ततो िनिषा, उरराभादपरा व रवती िकषतर सभी कावो म नसनदध परराक एव शभ माि जात ह, जबनक पवणभादपरा एव शतनभषा िकषतर सािारर रप स काण नसनदधकारक माि ग ह।

* पञकारमभ एव समावतिकाल-सवत 2078 *(13 अपरल 2021 स 1 अपरल 2022 ई. तक)

परारमभकाल समाशपतकालशदनाङ र.शम. शदनाङ र.शम.4 मई 20नः44 9 मई 17नः291 जि 3नः59 5 जि 23नः2828 जि 13नः00 3 जलाई 6नः14

25 जलाई 22नः48 30 जलाई 14नः0222 अगसत 7नः57 26 अगसत 22नः2918 नसतमबर 15नः26 23 नसतमबर 6नः4415 अकटबर 21नः16 20 अकटबर 14नः02

परारमभकाल समाशपतकालशदनाङ र.शम. शदनाङ र.शम.

12 िवमबर 2नः51 16 िवमबर 20नः149 नरसमबर 10नः10 14 नरसमबर 2नः05

(सन 2022 ई०)5 जिवरी 19नः54 10 जिवरी 8नः492 फरवरी 6नः45 6 फरवरी 17नः101 माचण 16नः31 6 माचण 2नः2928 माचण 23नः55 2 अपरल 11नः21

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* दरीपावलरी (शरी महालकमरी पजन) 4 नवमबर 2021 ई. *शी महालकमी पजि एव रीपावली का महापवण कानतणक

कषर अमावसा म पररतोषकाल एव अदधणरानतर-वानपिी हतो ततो नवशष रप स शभ हतोती ह।

काशतगकसयाशसत कष लकमीशनगदा शमञशत। स ि दीाली परोकाः सगकलयाणरशणी॥

भनवषपरार म भी लकमीपजि, क नल पररतोषकाल नवशषता परशसत मािा गा ह -

काशतगक परदोष त शशषण अमासया शनशाधगक। तसया समजयत दी भोरमोकष परदाशयनीम॥

परसतत षग काशतगक अमासया 4 नमबर, ररार, सन 2021 ई. को परातः सययोदय स अधगराशतर बाद 26ः45 तक वयापत रहरी। दीाली साशत नकषतर, आयकमान योर कालीन अराहन, सायाहन, परदोष, शनशीि, महाशनशीि-वयाशनी अमासया यक होन स शशषतः परशसत ए णयपरदायक होरी। शशष कतय - इस नरि परातनः बराहममहरण म उठकर रनिक कतरो स निवत हतो नपतगर तिा रवताओ का पजि करिा चानह। समभव हतो ततो रि, रही और घत स नपतररो का पावणर-शादध करिा चानह। नर समभव हतो ततो नरि भर उपवास कर गतोिनल वला म अिवा वष, नसह, वनशचक आनर नसिर लनि म शीगरश, कलश, षतोडशमातका एव गरहपजिपवणक भगवती लकमी का षतोडशतोपचार-पजि करिा चानह। इसक अिनतर महाकाली का रवात क रप म, महासरसवती का कलम, बही आनर क रप म तिा कबर का तला क रप म सनवनि पजि करिा चानह। इसी सम रीपपजि कर मराज तिा नपतगररो क निनमर ससकलप रीपराि करिा चानह। तरतोपरानत ितोलबि निशीिानर शभ महरवो म मनतर-जप, नतर-नसनदध आनर अिषाि समपानरत करि चानह।

रीपावली वासतव म पाच पववो का महतोतसव मािा जाता ह, नजसकी वानति कानतणक कषर तरतोरशी (िितरस) स लकर कानतणक शकल नदतीा (भाई-रज) तक रहती ह। रीपावली क पवण पर िि की परभत परानति क नलए िि की अनिषातरी ििरा भगवती लकमी की समारतोहपवणक आवाहि, पतोडशतोपचार सनहत पजा की जाती ह। आग नरए गए निनरणषट शभ कालरो म नकसी सवचछ एव पनवतर सिाि पर आटा, हलरी, अकषत एव पषपानर स अषटरल कमल बिाकर शीलकमी का आवाहि एव सिापिा करक रवी की नवनिवत पजाचणिा करिी चानहए।

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आाहन मनतर- 'कासोशसमता शहरणयपराकारामादराथ जलनती तपता तगयनतीम। मिशसिता मिणाथ ताशमहोहवय शशयम। (शीसकम)

िा मनतर-ॐ र रणतय नमः॥ लकमय नमः॥ नमसत सगदाना रदाशस हरः शपरया। या रशतसततपरननाना सा म भयातदिगनात॥' स लकमी की, 'एरातसमारढो जरहसतो महाबलः। शतयजाशधो दसतसमा इनदराय त नमः।' मनतर स इनद की और कबर की निमि मनतर स पजा कर-

कबराय नमः, 'धनदाय नमसतभय शनशधमिाशधाय ि। भनत ततपरसादानम धनधानयाशद समदः॥' पजि सामगरी म नवनभनन परकार की नमठाई, फल-पषपाकषत, िप, रीपानर सगननित वसतए सनममनलत करिी चानहए। रीपावली पजि म पररतोष, निशीि एव महानिशीि काल क अनतटरकत चयौघनिा महरण भी पजि, बनह-खाता पजि, कबर पजा, जपानर अिषाि की दनषट स नवशष परशसत एव शभ माि जात ह-

परदोष काल-4 िवमबर, 2021 ई कतो स ाणसत (17घ -24नम ) स लकर 2घ -40नम पणनत 20घ -04नम तक परदोष-काल वाति रहगा।

रानतर 18घ -03नम स 19घ -57नम तक ष (नसिर) लनि नवशष परशसत हतोगा। पररतोषकाल म ष लनि, सवानत िकषतर, तलासि चनद तिा स ाणसत बार स पहल 'अमत' की (17नः24 स 19नः04 तक) नफर 'िर' की (19नः04 स 20नः44 तक) चयौघनिा ह। 'अमत' तिा 'िर' की चयौघनडा रहि स इस तोग ही म रीपराि, महालकमी, गरश-कबर पजि, बही-खाता पजि आनर समपरण रीपावली पजि आरमभ कर लिा चानह। इसी काल िमण एव गहसिलरो पर रीप परजवनलत करिा, बराहमररो तिा आनशतरो कतो भट, नमषाननानर बाटिा शभ हतोगा।

शनशीि-काल-4 िवमबर, 2021 ई कतो निशीिकाल रानतर 20घ -04नम स 22घ -43नम तक रहगा। निशीिकाल म 'िर' की चयौघनडा 20घ नः44नम तक शभ हतोगी। परनत उसक बार 'रोर' व 'काल' की चयौघनडा (24घ नः11नम तक) पजि परारमभ हत इतिी शभ िही ह।

अतनः 20घ -44नम स पहल मख पजि हतो जािा चानह, अनिा परारमभ ततो हतो ही जािा चानह। तरपरानत चाह पजि आनर अन काण करत रह। इस अवनि म महालकमी पजि समाति कर शीसकत, किकिारा सततोतर तिा लकमी सततोतरानर मनतररो का जपािषाि करिा चानह।

महाशनशीि-काल-रानतर 22घ -43नम स 25घ -24नम तक महानिशीिकाल रहगा। इस समावनि म 24घ -03नम तक 'काल' की चयौघनडा अशभ, परनत इसक बार 25घ -43नम तक 'लाभ' की चयौघनडा अतनत शभ ह। इस अवनि म काली-उपासिा, नतर-मनतर-तनतरानर की नकराए, नवशष काम परतोग, तनतर-अिषाि, सािािाए एव जानर नकए जात ह। 24घ -34नम स नसह लनि भी नवशष परशसत रहगा।

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अि सवकषति-सनधयतोपासना-ववविः

आचमन मनतॐ कशवा िमनः। ॐ िारारा िमनः। ॐ मािवा िमनः।

ॐ हषीकशा िमनः कहकर हसत परकषालि कर लव।

शररीरशगवदध मनतॐ अशतरःशतरो ा सागसिा रतोऽश ा। यः समरतणडरीकाकष स बाहाभयनतरः शशिः॥

आसनशगवदध का वववनयतोगॐ पथवीनत मनतरस मरपष ऋनषनः सतल छनरनः। कमयो रवता आसिपनवतरकरर नवनितोगनः।

मनतॐ शथ! तया धता लोका दश! त शकणना धता।

त ि धारय मा दश! शतर कर िासनम॥

सनधया का सकलपॐ शी नवषरनवणषरनवणषरिणमनः परमातमि ततसत शी बरहमरतोऽनहन नदतीपरािद शीशवतवाराहकलप ववसवतमनवतनतर अषटानवशनततम कनलग कनलपरिमचरर भलयोक जमबदीप भरतखणड भारतवषद आाणवतयकरशानतगणत अमककषतर कनलग कनलपरिमचरर अमकसवतसर अमकमास अमकपकष अमकनतियौ अमकवासर अमकगतोतरतोतपननतोऽमकशमाणऽह ममतोपाररटरतकषपवणक शीपरमशवरपरीतिण सनधतोपासि कटरष।

अघमरषणमनतःॐ ऋतञ सत चाभीदधारपसतोऽधजात। तततो रातजात। ततनः समदतो अरणवनः। समदाररणवारनि सवतसरतो अजात। अहतोरातरानर नवरिनदशवस नमषततो वशी। साणचनदमसयौ िाता िापवणमकलपत।नरव च पनिवी चानतटरकषमितो सवनः।

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पराणायाममनतःॐ भनः ॐ भवनः ॐ सवनः ॐ महनः ॐ जिनः ॐ तपनः ॐ सतम। ॐ ततसनवतवणरण भगयो रवस िीमनह नितो तो िनः परचतोरात। ॐ आपतो जतोती रसतोऽमत बरहम भभणवनः सवरतोम॥

पापकषयािषमनतःॐ सणशच मा मनशच मनपतशच मनकतभनः पापभतो रकषनताम। दाता पापमकषण मिसा वाचा हसताभा पदभामररर नशशिा। रानतरसतरवलमपत नतकनञर रटरत मन इरमहममततोियौ सद जतोनतनष जहतोनम सवाहा।

माजषनमनतःॐ आपतो नह षा मतोभवनः, ॐ ता ि ऊजद रिाति, ॐ महररा चकषस, ॐ तो वनः नशवतमतो रसनः, ॐ तस भाजत ह िनः, ॐ उशतीटरव मातरनः, ॐ तसमा अरङमाम वनः, ॐ स कषा नजनवि, ॐ आपतो जििा च िनः।

सययोपसिानमनतःॐ उद तमससपटर सवनः पशनत उररम। रव रवतरा सणमगनम जतोनतररमम।

ॐ उरत जातवरस रव वहननत कतवनः। दश नवशवा स णम। ॐ नचतरनरवािाम-रगारिीक चकषनमणतरस वररसानिनः। आ परा दावापनिवी अनतटरकष स ण आतमा जगतसतसिषशच। ॐ तचचकषरदवनहत परसताचछकरमचचरत। पशम शररनः शत जीवम शररनः शत शराम शररनः शत परबरवाम शररनः शत भशच शतात॥

गायतरीमनतःॐ भभणवनः सवनः। ततसनवतवणरण भगयो रवस िीमनह। नितो तो िनः परचतोरात।

दयवनकतपषणमदतगणम

ॐ बरहमा तपताम ॐ छनरानस तपनताम

ॐ नवषरसतपताम ॐ ऋषसतपनताम

ॐ रदसतपताम ॐ वरासतपनताम

ॐ परजापनतसतपताम ॐ पराराचााणसतपनताम

ॐ रवासतपनताम ॐ गनिवाणसतपनताम

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ॐ इतराचााणसतपनताम ॐ रकषानस तपनताम

ॐ सवतसरानः साववासतपनताम ॐ नपशाचासतपनताम

ॐ रवसतपनताम ॐ सपराणसतपनताम

ॐ रवािगासतपनताम ॐ भतानि तपनताम

ॐ िागासतपनताम ॐ पशवसतपनताम

ॐ सागरासतपनताम ॐ विसपतसतपनताम

ॐ पवणतासतपनताम ॐ ओषिसतपनताम

ॐ सटरतासतपनताम ॐ भतगरामाशचतनवणिासतपनताम

ॐ मिषासतपनताम

ॐ जासतपनतामशदवयमनकयतगणम

ॐ सिकसतपताम ॐ सिनरिसतपताम

ॐ सिातिसतपताम ॐ कनपलसतपताम

ॐ आसटरसतपताम ॐ बतोढसतपताम

ॐ पञनशखसतपताम

मरीचयाशदतगणम

ॐ मरीनचसतपताम ॐ अनतरसतपताम

ॐ अनङरासतपताम ॐ पलसतसतपताम

ॐ पलहसतपताम ॐ करतसतपताम

ॐ परचतासतपताम ॐ वनसषसतपताम

ॐ भगसतपताम ॐ िाररसतपताम

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शततगणम

ॐ कववाडिलसतपताम ॐ अननिषवारानः नपतरसतपनताम

ॐ सतोमसतपताम ॐ सतोमपानः नपतरसतपनताम

ॐ मसतपताम ॐ बनहणषरनः नपतरसतपनताम

ॐ अणमातपताम

ॐ वसरषनः नपता तपताम ॐ गातरीरपा माता तपताम

ॐ रदरपनः नपतामहसतपताम ॐ सानवतरीरपा नपतामही तपताम

ॐ आनरतरपनः परनपतामहसतपताम ॐ सरसवतीरपा परनपतामही तपताम

ॐ मातामहसतपताम

ॐ परमातामहसतपताम

ॐ वदधपरमातामहसतपताम

ॐ आबरहमसतमबपणनत रवनषणनपतमािवानः तपनत नपतरनः सवद मातमातामहारनः।

सयाषरयषमनतःॐ एवह सयष सहसाशतो तजतोराश जगतपत।

अनगकमपय मा भकतया गहाणारयय वदवाकर॥अनन तपषणाखयन कमषणा शरीशङरः पररीयता न मम॥

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u u u u u 132 u u u u u

* दवपजा समबनि म कग छ शासततोकत बात *

एका मशतगनग समजया रशहणा सषटशमचछता। अनकमशतगसमननः सागन कामानापनयात॥

कलार चाहि वाल गहसिी एक मनतण की पजा ि कर, अनपत अिक रवमनतण की पजा कर, इसस कामिा परण हतोती ह।शकनत - रह शलङगविय नाचयथ रणशशतरतय तिा। शङखविय तिा सययो नाचयथ शशकतरय तिा॥ वि िकर विारकायासत शालगरामशशलावियम। तषा त िनन उविर परापनयाद रशह॥ (मिराण)घर म रतो नशवनलङ, तीि गरश, रतो शङख, रतो सण, तीि रगाणमनतण, रतो गतोमती चकर और रतो शानलगराम की पजा करि स गहसि कतो अशाननत नमलती ह।सम शानलगराम (4,6,8 आनर) का पजि कर, नकनत सम म 2 शानलगराम का पजि तिा नवषम शानलगराम का पजि निनषदध ह। नवषम म 1 शानलगराम का पजि कर सकत ह।परशतमा क परकार शली दारमयी लौही लपया लखया ि सकती। मनोमयी मशणमयी परशतमाषटाशधा समता॥ (शीमदारत)नशला, लकिी, लतोहा, लप (पती हई), लख (नचनतरत) नसकता (रती) मितोमी (मािनसक कनलपत परनतमा) तिा मानरकी आठ परनतमाओ का परकार कहा ह। निरण नसनिकार ि सवरण, रजत, तामर, मनरका, पाषार, िातकत पीतल, कासा और शदध काष की परनतमा पजा म उरम कही गी ह। अङगषटागदाराभय शतशसत याद त। रहष परशतमा कायाग नाशधका शासयत बधः॥ (शनणगयशसनध)अगठ क पवण स आरमभ कर नवतनसत (परारशमातर - 12 अगल) पटरमार तक घर म परनतमा कर। उसस अनिक ि कर, ऐसा शासतकाररो ि कहा ह।रवीपरार म सात अगल स परारमभ कर बारह अगल तक घररो म पजा करि कतो कहा ह।परतोग पाटरजात म वास जी ि कहा ह नक परनतमा और रशमी वसतानर म नलनखत नतररो

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u u u u u 133 u u u u u

कतो नित सिाि ि कराव। नाकषतरिगयत शकण न तलसया रणाशधम। न द गया यिदिी शबलतरशि भासकरम॥

अकषत (चावल) स नवषर का पजि तिा तलसी स गरश, रवाण स रगाण तिा नबलवपतर स सण का पजि करिा निनषदध ह।

एक रणाशध ददयादवि सयय तरीशण शङर। ितारर कश ददयातसपताशति परदशकषणाः॥

गरश की एक, स ण की रतो, नशव की तीि, नवषर की चार, पीपल वकष की सात पररनकषरा करिी चानहए। नशव पररनकषरा म सतोमसतर (जलहरी) कतो िही लाघिा चानहए।

तणः काषसतिा णणः ाषाणलयोषकाशदशभः। अनतधागन नः कता सोमसतर त लङघयत॥

तर, काष, घास, पतिररो तिा नकसी भी तरह स ढका हतो ततो सतोम सतर कतो लाघ सकत ह।रणश तिा दराग को छोडकर, अनय दी दताओ की एक परदशकषणा नही करनी िाशहए।

नाङगषमगदगयदि नाध: कः समिगयत। कशारनग शकषततोय जरातसम भत॥

अङठ स रव परनतमा का मरणि िही करिा चानह। िीच भनम पर नगर ह पषप स रव पजा िही करिी चानह। कश क अगरभाग स पािी िही नछिकिा चानह। ह सार काण वजरपात रतोष क समाि ह।दताओ को तीन बार ए शतरो को एकबार धोकर अकषत िढाय।परदशकषणा करन क शनयम-

दानतर द नयसय करौ िलनशिगतौ। सतशतागशि हशद धयान ितरङग परदशकषणम॥

िीर-िीर पाव रखत हए हाि कतो चलि रनहत कर, वानचक सतनत करत हए हर म धाि स कत हतोकर चतरङ पररनकषरा करिी चानहए।सिानभद म ि की शषता -

रह िकरणः परोको रोष शतरणः समतः।

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u u u u u 134 u u u u u

णयारणय तिा तीिय सहसररणमचयत। अयतः गत णय नदया लकषरणो ि।

कोशिदयालय परापत िाननतः शशसशननधौ॥घर म जप करि स एक गिा, गयौशाला म सयौ गिा, पणम वि म तिा तीिणसिल म हजार गिा, पवणत पर रस हजार, िरी तट पर लाख गिा, रवाल म करतोि गिा तिा नशवाल म अिनत गिा पण पराति हतोता ह।

रर म सनान करत समय इस मनतर का परयोर कररङग ि यमन ि रोदारर सरसशत।

नमगद शसनध कारर िलऽशसमन सशननशध कर॥ करकषतर रया रङगा परभास ककराशण ि।

एताशन णयतीिागशन सनानकाल भशनतह॥गङा, मिा, गतोरावरी, सरसवती, िमणरा, नसनि, कावरी सारी िनरा इस जल म समानहत हई ह, करकषतर, गा, गङा, परभास, पषकरानर तीिण हा उपनसित ह। ऐसी भाविा करत ह सिाि करिा चानह।सनान काल म रङगािी की परािगना-

शकण ादाबद समभत! रङग शतरिराशमशन। धममगदरशत शखयात! ा म हर िाहनश॥

तलसी सतशत-दसत शनशमगता गमशिगताशस मशनशरः।

नमो नमसत तलशस ा हर हररशपरय॥ह मा तलसी! रवताओ क दारा आपका निमाणर नका गा ह। पवण म ऋनष-मनितो दारा आपकी पजा-अचणिा हई ह। आपकतो बार बार िमि ह तिा ह हटरनपरा आप हमार सार पाप हर लतो।तलसी तोडन का मनतर-

तलसयमतिनमाशस सदा त कशशपरया। कशािय शिनोशम ता रदा भ शोभन॥

ह मा तलसी! आप अमतजनमा हतो और सरा शी हटर की नपरा हतो। म आपकतो शी कशव वासरव क नल ततोि रहा ह, आप सरा मझ पर परसनन रह।

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u u u u u 135 u u u u u

तलसी को िल दन का मनतर-तदङगसभन ता ियाशम यिा हररम।

तिा नाशय शघन म ततोयाशनत रा रशतम॥आपक नबिा शी हटर की पजा सभव िही ह अतनः आपकी पजा भी शी हटर की पजा क समाि ही श परराि करि वाली ह इसनल ह मातनः! आप हमार सार पापरो का िाश कीनज नजसस हम परा गनत की परानति हतो।

महापरसाद िननी सगसौभागयशधगनी। आशध वयाशध िरा मक तलसी ता नमोसतत॥

ह भनकत का परसार रि वाली मा! सयौभाग बढाि वाली, मि क रनःख, और शरीर क रतोग रर करि वाली तलसी माता कतो हम परराम करत ह।

अषटनाम सत (मिराण स तलसी क आठ नाम)-वनराविी, वनरा, नवशवपनजता, पषपसारा, िननरिी, कषरजीविी, नवशवपाविी, तलसी।ील िन का मनतर-

अशति हत भगाम रोशनदसय सदाशपरय। अशष हर म ा कषराि नमोऽसतत॥

ह गतोनवनर क सरा नपर अशवति! हमार सार पापरो कतो आप हर लतो। ह वकषराज आपकतो हमारा िमि हतो।

(िा म उयोरी ऐस दीक, रणिा ए शङख िन क मनतर)दीक िन का मनतर-

भो दी! द अरसत कमगसाकषी हशघनकत। यातकमग समाशपतः सयात तात सशसिरो भ॥

रणिा िन-आरमािगनत दाना रमनािगनत राकषसाम।

रणिानाद परकथीत शिात रणिा परियत॥शङख िन-

त रा साररोतननो शकणना शधतः कर। शनशमगतः सगदशि ाञिनय! नमोसतत॥

(2)

(1)

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u u u u u 136 u u u u u

(1) लकमी शध क शलए – महारव जी का चावलरो स पजि (चढाि स) करि स लकमी की वनदध हतोती ह। तडलारोण नणा लकमी शधः परिायत॥

नवशष रप स चावल चढाि की नवनि इस परकार ह – चावल अखनणडत (अकषत) हतोि चानहए। इनह उरम भनकतभाव स चढािा चानहए। रदपजा क नविाि अिसार रदर परधान मनतर स पजा करक भगवाि नशव क ऊपर बहत सनरर वसत चढा और उसी पर चावल रखकर समनपणत कर। भगवाि नशव क ऊपर एक शीफल, गि, पषप, िप, रीप आनर निवरि करि स पजा का परा-परा फल पराति हतोता ह। वहा नशव क समीप बारह बराहमररो कतो भतोजि कराि स मनतरपवणक साङतोपाङ पजा समपनन हतोती ह। जहा सयौ मनतर जपि की नवनि हतो, वहा पर 108 मनतर जपि का नविाि ह। लकमी की वनदध हतोती ह।

(2) सतान पराशपत – गह क बि हए पकवाि स भगवाि शकर की पजा निशच ही बहत उरम मािी गई ह। एक लाख बार पजि करि स सताि सख म वनदध हतोती ह।

(3) धमग-अिग-काम-भोर की शध – इसक नलए नपरग (कगिी) दारा सवाणधकष परमातमा नशव का पजि करि स नसनदध हतोती ह। उपासक कतो समसत सखरो कतो रि वाली हतोती ह।

(4) रोर शाशनत क शलए – उिर की पजा रतोग शाननत क नलए कही गई ह। इसक साि ही नवनिपवणक पजि करिा भी शभ हतोता ह। इसक अनतटरकत भनकतभाव स नवनिपवणक शी नशवपजि करक जलिारा समनपणत करिी चानहए। जवर क कतोप की शाननत क नलए भी जलिारा नवशष शभ हतोती ह।

(5) सनतान सख ए शशध क शलए – शतरनद मनतर स, रदी क गारह पाठरो स, रदमनतररो क जप स, परष सकत स, छनः ऋचावाल रदसकत स, महामतजि मनतर स, गातरी मनतर स अिवा नशव क शासततोकत िामरो क आनर म पररव और अनत म नमः पर

* ॥ ववववि दरवयरो दारा वशवपजन स अभरीषट परावति ॥ *

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u u u u u 137 u u u u u

जतोिकर बि हए मनतररो दारा जलिारा अनपणत करिी चानहए। जस – ॐ नमः शशाय। उरम भसम िारर करक उपासक कतो परमपवणक िािा परकार क शभ एव नरव दवरो दारा नशवनलङ की पजा करिी चानहए और नशव पर उिक सहसिाम मनतररो स घी की िारा चढािी चानहए। ऐसा करि स श का शसतार हतोता ह, इसम सश िही ह।

(6) परमह आशद रोर की शाशनत क शलय कवल रगि की िारा नशवजी पर नवशषतनः करिी चानहए।

(7) बशध-उजजल करन क शलए – भगवाि शकर कतो शकर नमनशत रगि की िारा चढाि स तिा रस हजार मनतररो का जप (पचाकषरी मनतर) करि स बहसपनत क समाि उरम बनदध पराति हतो जाती ह।

नवशष रप स गङाजल की िारा ततो भतोग और मतोकष रतोिरो फलरो कतो रि वाली ह। सभी परकार की िारा चढाि क सम मतजि मनतर पढत हए चढािी चानहए। रस हजार जप का नविाि ह और गारह बराहमररो कतो भतोजि करािा चानहए।

उपरतोकत नवनि स नशवपजि एव पानिणव नलङ की पजा करि स उपासक कतो तीि मास म नसनदध हतो जाती ह।

सयगः ॐ आकषरि रजसा वरणमाितो निवशननमत मतणञ। नहरणि सनवता रििारवतोानि भविानि पशि॥

िनदरः ॐ इम रवा असपति सवदध महत कषतरा महत जषठा महत जाि राजानदसननदसननदा। इमममष पतरममष पतरमस नवशऽएष वतोमी राजा सतोमतोऽसमाक बराहमरािा राजा॥

मरलः ॐ अननिमणिाणनरवनः ककतपनतनः पनिवाऽम। अपा रता नसनजनवनत॥

बधः ॐ उदबधसवानि परनतजागनहतवनमषापतदस सजिामञ। अनसमितसिसि अधररनसमि नवशवरवा जमािशचसीरत॥

ररः ॐ बहसपतऽनतरयोऽअहाणदमनदभानत करतमजजिष। दिीरचछवसऽऋतपपरजात तरसमास दनवर िनह नचतरम॥

शकरः ॐ अननात पटरसततो रस बरहमरावनपवतकषतर पनः। सतोम परजापनतनः। ऋतिसतनमननद नवपाि शकरमनिसऽइनदसननदनमर पतोमत मि॥

शशनः ॐ शननतो रवीरनभषटऽआपतोभवनत पीत। शतोरनभ सवनत िनः॥

राहः ॐ कािनशचतरऽआभवरती सराविनः सखा। का शनचषावता॥

कतः ॐ कत कणवनन कतव पशतो माणऽपशस। समषनदभरजािानः॥

नव गरहरो क जपािष वयवदक मनत

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u u u u u 138 u u u u u

शनकतप

ीठरो क

ी सख

ा इक

ावि क

ही गई

ह।

भारत

ी उ

पमहाद

ीप म

नवसतत

ह। “

शनकत”

अिा

णत रव

ी रगाण,

नजनह

राकषा

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ा पाव

णती र

प म भ

ी पजा

जात

ा ह। “

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अिा

णत नश

व क अ

वतार,

जतो र

वी क

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ह। “

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र” अ

िाणत,

सती

क श

रीर

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तोई अग

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भषर,

जतो श

ी नवषर

दारा

सरश

णि चकर

स का

ट जाि

पर पथ

वी क

नवनभनन

सिािरो

पर नग

रा, आ

ज वह

सिाि

पज

ह, औ

र शनकत

पीठ क

हलात

ा ह।

* ॥

51

शवकत

परीठ

॥ *

करमशश

कअर

या आ

भषण

भर

सिान

1कतो

टिरीबरहम

रधर (न

सर क

ा ऊप

री भा

ग)भी

मलतोच

िनहग

ल ा

नहगल

ाज, क

राची,

पानकस

ताि स

लगभ

ग 125

नक

मी

उरर-

पवण म

2

मनहष

मनरणि

ीआ

खकरतो

िीश

शकणरर

, कराच

ी पानक

सताि

क सक

र सटश

ि क नि

कट,

इसक

अलावा

ििारव

ी मनरर

, नबल

ासपर

, नह पर

भी

बता

ा जात

ा ह।

3सि

रािान

सका

तबक

सगि,

बागल

ारश म

नशका

रपर,

बटरसल

स 20

नक म

ी रर

सरो

ि िर

ी तीर

4मह

ामा

ागल

ानतर

सधश

वरअम

रिाि

, पहल

गाव, क

ाशमीर

5नस

नदधरा

(अनबक

ा)जी

भउन

मर भ

रवजव

ाला ज

ी, का

गिा,

नहमाच

ल परर

श6

नतरपर

मानल

िीबा

ा वकष

भीषर

जालि

र, पज

ाब म

छावि

ी सटश

ि निक

ट रवी

तलाब

7ज

रगाण

हर

बदिाि

बदिाि

िाम,

रवघर

, झारख

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u u u u u 139 u u u u u

8मह

ानशरा

रतोिरो घ

टि

कपाल

ीगज

शवर

ी मनरर

, िपाल

, निक

ट पशप

नतिाि

मनरर

9राकष

ािी

राा ह

ािअम

रमा

िस, क

लास

पवणत,

मािस

रतोवर,

नतबब

त क

निकट ए

क पाष

ार नश

ला10

नवमला

िानभ

जगनना

िनबर

ाज, उ

तकल,

उिी

सा11

गडकी

चडी

मसतक

चकरपान

रगड

की िर

ी क त

ट पर,

पतोखरा,

िपाल

म म

नकतिाि

मनरर

12रव

ी बाहल

ाबा

ा हाि

भीरक

बाहल,

अज

िरी त

ट, कत

गराम,

कटआ

, विणम

ाि नज

ला,

पनशचम

बगाल

स 8

नक म

ी 13

मगलच

नदका

राी क

लाई

कनपल

ाबरउजज

नि, गस

कर सट

शि स

विणमा

ि नजल

ा, पनश

चम बग

ाल

16 नक

मी

14नतर

परसर

रीरा

ा पर

नतरपर

शमा

ताबाढ

ी पवणत

नशखर

, निक

ट राि

ानकशतो

रपर ग

ाव,

उररप

र, नतर

परा

15भव

ािीरा

ी भजा

चदशख

रछतर

ाल, च

दिाि

पवणत

नशखर

, निक

ट सीत

ाकणड

सटशि

, नच

टिागौग

नजला

, बागल

ारश16

भरामर

ीबा

ा पर

अबर

नतरसतो

त, स

ालबाढ

ी गाव,

बतोडा

मडल

, जलप

ाइगिी

नजला

, पनश

चम बग

ाल17

कामा

खा

तोनि

उमािर

कामन

गटर, क

ामाख

ा, ि

ीलाच

ल पव

णत, गव

ाहाटी,

असम

18जग

ाडा

रा पर

का ब

िा

अगठा

कषीर ख

डकजग

ािा

, खीरगर

ाम, व

िणमाि

नजला

, पनशच

म बग

ाल

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u u u u u 140 u u u u u

19का

नलका

रा पर

का अ

गठा

िकली

शका

लीपीठ

, काल

ीघाट,

कतोल

काता

20लन

लता

हाि क

ी अगल

ीभव

पराग,

सगम

, इला

हाबार,

उरर

पररश

21ज

तीबा

ी जघा

करमारी

शवर

जती

, काल

ाजतोर

भतोरभ

तोग गाव

, खास

ी पवणत

, जन

ता

परगि

ा, नस

लहट न

जला,

बागला

रश22

नवमला

मकट

सावत

णनक

रीट, न

करीटक

तोर गर

ाम, ल

ालबाग

कतोटण

रतोड सट

शि,

मशगीरा

बार नज

ला, प

नशचम

बगाल

स 3

नक म

ी रर

23नवश

ालाकष

ी एव

मनरक

रगीमन

रकनर

णकाका

लभरव

मनरक

नरणका

घाट,

काश

ी, वार

ारसी

, उरर

पररश

24शव

रीपीठ

निनमष

कना

शम, भ

दकाल

ी मनरर

, कमा

री मन

रर, त

नमल

िाड25

सानवतर

ीएि

ीसि

िकर

कषतर, ह

टरार

ा26

गातरी

रतो पह

नचा

सव

ाणिरमन

रबि,

गातर

ी पवणत

, निक

ट पषक

र, अज

मर, र

ाजसि

ाि27

महाल

कमी

गला

शभराि

रशी

शल,

जिप

र गाव,

3 नक

मी

उरर-

पवण नस

लहट ट

ाउि,

बाग

लारश

28रव

गभण

अनसि

ररका

ची, क

तोपई िर

ी तट प

र, 4 न

क मी

उरर

-पवण ब

तोलापर

सट

शि, ब

ीरभम

नजला

, पनशच

म बग

ाल29

काली

बाा नि

तबअन

सताग

कमला

िव, श

तोि िर

ी तट प

र एक

गफा म

, अमर

कटक,

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परर

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िमणरा

राा नि

तबभद

सिशतो

नरश,

अमर

कटक,

िमणरा

क उद

म पर

, मध

पररश

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u u u u u 141 u u u u u

31नश

वािी

राा व

कषचर

ाराम

नगटर,

नचतरक

ट, झा

सी-म

ानरकप

र रलव

लाइि

पर,

उरर पर

रश32

उमा

कश गच

छ:

चिाम

नरभत

शवर

ावि, भ

तशवर

महार

व मनरर

, निक

ट मिर

ा, उर

र पररश

33िार

ारी

ऊपरी

रािसह

ारशन

च, श

नचती

िणम नश

व मनरर

, 11 न

क मी

कन

ाकमा

री-नत

रवित

परम

मागण,

तनम

ल िाड

34वार

ाहीनिच

ला रा

िमह

ारदपच

सागर

, िराि

, नवज

पर,

िपाल

35अप

णरबा

ा पा

लवाम

िकर

ततोत

त, भ

वािीपर

गाव,

28 नक

मी

शरपर

स, ब

ागरा

सटशि

, बागल

ारश36

शी स

ररी

राा प

ाल

सरराि

रशी

पवणत,

लदिाख

, कशम

ीर, अ

न म

ानता

: शीश

लम,

किणल

नजला

आधर

पररश

37कप

ानलिी

(भीम

रप)

बाी ए

िीशव

ाणिरनवभ

ाष, त

ामलक

, पवण म

नरिीपर

नजला

, पनशच

म बग

ाल38

चदभा

गाआ

माश

वकरतड

परभास

, 4 नक

मी

वरावल

सटशि

, निक

ट सतोम

िाि म

नरर,

जिागढ

नजला

, गजर

ात39

अवनत

ऊपरी

ओष

लबकर

णभर

वपवणत

, भरव

पवणत,

नकषपरा

िरी त

ट, उजज

निी,

मध

परर

श40

भरामर

ीठतोि

ीनवक

ताकष

जिसि

ाि, गतो

रावरी

िरी घ

ाटी, ि

ानसक,

महार

ाषट ट41

रानकि

ी: नवश

वशवर

ीगाल

वतसि

ाभ: र

डपानर

सवणशल

:गतोरा

वरीत

ीर, क

तोनटनल

गशवर

मनरर

, गतोरा

वरी ि

री ती

र, राज

महदी,

आधर

पररश

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u u u u u 142 u u u u u

42अन

बका

बा पर

की अ

गली

अमतश

वरबि

ासका

ठा, गज

रात।

43कम

ारीरा

ा सकि

नशवा

रतिावल

ी, रति

ाकर ि

री ती

र, खा

िाकल-

कषरा

िगर,

हगली

नजला

पनशच

म बग

ाल44

उमा

बाा स

किमह

तोररनम

निला

, जिक

पर रल

व सटश

ि क नि

कट, भ

ारत-ि

पाल

सीमा

पर45

कनलक

ा रवी

पर क

ी हडडी

तोगश

िलहाट

ी, िल

हानट स

टशि क

निकट

, बीरभ

म नज

ला,

पनशचम

बगाल

46ज

रगाण

रतोिरो क

ािअन

भरकि

ाणट, अ

जात

47मन

हषमन

रणिी

भरमध

वकरिाि

वकरशव

र, पाप

हर िर

ी तीर,

7 नक

मी

रबराज

पर सट

शि,

बीरभम

नजला

, पनशच

म बग

ाल48

शतोरश

वरी

हाि एव

परचर

ाश

तोर, ईश

वरीपर

, खलि

ा नजला

, बागल

ारश49

फललरा

ओष

नवशवश

अटिहास

, 2 नक

मी

लाभप

र सटश

ि, बी

रभम

नजला

, पनश

चम बग

ाल50

िनरिी

गल क

ा हार

िनरकश

वरिर

ीपर, च

ाररीवा

री म

बरगर

वकष, स

निा

रलव स

टशि,

बीर

भम नज

ला, प

नशचम

बगाल

51इद

कषीपा

लराकष

सशवर

लका,

सिाि

अजात

, (एक

मता

िसार,

मनरर

नटट कतो

माली

ह, पर

पतणगल

ी बमब

ारी म

धवसत

हतो च

का ह।

एक सत

भ शष

ह।

ह परनस

दध नतर

कतोरश

वर म

नरर क

निकट

ह)

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u u u u u 143 u u u u u

42अन

बका

बा पर

की अ

गली

अमतश

वरबि

ासका

ठा, गज

रात।

43कम

ारीरा

ा सकि

नशवा

रतिावल

ी, रति

ाकर ि

री ती

र, खा

िाकल-

कषरा

िगर,

हगली

नजला

पनशच

म बग

ाल44

उमा

बाा स

किमह

तोररनम

निला

, जिक

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व सटश

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कट, भ

ारत-ि

पाल

सीमा

पर45

कनलक

ा रवी

पर क

ी हडडी

तोगश

िलहाट

ी, िल

हानट स

टशि क

निकट

, बीरभ

म नज

ला,

पनशचम

बगाल

46ज

रगाण

रतोिरो क

ािअन

भरकि

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जात

47मन

हषमन

रणिी

भरमध

वकरिाि

वकरशव

र, पाप

हर िर

ी तीर,

7 नक

मी

रबराज

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शि,

बीरभम

नजला

, पनशच

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ाल48

शतोरश

वरी

हाि एव

परचर

ाश

तोर, ईश

वरीपर

, खलि

ा नजला

, बागल

ारश49

फललरा

ओष

नवशवश

अटिहास

, 2 नक

मी

लाभप

र सटश

ि, बी

रभम

नजला

, पनश

चम बग

ाल50

िनरिी

गल क

ा हार

िनरकश

वरिर

ीपर, च

ाररीवा

री म

बरगर

वकष, स

निा

रलव स

टशि,

बीर

भम नज

ला, प

नशचम

बगाल

51इद

कषीपा

लराकष

सशवर

लका,

सिाि

अजात

, (एक

मता

िसार,

मनरर

नटट कतो

माली

ह, पर

पतणगल

ी बमब

ारी म

धवसत

हतो च

का ह।

एक सत

भ शष

ह।

ह परनस

दध नतर

कतोरश

वर म

नरर क

निकट

ह)

* ॥ 18 पगराण (एक पटरचय) ॥ *

॥ 84 लाख यतोवनया ॥ ॥ भारत क चार िाम ॥

॥ उततराखणड क चार िाम ॥

करम नाम1 बरहम परार

2 पदम परार

3 नवषर परार

4 नशव परार

5 भागवत परार

6 िारर परार

7 माकण णड परार

8 अननि परार

9 भनवष परार

करम शरण1 20 लाख वकषानर

2 9 लाख जलचर

3 11 लाख कनम

4 10 लाख पकषी

5 30 लाख पश

6 4 लाख वािर

7 1 मािव तोनि

1 बनदकाशम (सतग)

2 रामशवर (तरताग)

3 दाटरका (दापरग)

4 जगननाि परी (कलग)

1 मितोतरी

2 गङतोतरी

करम नाम10 बरहमववतण परार

11 नलङ परार

12 मतस परार

13 कमण परार

14 सकनर परार

15 गरड परार

16 िनसह परार

17 वराह परार

18 नवषर-िमयोरर परार

3 करारिाि

4 बररीिाि

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u u u u u 144 u u u u u

करम ऋशषयो क नाम1 गयौतम

2 भारदाज

3 नवशवानमतर

4 कशप

5 जमरननि

6 वनशष

7 अनतर

* ॥ 14 लतोक ॥ *

* ॥ सतिवरष ॥ * * ॥ दशावतार ॥ *

करम नामऊर

1 भनः

2 भवनः

3 सवनः

4 महनः

5 जिनः

6 तपनः

7 सतम (बरहमलतोक)

करम नामनीि

1 अतल

2 नवतल

3 सतल

4 तलातल

5 महातल

6 रसातल

7 पाताल

करम अतारो क नाम1 शी मतस अवतार2 शी कमण अवतार3 शी वाराह अवतार4 शी िरनसह अवतार5 शी वामि अवतार6 शी परशराम अवतार7 शी राम अवतार8 शी बलरव अवतार9 शी कषर अवतार

10 शी कनलक अवतार*****

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u u u u u 145 u u u u u

* रतोडश ससकार (एक सवकषति पटरचय)*

शदकः कमगशभः णयशनगषकाशद शवििनमनाम। कायगः शरीरससकारः ानः परतय िह ि॥

सब मिषरो कतो उनचत ह नक वरातम पणरप कमवो स बराहमर, कषनतर एव वश अपि सनतािरो का षतोडश ससकार कर नजसस शरीर एव मि की शनदध हतोती ह तिा िमण, अिण, काम एव मतोकष रपी चाररो परषािण की परानति क तोग बि। मिसमनत क अिसार ह 16 ससकार इस परकार ह-1. रभागधान ससकार-गहाशमी हतोि पर सताि परानति क नल वीण निषचि दारा गभणसिापि करिा।2. सन-सती क गभाणिाि क नचहन परकट हतोि पर रसर ा तीसर मास म पतरतोतपनर क उदिश स जपवणक की जािवाली नवनि।3. सीमनतोननयन-गभण क चतिणमास म गभण नसिरता पनषट एव सती क आरतोग हत नवनि।4. िातकमग-नशश जनम क सम नका जाि वाला ससकार नजसम सतोि की शलाका स िवजात कतो ितोिा सा मि एव घत चटाा जाता ह।5. नामकरण-जनम स 11, 12व ा नकसी भी सखम नरि म बालक का िाम रखिा।6. शनककरमण-बालक कतो चतिणमास म घर स बाहर भरमर कराि ल जािा।7. अननपराशन-लगभग छठ मास म बालक कतो अनन आनर सपाच पयौनषटक भतोजि रिा।8. मणडन(िडाकमग)-1 ा 3 वषण बार बालक का परिम बार मणडि करािा।9. उनयन-बालक का जतोपवीत करिा एव वराधि क नल गर समीप निवास।10. दारमभ-गर क समीप रहकर वराधि करिा।11. कशात-वावसिा क परारमभ म कशकतणि करिा।12. समातगन-सिातक हतोकर नशकषा समाति कर गरकल छतोििा।13. शाह-गहसिाशम म परवश करिा एव िमणपवणक सनताितोतपनर म परवर हतोिा।14. ानपरसि-सनतािरो क सवावलमबी हतोि पर 50 वषण की आ पशचात घर कतो ताग, वि म तपसा एव ईशवर नचनति करिा।15. सनयास-सासाटरक भतोग आनर की भाविाओ का ताग कर परतोपकरािण नवचरर की रीकषा लिा तिा बरहम म लीि रहकर आतमजाि व मतोकष परानति हत परति करिा।16. अनतयशषट-परारनवतोग हतोि पर शरीर का राहकमण करिा।

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u u u u u 146 u u u u u

* गगगर स मनत गरहण तिा जप वववि (सवकषति) *

* आधयावतमक जरीवन म गगगर का महतव *

आजाहीि, नकराहीि, शदधाहीि तिा नवनिहीि जप निषफल हतोता ह अतनः तरिण नजजास क नल तोग गर स मनतर की रीकषा लकर ही उसका जप करिा शसकर तिा महाि फलराी हतोता ह।नजजास कतो चानह नक वह पहल ततववरा, जपशील, सदरसमपनन, धाितोगपरार गर की शरर म जाकर शदध मि स परतिपवणक उनह सतषट कर। निशछल भाव स गर की नवनिवत पजा करक मनतर एव जाि का उपरश करमशनः पराति कर। शभ नतनि, शभ िकषतर एव सवणरतोष रनहत शभ तोग म एकानत सिाि म अतनत परसनननचर स उचचसवर म भलीभानत उचचारर कराकर गर नशष कतो सभी परकार स आशीवाणरपवणक मनतर परराि कर। इस परकार गरस पराति मनतर का नित परनत अिननचर हतोकर िाशनकत जप करिा चानह। नजजास कतो सिाि करक शदध सिाि म सवचछ आसि नबछाकर पवाणनभमख बठकर हर सिाि म गर तिा नशव का धाि करक जप म परवर हतोिा चानह। जप स पहल नासानर कर, तरिनतर जप म परवर हतोिा चानह। सभी िो म मानस ि शष ह।

वस ततो कतोई भी नशकषा गर क नबिा अिरी ह नकनत आधानतमक जीवि म गर क नबिा ततो एक भी डग चलिा अनत रषकर ह। गर साकषात इषट का सवरप हतोता ह तिा गर कतो नशव तिा नशव कतो गर कहा गा ह। नवदा क आकार म “तोगशवर” नशव ही गर बिकर नवराजमाि ह। जस नशव, वसी नवदा तिा जसी नवदा वस गर, इि सभी म अभर दनषट रखिी चानह तिा नशव, नवदा तिा गर क पजि स समाि फल नमलता ह। जतो गर ततववरा, गरवाि, नवदाि, परमािनर परकाशक तिा ईशवरभकत ह वही आिनर का साकषातकार करा सकता ह तिा जािरनहत िाममातरका गर ऐसा िही कर सकता।

िनमानकशतः सदादरयिा भकतया समाराशधतो भकणशदकलकषणन शशधना सनतषट ईशः सयम।

साकषात शीरररमतय कया दगरोिरः सन परभः तत साध शबोधय तारयशत तान ससारदःखाणगात॥

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u u u u u 147 u u u u u

* हतोमावद म अवनिवास *नकसी भी अिषाि क पशचात हवि करि का शासती नविाि ह और हवि करि हत भी कछ निम बता गए ह नजसका अिसरर करिा अनत आवशक ह, अनिा अिषाि का रषपटरराम भी आपकतो झलिा पि सकता ह । इसम सबस महतवपरण बात ह हवि क नरि ‘अननि क वास‘ का पता करिा तानक हवि का शभ फल आपकतो पराति हतो सक ।नतनि की सखा म 1 जतोड तिा वार की सखा जतोिकर उस 4 स भाग र। ार की रणना रशार स तिा शतशि की रणना शकलकष की परशतदा स करनी िाशहए। उदाहरणािग-कषर पकष की नदतीा कतो मङलवार कतो अननिवास रखिा हतो ततो हम (कषर पकष नदतीा->17+1+3<-मङलवार)=21:4, इस उराहरर म जवाब कतो 4 स नवभानजत करि पर 1 बचा नजसस हम जाििा चानह नक उस नरि अननि का वास आकाश म ह तिा ज हानिकारक हतो सकता ह।नर शष शन (0) अिवा 3 बच, ततो अननि का वास पथवी पर हतोगा और इस नरि हतोम करिा कलारकारक हतोता ह ।नर शष 2 बच ततो अननि का वास पाताल म हतोता ह और इस नरि हतोम करि स िि का िकसाि हतोता ह । नर शष 1 बच ततो आकाश म अननि का वास हतोगा, इसम हतोम करि स आ का कष हतोता ह ।अतनः ह आवशक ह की हतोम म अननि क वास का पता करि क बार ही हवि कर ।तरपरात गह क ‘मख-आहनत-चकर’ का नवचार करिा चानहए इसक नलए अपि पटरनचत जतोनतषी स परामशण कर ल।नोि-शनतय परशतशदन हन करन ालो क शलय यह शनयम लार नही होता।अशनिास का ररहार -

शाहयातरा-वरत-रोिरष िडोनीशत गरहण यरादौ। दरागशधान सतपरसत न ाशनििकर ररशिनतनीयम॥

अिाणत नित िनमनरक काण, जनम व मत क सम, नववाह म, ातरा आरमभ ा ातराकाल म, वरततोदापि म गरहरो की अनिषट गतोचर नसिनत म मणडि, उपििानर ससकार म, गरहर शाननत, रतोग-पीिा की शाननत, िवरातर-रगाण-पजा, पतरानर सनताि जनमकाल म अननिवास का नवचार िही नका जाता।

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u u u u u 148 u u u u u

* हतोमावद म वशववास *

नशव स समबननित हतोमानर अिषाि ज करि क नल नशव वास का नवचार करिा चानह। इसकी नवनि निमि परकार स ह-नतनि की सखा कतो रतोगिा करक उसम 5 जतोड तिा उस 7 स भाग र। शतशि की रणना शकलकष की परशतदा स करनी िाशहए। उदाहरणािग-कषर पकष की नदतीा कतो मङलवार कतो नशववास रखिा हतो ततो हम कषर पकष नदतीा->(17x2)+5=39:7, इस उराहरर म जवाब कतो 7 स नवभानजत करि पर 4 बचा नजसस हम जाििा चानह नक उस नरि नशव का वास सभा म ह तिा ज सनतापकारक हतो सकता ह।कलास लभत सौखया, रौयाग सह सखसमदा, षभ अभीषट शसशध सयात। सभासनताकाररणी, भोिन ि भतीडा, करीडाया कषटम ि, शमशान मरण जय फलम शशिनतयत॥नशव का वास एव शष बच ह अकतो का फल -

बि हय अक शश का ास फल1 कलास सखराी

2 गयौरी क साि सखसमपरा

3 िनरी पर सवार काणनसनदध

4 सभा म सनतापकारी

5 भतोजि म पीडाराी

6 करीडा करत ह कषटराी

0 शमशाि म अनिषट (मत)

BBBBB

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u u u u u 149 u u u u u

आपक

तो वक

स वद

न कय

ा करन

ा शगभ

हय

रशा

रसो

मार

मङगल

ारबध

ार

बहस

शता

रशकर

ार

शशन

ार

शदया ए शशकषा समबनधी

नवजाि,

इज

ीनिट

रग

सिा,

उदतोग,

नबज

ली,

मनडक

ल एव

परश

ासनिक

नश

कषा स

मबनि

लखिान

र का

ण, मन

डकल

नशकषा

सयौ

नरण

परसाि

ि औ

षनि

निमाणर

तोजिा

समबन

िी

नबजली

(इ

लकटट रॉन

िक),

सजणरी,

नशकषा

, शा

सत नवद

ा, अन

नि सप

तोटणस,

भगभण

नवजाि,

रन

त नच

नकतस

गनरत,

लखि

ानर

बयौनदधक

का

ण, बक

, वका

लत,

तकिीक

ी,

जतोनत

ष,

वाहिान

र चल

ािा, स

ीखिा

रशणि श

ासत ि

मण मतर

, जतो

नतष,

ससकत

नवद

ारमभ,

वक

ालत,

उचच

पर, पर

शासन

िक

नशकषा

ित,

गाि

, कल

ा, सग

ीत,

एनकटग

, गीत

, का

व, स

यौनरण

समबन

िी

तकिीक

ी नशलप

कल

ा, मश

ीिरी,

अगरजी

, उर ण,

फा

रसी क

ा जाि

शर क

रिा

वयाार समबनधी कायग

राज पर

शासि

का

ण सिान

िकारी,

जव

लरी, औ

षनि,

शासत,

अिाज

, सतोि

ा, ताबा

, चारी

, गा

, बला

नर,

मनडकल

, मतर

ािषाि

कनष,

गा, भ

स,

रि, घ

ी, डर

ी, फा

मण, शख

, मतोती

, औ

षनि, सत

ी, िि,

समपर

ा, सयौनर

ण परस

ािि, स

गननि,

नवर

श पतर

ाचार

शनकत,

अननि

एव नब

जली स

सम

बननित

काण,

बक

री, लतो

हा ताब

ा, भनम

, सजणर

ी एव

रकषा स

ामगरी, स

ननि

नवचछर

कनष ए

व वाप

ाटरक

वसतओ

का कर

-

नवकर श

ररो क

ा कर

, पसत

क लख

ि, नश

कषर,

वकाल

त, नश

लप,

समपार

ि काण

िानमणक

अिष

ाि,

उचच परश

ासनिक

का

ण, आभष

र,

औषनि

, लकि

ी, भनम

वाहि

ानर क

ा कर

नवकर

, नवरश

गम

ि

सगीत,

नसिम

ा, नवर

श ातर

ा, टल

ीनवजि

, शग

ाटरक वस

त, रई

, कपि

ा चारी

, रस

ाि, स

गननि

मशीिर

ी, लतोहा

, चम

िा, ल

किी,

सीमट,

तल,

पटट तोल

, पति

र, ठक

रारी श

ासतरो

का कर

नवकर

,

आपरश

ि, का

ण,

अिीिस

ि कमणच

ारी

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u u u u u 150 u u u u u

अनय ववववि मगहतष

नाम महडतग शभ गरह शतशि शभ ार मास शभ नकषतर

बचचरो कतो सकल म डालिा (नवदारमभ)

2, 3, 5, 7, 10, 11, 12

उररार, भाद 5 व वषण रनव, सतोम, बि, गर, शकर

अनशविी, पिवणस, अशलषा, रवती, अिरािा, आदाण, सवाती, नचतरा

रकाि:बहीखाता शर

1 (क), 3, 5, 7, 10, 11, 13 शकल पकष म

रनव, सतोम, बि, गर, शकर, वशाख, जष, आषाढ, भादपर, मागणशीषण, माघ, फालगि

रवती, नचतरा, अिरािा, उरराषाढा, उ॰फालगिी, उ॰भादपरा, हसत, अनशविी, रतोनहरी, पष

ियौकरी करिा 2, 3, 5, 6, 7, 10, 11, 12, 15

रनव, सतोम, बि, गर, शकर उररार म

अनशविी, मगनशरा, नचतरा, हसत, पष, अिरािा, रवती

सकटर, कार, सवारी खरीरिा

1 (क), 2, 3, 5, 6, 10, 11, 12, 13, शकल पकष म

सतोम, बि, गर, शकर वाररो म

अनशविी, रतोनहरी, मगनशरा, अिरािा, शतनभषा, पिवणस, पष, सवाती, हसत, नचतरा, रवती

गहारमभ (मकाि बिािा)

2, 3, 6, 7, 10, 11, 12, 13, शकल पकष म

सतोम, बि, गर, शकर, वशाख, जष, माघ, फालगि

उरराषाढा, उ॰फालगिी, रतोनहरी, उ॰भादपरा, मगनशरा, पष, हसत, अिरािा, नचतरा, सवानत, िनिषा, शतनभषा, रवती

नशलानास (िीव डालिा)

गहारमभ वाली नतनिा

गहारमभ वाल वार मास, परनवषटा 15, 7, 9, 10, 21, 24, ताज

गहारमभ वाल िकषतर (अनशविी, शवर ताज)

िव घर म परवश 2, 3, 5, 7, 10, 11, 13, 15 शकल पकष म

वशाख, जष, मागण, माघ, फालगि

मगनशरा, नचतरा, अिरािा, रवती, सवानत, िनिषा, शवर, मल, उरराषाढा, उ॰फालगिी, उ॰भादपरा, रतोनहरी, हसत

भनम खरीरि क नलए

1 (क), 5, 6, 10, 11, 15 शकल पकष म

मगल, गर, शकर मगनशरा, पिवणस, आशलषा, मघा, नवशाखा, अिरािा, पवाणषाढा, उरराषाढा, मल, रवनत, रतोनहरी

अरॉपरशि कराि क नलए

2, 3, 5, 6, 7, 10, 12, 13

रनव, मगल, गर अनशविी, रतोनहरी, मगनशरा, नचतरा, अिरािा, शवर, पष, हसत

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u u u u u 151 u u u u u

अनय ववववि मगहतष

नाम ार रश सोम मरल बध बहसशत शकर शशन

िवीि वसत िारर करिा

शभ मधम अशभ शभ शभ अनत शभ

अशभ

िवीि आभषर िारर करिा

शभ शभ मधम शभ शभ शभ अशभ

तल लगािा

अशभ शभ अशभ अनत शभ

अशभ शभ अनत शभ

हजामत करिा

मधम शभ अशभ शभ अशभ शभ अशभ

िा जता पहििा

अशभ शभ अशभ शभ मधम शभ मधम

मकदिमा अशभ अशभ शभ शभ अशभ मधम शभ

ितोटनः परनतनरि कषयौरकमण (राढी) करि वालरो क नलए शभाशभ गयौर ह।

अलकार धारण शिारःनचतरा, नवशाखा, सवाती, अिरािा, िनिषा,अनशविी, हसता, रवती, िकषतररो म रनव, शकर, वहसपनत, बिवार क नरि सती क नलए सवराणनर अलकार (जवर) िारर करिा शभ हतोता ह।

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u u u u u 152 u u u u u

गरह रावश समबनिरी रतन ववचार

गरह राशश रतन रतती मातरा धात ार नकषतर शकस उरली म हन

सयग नसह मानरक 5 सतोिा ताबा

रनव उरराषाढा, उ फा , कनरका

अिानमका

िनदर ककण मतोती 4, 6, 11 चारी सतोम रतोनहरी, हसत अिानमका

मङगल मष वनशचक

मगा 6, 8, 12 ताबा मङल मगनशरा, नचतरा अिानमका

बध नमिि कना

पनना 3, 6, 7 सतोिा बि जषा, अशलषा, रवती

कनिनषका

रर िि मीि

पखराज 3, 5, 9, 12

सतोिा गर पष, पिवणस, नवशाखा

तजणिी

शकर तला वष

हीरा 1, 3 चारी शकर पष, भररी, प फा

मधमा

शशन मकर कमभ

िीलम 5, 7, 9, 12

लतोहा शनि उ भा , पष, नचतरा

मधमा

राह कना गतोमर 5, 7, 9 सीसा, पञ िात

शनि शतनभषा, सवानत, आदाण

मधमा

कत मीि लह- सनिा

6, 8, 12 सीसा, पञ िात

शनि शतनभषा, सवानत, आदाण

अिानमका

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u u u u u 153 u u u u u

गरह क

त अ

वनषट

फल

वनवा

रण ह

तग सय

ाषवद गर

हरो क

दान

ावद प

दािष

गरहरश

िनदर

मरल

बधरर

शकरशश

नराह

कत

धात

सवरण

सवरण

सवरण

सवरण

सवरण

सवरण

सवरण

सवरण

सवरण

उधा

तता

मरचा

रीता

मरका

सका

सचा

रीलतो

हासी

सासी

सा

रतनमा

नरक

मतोती

मगा

पनना

पखराज

हीरा

िीलम

गतोमर

लहसन

िा

धानय

गह

चावल

मसर

मगचि

ाश

ाम म

ग,

चावल

नतल

उिर

उिर

रकत ि

िशव

त वष

रकत वष

हािी

अशव

शवत

अशव

भसघतो

िाअज

रसगि

घतगि

घत

शकर

घततल

तलतल

सतरकश

री वसत

शवत

वसतरकत

वसतिील

वसतपीत

वसतनच

तर वसत

कषर

वसतिील

वसतकष

र वसत

रकत क

मलशव

त पष

परकत

कमल

सवण पष

पपीत

पषप

शवत

पषप

कषर

पषप

कषर

पषप

िमर पष

ि स

खया

7 हजा

र11

हजार

10 हज

ार9 ह

जार

19 हज

ार16

हजार

23 हज

ार18

हजार

17 हज

ार

सशमध

ाआ

कपल

ाशकन

ररअप

ामागण

अशवत

िउर

मबर

शमी

रवाण

कश

दता

नशव

रगाण

गरश

नवषर

कलरव

ताइनद

ानररव

ीभर

वभर

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u u u u u 154 u u u u u

गरह दतोर वनवारण हतग बरीज मत

गरह िनीय बीिमनतराः िकाल ि सखया हन सशमधा

सयग ॐ हा ही हौ सनः साण िमनः

स योर 7000 आक काष

िनदर ॐ शा शी शौ सनः चनदमस िमनः

सधाकाल 11000 पलाश

मरल ॐ करा करी करौ सनः भयौमा िमनः

सयोर स 54 नमिट

10000 खर

बध ॐ बरा बरी बरौ सनः बिा िमनः

सयोर स 2 घणट

9000 अपामागण

रर ॐ गरा गरी गरौ सनः गरव िमनः

सधाकाल 19000 पीपल

शकर ॐ दा दी दौ सनः शकरा िमनः

स योर 16000 गलर

शशन ॐ परा परी परौ सनः शि िमनः

सधाकाल 23000 शमी

राह ॐ भरा भरी भरौ सनः राहव िमनः

रानतर 18000 रवाण

कत ॐ सता सती सतौ सनः कतव िमनः

रानतर 17000 कशा

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u u u u u 155 u u u u u

॥ नवगरहपरीडाहरसततोतम॥ ॥ नवगरहसततोतम॥

गरहारामानररानरततो लतोकरकषरकारकनः। नवषमसिािसमभता पीडा हरत म रनवनः॥1॥रतोनहरीशनः सिामनतणनः सिागातरनः सिाशिनः। नवषमसिािसमभता पीडा हरत म नविनः॥2॥भनमपतरतो महातजा जगता भकत सरा। वनषटकदनषटहताण च पीडा हरत म कजनः॥3॥उतपातरपतो जगता चनदपतरतो महादनतनः। स णनपरकरतो नवदाि पीडा हरत म बिनः॥4॥रवमनतरी नवशालाकषनः सरा लतोकनहत रतनः। अिकनशषसमपरणनः पीडा हरत म गरनः॥5॥रतमनतरी गरसतषा पराररशच महामनतनः। परभसतारागरहारा च पीडा हरत म भगनः॥6॥स णपतरतो रीघणरहतो नवशालाकषनः नशवनपरनः। मनरचारनः परसननातमा पीडा हरत म शनिनः॥7॥महानशरानः महाकतरतो रीघणरषटट तो महाबलनः। अतिशचतोधवणकशशच पीडा हरत म नशखी॥8॥अिकरपवरयशच शतशतोऽि सहसशनः। उतपातरपतो जगता पीडा हरत म तमनः॥9॥

॥ इनत बरहमाणडपरारतोकत िवगरहपीडाहरसततोतर समपरणम ॥

सयग - जपाकसम सकाश काशप महादनतम। तमतोऽटर सवणपापघि पररततोऽनसम नरवाकरम॥िनदरमा - रनिशखतषाराभ कषीरतोरारणवसमभवम। िमानम शनशि सतोम शमभतोमणकटभषरम॥भौम -िररीगभणसमभत नवदरजनःसमपरभम। कमार शनकतहसत च मङल पररमामहम॥बध -नपरगकनलकाभास रपराऽपरनतम बिम। सयौम सयौमगरतोपत त बि पररमामहम॥रर -रवािा च मिीिा च गर काञिसनननभम। वनदभत नतरलतोकािा त िमानम बहसपनतम॥शकर -नहमकनरमरालाभ रतािा परम गरम। सवणशासतपरवकतार भागणव पररमामहम॥शशन -िीलामबजसमाभास रनवपतर मागरजम। छाामातणणडसमभत त िमानम शिशचरम॥राह -अिणका महावीण चनदानरतनवमरणिम। नसनहकागभणसमभत त राह पररमामहम॥कत -पलाशपषपसकाश तारकागरहमसतकम। रयौद रयौदातमक घतोर त कत पररमामहम॥

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u u u u u 156 u u u u u

NE E SE

S

SWWNW

N

ईशान ग-ईशान ग ग-आनिय आनिय

ायवय शशिम-ायवय शशिम शशिम-नऋतय नऋतय

दशकष

ण-आनिय

दशकषण

दशकषण-नऋ

तय

उततर-

ायव

य उतत

र उतत

र-ईश

ान

रवगह, कआ जलाश, जल- परवाह, जल-सिाि, तहखािा, बगीचा, िीची भनम, िीचा मकाि

सवणवसत सगरह

औषि-सगरह

मख दार। वरामरा। सीनढा। कआ। जलाश। जलपरवाह। िि-सगरह। बगीचा। रवगह। भणडार। जल-सिाि। तहखािा। िीची भनम। िीचा मकाि।

रनतगह

रतोरिगह

भतोजिगह कआ

सीनढा, बगीचा ऊची भनम

ऊचा मकाि नवदाभास

शयौचाल

गह- सामगरी

वसत सनतका गह, शयौचाल

ऊची भनम

शिगह ऊची भनम ऊचा मकाि

घत-सिाि

मनिि काण

रसतोई ऊची भनम

मखदार, सिािगह कआ, जलपरवाह बरामरा, तहखािा

बगीचा िीची भनम

िीचा मकाि

टरकत-सिाि (बरहम-सिाि)

अनन- भणडार पशगह शयौचाल जलपरवाह ऊची भनम

अि वासतग परकरण

गह वनमाषण म वासतग वदगदशषन

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u u u u u 157 u u u u u

गह वनमाषण तिा वासतग समबनिरी आवयक बातमकाि पवण व उरर म िीचा और पनशचम व रनकषर म ऊचा हतोिा चानहए। ऐसा हतोि

स गह सवानम की उनननत हतोती ह।1 मतस परार म आा ह नक रनकषर नरशा म ऊचा घर मिष की सब कामिाओ

कतो परण करता ह।2 नजस घर, रवाल, मठ आनर म सण की नकरर और वा परवश िही करती वह

शभ िही हतोता।3 नकसी मागण ा गली का अननतम मकाि (जहा आग मागण ि हतो) अशभ ह। ऐसा

मकाि कषट रि वाला ह।4 घर म टट-फट आसि (कसगी आनर) शनिका और वाहि का हतोिा भी अशभ ह।5 गहरामभ और गह परवश क सम कल रवता, गरश, छतरपाल और नरगपनत की

नवनिवत पजा कर। आचाण, नदज और नशलपी कतो नवनिवत सनतषट कर। नशलपी कतो वसत और अलकार र। ऐसा करि स घर म सरा सख रहता ह।

वासतग दतोर दर करन क वलए अद गत अनगभगत उपायनर आपका भवि ा निवास सिाि वासत नसदधानत क नवपरीत हतो ततो कछ निमि रनिक नरिचाण म पटरवतणि कर आप शभ फल पराति तिा अनिषट परभाव स बच सकत ह।1 उरर-पवण की ओर अपिा मख रखकर पािी पी।2 रनकषर-पवण की ओर िाली रख और पवाणनभमख हतोकर भतोजि कर।3 रनकषर-पनशचम कतोर म सतोि स रनकषर की ओर नसर कर क सतोि स िीर गहरी

और अचछी आती ह।4 उरर-पवण ा उरर-पनशचम की ओर मख करक पजा करि बठ।5 दार क उपर लकमी, गरश, कबर, सवनसतक, ॐ आनर मागनलक नचनह सिानपत

कर।6 नर घर म कतोई पजासिाल िही ह ततो उस उरर-पवण (ईशाि) कतोर म रख।7 रनकषर-पवण, उरर-पनशचम ा रनकषर-पनशचम कतोर म कआ ा टयबवल ह ततो

उस भरवाकर उरर-पवण कतोर म कआ ा टयबवल खरवा। अन नरशा म कए कतो भरवा ि सक ततो उस परतोग म लािा बनर कर अिवा उरर-पवण म एक और टयबवल ा कआ लगवा नजसस वासत का सनतलि हतो सक।

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u u u u u 158 u u u u u

8 रनकषर-पनशचम नरशा म अनिक ररवाज और नखिनका हतो ततो उनह बनर करक उिकी सखा कम कर र।

9 रसतोई घर गलत सिाि पर हतो ततो अननिकतोर म एक बलब लगा र।10 रकाि की समनदध बढाि क नलए परवश दार क रतोिरो ओर गरपनत की मनतण ा

नसटकर लगा। एक गरपनत की दनषट रकाि पर पिगी, रसर गरपनत की बाहर की ओर।

11 दार रतोष और वि रतोष कतो रर करि क नलए शख, सीप, समद झाग, कयौिी, तामब ा सतोि की तश लाल कपि म ा मयौली म बािकर ररवाज पर लटका।

12 नर मकाि म चतोरी हतोती हतो ा आग लगती हतो ततो भयौम नतर की सिापिा कर। ह नतर पवयोरर कतोर ा पवण नरशा म, फशण क िीच रतो फीट गहरा गडडा खतोरकर सिानपत नका जाता ह।

13 घर क सभी परकार क वासत रतोष रर करि क नलए मख दार पर एक ओर कल का वकष, रसरी ओर तलसी का पयौिा गमल म लगा।

14 नर नकसी वनकत कतो परति करि पर भी निवास क नलए भनम अिवा मकाि ि नमल रहा हतो ततो भगवाि वराह क निमि मनतर का जप कर -

॥ ॐ नमः शी राहाय धरनयधारणाय साहा॥15 घर म वासत रतोष हतोि पर उनचत ही ह नक िा समभव वासत शासत क अिसार

ठीक कर। जहा तक हतो सक ततो निनमणत मकाि म ततोि-फतोि िही करिी चानहए। ततोि-फतोि करि स वासत-भग रतोष लगता ह। नर घर परािा हतोि पर ा अन नकसी कारर स घर म पिनिणमाणर ा ततोि-फतोि करिा आवशक हतो ततो सतोि स बि हए िागरनत (हािी रात) अिवा गा क सीग स वासत पजि करक नगरवाि स वासतभग का रतोष िही लगता।

16 घर म अखणड शी राम चटरत मािस पाठ ा भगवननाम कीतणि करि स वासत जनित रतोष रर हतो जाता ह।

17 मख दार क उपर नसनरर स सवनसतक का नचनह बिा। ह नचनह ियौ अङल लमबा तिा ियौ अङल चयौिा हतोिा चानहए। घर म जहा-जहा वासत रतोष हतो, वहा-वहा ह नचनह बिाा जा सकता ह।

ासतदोष शाशनत क शलय उयोरी मनतरॐ नमसत ासतदश सगदोष हर भ सख दशह। शाशनत दशह।

सगकामान परयचछ म। ॐ ासतरषाय नम:॥

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u u u u u 159 u u u u u

मकान वनमाषण हतग पथवरी की शगभाऽशगभ पररीकषा

1 मकाि की िीव कतो इतिा गहरा खतोर नक जल नरखि लग ा रसरी नमटिी जब तक ि निकल अिवा साढ तीि हाि गहरी खतोर। खतोरत सम जमीि स पतिर निकल ततो िि आ की वनदध हतो, अगर गठली निकल ततो िि िाश हतो और अगर हडडी, राख एव बाल निकल ततो मकाि बिाि वाल कतो वानि पीिा हतोती ह।

2 एक हाि गहरा गडा खतोरकर उस म पािी भर र। पािी भर कर उरर नरशा की और सयौ करम चल। लयौटि पर रख। नर गड म पािी उतिा ही रह ततो वह शष भनम ह। नर पािी कछ कम (आिा) रह ततो वह मधम भनम ह। नर पािी बहत कम रह जा ततो वह अिम भनम ह।

सकरावनत वमवत वदन पाचव सतिम नवम जतोय। 10:21:24 म रड वदन पथवरी सतोय॥

सकराननत क 5, 6, 7, 9, 10, 21 और 24व नरि भनम का शि हतोता ह। अतनः इि नरिरो भनम पजि वनजणत ह।

भवम शयन जान

खातारमभ (नीव खतोदना) वदशा वनणषय

िीच नवनभनन रानशरो म सण की नसिनत क आिार पर राह मख की नरशा री गी ह। घर की िीव राह-मख नरशा क पष भाग म खतोरिा (आरमभ करिा) शभ हतोता ह। उराहरर क नलए सयौर वशाख मास म स ण मष रानश म हतोता ह, उस सम राह मख िऋत कतोर म हतोता ह। अतनः िीव वाव कतोर (पनशचमतोरर) स खतोरिा आरमभ करिा चानहए।

राह मख की नरशा ईशाि वाव िऋत आनि

सण की रानश 5, 6, 7 8, 9, 10 11, 12, 1 2, 3, 4

िीव खतोरि की नरशा आनि ईशाि वाव िऋत

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u u u u u 160 u u u u u

बचो क शलए1 जब बचचरो क रात निकल रह हरो ततो भिा हआ सहागा, शहर, मलठी, परतक 2 गराम बारीक करक बचचरो क मसिरो पर एक सतिाह मलि स रात नबिा कषट क निकल आत ह।2 तलसी और अररक का रस समाि भाग लकर ितोिा सा गिगिा करक नपलाि स बचचरो क पट का ररण ठीक हतो जाता ह। 3 बचचरो क पट फलिा, अफरा, तिा खलकर रसत ि लगि पर तलसी और पाि का रस समाि मातरा म ितोिा सा गिगिा कर क नपला र, अफरा आनर तरनत ठीक हतो जाएगा। 4 तलसी क पररो का रस 5 ा 10 बर नित ितोि स पािी म डालकर नपलाि स बचचरो की मासपनशा व हड नडा मजबत बिती ह। 5 बचचरो क काि म ररण हतोि पर तलसी क पररो का रस ितोिा सा सहि तोग गमण कर काि म डालि स तरनत काि का ररण शानत हतो जाता ह। 6 बचचरो का शवास रतोग तलसी क पररो का रस शहर म नमलाकर पीि स रर हतोता ह।

कबि सारी बीमाररयो की िड ह। इसस बिा क शलए शनमनशलशखत उाय कर :-1 सवर शयौच स पवण, रात कतो ताब क बतणि म रखा हआ पािी पीिा चानह। 2 भतोजि क साि साि ा अलग कचची सनबजा जस गाजर, पालक, खीरा, टमाटर

आनर का सवि कर। 3 भतोजि क बार फलरो का सवि कर। 4 1 ा 2 कल कबज करत ह जबनक अनिक कल खाि स कबज रर हतोती ह। 5 िीम क ताजा 10 पर सबह-सबह 15 नरिरो तक खात रहि स रकत नवकार समबनिी

रतोग जस खजली, फतोिा, फिसी आनर म लाभ हतोता ह। 6 रात क भतोजि और सतोि म कम स कम रतो घनट का अतर हतोिा चानह।

सदथी िकाम क शलए अररक का रस एक ततोला (10 गराम), शहर एक ततोला (10 गराम) गमण करक नरि म 2 बार नपए।

* पराकवतक उपचार *

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मह क छालो क शलए1 एक कला गा क रही क साि सवि करि स कछ नरिरो म छाल ठीक हतो जात ह।2 तलसी क पर तिा चमली क पर चबाि स मह क छालतो म राहत नमलती ह। 3 तलसी क 6 पर नित परनतनरि सबह शाम खाकर ऊपर स पािी पीि स मह क छाल व रगणनि रर हतो जाती ह।

शसर िकराना1 पट की गस स नसर चकराता हतो, रयौरा पिता हतो, ततो एक पाली गमण पािी म िीमब निचतोिकर आठ नरि तक नप । 2 ितोिी चीिी नमलाकर तलसी क पररो का रस पीि स चकर आिा रर हतोता ह।

शदल की धडकन क शलए1 रतो कल, 1 ततोला (10 गराम) शहर म नमलाकर खाि स नरल क ररण स आराम नमलता ह।2 सवर 15 नरिरो तक 50 गराम सब का मरबबा, चारी क वकण म लगाकर सवि करि स नरल की कमजतोरी और नरल का बठिा ठीक हतो जाता ह।3 नर नरल बहत ििकता हतो ा घबराता हतो ततो 50 गराम आवल क मरबब पर रतो चारी क वकण लगाकर सबह निहार मह (कछ भी खाि स पवण) 15 नरि खाि स आराम नमलता ह।

ल क शलए1 राख म रतो कचच आम भिकर उसका गरा निचतोि कर 250 गराम पािी म ितोिी बफण और चीिी नमलाकर रतो बार नप ।2 नर ल लग गई हतो ततो तलसी क पररो का रस चीिी म नमलाकर पीि स आराम नमलता ह।

हिा1 रतो ततोल (20 गराम) आम क गमण-गमण पर मसलकर आिा कीलतो पािी म डबाकर उबाल ल, जब पािी आिा रह जाए ततो छाि कर गमाणगमण रतो बार नप।2 काली नमचण क साि तलसी क पर पीस कर गतोली बिाकर सवि करि स हजा रर हतोता ह।

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महास 12 गराम मलाई म चयौिाई िीब निचतोि कर रतोज चहर पर मल।उलिी (मन) क शलए 1 50 गराम पािी म आि िीब का रस, एक गराम जीरा, एक गराम छतोटी इलाची क राि पीसकर नमलाकर रतो-रतो घनट म नपलाि स उलटी बनर हतो जागी।2 तलसी क पररो का रस, छतोटी इलाची का चरण ितोिी सी चीिी म नमलाकर खाि स उलटी बनर हतो जाती ह।

ि ददग क शलए1 िमक, अजवाि, जीरा, चीिी सब रतो-रतो गराम बारीक करक िीब निचतोि कर गमण पािी स खाि स पट ररण ठीक हतो जाएगा। 2 तलसी व अररक का रस गमण करक पीि स पट ररण ठीक हतो जाता ह।

दात ददग क शलए1 डी सी लौग पीस कर िीब निचतोि कर रात पर मल।2 खाि वाला सतोडा रात पर मल।3 तलसी क पर तिा काली नमचण पीस कर गतोली बिा ल। इस गतोली कतो ररण वाल रात क िीच रबाि स तरनत लाभ हतोगा।ि की रसएक मीठा सब लकर उसम 10 गराम लौग चभतो र। एक घनट बार लौग निकाल कर 3 लौग परनतनरि चा क साि ल।

पयास क शलए पास अनिक लगती हतो ततो 40 गराम सब का रस, 40 गराम पािी म नमलाकर नरि म एक बार एक सतिाह तक नप ।

शसर ददग क शलए1 गाजर क पररो का पािी गमण करक िाक और काि म डाल, आिा नसर ररण बनर हतो जाएगा।

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2 नर नसर ररण परािा हतो ततो 15 नरि तक रतोज एक मीठ सब कतो काटकर िमक लगाकर 5 नमिट बार खब चबाकर खा।3 तलसी क पररो और िीब का रस, बराबर मातरा म पीि स सर ररण ठीक हतोता ह।4 सबह शाम तलसी क पररो का चरण शहर क साि लि स आिा नसर ररण ठीक हतोता ह।खासी क शलए1 5 गराम अिार का नछलका, ितोि रि म नमलाकर पीि स काली खासी स आराम नमलता ह।2 अररक का रस (10 गराम), शहर (10 गराम) गमण करक नरि म 2 बार, आठ नरि तक नप। परहज – खटाई, रही, लससी आनर। 3 तलसी की मजरी का चरण बिाकर शहर क साि लि स खासी रर हतोगी।दमा खासी म ील क ततो का परयोर1 पीपल क सख पररो कतो खब कट। जब चरण बि जा तब उस कपि स छाि ल। एक माह तक रतोज सबह लगभग आिा ततोला (6 गराम) चरण म शहर नमलाकर चाटि स रमा व खासी म सपषट लाभ हतोता ह।ि क कीड1 रतो सतिाह रतोज खाली पट 125 गराम गाजर का रस पीि स पट क कीि निकल जात ह। बि आरमी कतो गमण करक नपलाए।2 रात कतो रतो मीठ सब खाि स पट क कीि मरकर निकल जात ह।बाल-झड की समसया1 पक कल क गर म िीमब का रस नमलाकर नसर क उस भाग पर लगा जहा पर बाल उि ग हतो, कछ ही नरि म बाल आि लगग। उच रकिा (हाई बलडपरशर)1 एक महीि तक रतोज सवर खाली पट किव िीम क पक रतो फल (निबतोली) पािी क साि निगलि स उचच रकतचाप म लाभ हतोता ह।2 8-10 नकशनमश रात कतो पािी म नभगतोकर सवर खाली पट, चबाकर खाि स इस नबमारी म राहत हतोती ह। 3 उचच रकतचाप म कवल गाजर का रस पीि स रकतचाप शीघ ही सतनलत हतो जाता ह।4 सपणगिा कतो कट-पीसकर सरनकषत रख ल। इस चरण कतो परातनः व सा 2-2 गराम की मातरा म खाि स बढा हआ रकतचाप सामान हतो जाता ह।

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खनी बासीर क शलय1 सख आवल कतो पीसकर 1 चा का चममच-भर, सबह शाम 2 बार छाछ ा गा क रि स लि स खिी बवासीर म लाभ हतोता ह।2 अिार क नछलक का चरण 8-10 गराम की मातरा म सबह-शाम ताज पािी क साि सवि करि स रकत नगरि की नशकात रर हतोती ह।3 रकतसावी बवासीर म इमली क पररो का रस पीिा लाभकारी हतोता ह।4 खिी बवासीर, अजीरण और कबज म पका हआ पपीता खािा परम लाभकारी ह।

* मिरी क गगणकाररी लाभ *

नकतिी ही बीमाटरा कबज क कारर ही हतोती ह, नजस पर हम गयौर िही करत और रतोगरो क चगल म फस जात ह। कबज क कारर आतरो म जमा हआ मल सडि लगता ह। शरीर क नवनभनन अगरो म भी मल (सकम-मल-कलर) जमा हतोि पर सिि लगता ह। नजसस शरीर क व अग रतोगगरसत हतोि लगत ह। मिमह (डानबटीज) म ह खासकर रखा जाता ह, नजसस शरीर म स रगणि आती ह तिा खजली हतोि लगती ह। मिी इस सकम मल कतो भी निकालकर शरीर क नवनभनन अगतो कतो साफ कर रती ह। इसनल मिमह क रतोनगरो क नल ह वररािसवरप ह।

मिी क रािरो क साि मिी की सबजी, वह भी कचची सबजी जरर खािी चानह।

सबह खाली पट, रतोपहर म तिा रात कतो भतोजि क बार आिा चममच (2 स 3 गराम) मिी पािी क साि फाकि स जतोिरो म मजबती आती ह। जतो वनकत हर रतोज निनमत रप स पािी क साि मिी फाकत ह, उिक घटि तिा शरीर क अन जतोि मजबत रहत ह। उनह गनठा, लकवा, मिमह, कबज, पट क नवकार, निमि रकतचाप, उचच रकतचाप आनर िही हतोत। इस परतोग स नकतिी भी भकर कबज रर हतो जाती ह और सभी परकार क वात-नवकाररो म राहत नमलती ह।

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आदय जगद गर शवी शङकराचारयभगिान शवी दवषिणामवतय

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ॐ शरी ओङकारकाननद-ककामकाकरी पञकाङगम ॐओङकारकाननद आशम हिमकालय क मखय परहिहठिि महनदर

विकरम समित 2078 * ईसिवी सन 2021-2022‘रकाकस’ नकाम समवतसर

रकाजका एव मनतरी - मगल