kabir ka gyan.docx

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kabir ka gyan

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कबी�र जी� और लो�ई                     एक बी�र बी�रिरश क� मौ�समौ मौ� क� छ स�धू�- मौहा�त्मौ� अचा�नक कबी�र जी� क� घर आ गये� ! बी�रिरश

क� क�रण कबी�र स�हाबी जी� बी�ज़ा�र  मौ� कपडा� बी�चान� नहा� जी� सक� और घर पर  खा�न� भी� क�फी' नहा� था� !उन्हा+न�  अपन� पत्न� लो�ई स� प�छ� - क्ये� क�ई  दुक�नदा�र क� छ आटा� - दा�लो हामौ� उधू�र दा�  दा�ग� जिजीस� हामौ बी�दा मौ�

कपडा� बी�चाकर  चा�क� दा�ग� ! पर एक गर�बी जी�लो�हा�  क� भीलो� क�न उधू�र दा�ता� जिजीसक' क�ई  अपन� निनश्चि4ता आये भी� नहा� था� !  लो�ई क� छ दुक�न� पर स�मौ�न लो�न� गई पर  सभी� न� नकदा प5स� मौ�6ग� आखिखार एक दुक�नदा�र  न� उधू�र दा�न�

क� लिलोये� उनक� स�मौन� एक शता9  रखा� निक अगर वहा एक र�ता उसक� स�था  निबीता�ये�ग� ता� वहा उधू�र दा� सकता� हा5 !इस  शता9 पर लो�ई क� बीहुता बी�र� ता� लोग� लो�निकन  वहा खा�मौ�श रहा� जिजीतान� आटा�- दा�लो उन्हा�  चा�निहाये� था� दुक�नदा�र न� दा� दिदाये� !

                  जील्दा? स�  घर आकर लो�ई न� खा�न� बीन�ये� और  जी� दुक�नदा�र स� बी�ता हुई था� कबी�र स�हाबी क� बीता� दा? !  र�ता हा�न� पर कबी�र स�हाबी न� लो�ई स�  कहा� निक दुक�नदा�र क� क़ज़ा9 चा�क�न�  क� समौये आ गये� हा5 ; चिंचाBता� मौता करन� सबी  ठीDक हा� जी�ये�ग� ! जीबी वहा ता5ये�र हा� कर  जी�न� लोग� कबी�र जी� बी�लो� निक़ बी�रिरश  हा� रहा� हा5 और गलो�

क'चाड़ स� भीर� हा5 ता�मौ  कम्बीलो ओढ़ लो� मौ5 ता�मौ� क6 धू� पर उठी�कर लो�  चालोता� हूँJ !  जीबी दा�न+ दुक�नदा�र क� घर पर पहुचा� लो�ई  अन्दार चालो� और कबी�र जी� दारव�जी� क� बी�हार  उनक� इ6ताज़ा�र करन� लोग� ! लो�ई क� दा�खाकर दुक�नदा�र बीहुता खा�श हुआ पर जीबी उसन�  दा�खा� निक बी�रिरश बी�वजी�दा न ता� लो�ई क�   कपडा� भी�ग� हा5 ओर न� हा� प�Jव ता� उस�

बीहुता  हा5र�न� हुई ! उसन� प�छ� - येहा क्ये� बी�ता हा5  निक़ क'चाड़ स� भीर� गलो� मौ� स� ता�मौ आई हा� निफी  भी� ता�मौ�र� प�व� पर क'चाड़ क� एक दा�ग  भी� नहा� !  ताबी लो�ई न� जीव�बी दिदाये� -इसमौ�  हा5र�न� क' क�ई बी�ता नहा� मौ�र� पनिता मौ�झे� कम्बीलो

ओढा� कर अपन� क6 धू� पर निबीठी�कर  येहा�J पर लो�ये� हा5 ! येहा स�नकर दूक�नदा�र बीहुता  चानिकता रहा गये� ; लो�ई क� निनमौ9लो और  निनष्प�प चा�हार� दा�खाकर वहा बीहुता प्रभी�निवता  हुआ और आ4ये9 स� उस� दा�खाता� रहा� ! जीबी लो�ई  न� कहा� निक उसक�

पनिता कबी�र स�हाबी जी� उस�  व�पस लो� जी�न� क� लिलोये� बी�हार इ6ताज़ा�र कर रहा�  हा5 ता� दुक�नदा�र अपन� न�चाता� और कबी�र  स�हाबी जी� क' मौहा�नता� क� दा�खा- दा�खा कर शमौ9  स� प�न�- प�न� हा� गये� !  उसन� लो�ई और कबी�र स�हाबी जी�

दा�न+ स�  घ�टान� टा�क कर क्षमौ� मौ�6ग� ! कबी�र स�हाबी  जी� न� उसक� क्षमौ� कर दिदाये� !               दुक�नदा�र कबी�र जी� क� दिदाखा�ये� हुए मौ�ग9 पर चालो  पड़� जी� निक था� परमौ�था9 क� मौ�ग9 और  समौये क�

स�था उनक� प्र�मौ� भीक्तो� मौ�  निगन� जी�न� लोग� ; भीटाक� हुए  जी�व� क� सहा� र�स्ता� पर लो�न� क� लिलोए  स6ता� क� अपन� हा� तार�क� हा�ता� हा5 !  स6ता न� छ�ड़� स6ताई चा�हा� क�दिटाक मिमौलो� अस6ता ;  चान्दान निवष व्या�मौता नहा� लिलोपटा� रहाता भी�जी6ग ! प�ण9

स6ता हार क�लो मौ� हार निकस� क' मौनक' मौ5लो और निवक�र� क� मिमौटा�कर एव6 प्रभी�  क� ज्ञा�न करव�कर प्रभी� क' कW प�दार्ष्टिYB क� प�त्र बीन�ता� हा5!