महाकाली अष्टक

1
महाकाली अक विर यावददेिायते ग णाी , समाराय काल धाना बभ ि | अनावद रावद मखावद भिावद , िप िदीय न विदवत देिा || जगमोवहनीय ििावदनीय , दपोविणी श हारणीय | िचतभनीय वकम चाटनीय , िप िदीय न विदवत देिा || इय िगगदाी प न कपिली , मनोजात कामायथाथग क यागत | तथा ते कृताथाग भितीवत वनय , िप िदीय न विदवत देिा || रापानमा स भान रा , लसप तवचे सदाविभगिते | जपयान प जास धाधौतप का , िप िदीय न विदवत देिा || वचदानदकद हसमदमद , शरचर कोवटभाप ज वबब | वनना किीना वद ोतयत , िप िदीय न विदवत देिा || महामेघकाली स रावप श , कदावचविवचा कृवतयोगमाया | न बाला न िृा न कामात रावप , िप िदीय न विदवत देिा || मािापराध महाग भाि , मय लोकमये काशीकृत यत् | तियान प तेन चापयभािात् , िप िदीय न विदवत देिा || यवद यान य पठेो मन , तदा सिगलोके विशालो भिेच | गृहे चा वसवमृ गते चावप म , िप िदीय न विदवत देिा ||

description

hymns to divine mother mahakali

Transcript of महाकाली अष्टक

  • , |

    , ||

    , |

    , ||

    , |

    , ||

    , |

    , ||

    , |

    , ||

    , |

    , ||

    , |

    , ||

    , |

    , ||