राष्ट्रीय ोटऱ एवं केटररंग...

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रारीय होटऱ बध एवं के टररंग तकनाऱॉजी ऩररषद (ऩययटन मंाऱ, भारत सरकार) से सफध होटर फॊध सॊथान (आई॰ एच॰ एभ॰) के लरमे यैगगॊग ननषेध से सफॊगधत अगधनमभ रारीय होटऱ बध एवं के टररंग तकनाऱॉजी ऩररषद (ऩमयटन भॊारम, बायत सयकाय के अॊतगयत) - 34, सेटय 62, नोएडा यबाष: 0120- 2590600 23

Transcript of राष्ट्रीय ोटऱ एवं केटररंग...

  • राष्ट्रीय होटऱ प्रबन्ध एव ंकेटररगं तकनाऱॉजी ऩररषद (ऩययटन मंत्राऱय, भारत सरकार)

    से सम्फद्ध होटर प्रफॊध सॊस्थान (आई॰ एच॰ एभ॰)

    के लरमे यैगग ॊग ननषेध से सम्फॊगधत अगधननमभ

    राष्ट्रीय होटऱ प्रबन्ध एव ंकेटररगं तकनाऱॉजी ऩररषद (ऩमयटन भॊत्रारम, बायत सयकाय के अॊतगयत)

    ए - 34, सेक्टय – 62, नोएडा दयूबाष: 0120- 2590600 – 23

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    राष्ट्रीय होटऱ प्रबन्ध एव ंकेटररगं तकनाऱॉजी ऩररषद (ऩमयटन भॊत्रारम, बायत सयकाय के अॊतगयत)

    A- 34, सेक्टय – 62, नोएडा

    नेशनर कौंलसर पॉय होटर भैंनेजभेंट एॊड कैटरयॊग टेक्नोरॉजी से सम्फद्ध सॊस्थानों के लरए यैगगॊग ननषधे से सॊफन्धधत अगधननमभ

    (नेशनर कौंलसर पॉय होटर भैंनेजभेंट एॊड कैटरयॊग टेक्नोरॉजी के भेभोयाध्भ ऑप एसोलशएशन औय ननमभ औय अगधननमभ की धाया (a) अनुबाग 30 के अॊतगयत)

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    उदे्दशिका

    भाननीम उच्चच्चतभ धमामरम के केयर विश्िविद्मारम फनाभ कौंलसर वप्रॊलसऩर कॉरेज तथा अधम, एस०एर०ऩी० सॊ० 24295, 2006 के 16-05-2007 तथा ददनाॊक 08-05-2009, लसविर अऩीर नॊ. 887 से प्राप्त ननदेशों तथा कें द्र सयकाय औय विश्िविद्मारम अनुदान आमोग के यैगगॊग योकने के सॊकल्ऩ को ध्मान भें यखते हुए छात्र अथिा छात्रों द्िाया भौखखक शब्दों अथिा लरखखत कामय द्िाया नमे अथिा अधम छात्र को उत्ऩीड़न, दरु्वमयर्वहाय, छात्र को उत्ऩात अथिा अनुशासनहीनता की गनतविगधमों भें सॊलरप्त कयना न्जससे नमे अथिा ककसी अधम छात्र को कष्ट, ऩयेशानी, कदिनाई अथिा भनोिैऻाननक हानन हो अथिा उस्भें बम की बािना उत्ऩधन हो अथिा नमे मा अधम ककसी छात्र से ऐसे कामय को कयन ेके लरमे कह्ना जो िह साभाधम न्स्थनत भें नहीॊ कये तथा न्जससे उसभें रज्जा की बािना उत्ऩधन हो अथिा घफयाहट हो न्जससे भनोिैऻाननक दनॄ्ष्ट से ककसी छात्र ऩय दषु्प्रबाि ऩड़ ेअथिा कोई छात्र नमे अथिा अधम छात्र ऩय शन्क्त प्रदशयन कयें। सबी छात्रों के शायीरयक एिॊ भानलसक रूऩ से स्िस्थ विकास के लरए नेशनर कौंलसर पोय होटर भैंनेजभेंट एॊड कैटरयॊग टेक्नोरॉजी मह अगधननमभ फनाता है।

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    नेशनर कौंलसर पोय होटर भैंनेजभेंट एॊड कैटरयॊग टेक्नोरॉजी के भेभोयाॊडभ ऑप एसोलसएशन के अनुबाग 30 धाया (a) के अगधकायों का प्रमोग कयते हुए फोडय ऑप गिनयसय ननम्नलरखखत अगधननमभ फनाता है, न्जसका नाभ है –

    1 िीषयक, प्रारम्भ और प्रयोज्यता -

    1.1 मह अगधननमभ नेशनर कौंलसर पोय होटर भैंनेजभेंट एॊड कैटरयॊग टेक्नोरॉजी के छत्रछामा भें सभस्त बायत भें चर यही सॊस्थाओॊ भें यैगगॊग के खतये को योकने के अगधननमभ कहे जामेंगे।

    1.2 मह ननमभ प्रकाशन की नतगथ से रागू भाने जामेंगे ।

    1.3 नेशनर कौंलसर पोय होटर भैंनेजभेंट एॊड कैटरयॊग टेक्नोरॉजी की छत्रछामा भें चर यहे इॊन्स्टट्मूट ऑप होटर भैंनेजभेंट सॊस्था चाहे िो कें द्र सयकाय / याज्म सयकाय द्िाया प्रामोन्जत हो मा ननजी सॊस्थाओॊ के ऩरयसय तथा अधम सबी शैक्षऺक, आिासीम, खेर के भैदान, जरऩान गहृ तथा अधम शैक्षऺक सॊस्थाओॊ (आई०एच०एभ०) चाहे िे ऩरयसय के बीतय हों अथिा फाहय तथा छात्रों के सबी प्रकाय के ऩरयिहन चाहे िे सयकायी हों अथिा ननजी छात्रों द्िाया इस प्रकाय के सॊस्थाओॊ (आई०एच०एभ०) ऩय रागू होंगे।

    2. उद्देश्य

    ककसी छात्र अथिा छात्रों के द्िाया दसूये को भौखखक अथिा लरखखत शब्दों द्िाया प्रताडडत कयना, उसे छेड़ना ककसी नमे छात्र के साथ दरु्वमयिहाय कयना अथिा उसे अनुशासनहीन गनतविगधमों भें रगाना न्जससे आक्रोश, कदिनाई, भनोिैऻाननक हानन हो अथिा उसभें बम की बािना उत्ऩधन हो अथिा नमे मा अधम ककसी छात्र से ऐसे कामय को कयने के लरमे कह्ना जो िह साभाधम न्स्थनत भें नहीॊ कये तथा न्जससे उसभें रज्जा की बािना उत्ऩधन हो अथिा घफयाहट हो न्जससे भनोिैऻाननक दनॄ्ष्ट से ककसी छात्र ऩय दषु्प्रबाि ऩड़ ेअथिा शन्क्त प्रदशयन कयना अथिा ककसी नमे छात्र को िरयष्ि छात्र द्िाया शोषण कयना। नेशनर कौंलसर पॉय होटर भैंनेजभेंट एॊड कैटरयॊग टेक्नोरॉजी के छत्रछामा भें चर यहे सम्फॊगधत सॊस्थाओॊ (आई०एच०एभ०) भें इन अगधननमभ के अॊतगयत यैगगॊग योकना। इस तयह की घटनाओॊ भें सॊलरप्त र्वमन्क्तमों को इन अगधननमभ तथा विगध के अनुसाय दन्डडत कयना ।

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    3. रैगगगं में क्या सम्म्मशऱत है – ननम्नलरखखत कोई एक अथिा अनेक कामय यैगगॊग के अॊतगयत आमेंगे –

    a) ककसी छात्र अथिा छात्रों द्िाया नमे आनेिारे छात्र का भौखखक िाणी अथिा लरखखत शब्दों द्िाया उत्ऩीड़न अथिा दरु्वमयर्वहाय कयना ;

    b) छात्र अथिा छात्रों द्िाया उत्ऩात कयना अथिा अनुशासनहीनता का िाताियण फनाना न्जससे नमे छात्र को कष्ट , आक्रोश, कदिनाई, शायीरयक अथिा भानलसक ऩीड़ा हो;

    c) ककसी छात्र से ऐसे कामय को कयने के लरमे कहना जो िह साभाधम न्स्थनत भें न कये तथा न्जससे नमे छात्र भें रज्जा, ऩीड़ा अथिा बम की बािना उत्ऩधन हो;

    d) िरयष्ि छात्र द्िाया ककमा गमा कोई ऐसा कामय जो ककसी अधम अथिा नमे छात्र के चरते हुए शैक्षऺक कामय भें फाधा ऩहुॊचामे;

    e) नमे अथिा ककसी अधम छात्र का दसूयों को ददमे गमे शैक्षऺक कामय को कयने हेतु फाध्म कय शोषण कयना;

    f) नमे छात्र का ककसी बी प्रकाय से आगथयक शोषण कयना/ जफयन धन िसूरी कयना ;

    g) शायीरयक शोषण का कोई बी कामय / ककसी बी प्रकाय का मौन शोषण, सभरैंगगक प्रहाय, नॊगा कयना, अश्रीर तथा काभ सम्फधधी कामय हेतु वििश कयना, अॊग चारन द्िाया फुये बािों की अलबर्वमन्क्त कयना, ककसी प्रकाय का शायीरयक कष्ट न्जससे ककसी र्वमन्क्त अथिा उसके स्िास््म को हानन ऩहुॉच;े

    h) भौखखक शब्दों द्िाया ककसी को गारी देना, ई-भेर, डाक, साियजननक रूऩ से ककसी को अऩभाननत कयना, ककसी को कुभागय ऩय रे जाना, स्थानाऩधन अथिा कष्टदाम देना मा सनसनी ऩैदा कयना न्जससे नमे छात्र मा अधम छात्र को घफयाहट हो;

    i) कोई कामय न्जससे नमे छात्र के भन भन्स्तष्क अथिा आत्भविश्िास ऩय दषु्प्रबाि ऩड़;े

    j) नमे अथिा ककसी छात्र को कुभागय ऩय रे जाना तथा उस ऩय ककसी प्रकाय की प्रबुता ददखाना;

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    4 ऩररभाषायें:

    4.1 इन अगधननमभों भे जफ तक कक कोई अधम सॊदबय न हो ।

    a) ‘भेभोयाध्भ ऑप एसोलशएशन’ औय ‘अगधननमभ’ का तात्ऩमय नेशनर कौंलसर पॉय होटर भैंनेजभेंट एॊड कैटरयॊग टेक्नोरॉजी के भेभोयाध्भ ऑप एसोलशएशन के तहत ननमभ औय अगधननमभ जो कक यन्जस्राय ऑप सोसाइटी अगधननमभ 1860 के अॊतगयत ऩॊजीकृत हैं।

    b) शैक्षऺक िषय का तात्ऩमय नेशनर कौंलसर पॉय होटर भैंनेजभेंट एॊड कैटरयॊग टेक्नोरॉजी के छत्रछामा भें चर यहे सम्फॊगधत आई०एच०एभ० औय एप०सी०आई० भें ककसी ऩाठ्मक्रभ भें प्रिेश तथा उस िषय की शैक्षऺक आिश्मकताओॊ की ऩूनत य है।

    c) “याष्रीम यैगगॊग ननषेध हेल्ऩराइन” का तात्ऩमय विश्िविद्मारम अनुदान आमोग

    द्िाया उसके अगधननमभों के तहत स्थावऩत यैगगॊग ननषेध हेल्ऩराइन है ।

    याष्रीम यैगगॊग ननषेध हेल्ऩराइन नन्शुल्क पोन न०: 1800-180-5522 ई-भेर: [email protected]

    d) आमोग का तात्ऩमय विश्िविद्मारम अनुदान आमोग है।

    e) कौंलसर का तात्ऩमय नेशनर कौंलसर पॉय होटर भैंनेजभेंट एॊड कैटरयॊग टेक्नोरॉजी, बायत सयकाय द्िाया स्थावऩत यन्जस्राय ऑप सोसाइटी के अॊतगयत एक सॊस्था जो देश भें आनत्म प्रफॊध लशऺा के सभन्धित विकास के लरए औय इससे सॊफन्धधत सॊस्थाओॊ के विननमभन के लरए है ।

    f) “सॊस्था” का तात्ऩमय इॊस्टीट्मूट ऑप होटर भैनेजभेंट जो कक कौंलसर से सॊफवद्धत हो, चाहे कें द्र सयकाय, याज्म सयकाय, साियजननक ऺेत्र के उऩक्रभ मा ककसी साियजननक / ननजी रस्ट / सोसाइटी द्िाया ऩोवषत हो।

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    g) न्जरा स्तयीम यैगगॊग ननषेध सलभनत का तात्ऩमय न्जरागधकायी की अध्मऺता भें याज्म सयकाय द्िाया यैगगॊग योकने के लरए न्जरे की ऩरयसीभा भें गदित सलभनत है।

    h) सॊस्था स्तयीम यैगगॊग ननषेध सलभनत का तात्ऩमय कौंलसर द्िाया सॊफन्धधत आई०एच०एभ० के प्रधानाचामय द्िाया यैगगॊग योकने के लरए गदित सलभनत।

    i) सॊस्थाध्मऺ का तात्ऩमय प्रधानाचामय ि ननदेशक मा सॊस्था के नालभत कामयकायी प्रभुख।

    j) फे्रशय से तात्ऩमय िह छात्र है न्जसका प्रिेश ककसी सॊस्था भें हो गमा है तथा उस सॊस्था भें उसकी ऩढ़ाई का प्रथभ िषय चर यहा है।

    k) याज्म स्तयीम भाननटरयॊग सेर का तात्ऩमय याज्म सयकाय द्िाया विगध के अनुसाय अथिा केधद्र सयकाय की सराह ऩय यैगगॊग योकने के लरए फनामा गमा ननकाम है। न्जसका कामयऺ ेत्र याज्म तक होगा।

    4.2 शब्द तथा अलबर्वमन्क्त को महाॉ स्ऩष्ट नही ककमा गमा है ककधतु अगधननमभ अथिा विननमभन के अगधननमभ के साभाधम खडड भें उन्ल्रखखत हैं, िही अथय होगा जो उसभें ददमा गमा है।

    5. संस्था स्तर ऩर रैगगगं ननषघे के उऩाय-

    a) कोई बी सॊस्था अथिा उसका कोई बाग, केिर विबागों तक ही नहीॊ उसकी सबी ईकाई, कॉरेज, लशऺण केधद्र, उसके बू-गहृ चाहे िे शैक्षऺक, आिासीम खेर के भैदान अथिा जरऩान गहृ आदद हो चाहे िे सॊस्था ऩरयसय भें हो अथिा फाहय, सबी प्रकाय के ऩरयिहन, मा ननजी, सबी भें यैगगॊग योकने हेतु इन विननमभों के अनुसाय तथा अधम सबी आिश्मक उऩाम कयेंगे। रयऩोटय होने ऩय यैगगॊग की ककसी बी घटना को दफामा नहीॊ जाएगा।

    b) सबी सॊस्थाएॊ यैगगॊग के प्रचाय, यैगगॊग भें प्रत्मऺ अथिा ऩयोऺ रूऩ से सॊलरप्त र्वमन्क्तमों के विरुद्ध इन विननमभ के अनुसाय काययिाई कयेंगे।

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    6. संस्था स्तर ऩर रैगगगं रोकने के उऩाय

    6.1 छात्रों के प्रिेश अथिा ऩॊजीकयण के सॊदबय भें सॊस्था ननम्नलरखखत कदभ उिाए।

    a) सॊस्था द्िाया जायी ईरेक्राननक दृश्म, श्रर्वम अथिा वप्रधट भीडडमा भें छात्र को प्रिेश सॊफॊधी घोषणा भें मह फतामा जाए कक सॊस्था भें यैगगॊग ऩूणयता् ननषेध है। मदद कोई यैगगॊग कयन ेअथिा उसके प्रचाय का प्रत्मऺ अथिा अप्रत्मऺ रूऩ से दोषी ऩामा गमा अथिा यैगगॊग प्रचाय के षड़मॊत्र भें दोषी ऩामा गमा तो उसे इन विननमभ तथा देश के कानून के अनुसाय दॊडडत ककमा जाएगा।

    b) प्रिेश ऩुन्स्तका के ननदेश ऩुस्तक तथा विियण ऩ्त्रका चाहे िे ईरेक्राननक हो अथिा भुदद्रत उनभें मे विननमभ विस्ताय से छाऩें जाएॉ। प्रिेश ऩुन्स्तका का ननदेश ऩुन्स्तका विवियण ऩ्त्रका भें मह बी भुदद्रत ककमा जाए कक यैगगॊग होन ेमा सॊस्था के अध्मऺ इसके साथ सॊस्थाध्मऺ, सॊकाम सदस्म यैगगॊग ननषधे सलभनत के सदस्मों, यैगगॊग ननषेध दस्तों के सदस्मों अथिा न्जरे के अगधकारयमों, िाडयनों तथा अधम सॊफॊगधत अगधकारयमों के दयूबाष नम्फय प्रिेश ऩुन्स्तका, ननदेश ऩुन्स्तका अथिा विियण ऩ्त्रका भें विस्ताय से छाऩे जाएॉ।

    c) कौंलसर जो कक सॊफद्ध सॊस्था है, से सॊफन्धधत कोई बी सॊस्था अऩने प्रिेश ऩुन्स्तका, ननदेश ऩुन्स्तका, विियण ऩ्त्रका मा ईरेक्राननक भाध्मभ से यैगगॊग से सॊफन्धधत विियण औय ऩरयणाभों को प्रकालशत कयेगा। साथ ही याष्रीम यैगगॊग ननषेध हेल्ऩराइन, कौंलसर के यैगगॊग ननषेध हेल्ऩराइन औय कौंलसर के भहत्िऩूणय ऩदागधकारयमों के पोन नॊफय अऩन ेप्रिेश ऩुन्स्तका, ननदेश ऩुन्स्तका मा विियण ऩ्त्रका भें प्रकालशत कयेगा। कौंलसर स ेसॊफन्धधत सॊस्था यैगगॊग भुक्त सॊस्था फनाने के लरए इन ननमभों का ऩारन कयेंगे। कौंलसर मह सुननन्श्चत कयेगा कक सॊफन्धधत सॊस्था विननमभ 6.1 के खडड (a) औय खडड (b) का अनुऩारन कयें।

    d) प्रिेश हेतु प्राथयना ऩत्र, नाभाॊकन अथिा ऩॊजीकयण भें एक शऩथ ऩत्र आिश्मक रूऩ स ेअॊगे्रजी औय दहधदी / अभ्मथी की ऻात ककसी एक प्रादेलशक बाषा भें इन विननमभ के सॊरग्नक 1 के अनुसाय अभ्मथी द्िाया बया जाए तथा हस्ताऺय ककमा जाए कक उसने ककसी अगधननमभ के ननमभों के ऩढ़ लरमा है तथा इन विननमभ के ननमभों तथा विननमभ के ननमभों तथा विगध को सभझ लरमा है तथा िह यैगगॊग ननषेध तथा इसके लरए

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    ननधायरयत दॊड को जानता/जानती है। िह मह घोषण कयता/कयती है कक उसे ककसी सॊस्था द्िाया ननष्कालसत/ननकारा नही गमा है । साथ ही िह यैगगॊग सॊफॊधी ककसी गनतविगध भें सॊलरप्त नहीॊ होगा/होगी औय मदद िह यैगगॊग कयने अथिा यैगगॊग के दषु्प्रेयण का दोषी ऩामा/ऩामी गई तो उसे इन विननमभ तथा विगध के अनुसाय दॊडडत ककमा जा सकता है औय िह दॊड केिर ननष्कासन तक सीलभनत नही होगा।

    e) प्रिेश हेतु प्राथयना ऩत्र , नाभाॊकन अथिा ऩॊजीकयण भें एक शऩथ ऩत्र अॊगे्रजी औय दहधदी तथा ककसी एक प्रादेलशक बाषा मा दहधदी बाषा भें इन विननमभों के साथ सॊरग्नक है। अभ्मथी के भाता-वऩता अलबबािक की ओय से ददमा जाए कक उधहोंने यैगगॊग के अगधननमभ को ऩढ़ लरमा है तथा सभझ लरमा है तथा यैगग ॊग योकने सॊफॊगधत अधम कानून को िो जानते हैं तथा इसके लरए ननधायरयत दॊड को जानते हैं। िे घोषणा कयते हैं कक उनका िाडय ककसी सॊस्था द्िाया ननष्कालसत नही ककमा गमा है औय न ही ननकारा गमा है तथा उनका िाडय यैगगॊग से सम्फन्धधत ककसी कामय भें प्रत्मऺ/ऩयोऺ अथिा यैगगॊग के दषु्प्रेयण भें बाग नही रेगा औय मदद िह इसका दोषी ऩामा गमा तो उनको इन विननमभ तथा कानून के अनुसाय दॊडडत ककमा जाएगा। मह दॊड केिर ननष्कासन तक सीलभत नहीॊ होगा।

    f) प्रिेश हेतु प्राथयना ऩत्र के साथ विद्मारम त्माग प्रभाण-ऩत्र / स्थानाॊतयण प्रभाण-ऩत्र / प्रिास प्रभाण-ऩत्र / चरयत्र प्रभाण ऩत्र हो न्जसभें छात्र के र्वमन्क्तगत तथा सभान्जक र्वमिहाय की जानकायी दी गई हो ताकक सॊस्था इसके फाद उस ऩय नजय यख सके।

    g) सॊस्था के द्िाया र्वमिन्स्थत ककए गए छात्रािास मा ककसी अस्थामी ऩरयसय जो कक सॊस्था का दहस्सा नहीॊ है मा र्वमािसानमक रूऩ से सॊचालरत छात्रािास मा रॉज की प्राथयना कयन ेिारे छात्र को प्राथयना ऩत्र के साथ एक अनतरयक्त शऩथ ऩत्र देना होगा। आिास के लरए ननधायरयत सीट को स्िीकायते हुए शऩथ ऩत्र ननधायरयत प्रारूऩ अनुसूची I औय II ऩय उसके भाता/वऩता/अलबबािक के बी हस्ताऺय होंगे।

    h) ककसी बी सॊस्था भें शैक्षऺक सत्र प्रायम्ब होने से ऩूिय सॊस्थाध्मऺ विलबधन अगधकारयमों/अलबकयणों जैसे छात्रऩार (िाडने) छात्र प्रनतननगध, छात्रों के भाता-वऩता अलबबािक, न्जरा प्रशासन ऩुलरस आदद की भीदटॊग आमोन्जत कये तथा यैगगॊग योकने के

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    उऩामों औय उसभें सॊलरप्त अथिा उसका दषु्ऩरयणाभ कयने िारों को गचन्धहत कय दन्डडत कयने ऩय विचाय-विभशय हेतु उसे सम्फोगधत कयें।

    i) कौंलसर औय सॊस्था, विशषे रूऩ से छात्रों को यैगगॊग के अभानिीम प्रबाि के सॊदबय भें जागतृ कयन ेहेतु तथा सॊस्था उसके प्रनत यिैमे से अिगत कयाने हेतु फड़ ेऩोस्टय (ियीमता से फहुयॊगी) ननमभ विगध तथा दॊड हेतु छात्रािास, विबागों तथा अधम बिनों के सूचना ऩट्ट ऩय रगामा जाए। उनभें से कुछ ऩोस्टय स्थामी रूऩ के हों न्जन स्थानों ऩय छात्र एकत्र होते हैं िहाॊ यैगगॊग का आघात ककए जाने मोग्म स्थानों ऩय विशषे रूऩ से ऐसे ऩोस्टय रागाए जाएॉ।

    j) कौंलसर औय सॊस्था भीडडमा से मह अनुयोध कये कक िह यैगगॊग योकने के ननमभों का प्रचाय-प्रसाय कये। सॊस्था के योकने औय उसभें लरप्त ऩाए जाने ऩय ्फना बेद-बाि एिॊ बम के दन्डडत कयने के ननमभ का प्रचाय कयें।

    k) कौंलसर औय सॊस्था द्िाया यैगगॊग हो सकने िारे स्थानों की ऩह्चान कय उस ऩय गहन दृन्ष्ट यखी जाए।

    l) सॊस्था द्िाया ऩरयसय भें विषभ सभम तथा शैक्षऺक सत्र के प्रायम्ब भें सुयऺा र्वमिस्था

    फढ़ाई जाए तथा यैगगॊग ककए जाने मोग्म स्थानों ऩय दृन्ष्ट यखी जाए। ऩुलरस, यैगगॊग ननषधे सचर दर तथा स्िमॊ सेिी (मदद कोई हो) र्वमन्क्तमों से इसभें सहामता री जाए।

    m) कौंलसर औय सॊस्था नए शैक्षऺक सत्र के प्रायम्ब से ऩूिय अिकाश के सभम भें यैगगॊग के

    विरुद्ध सॊगोष्िी, ऩोस्टय, ऩ्त्रका, नुक्कड़ नाटक आदद के द्िाया प्रचाय कयें।

    n) सॊस्था के सॊकाम/विबाग/इकाई आदद छात्रों की विशषे आिश्मकताओॊ का ऩूिायनुभान कय ननिायण कयें तथा शैक्षऺक सत्र प्रायम्ब होने से ऩूिय यैगगॊग ननषेध सॊफॊधी अगधननमभ के रक्ष्मों औय उदे्दश्मों को ध्मान भें यखते हुए विगधित ्प्रफधध कयें।

    o) कौंलसर औय प्रत्मेक सॊस्था शैऺखणक सत्र प्रायम्ब होने से ऩहरे ऩेशिेय कौंलसरयों की सेिा

    अथिा सहामता रे औय िे शैक्षऺक िषय प्रायम्ब होने के फाद बी नए तथा अधम छात्रों की काउॊ लसलरॊग के लरए उऩरब्ध हों।

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    p) सॊस्थाध्मऺ स्थानीम ऩुलरस तथा अगधकारयमों को वित्तीम आधाय ऩय प्रफधध ककए गए छात्रािास तथा ननिास हेतु प्रमोग ककमे जा यहे बिन के सॊफधध भें विस्ततृ जानकायी दें। सॊस्थाध्मऺ मह बी सुननन्श्चत कयें कक यैगगॊग ननषेध दर ऐसे स्थानों ऩय यैगगॊग योकने हेत ुचकैसी यखें।

    6.2 छात्रों का प्रिेश, नाभाॊकन अथिा ऩॊजीकयण होने ऩय ननम्नलरखखत कदभ उिाए, न्जसका नाभ इस प्रकाय है-

    a) सॊस्था भें प्रिेश ददए गए प्रत्मेक छात्र को एक भुदद्रत ऩखणयका दी जाए न्जसभें मह फतामा गमा हो कक उसे विलबधन उदे्दश्मों हेतु ककससे ननदेशन प्राप्त कयना है। इसभें विलबधन अगधकारयमों के पोन नॊ० तथा ऩते बी ददए जाएॉ ताकक आिश्मकता ऩड़ने ऩय छात्र ककसी बी सॊफॊगधत र्वमन्क्त से तुयधत सॊऩकय कयें। इन विननमभ भें सॊदलबयत यैगगॊग ननषेध हेल्ऩराईन, िाडयन, सॊस्थाध्मऺ तथा यैगगॊग ननषेध सलभनत तथा दर के सदस्मों तथा सॊफॊगधत न्जरे तथा ऩुलरस के अगधकारयमों के ऩते औय पोन नॊ० विशषे रूऩ स ेसभादहत ककए जाएॉ।

    b) नए छात्रों को दी जानेिारी ऩखणयका द्िाया सॊस्था विननमभ के विननमभ 6.2 खडड (a) भें ददमे ननदेश को स्ऩष्ट कयें। कुशर औय प्रबािी तयीके से अधम छात्रों से बरीबाॉनत ऩरयगचत कयाने हेतु अगधष्िाऩन औय अलबविधमास कामयक्रभ की र्वमिस्था की जाए।

    c) इन विननमभों के विननमभ 6.2 खडड (a) भें ननदेलशत ऩखणयका द्िाया नए छात्रों को सॊस्था के फोनापाइड स्टूडेंट के रूऩ भें उनके अगधकाय बी फताएॊ जाएॊ। उधहें मह बी फतामा जाए कक िे अऩनी इच्चछा के ्फना ककसी का कोई कामय न कयें चाहे उनके लरए उनके िरयष्ि छात्रों ने कहा हो तथा यैगगॊग के प्रमास की सूचना तुयधत यैगगॊग ननषेध दर, िाडयन अथिा सॊस्थाध्मऺ को दें।

    d) इन विननमभों के विननमभ 6.2 खडड (a) भें ननदेलशत ऩखणयका भें सॊस्था भें भनाएॊ जानेिारे विलबधन कामयक्रभों तथा गनतविगधमों की नतगथ दी हो ताकक नए छात्र सॊस्था के शैक्षऺक ऩरयिेश एिॊ िाताियण से ऩरयगचत हो सकें ।

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    e) िरयष्ि छात्रों के आने ऩय सॊस्थान प्रथभ अथिा द्वितीम सप्ताह के फाद जैसा बी हो अलबविधमास कामयक्रभ आमोन्जत कयें , जो नालभत है: –

    i. ऩेशिेय कौंलसरयों द्िाया िरयष्ि औय नमे छात्रों की काउॊ लसलरॊग औय एक सॊमुक्त सेनसीटाइजेशन प्रोग्राभ का आमोजन, खडड - 6.1 ननमभ के विननमभ धाया (o) के अनुसाय कये।

    ii. नमे छात्रों का एक सॊमुक्त सेनसीटाइजेशन प्रोग्राभ जो कक िरयष्ि छात्रों, सॊस्थाध्मऺ औय यैगगॊग ननषेध सलभनत द्िाया सॊफोगधत ककमा जाम।

    iii. सॊकाम सदस्मों की उऩन्स्थनत भें नमे औय ऩुयाने छात्रों के ऩरयचम हेतु अगधकागधक, साॊस्कृनतक खेर तथा अधम प्रकाय की गनतविगधमा आमोन्जत की जामे।

    iv. छात्रािास भें िाडयन सबी छात्रों को सम्फोगधत कये तथा अऩने दो कननष्ि सहमोगगमों से कुछ सभम तक सहमोग देने हेतु ननिेदन कये।

    v. जहाॉ तक सॊबि हो सॊकाम-सदस्म छात्रािास भें यहने िारे छात्रों के साथ बोजन बी कये ताकक नमे छात्रों भें आत्भविश्िास का बाि उत्ऩधन हो।

    f) कोसय इॊचाजय, िाडयन तथा कुछ िरयष्ि छात्र को सन्म्भन्ल्रत कय सॊस्था सभुगचत सलभनतमों का गिन कये। मह सलभनत नमे औय ऩुयाने छात्रों के फीच सम्फॊध सुदृढ़ फनाने भें सहमोग दे।

    g) नमे अथिा अधम छात्र चाहे िे यैगगॊग के बोगी हों अथिा यैगगॊग होते हुए उधहोंने दोषी को देखा हो उधहें ऐसी घटनाओॊ की सूचना देने हेतु उत्सादहत ककमा जाए औय उनकी ऩहचान सुयक्षऺत यखी जाए औय ऐसी घटनाओॊ की सूचना देने िारों को ककसी दषु्ऩरयणाभ से फचामा जाए।

    h) सॊस्था भें आने ऩय नमे छात्रों के प्रत्मेक फैच को छोटे-छोटे िगों भें फाॊट ददमा जाए औय ऐसा प्रत्मेक िगय ककसी एक सॊकाम सदस्म को दे ददमा जाए जो स्िमॊ, िगय के सबी सदस्मों से ऩरयगचत हो औय मह देखे कक नमे छात्रों को ककसी प्रकाय की कोई कदिनाई न हो मदद हो तो उसका सभाधान कयने भें उगचत सहामता कये।

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    i) इस प्रकाय की सलभनत के सॊकाम सदस्म का मह दानमत्ि होगा कक िाडयनों को सहमोग दे तथा छात्रािास भें औचक ननयीऺण कयते यहें । सॊकाम सदस्म नए छात्रों के साथ हुई फातचीत की एक डामयी फनाए यखें।

    j) नमे छात्रों को अरग छात्रािास भें मा अरग ब्रॉक भें मा अरग विॊग भें यखा जामे जहाॉ िरयष्ि छात्रों के सुगभ प्रिेश की सुविधा नहीॊ हो। सॊस्था नमे छात्रों को ददमे गमे ननिास स्थानों /छात्रािासों भें आिागभन कयने िारे िरयष्ि छात्रों ऩय ऩय िाडयन तथा सुयऺा गाडय औय कभयचायी द्िाया कड़ी ननगयानी यखें।

    k) सॊस्था 24 घॊटे छात्रािास ऩरयसय भें यैगगॊग योकने के लरए कड़ी नजय यखने का प्रफधध कयें।

    l) नमे छात्रों के भाता-वऩता/अलबबािकों का मह दानमत्ि होगा कक यैगगॊग से सम्फन्धधत सूचना सॊस्थाध्मऺ को प्रदान कयें।

    m) सॊस्था भें ऩढ़ यहे प्रत्मेक छात्र, उसके भाता-वऩता / अलबबािक प्रिेश के सभम ननदेलशत शऩथ ऩत्र दें जैसा कक विननमभ के विननमभ 6.1 खडड (d) (e) औय (g) के अनुसाय प्रत्मेक शैक्षऺक िषय भें ददमा जाना है ।

    n) प्रत्मेक सॊस्था विननमभ (6.2) खडड – (m) के सधदबय अनुसाय प्रत्मेक छात्र से शऩथ ऩत्र रे औय उनका उगचत रयकाडय यखे। प्रनतलरवऩमों को ईरेक्राननक रूऩ भें सुयक्षऺत यखे ताकक जफ आिश्मकता हो कौंलसर अथिा कोई प्रागधकाय अथिा सॊस्था अथिा ककसी अधम सऺभ र्वमन्क्त द्िाया उधहें प्राप्त ककमा जा सके।

    o) प्रत्मेक छात्र/छात्रा अऩने ऩॊजीकयण के सभम सॊस्था को अऩनी ऩढ़ाई कयते सभम ननिास स्थान की सूचना दे मदद उसका ननिास स्थान तम नही ककमा है मा िह अऩने ननिास फदरना चाहता/चाहती है तो उसका ननन्श्चत होत ेही विस्ततृ जानकायी उऩरब्ध कयामी जाए औय विशषे रूऩ से ननजी खचय ऩय र्वमिन्स्थत ककमे गमे बिनों अथिा छात्रािासों की जहाॊ िह यह यहा है / यही है।

    p) सॊस्थाध्मऺ, प्रत्मेक छात्र औय उसके भाता/वऩता/अलबबािक द्िाया शऩथ ऩत्रों के आधाय

    ऩय जो आॉकड़ े विननमभ (6.2) खडड – (o) के तहत लरमे गमे हैं को को सॊकाम

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    सदस्मों को उऩरब्ध कयामेंगे औय िे यैगगॊग की लशकामतों चाहे ऩरयसय के बीतय अथिा फाहय तथा उसके फाद की गमी कामयिाही का रयकाडय बी यखे।

    q) प्रत्मेक शैक्षऺक िषय ऩूणय होने ऩय सॊस्थाध्मऺ प्रथभ िषय ऩूणय कयनेिारे छात्रों के भाता-वऩता/अलबबािकों को यैगगॊग से सम्फन्धधत विगध औय जानकायी से सम्फन्धधत ऩत्र बेजें तथा उनसे अनुयोध कयें कक नए शैक्षऺक सत्र के प्रायम्ब भें िाऩस आने ऩय उनके फच्चचे यैगगॊग से सम्फन्धधत ककसी गनतविगध भें बाग न रें।

    6.3 प्रत्मेक सॊस्था ननम्नलरखखत नाभों से सलभनतमाॉ गदित कयें।

    a) प्रत्मेक सॊस्था एक सलभनत फनाए न्जसे यैगगॊग ननषेध सलभनत (एॊटी यैगगॊग कभेटी) कहा जाए। सलभनत की अध्मऺता सॊस्थाध्मऺ कयें तथा सलभनत के सदस्मों को िे ही नाभाॊककत कयें। इसभें ऩलुरस तथा नागरयक प्रशासन के प्रनतननगध बी हो। स्थानीम भीडडमा मुिा गनतविगधमों से जुड़ ेगैय सयकायी सॊघटक सॊकाम सदस्मों के प्रनतननगध, भाता-वऩता भें से प्रनतननगध, नए तथा ऩुयाने छात्रों के प्रनतननगध, लशऺणेतय कभयचायी तथा विलबधन िगों से प्रनतननगध सलभनत भें से लरॊग के आधाय ऩय इस सलभनत भें स्त्री ऩुरूष दोनों हों।

    b) यैगगॊग ननषेध सलभनत का कतयर्वम होगा कक िह इन विननमभ प्रािधान तथा यैगगॊग स ेसॊफन्धधत कानून का अनुऩारन कयाए तथा यैगगॊग ननषेध दर के यैगगॊग योकने सम्फधधी कामों को बी देखे।

    c) प्रत्मेक सॊस्था एक छोटी सलभनत का बी गिन कये न्जसे यैगगॊग ननषेध दर/ स्क्िैड (एॊटी यैगगॊग स्क्िडै) नाभ से जाना जाए। इस ेबी सॊस्थाध्मऺ द्िाया नालभत ककमा जाए। मह सलभनत नजय यखे तथा हय सभम गश्त कयें औय सबी सभम ऩय सचते औय सकक्रम फने यहे। यैगगॊग ननषेध दर/स्क्िैड भें कैम्ऩस के विलबधन िगों का प्रनतननगधत्ि हो। इसभें ऩरयसय से फाहय के र्वमन्क्त नही होंगे।

    d) यैगगॊग ननषेध दर का मह दानमत्ि होगा कक िह छात्रािास तथा यैगगॊग की दृन्ष्ट से सॊिेदनशीर अधम स्थानों का औचक ननयीऺण कयें।

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    e) यैगगॊग ननषेध दर का मह दानमत्ि होगा कक िह सॊस्थाध्मऺ अथिा अधम ककसी सॊकाम सदस्म अथिा ककसी कभयचायी अथिा ककसी छात्र अथिा ककसी भाता-वऩता अथिा अलबबािक द्िाया सूगचत की गई यैगगॊग की घटना की जाॉच घटना स्थर ऩय जाकय कये तथा जाॉच की रयऩोटय सॊस्तुनत सदहत यैगगॊग ननषेध सलभनत को विननमभ 9.1 उऩखडड (a) के अनुसाय काययिाई हेतु सौंऩे। यैगगॊग ननषेध दर इस प्रकाय की जाॉच ननष्ऩऺ एिॊ ऩायदशी विगध से कये तथा साभाधम धमाम का ऩारन ककमा जाए। यैगगॊग के दोषी ऩाए जानेिारे छात्र/छात्रों तथा गिाहों को ऩूया अिसय देने तथा त्म एिॊ प्रभाण आदद देखने के फाद इसकी सूचना प्रेवषत की जाए।

    f) प्रत्मेक सॊस्था शैक्षऺक िषय ऩूणय होने ऩय इन विननमभ के उदे्दश्म प्राप्त कयने हेतु एक भॉननटरयॊग सेर फनाए न्जसभें नए छात्रों को भॉननटय कयनेिारे स्िमॊसेिी छात्र हों। सॊस्था भे फैचों की सॊख्मा के आधाय ऩय कई स्तय ऩय प्रत्मेक 06 फे्रशय ऩय एक भैंटय फनाए जाएॉगे औय एक भैंटय उच्चचतय स्तय ऩय होने चादहए।

    g) कौंलसर, एक सलभनत का गिन कये न्जसे यैगगॊग के भॉननटरयॊग सेर के रूऩ भें जाना जाए, जो सॊफन्धधत सॊस्था भें इन विननमभ के उदे्दश्म प्राप्त कयने हेतु सहमोग दें। भॉननटरयॊग सेर सॊस्थाध्मऺों यैगगॊग ननषेध सलभनत यैगगॊग ननषेध दर से यैगगॊग गनतविगधमों की सूचना प्राप्त कय सकता है। िह न्जरागधकायी की अध्मऺता भें गदित जनऩद स्तयीम यैगगॊग ननषेध सलभनत के सम्ऩकय भें यहे।

    h) भॉननटरयॊग सेर सॊस्था द्िाया ककए जा यहे यैगगॊग ननषेध उऩामों का बी भूल्माॊकन कयेगी। भाता-वऩता / अलबबािकों द्िाया प्रत्मेक िषय भें ददए गए शऩथ ऩत्र तथा यैगगॊग के ननमभ तोड़ने ऩय दन्डडत ककए जाने हेतु उनकी सहभनत की बी जाॊच कयेगा। मह दोवषमों को दन्डडत ककए जाने हेत ुउसकी भुख्म बूलभका होगी । यैगगॊग ननषेध उऩामों के कामायधिमन औय सॊस्था स्तय ऩय इसके विननमभानुसाय अध्मादेश की न्स्थनत भे सॊशोधन भें बी इसकी भुख्म बूलभका होगी।

    6.4 प्रत्मेक सॊस्था ननम्नलरखखत उऩाम बी कये, जो हैं -

    a) प्रत्मेक छात्रािास अथिा स्थान जहाॉ छात्र यहते है। सॊस्था के उस बाग भें ऩूणयकालरक िाडयन हों न्जसकी ननमनु्क्त सॊस्था द्िाया अहयता के ननमभानुसाय की जाम जो

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    अनुशासन फनामे यखें तथा छात्रािास भें यैगगॊग की घटनाओॊ को योकने के साथ ही मुिाओॊ से कऺा के फाहय काउॊसलरॊग औय सम्फॊध फनामे यखे। िह छात्रािास भें यहे मा छात्रािास के अत्मधत ननकट यहे।

    b) िाडयन हय सभम उऩरब्ध हो। दयूबाष तथा सॊचाय के अधम साधनों से हय सभम सम्ऩकय ककमा जा सके। िाडयन को सॊस्था द्िाया भोफाइर पोन उऩरब्ध कयामा जामे न्जसके नम्फय की जानकायी छात्रािास भें यह यहे सबी छात्रों को हो।

    c) सॊस्था द्िाया िाडयन तथा यैगगॊग योकन ेसे सम्फन्धधत अधम अगधकारयमों के अगधकाय फढ़ाने का विचाय ककमा जा सकता है। छात्रािास भें ननमुक्त सुयऺाकभी सीधे िाडयनों के ननमॊत्रण भें हों तथा िाडयन द्िाया उनके कामय का भूल्माॊकन ककमा जाए।

    d) इन विननमभों के विननमभ 6.1 उऩखडड (o) के अनुसाय प्रिेश के सभम ऩेशिेय कौंसरय यखे जामें जो नमे औय अधम छात्र जो अऩने आने िारे जीिन की तैमायी हेतु विशषे रूऩ छात्रािास भें यहने से सम्फन्धधत काउन्धसलरॊग चाहते हो उनकी कौंलसलरॊग कयें। ऐसे कौंलसलरॊग सत्रों से भाता-वऩता तथा लशऺकों को बी जोड़ा जामे।

    e) सॊस्था यैगगॊग ननषेध उऩामों का र्वमाऩक प्रचाय प्रसाय दृश्म श्रर्वम भाध्मभ द्िाया कये कौंलसलरॊग सत्र, कामयशारा, ऩेंदटग औय डडज़ाइन प्रनतमोगगता द्िाया बी मह कामय ककमा जा सकता है।

    f) प्रत्मेक सॊस्था, ककसी छात्र / र्वमन्क्त को यैगगॊग ननषेध हेल्ऩराइन से सॊऩकय कयने हेत ुभोफाइर पोन मा साियजननक पोन से फात कयने की छूट, िन्जयत ऺेत्र भें बी देगा जफकक कऺा, सबागाय, ऩुस्तकारम मा दसूये जगह जहाॉ जरूयत हो पोन का उऩमोग िन्जयत ककमा जा सकता है।

    g) सॊस्था के लशऺण एिॊ लशऺणेतय कभयचायी, प्रशासननक कभयचायी को छोड़कय सॊविदा ऩय यखे गए प्रत्मेक कभयचायी, प्रत्मेक श्रलभक चाहे िे कैं टीन के कभयचायी हों अथिा सुयऺा गाडय हों मा सपाई िारे कभयचायी हों सफको सॊिेदनशीर यखे कक िे अऩनी जानकायी भें आनेिारे यैगग ॊग की घटना की जानकायी तुयधत सऺभ अगधकारयमों को देंगे।

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    h) सॊस्था द्िाया कैं टीन औय भैस के कभयचारयमों, चाहे िे सॊस्था के कभयचायी हों अथिा ननजी सेिा देने िारे हो से मह िचन रे कक कक िे अऩने ऺेत्र यैगगॊग की कोई बी घटना होने ऩय उसको जानकायी तुयधत सॊस्थाध्मऺ, यैगगॊग ननषेध सलभनत के सदस्मों अथिा िाडयन को दें।

    i) सॊस्था द्िाया सेिा कामय की ननमभािरी भें यैगगॊग की सूचना देनेिारे कभयचारयमों को अनुशॊसा ऩत्र देने का ननमभ फनाए तथा उसे उनके सेिा रयकॉडय भें यखा जाए।

    j) सॊस्था द्िाया कैं टीन औय भैस के कभयचारयमों, चाहे िे सॊस्था के कभयचायी हों अथिा ननजी सेिा देने िारे हो को ननदेलशत ककमा जाए कक िे अऩने ऺेत्र भें कड़ी नजय यखें तथा यैगगॊग की कोई बी घटना होने ऩय उसको जानकायी तुयधत सॊस्थाध्मऺ, यैगगॊग ननषेध सलभनत के सदस्मों अथिा िाडयन को दें।

    k) कौंलसर मह सुननन्श्चत कये कक सॊस्था मह देख रे कक उसके ऩाठ्मक्रभ भें यैगगॊग ननषेध कामों को प्रोत्साहन ददमा जाए। भानि अगधकायों की यऺा ऩय फर ददमा जाए। विलबधन विषमों के ऩाठ्मक्रभ भें यैगगॊग की सॊिेदनशीरता ऩय प्रकाश डारा जाए। प्रत्मेक लशऺक को कौंलसलरॊग के दृन्ष्टकोण कक न्स्थनत से ननफटने का ढॊग आना चादहए।

    l) सॊस्था भें यैगगॊग नहीॊ हो यही है इसको सुननन्श्चत कयने के लरए सॊस्था प्रथभ िषय के नए विद्मागथयमों की हय ऩधद्रह ददन भें गुभनाभ अननमलभत सिेऺण कये। सिेऺण की रूऩयेखा सॊस्था स्िमॊ ननन्श्चत कये।

    m) सॊस्था द्िाया छात्र को ददए जानेिारे विश्िविद्मारम छोड़ने के प्रभाण ऩत्र, स्थानाधतयण प्रभाण ऩत्र भें छात्र के साभाधम चरयत्र औय र्वमिहाय के अनतरयक्त मह बी ददमा जाए कक क्मा छात्र कबी यैगगॊग सम्फधधी अऩयाध भें सॊलरप्त यहा है। क्मा छात्र ने कोई दहॊसक अथिा दसूये को हानन ऩहुॉचाने िारा अऩयाध ककमा है।

    n) इन विननमभों भें विलबधन अगधकारयमों, सदस्मों तथा सलभनतमों के अगधकाय फताए गए हैं। इसके साथ ही सबी िगों के अगधकारयमों सॊकाम के सदस्मों तथा कभयचारयमों सदहत चाहे िह स्थामी हो अथिा अस्थामी जो बी कौंलसर मा सॊस्था की सेिा कय यहा है

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    उसका मह साभुदहक दानमत्ि होगा कक िह यैगगॊग की घटनाओॊ को योके मा घटना की जानकायी को सॊऻान भें रामे।

    o) कौंलसर के प्रभुख औय कौंलसर से सॊफद्ध सॊस्थाध्मऺ सत्र के प्रायन्म्बक तीन भहीने तक यैगगॊग के आदेश के अनुऩारन तथा यैगगॊग ननषेध उऩामों की जानकायी से सम्फन्धधत रयऩोटय इन विननमभ के अधीन साप्तादहक रयऩोटय कौंलसर के भुख्म कामयकायी अगधकायी को दें।

    p) कौंलसर के भुख्म कामयकायी अगधकायी प्रत्मेक ऩधद्रह ददन फाद याष्रीम ननगयानी कें द्र को अऩनी रयऩोटय देंगे।

    7 संस्थाध्यऺ द्वारा की जानेवाऱी कारयवाई-

    यैगगॊग ननषेध दर अथिा सम्फन्धधत ककसी के बी द्िाया यैगगॊग की सूचना प्राप्त होने ऩय सॊस्थाध्मऺ तुयधत सुननन्श्चत कयें कक क्मा कोई अिैध घटना हुई है औय मदद हुई है तो िह स्िमॊ अथिा उसके द्िाया अगधकृत यैगगॊग ननषेध सलभनत से सूचना प्रान्प्त के 24 घॊटे के बीतय प्राथलभकी दजय कयाए अथिा यैगग ॊग से सम्फन्धधत विगध के अनुसाय सॊस्तुनत दे। यैगगॊग के अॊतगयत ननम्नलरखखत अऩयाध आते हैं।

    i. यैगगॊग हेतु उकसाना ii. यैगगॊग का आऩयागधक ष्मॊत्र

    iii. यैगगॊग के सभम अिैध ढॊग से एकत्र होना तथा उत्ऩात कयना iv. यैगगॊग के सभम जनता को फागधत कयना v. यैगगॊग के द्िाया शारीनता औय नैनतकता बॊग कयना

    vi. शयीय को चोट मा गॊबीय चोट ऩहुॉचाना vii. गरत ढॊग से योकना

    viii. गरत तयीके से फॊधक फनाना ix. आऩयागधक फर प्रमोग x. प्रहाय कयना के साथ साथ मौन अऩयाध अथिा अप्राकृनतक अऩयाध

    xi. फरात ्ग्रहण

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    xii. आऩयागधक अनतक्रभ xiii. सम्ऩन्त्त से सम्फन्धधत अऩयाध xiv. आऩयागधक धभकी xv. भुसीफत भें पॉ से र्वमन्क्तमों के प्रनत उऩमुयक्त भें से कोई अथिा सबी अऩयाध कयना

    xvi. उऩमुयक्त भें से कोई एक अथिा सबी अऩयाध ऩीडड़त के विरुद्ध कयने हेत ुधभकाना xvii. शायीरयक अथिा भानलसक रूऩ से अऩभाननत कयना

    xviii. यैगगॊग की ऩरयबाषा से सम्फन्धधत सबी उन्ल्रखखत अऩयाध

    सॊस्थाध्मऺ यैगगॊग की घटना की सूचना तुयधत न्जरा स्तयीम यैगगॊग ननषेध सलभनत तथा कौंलसर के नोडर अगधकायी को दें। मह बी उल्रेख ककमा जाता कक सॊस्था इन विननमभ के खडड 9 के अधीन अऩनी जाॉच औय उऩाम ऩुलरस तथा स्थानीम अगधकारयमों द्िाया की जाने िारी कायिाई की प्रतीऺा ककए ्फना प्रायम्ब कय दें औय घटना के सात ददनों के बीतय औऩचारयक कायिाई ऩूयी कय री जाए।

    8 कौंशसऱ के कतयव्य एवं दानयत्व

    8.1 कौंलसर ककसी बी सॊस्था भें यैगगॊग से सम्फन्धधत घटनाओॊ की शीघ्र सूचना हेतु ननम्नलरखखत कामय कयेगा-

    a) कौंलसर एक नन्शुल्क यैगगॊग ननषेध हेल्ऩ राइन फनाएगा जो 24 घॊटे खरुी यहेगी न्जसका छात्र यैगगॊग से सम्फन्धधत घटनाओॊ के ननिायण हेतु प्रमोग कय सकते हैं। कौंलसर, विश्िविद्मारम अनुदान आमोग द्िाया फनाए याष्रीम यैगगॊग ननषेध हेल्ऩ राइन नॊफय का बी प्रदशयन कयेगा जो 24 x 7 नन्शुल्क काभ कयती है।

    b) यैगगॊग ननषेध हेल्ऩराइन ऩय प्राप्त ककमा गमा सॊदेश तुयधत सॊस्थाध्मऺ, छात्रािास के िाडयन सम्फद्ध सॊस्था के नोडर अगधकायी को प्रसारयत ककमा जाएगा जो कक काययिाई रयऩोटय सॊस्था के यैगगॊग ननषेध सलभनत को देगा साथ ही सम्फद्ध न्जरे के अगधकारयमों मदद आिश्मकता हुई तो न्जरागधकायी तथा ऩुलरस अधीऺक को दी जाएगी तथा िेफसाइट ऩय डार दी जाएगी ताकक भीडडमा तथा साभाधम जनता उसका विश्रेषण कये।

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    c) सॊस्थाध्मऺ को यैगगॊग ननषेध हेल्ऩराइन ऩय लभरी सूचना ऩय त्िरयत कायिाई इन विननमभ के उऩखडड (b) के अनुसाय कयनी होगी।

    d) यैगगॊग ननषेध याष्रीम हेल्ऩराइन, यैगगॊग ननषेध कौंलसर हेल्ऩराइन तथा प्रत्मेक सॊस्था के अधम भहत्िऩूणय अगधकारयमों, सॊस्थाध्मऺों, सॊकाम के सदस्मों, यैगगॊग ननषेध सलभनत के सदस्मों तथा यैगगॊग ननषेध दर के पोन नॊफय िेफसाइट औय साभाधम उऩरब्ध न्स्थनत ऩय प्रकलशत ककमा जाए ताकक आकन्स्भकी भें िे उनका प्रमोग कय सकें ।

    8.2 कौंलसर विननमभन के अनुसाय ननम्नलरखखत कदभ उिाएगा-

    a) कौंलसर, सॊस्था के लरए मह अननिामय कयेगा कक िह अऩनी विियखणका भें केधद्र सयकाय के ननदेश अथिा याज्म स्तयीम भाननटरयॊग सलभनत के यैगगॊग ननषेध सम्फधधी ननदेश औय उसके ऩरयणाभ सभादहत कयें। मदद िे ऐसा नहीॊ कयते तो मह भाना जाएगा कक िे लशऺा का स्तय गगया यहे है। तथा इसके लरए उनके विरुद्ध उगचत काययिाई की जाएगी। कौंलसर बी इसका अनुसयण कयते हुए विऻान के स्नातक औय स्नातकोत्तय विियणी भें बी शालभर कयेगा।

    b) कौंलसर मह प्रभाखणत कयेगा कक इन विननमभों के अनुसाय छात्रों तथा उनके भाता-वऩता / अलबबािक से शऩथ ऩत्र सॊस्था द्िाया प्राप्त ककमा जा यहा है।

    c) कौंलसर द्िाया सॊस्था को दी जा यही ककसी प्रकाय की विशषे भेरयट कभ भीॊस िजीपा अथिा साभाधम ककसी प्रकाय की आगथयक सहामता अथिा अनुदान भें एक शतय मह रगाई जाएगी कक सॊस्था द्िाया यैगगॊग ननषेध सम्फधधी विननमभ एिॊ उऩामों का अनुऩारन ककमा जा यहा है।

    d) यैगगॊग की ककसी बी घटना का सॊस्था के यैंक अथिा गे्रडड ॊग ऩय दषु्प्रबाि ऩड़ सकता है।

    e) कौंलसर एक यैगगॊग ननषेध सेर कौंलसर भें फनाएगा जो यैगगॊग से सम्फन्धधत सूचनाएॉ एकत्र कयेगा तथा उसऩय ननगयानी यखेगा औय सॊस्था स्तयीम सलभनतमों के साथ तारभेर कय यैगगॊग को योकने के उऩामों ऩय सुचारू रूऩ से कामय कयेगा। मह सेर गैय

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    सयकायी सॊगिन जो यैगगॊग योकने से सम्फन्धधत होंगे, को आॊकड़ ेदेख येख भें सहामता देगा जो कक विश्िविद्मारम अनुदान आमोग द्िाया अनुयक्षऺत ककमा जाता है।

    9 रैगगगं की घटनाओं ऩर प्रिासननक कारयवाई-

    9.1 ककसी छात्र को यैगगॊग का दोषी ऩाए जाने ऩय सॊस्था द्िाया ननम्नलरखखत विगध अनुसाय दडड ददमा जाएगा।

    a. यैगगॊग ननषेध सलभनत उगचत दडड के सम्फधध भें उगचत ननणयम रेगी अथिा यैगगॊग की घटना के स्िरूऩ एिॊ गम्बीयता को देखते हुए यैगगॊग ननषेध दर दडड हेतु अऩनी स्तुनत देगा।

    b. यैगगॊग ननषेध सलभनत यैगगॊग ननषेध दर द्िाया ननधायरयत ककए गए अऩयाध के स्िरूऩ औय गम्बीयता को देखते हुए ननम्नलरखखत भें को कोई एक अथिा अनेक दडड देगी।

    i. कऺा भें उऩन्स्थत होने तथा शैक्षऺक अगधकारयमों से ननरम्फन ii. छात्रिनृ्त्त / छात्र अध्मेतािनृ्त्त तथा अधम राबों को योकना/िॊगचत कयना

    iii. ककसी जाॉच / ऩयीऺा अथिा अधम भूल्माॊकन प्रकक्रमा भें उऩन्स्थत होने से िॊगचत कयना

    iv. ऩयीऺापर योकना v. ककसी प्रादेलशक, याष्रीम अथिा अधतयायष्रीम सम्भेरन, खेर, मुिा भहोत्सि

    आदद भें सॊस्था का प्रनतननगधत्ि कयने से िॊगचत कयना vi. छात्रािास से ननष्कालसत कयना

    vii. प्रिेश यद्द कयना viii. सॊस्था से 01 से 04 सत्रों तक के लरए ननष्कासन कयना

    ix. सॊस्था से ननष्कालसत औय ऩरयणाभ रूिरूऩ ककसी बी सॊस्था भें एक ननन्श्चत अिगध तक ननस्कावषत यखना

    जफ यैगगॊग कयने अथिा यैगगॊग कयने के लरए बड़काने िारे र्वमन्क्तमों की ऩहचान न हो सके तो सॊस्था साभूदहक दडड का आश्रम रे।

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    c. यैगगॊग ननषेध सलभनत द्िाया ददए गए दडड के विरुद्ध अऩीर (प्राथयना) ननम्नलरखखत से की जाएगी।

    i. कौंलसर के भुख्म कामयकायी अगधकायी से, अगय दडड आदेश सॊस्थाध्मऺ द्िाया ऩारयत ककमा गमा हो।

    ii. कौंलसर के अध्मऺ से, अगय दडड आदेश कौंलसर के भुख्म कामयकायी अगधकायी द्िाया ऩारयत ककमा गमा हो।

    9.2 मदद कोई सॊस्था इनभें से ककसी ननमभ विननमभ के अनुऩारन भें असपर यहती है तथा यैगगॊग को प्रबािशारी ढॊग से योकने भें असपर यहती है तो उस ऩय ननम्नलरखखत भें से कोई एक मा अगधक कायिाई कय सकता है -

    i. सॊफद्धता मा भाधमता यद्द कयना मा उसे ददए गए अधम विशषे अगधकाय िाऩस रेना। इस प्रकाय की सॊस्था को ननवषद्ध कयना। उस सॊस्था भें ऩढ़ यहे छात्रों की ऩढ़ाई की र्वमिस्था कौंलसर ककसी औय सॊस्था के कयेगा।

    ii. इस प्रकाय की सॊस्था को ककसी शैक्षऺक कामयक्रभ विऻान के स्नातक औय स्नातकोत्तय भें कौंलसर द्िाया आमोन्जत JEE द्िाया छात्रों का प्रिेश रेने से िॊगचत यखना।

    iii. ऩमयटन भॊत्रराम मा सॊफद्धगधत याज्म सयकाय द्िाया ददमे जाने िारे ककसी बी प्रकाय के अनुदान से िॊगचत यखना।

    iv. कौंलसर द्िाया सॊस्था को अग्रप्रेवषत ककए जाने िारे ककसी बी प्रकाय के अनुदान से िॊगचत यखना।

    v. कौंलसर के अगधकाय ऺेत्र भें आनेिारा कोई अधम दडड।

    9.3 जहाॉ ननमुन्क्त देने िारे अगधकायी का विचाय है कक सॊस्था को ककसी कभयचायी द्िाया यैगगॊग की सूचना देने भें ढीर फयती गई है। यैगगॊग की सूचना देने भें त्िरयत काययिाई नहीॊ की है। यैगगॊग की घटना अथिा घटनाएॉ योकने के लरए नहीॊ की है। इन विननमभ के अनुसाय आिश्मक काययिाई नही की है। यैगगॊग की उस अगधकायी द्िाया सम्फन्धधत कभयचायी के विरुद्ध

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    विबागीम काययिाई की जाएगी। मदद इस प्रकाय की ढीर सॊस्थाध्मऺ के स्तय ऩय हुई है तो सॊस्थाध्मऺ की ननमुन्क्त कयनेिारे अगधकायी द्िाया इस प्रकाय की काययिाई की जाएगी।

    9.4 कोई बी सॊस्था जो यैगगॊग योकने इन विननमभ के अनुसाय काययिाई नही कयेगा अथिा दोवषमों को दन्डडत नहीॊ कयता तो कौंलसर उसके विरुद्ध ननम्नलरखखत भें से उऩलरयखखत अगधननमभ 9.2 के अॊतगयत कोई एक अथिा अनेक काययिाई कयेगा।

    ----------------- ननमभों की सभान्प्त -------------------

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    अनुसुची - I अभ्मथी का शऩथ प्रभाणऩत्र

    भैं (अभ्मथी का ऩूया नाभ, प्रिेश/ऩॊजीकयण सॊख्मा) ........................................... ................................................................................ ऩुत्र/ऩुत्री श्री/श्रीभती/सुश्री .....................................................................................ने (सॊस्था का नाभ) .... ......................................................................................... भें प्रिेश लरमा है औय कौंलसर से सम्फॊगधत होन्स्ऩटलरटी सॊस्थानों के लरमे यैगगॊग ननषेध से सम्फॊगधत अगधननमभ (महाॉ के आगे ‘धाया’ कह्रामेंगे) एक प्रनतलरवऩ प्राप्त कय री है तथा इसस ेसम्फन्धधत ननदेशों को ध्मान से ऩढ़ लरमा है तथा ऩूणयतमा सभझ लरमा है । 1. भैंने भुख्मरूऩ से विननमभ 3 को ऩढ़ लरमा है सभझ लरमा है। औय भैं मह जानता/जानती

    हूॉ कक यैगगॊग के क्मा भाने है। 2. भैंने धाया 7 तथा धाया 9.1 विननमभ को सभझ लरमा है । अगय भैं ककसी तयह की

    यैगगॊग के लरए ककसी को उकसाता हूॉ मा ककसी तयह की यैंगगॊग भें बाग रेता हूॉ तो प्रशासन भेये खखराप दॊडात्भक कामयिाही कय सकता है।

    3. भैं ननश्चमत ऩूियक मह प्रमत्न करुॉगा कक क भैं ककसी की यैगगॊग जा कक धाया 3 विननमभ भें उल्रेखखत है उसभें बाग नही

    रूॉगा/रूॉगी ख भैं ककसी बी ऐसी गनतविगधमों भें रॊगा/रूॉगी जो कक यैगगॊग के धाया 3

    विननमभ के अॊतगयत आता हो। 4. भैं मह घोवषत कयता/कयती हूॉ कक अगय भैं यैगगॊग के भाभरे भें अऩयाधी ऩामा गमा/ऩामा

    गमी तो भुझ ेविननमभ 9.1 के अनुसाय दडड ददमा जा सकता है। इसके अनतरयक्त कानूनी प्रािधान के अॊतगयत आऩयागधक गनतविगधमों भें भेये विरुद्ध दॊडात्भक कामयिाही की जा सकती है।

    5. भैं मह घोवषत कयता/कयती हूॉ कक भेये विरुद्ध देश की ककसी बी सॊस्था द्िाया यैगगॊग भाभरे भें प्रनतफॊध नही रगामा गमा है औय ऐसा ऩामा जाता है तो भेया प्रिशे ननयस्त ककमा जा सकता है।

    हस्ताऺय...........................ददन .............भहीना...............िषय..................

    अलबसाऺी का हस्ताऺय

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    नाभ:

    शऩथ प्रभाणऩत्र भेये द्िाया सत्माऩण के ऩश्चात ्ऩामा गमा कक शऩथ ऩत्र भें दी गई जानकायी सही है तथा कोई त्म गरत नही है। शऩथ ऩत्र भें ककसी तयह के त्म को न ही नछऩामा है न ही गरत फमान ददमा है। सत्मावऩत...............स्थान............ ददन .............भहीना...............िषय..................

    अलबसाऺी के हस्ताऺय

    अभ्मथी ने हभायी उऩन्स्थनत भें शऩथ ऩत्र भें ददए गए त्म को ऩढ़ने के उऩयाधत शतों को स्िीकाय ककमा तथा हस्ताऺय ककए।

    शऩथ आमुक्त

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    अनुसुची - II भाता-वऩता/अलबबािक का शऩथ-ऩत्र

    श्री/श्रीभती/सुश्री .............................................................................(वऩता-भाता/अलबबािक का ऩूणय ऩता) भाता/वऩता/अलबबािक...................................................(विद्माथी का ऩूणय ऩता प्रिेश/ऩॊजीकयण सॊख्मा) ...............................................................(सॊस्था का नाभ)........................................................................................सॊस्था भें प्रिेश लरमा है। कौंलसर से सम्फॊगधत होन्स्ऩटलरटी सॊस्थानों के लरमे यैगगॊग ननषेध से सम्फॊगधत अगधननमभ (महाॉ के आगे ‘धाया’ कह्रामेंगे) एक प्रनतलरवऩ प्राप्त कय री है तथा इसस �